प्रयागराज महाकुंभ में भक्ति की बयार बह रही है, और इसी माहौल में करनाल लोकसभा सीट से सांसद तथा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने अपने भजन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। भारत देश हमारा, ओ राम सिया गोविंद राधे भजन गाते हुए उन्होंने संतों और श्रद्धालुओं के बीच ऐसा भक्तिमय माहौल बना दिया कि हर कोई भक्ति रस में डूब गया। सोशल मीडिया पर इस भजन का वीडियो वायरल हो रहा है। कुर्ता पायजामा पहने और हाथ में माइक थामे दिखे मनोहर लाल वीडियो में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल सफेद कुर्ता-पायजामा और ब्राउन जैकेट पहने नजर आ रहे हैं। उनके गले में भगवा रंग का पटका पड़ा है। उन्होंने हाथ में माइक पकड़ रखा है। एक ओर वृद्ध साधु बैठे हैं, और दूसरी ओर पीले वस्त्र पहना एक बच्चा भी भजन का आनंद ले रहा है। उनके पीछे बड़ी संख्या में श्रद्धालु भजन सुनते हुए भाव-विभोर दिखाई दे रहे हैं। ढोलक और तबले की संगत में भजन ने ऐसी छठां बिखेरी कि पूरा पंडाल भक्तिमय ऊर्जा से भर गया। श्रद्धा की डुबकी लगाने उमड़े देश-विदेश के श्रद्धालु इस ऐतिहासिक महाकुंभ का आयोजन 144 वर्षों बाद हो रहा है। इसमें देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आ रहे हैं। सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु इस पवित्र आयोजन में शामिल होकर श्रद्धा की डुबकी लगाने पहुंचे हैं। गंगा किनारे सजे इस भव्य आयोजन में हर पल आस्था और भक्ति का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। भारत माता की जय के उद्घोष से गूंजा पंडाल भजन के अंत में मनोहर लाल ने भारत माता की जय के नारे लगाए, जिसे वहां मौजूद श्रद्धालुओं ने पूरे जोश के साथ दोहराया। उनकी सरल और भक्तिमय प्रस्तुति ने इस आयोजन में चार चांद लगा दिए। महाकुंभ में केंद्रीय मंत्री के इस रूप को देखकर लोगों में खासा उत्साह है, और सोशल मीडिया पर भी उनकी प्रशंसा हो रही है। प्रयागराज महाकुंभ में भक्ति की बयार बह रही है, और इसी माहौल में करनाल लोकसभा सीट से सांसद तथा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने अपने भजन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। भारत देश हमारा, ओ राम सिया गोविंद राधे भजन गाते हुए उन्होंने संतों और श्रद्धालुओं के बीच ऐसा भक्तिमय माहौल बना दिया कि हर कोई भक्ति रस में डूब गया। सोशल मीडिया पर इस भजन का वीडियो वायरल हो रहा है। कुर्ता पायजामा पहने और हाथ में माइक थामे दिखे मनोहर लाल वीडियो में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल सफेद कुर्ता-पायजामा और ब्राउन जैकेट पहने नजर आ रहे हैं। उनके गले में भगवा रंग का पटका पड़ा है। उन्होंने हाथ में माइक पकड़ रखा है। एक ओर वृद्ध साधु बैठे हैं, और दूसरी ओर पीले वस्त्र पहना एक बच्चा भी भजन का आनंद ले रहा है। उनके पीछे बड़ी संख्या में श्रद्धालु भजन सुनते हुए भाव-विभोर दिखाई दे रहे हैं। ढोलक और तबले की संगत में भजन ने ऐसी छठां बिखेरी कि पूरा पंडाल भक्तिमय ऊर्जा से भर गया। श्रद्धा की डुबकी लगाने उमड़े देश-विदेश के श्रद्धालु इस ऐतिहासिक महाकुंभ का आयोजन 144 वर्षों बाद हो रहा है। इसमें देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आ रहे हैं। सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु इस पवित्र आयोजन में शामिल होकर श्रद्धा की डुबकी लगाने पहुंचे हैं। गंगा किनारे सजे इस भव्य आयोजन में हर पल आस्था और भक्ति का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। भारत माता की जय के उद्घोष से गूंजा पंडाल भजन के अंत में मनोहर लाल ने भारत माता की जय के नारे लगाए, जिसे वहां मौजूद श्रद्धालुओं