प्रयागराज में ओवरलोड ट्रक ने स्कूल से लौट रहीं 5 छात्राओं को कुचल दिया। एक छात्रा ने तुरंत दम तोड़ दिया। दूसरी छात्रा ट्रक के पहिए के नीचे करीब एक घंटे फंसी रही। दबी छात्रा को बुलडोजर से निकाला गया। चारों छात्राओं को हॉस्पिटल ले जाया गया। हादसे से गुस्साए स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए। रोड जाम कर हंगामा किया। ट्रक में तोड़फोड़ की। इस बीच ड्राइवर मौका पाकर ट्रक छोड़कर भाग गया। जैसे ही दबी छात्रा निकाली गई, गुस्साए लोगों ने ट्रक से डीजल निकालकर उसमें आग लगा दी। थोड़ी ही देर में आग काफी तेज फैल गई। आग पर काबू पाने के लिए पुलिस ने फायर ब्रिगेड बुलाई, तो गुस्साए लोग फायर ब्रिगेड कर्मचारियों से भिड़ गए। उन्हें भगाने की कोशिश की। इंस्पेक्टर से भी जमकर बहसबाजी हुई। फिलहाल मिर्जापुर हाईवे को लोगों ने जाम कर दिया है। ट्रक जल रहा है। फायर ब्रिगेड को लोग आग बुझाने नहीं दे रहे हैं। तनाव के चलते 4 थानों की फोर्स बुलाई गई है। लोगों का कहना है- पुलिस के पास दबी छात्रा को बचाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। दो घंटे तक सिर्फ दिखावा करती रही। बुलडोजर से शुरुआत में ट्रक को उठाने की कोशिश की गई। काफी देर बाद क्रेन आई, तब जाकर बच्ची को निकाला जा सका। देखिए 3 फोटो… चार घंटे से अफरा-तफरी मची
हादसे के बाद 4 घंटे से अफरातफरी का आलम है। पुलिस ने मौके से ग्रामीणों को भगाया, तो आगे जाकर भीड़ मिर्जापुर-प्रयागराज मार्ग पर जाम लगाकर बैठ गई। मेजा के अलावा मांडा, खीरी, करछना थानों की फोर्स पहुंची और हालात काबू करने की कोशिश कर रही है। दोनों साइड से वाहनों का आवागमन बंद करा दिया गया है। फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी मौके पर पहुंच गई है, जबकि दूसरी को ग्रामीणों ने रोक लिया है। इस खबर में पोल है, आगे बढ़ने से पहले हिस्सा लें तेज रफ्तार में ट्रक लहराते हुए आया
हादसा मिर्जापुर हाईवे पर मेजा के टिकुरी समहन गांव के पास का है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- दोपहर 1 बजे ट्रक रफ्तार में मिर्जापुर की तरफ से प्रयागराज शहर की ओर आ रहा था। ड्राइवर ट्रक को सड़क पर लहराते हुए आ रहा था। टिकुरी समहन गांव के पास 5 छात्राएं सड़क किनारे साइकिल चलाते हुए घर लौट रही थीं। तभी बेकाबू ट्रक छात्राओं को रौंद दिया और 10 मीटर दूर जाकर रुक गया। हादसे में 15 साल की रिद्धि की मौके पर मौत हो गई। वह 12वीं की छात्रा थी। दूसरी छात्रा ट्रक के पहिए के नीचे आ गई। उसे बचाने के लिए लोग दौड़े। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। दो जेसीबी बुलाई गईं। जेसीबी से ट्रक को उठाकर बच्ची को पहिए से बाहर निकाला गया। नो एंट्री के बावजूद ट्रक को एंट्री दी गई नो एंट्री के बावजूद ट्रक को एंट्री दी गई। पुलिस पैसा लेकर नो एंट्री में ट्रकों को जाने देती है। सुबह 6 से रात 9 बजे तक बड़े वाहनों की एंट्री बैन होती है। चौकी प्रभारी और थाना प्रभारी मेजा की मिलीभगत से ये सब हो रहा है। इन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। मृतका सरस्वती उर्फ रिद्धि मिश्रा के पिता हरे कृष्ण मिश्रा की भी 2011 में टिकुरी में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। ACP मेजा रवि गुप्ता ने बताया- पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद है। 1 छात्रा की मौत हुई है। 4 घायलों का इलाज कराया जा रहा है। ड्राइवर मौके से फरार है। ये खबर भी पढ़ें यूपी में ढाबा-रेस्टोरेंट पर मालिक की नेम प्लेट जरूरी; CCTV लगाने होंगे, कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन होगा तिरुपति मंदिर के प्रसादम् में जानवर की चर्बी मिलने की खबरों के बीच यूपी सरकार ने खाने-पीने की दुकानों पर नेमप्लेट यानी दुकानदार का नाम लिखना अनिवार्य कर दिया है। सीएम योगी ने मंगलवार को यह आदेश दिए। मंगलवार को योगी ने खाद्य विभाग के साथ बैठक की। सीएम ने कहा- प्रदेश के सभी होटलों, ढाबों, रेस्टोरेंट की गहन जांच और हर कर्मचारी का पुलिस वेरिफिकेशन किया जाए। खाने की चीजों की शुद्धता के लिए खाद्य सुरक्षा अधिनियम में आवश्यक संशोधन किए जाएं। यहां पढ़ें पूरी खबर प्रयागराज में