ने पूरे जोश के साथ दोहराया। उनकी सरल और भक्तिमय प्रस्तुति ने इस आयोजन में चार चांद लगा दिए। महाकुंभ में केंद्रीय मंत्री के इस रूप को देखकर लोगों में खासा उत्साह है, और सोशल मीडिया पर भी उनकी प्रशंसा हो रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पलवल में युवक की पीट-पीट कर हत्या:पुरानी रंजिश को लेकर दंबंगों ने किया हमला; पांच अन्य घायल, हत्यारोपी फरार हरियाणा के पलवल पुरानी रंजिश को लेकर दबंग युवकों ने एक परिवार के आधा दर्जन लोगों को बुरी तरह से पीटा। घायलों में एक युवक की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने दर्ज मारपीट के मामले में अब हत्या की धारा जोड़ दी है। पुलिस मामले में छानबीन और हत्यारोपियों की तलाश में लगी है। हथीन थाना प्रभारी छत्रपाल के अनुसार, कुकरचाटी गांव निवासी रहीश ने दी शिकायत में कहा था कि 7 जून को उसका भतीजा अफजल व सब्बीर सास के इलाज के लिए पैसे डलवाने हथीन सीएचसी सेंटर जा रहे थे। उसी दौरान पुरानी रंजिश के चलते गांव के ही निवासी अख्तर, इलियास, अजरू, साहिद, रिजवान, हामिद, आबिद, जाकिर, आमिर, सलीम, कमरू, आकिल, असगर व तीन-चार इनके रिश्तेदारों ने दोनों को रास्ते में घेर लिया। युवकों ने उन पर लाठी, डंडा, फरसा, देसी कट्टा व अन्य हथियारों से हमला कर दिया। झगड़े का शोर सुनकर रहीश , उसका भाई बरकत, हकमुद्दीन, उमर मोहम्मद व वली मोहम्मद वहां पहुंच गए और अफजल को बचाने की कोशिश की। आरोपियों ने उन पर भी हमला कर घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल होने के बाद सभी खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े। इसका फायदा उठाते हुए आरोपियों ने अफजल की जेब से 42 हजार रुपए व मोबाइल फोन को लूट लिया। आरोप है कि आरोपी दबंग किस्म के व्यक्ति है और उक्त आरोपियों के खिलाफ लूटपाट की धाराओं में पहले भी कई मुकदमे चल रहे है। इसके बाद झगड़े का शोर सुनकर गांव के निवासी करीमा, इदरीश, तालिम व गुराकसर गांव निवासी मुबारिक आ गए और उन्होंने आरोपियों से बचाया। आरोपी जाते-जाते उन्हें जान से मारने की धमकी देकर गए है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया। डॉक्टरों ने अफजल की हालत नाजुक देखते हुए दिल्ली अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। दिल्ली अस्पताल में इलाज के दौरान अफजल की सोमवार सुबह पांच बजे मौत हो गई। थाना प्रभारी छत्रपाल ने बताया कि अफजल की मौत झगड़े में लगी चोटों के कारण हुई है। इसलिए मारपीट के मामले में हत्या की धारा जोड कर आरोपियों की तलाश के लिए टीम गठित कर भेजी हुई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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बिना शौचालय वाले मतदान केंद्र पर महिला कर्मियों की ड्यूटी:हिसार लोकसभा में प्रेसिडिंग ऑफिसर ने की थी शिकायत, निर्माण कार्य शुरू चुनाव आयोग के मुताबिक, मतदान के लिए जहां पोलिंग बूथ हो वहां शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। इतना ही नहीं जहां पोलिंग हो रही है उस कमरे के दो गेट होने चाहिए। मगर हिसार लोकसभा में अधिकांश पोलिंग बूथ ऐसे थे जहां शौचालय और कमरे के दो गेट नहीं थे। मगर चुनाव आयोग के नियमों की जानकारी नहीं के कारण कोई इस बारे में आवाज नहीं उठाता। हिसार निर्वाचन लोकसभा में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक प्रेसिडिंग ऑफिसर (पीठासीन अधिकारी ) ने मतदान केंद्र पर शौचालय बनाने के लिए चुनाव आयोग तक लड़ाई लड़ी। इस जागरूकता के कारण चुनाव आयोग को मजबूरन जल्द फैसला लेना पड़ा और शौचालय का निर्माण शुरू हो गया है। उचाना कलां के गांव संडील के बूथ पर नहीं था शौचालय 24-25 मई को लोक सभा चुनाव में हिसार लोक सभा क्षेत्र के अधीन उचाना कलां विधान सभा क्षेत्र में बूथ नंबर 21, रामदासिया चौपाल, गांव संडील में पीठासीन अधिकारी सुरेश कुमार ने टॉयलेट और बाथरूम जैसी मूलभूत व्यवस्था नहीं होने की लिखित शिकायत ईमेल द्वारा 26 मई को भारत निर्वाचन आयोग के पास भेजी थी। जिस पर भारत निर्वाचन आयोग ने बड़ी गंभीरता से संज्ञान लिया और उस शिकायत को 27 मई को भारत निर्वाचन आयोग ने हरियाणा निर्वाचन आयोग के पास भेज दिया था। हरियाणा निर्वाचन आयोग ने इस शिकायत को जींद निर्वाचन ऑफिस में भेज दिया था और 31 मई को बूथ नम्बर 21, रामदासिया चौपाल, गांव संडील में टॉयलेट और बाथरुम बनने शुरू हो गए हैं। शौचालय नहीं था महिला कर्मचारी की लगा दी थी ड्यूटी पीठासीन अधिकारी सुरेश कुमार ने शिकायत में लिखा था कि उनकी पोलिंग पार्टी में एक महिला पोलिंग ऑफिसर की भी ड्यूटी लगी हुई थी और पोलिंग पार्टी की सुरक्षा में एक महिला पुलिस कर्मचारी की भी ड्यूटी लगी हुई थी। निर्वाचन आयोग ने महिला पोलिंग ऑफिसर को 24 मई को रात को पोलिंग बूथ पर ठहरने से छूट दी हुई थी लेकिन महिला पुलिस कर्मचारी के लिए ऐसी किसी छूट के बारे में उनको कोई जानकारी नहीं थी। महिला पोलिंग ऑफिसर को 25 मई को सुबह 5 बजे बूथ पर पहुंचने के निर्देश थे क्योंकि सुबह 5:30 बजे मोक पोल शुरू करना था। सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था के बिना पोलिंग बूथ पर 2 महिला कर्मचारियों का ड्यूटी पर तैनात होना पड़ा। 12 घंटे बिना शौचालय जाए बिताए पीठासीन अधिकारी ने बताया कि सुबह 5:30 बजे मॉक पोल शुरू करने से पहले टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था के बिना पूरी पोलिंग पार्टी को तैयार होना और पूरा दिन बिना टॉयलेट की व्यवस्था के निर्वाचन करवाना काफी कष्टदायक था। अक्टूबर 2024 में होने वाले हरियाणा विधान सभा के चुनाव से पहले बूथ नम्बर 21, रामदासिया चौपाल, गांव संडील में टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था करवाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग से पीठासीन अधिकारी सुरेश कुमार ने उम्मीद की थी। लिखित शिकायत के बिना नहीं होती कार्रवाई पीठासीन अधिकारी सुरेश कुमार ने इस कार्रवाई पर खुशी जाहिर की है और बताया कि हरियाणा में ऐसे कई बूथ होंगे जो गांव की चौपाल या सरकारी प्राइमरी स्कूल में हैं, जहां टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था नहीं होगी। लेकिन जब तक कोई पीठासीन अधिकारी इसकी लिखित शिकायत नहीं करेगा तब तक ऐसे बूथ पर टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था करवाना प्रशासन के लिए आसान नहीं होगा। वर्तमान लोक सभा चुनाव के समय जिस भी बूथ पर टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था नहीं थी, वहां के पीठासीन अधिकारी ने इसकी लिखित शिकायत भारत या हरियाणा निर्वाचन आयोग के पास भेजनी चाहिए।
पानीपत में नहर में मिला नवजात का शव:टहलने निकले युवक ने देखा; पहचान छिपाने के लिए पानी में फेंका लड़का
पानीपत में नहर में मिला नवजात का शव:टहलने निकले युवक ने देखा; पहचान छिपाने के लिए पानी में फेंका लड़का हरियाणा के पानीपत शहर से गुजर रही दिल्ली पैरलल नहर में एक नवजात शिशु का शव मिला। शव एक लड़के का था। जो 24 घंटे पहले ही जन्मा था। किसी अज्ञात महिला ने पहचान छिपाने के लिए बच्चे को कही से नहर में फेंका। घूमने निकले एक युवक ने इसे देखा और बाहर निकाला। इसके बाद मामले की सूचना एवं शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात महिला के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। नहर में पीछे से आ रहा था शव
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