ओवरलोड ट्रक ने स्कूल से लौट रहीं 5 छात्राओं को कुचल दिया। एक छात्रा ने तुरंत दम तोड़ दिया। दूसरी छात्रा ट्रक के पहिए के नीचे करीब एक घंटे फंसी रही। दबी छात्रा को बुलडोजर से निकाला गया। चारों छात्राओं को हॉस्पिटल ले जाया गया। हादसे से गुस्साए स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए। रोड जाम कर हंगामा किया। ट्रक में तोड़फोड़ की। इस बीच ड्राइवर मौका पाकर ट्रक छोड़कर भाग गया। जैसे ही दबी छात्रा निकाली गई, गुस्साए लोगों ने ट्रक से डीजल निकालकर उसमें आग लगा दी। थोड़ी ही देर में आग काफी तेज फैल गई। आग पर काबू पाने के लिए पुलिस ने फायर ब्रिगेड बुलाई, तो गुस्साए लोग फायर ब्रिगेड कर्मचारियों से भिड़ गए। उन्हें भगाने की कोशिश की। इंस्पेक्टर से भी जमकर बहसबाजी हुई। फिलहाल मिर्जापुर हाईवे को लोगों ने जाम कर दिया है। ट्रक जल रहा है। फायर ब्रिगेड को लोग आग बुझाने नहीं दे रहे हैं। तनाव के चलते 4 थानों की फोर्स बुलाई गई है। लोगों का कहना है- पुलिस के पास दबी छात्रा को बचाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। दो घंटे तक सिर्फ दिखावा करती रही। बुलडोजर से शुरुआत में ट्रक को उठाने की कोशिश की गई। काफी देर बाद क्रेन आई, तब जाकर बच्ची को निकाला जा सका। देखिए 3 फोटो… चार घंटे से अफरा-तफरी मची
हादसे के बाद 4 घंटे से अफरातफरी का आलम है। पुलिस ने मौके से ग्रामीणों को भगाया, तो आगे जाकर भीड़ मिर्जापुर-प्रयागराज मार्ग पर जाम लगाकर बैठ गई। मेजा के अलावा मांडा, खीरी, करछना थानों की फोर्स पहुंची और हालात काबू करने की कोशिश कर रही है। दोनों साइड से वाहनों का आवागमन बंद करा दिया गया है। फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी मौके पर पहुंच गई है, जबकि दूसरी को ग्रामीणों ने रोक लिया है। इस खबर में पोल है, आगे बढ़ने से पहले हिस्सा लें तेज रफ्तार में ट्रक लहराते हुए आया
हादसा मिर्जापुर हाईवे पर मेजा के टिकुरी समहन गांव के पास का है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- दोपहर 1 बजे ट्रक रफ्तार में मिर्जापुर की तरफ से प्रयागराज शहर की ओर आ रहा था। ड्राइवर ट्रक को सड़क पर लहराते हुए आ रहा था। टिकुरी समहन गांव के पास 5 छात्राएं सड़क किनारे साइकिल चलाते हुए घर लौट रही थीं। तभी बेकाबू ट्रक छात्राओं को रौंद दिया और 10 मीटर दूर जाकर रुक गया। हादसे में 15 साल की रिद्धि की मौके पर मौत हो गई। वह 12वीं की छात्रा थी। दूसरी छात्रा ट्रक के पहिए के नीचे आ गई। उसे बचाने के लिए लोग दौड़े। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। दो जेसीबी बुलाई गईं। जेसीबी से ट्रक को उठाकर बच्ची को पहिए से बाहर निकाला गया। नो एंट्री के बावजूद ट्रक को एंट्री दी गई नो एंट्री के बावजूद ट्रक को एंट्री दी गई। पुलिस पैसा लेकर नो एंट्री में ट्रकों को जाने देती है। सुबह 6 से रात 9 बजे तक बड़े वाहनों की एंट्री बैन होती है। चौकी प्रभारी और थाना प्रभारी मेजा की मिलीभगत से ये सब हो रहा है। इन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। मृतका सरस्वती उर्फ रिद्धि मिश्रा के पिता हरे कृष्ण मिश्रा की भी 2011 में टिकुरी में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। ACP मेजा रवि गुप्ता ने बताया- पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद है। 1 छात्रा की मौत हुई है। 4 घायलों का इलाज कराया जा रहा है। ड्राइवर मौके से फरार है। ये खबर भी पढ़ें यूपी में ढाबा-रेस्टोरेंट पर मालिक की नेम प्लेट जरूरी; CCTV लगाने होंगे, कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन होगा तिरुपति मंदिर के प्रसादम् में जानवर की चर्बी मिलने की खबरों के बीच यूपी सरकार ने खाने-पीने की दुकानों पर नेमप्लेट यानी दुकानदार का नाम लिखना अनिवार्य कर दिया है। सीएम योगी ने मंगलवार को यह आदेश दिए। मंगलवार को योगी ने खाद्य विभाग के साथ बैठक की। सीएम ने कहा- प्रदेश के सभी होटलों, ढाबों, रेस्टोरेंट की गहन जांच और हर कर्मचारी का पुलिस वेरिफिकेशन किया जाए। खाने की चीजों की शुद्धता के लिए खाद्य सुरक्षा अधिनियम में आवश्यक संशोधन किए जाएं। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर