कानपुर के एक होटल में प्रेमी ने प्रेमिका का गला रेत कर मर्डर कर दिया। इसके बाद वह मौके से भाग निकला। काफी देर बाद शक हुआ, तो शनिवार शाम वेटर रूम पर पहुंचा। उसने कई बार दरवाजा नॉक किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर वह दरवाजा खोलकर अंदर गया, तो वहां युवती का खून से लथपथ शव पड़ा था। घटना फीलखाना थाना के कराची खाना स्थित होटल गगन सागर की है। लड़की कानपुर के उद्योग की रहने वाली 20 साल की प्रिंसिका थी। आरोपी का नाम प्रियांशु है। वह भी कानपुर के गुजैनी का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी प्रियांशु को अरेस्ट कर लिया है। मौके पर फीलखाना थाने की पुलिस, ACP कोतवाली और फोरेंसिक टीम पहुंची है। खबर अपडेट की जा रही है… कानपुर के एक होटल में प्रेमी ने प्रेमिका का गला रेत कर मर्डर कर दिया। इसके बाद वह मौके से भाग निकला। काफी देर बाद शक हुआ, तो शनिवार शाम वेटर रूम पर पहुंचा। उसने कई बार दरवाजा नॉक किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर वह दरवाजा खोलकर अंदर गया, तो वहां युवती का खून से लथपथ शव पड़ा था। घटना फीलखाना थाना के कराची खाना स्थित होटल गगन सागर की है। लड़की कानपुर के उद्योग की रहने वाली 20 साल की प्रिंसिका थी। आरोपी का नाम प्रियांशु है। वह भी कानपुर के गुजैनी का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी प्रियांशु को अरेस्ट कर लिया है। मौके पर फीलखाना थाने की पुलिस, ACP कोतवाली और फोरेंसिक टीम पहुंची है। खबर अपडेट की जा रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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चातुर्मास समाप्ति और संक्रान्ति महोत्सव पर विदाई समारोह कराया
चातुर्मास समाप्ति और संक्रान्ति महोत्सव पर विदाई समारोह कराया भास्कर न्यूज| लुधियाना एसएस जैन सभा सिविल लाइंस के तत्वाधान में युग पुरुष उपप्रवर्तक सुभाष मुनि महाराज, प्रवचन दिवाकर सुधीर मुनि महाराज व साध्वी डॉ. अर्चना महाराज ठाणा-5 का चातुर्मास परि समाप्ति व संक्रान्ति महोत्सव पर विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर अंजलि, शशी, लब्धि जैन, विन्नी, आयुषी, रविंदर जैन व प्रसिद्ध गायक स्वतंत्र जैन ने भजनों के माध्यम से विदाई गीत प्रस्तुत किए। दीपा जैन, प्रो. रमेश जैन, डॉ. बबीता जैन, निर्मला जैन, जितेन्द्र जैन, ललिता जैन ने सुंदर शब्दों के चयन से सभी को आत्मीयता से ओतप्रोत किया। महामंत्री प्रमोद जैन ने कहा 4 माह कैसे बीत गए पता नहीं चला। साध्वी अर्चना महाराज ने मोक्ष के चार उपाय दान-शील-तप-भावना के माध्यम से सभी दानदाताओं का, तपस्वियों का तथा व्रत नियम-शील से स्वयं को भावित करने वाले मुमुक्षुओं का साधुवाद किया। संत जैन स्थानक से विहार करके तिलक राज जैन शिवपुरी वालो के सुपुत्रों राकेश जैन व राज कुमार जैन के निवास पर पधारे। इनके विचार सुनकर सभी धन्य हो गए। युगपुरुष उप प्रवर्तक सुभाष मुनि महाराज ने संक्रांति का शुभ नाम और मंगल पाठ सुनाकर जनता को निहाल कर दिया।
हरियाणा में BJP चेयरमैन की कुर्सी खतरे में:30 में से 24 पार्षदों की सीक्रेट मीटिंग, अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे; डाटा बोले- मुझे नहीं हटा सकते
हरियाणा में BJP चेयरमैन की कुर्सी खतरे में:30 में से 24 पार्षदों की सीक्रेट मीटिंग, अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे; डाटा बोले- मुझे नहीं हटा सकते हरियाणा के हिसार में जिला परिषद चेयरमैन की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। 30 में से 24 पार्षद जिला परिषद चेयरमैन सोनू सिहाग डाटा के खिलाफ हो गए हैं। वह डाटा को हटाने के लिए अड़ गए हैं। जिला पार्षदों की इसको लेकर बैठकें जारी हैं। बुधवार को भी गुप्त स्थान पर 24 पार्षदों की मीटिंग हुई है। एफिडेविट तैयार कर 24 पार्षदों के हस्ताक्षर ले लिए हैं। अब जल्द ही हाउस की मीटिंग बुला चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी चल रही है। वहीं चेयरमैन सोनू सिहाग डाटा का कहना है कि उनको कोई नहीं हटा सकता। उनके पास 13 से 14 पार्षदों का समर्थन है। उन्होंने कहा- पहले भी मेरे खिलाफ कई बार इस तरह के प्रस्ताव लाए गए मगर हर बार मैं जीतकर निकला हूं। बता दें कि 30 पार्षदों वाली जिला परिषद को 2 तिहाई बहुमत की जरूरत होती है। यानी 21 पार्षदों का समर्थन चाहिए, जबकि चेयरमैन खुद मान रहे हैं कि उनके पास 14 पार्षदों का समर्थन हैं। वहीं जिला पार्षदों का कहना है कि उनके पास 24 पार्षदों के हस्ताक्षर हैं और वह जल्द ही अविश्वास प्रस्ताव की मांग करेंगे। भाजपा जिसे चाहे चेयरमैन बना सकती है। सभी पार्षद उसका समर्थन करेंगे। मगर मौजूदा चेयरमैन को पद पर नहीं रहने देंगे। जिला परिषद चेयरमैन इसलिए पड़े कमजोर… 1. चेयरमैन के गांव में हार गई थी BJP
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में जिला परिषद चेयरमैन सोनू सिहाग के गांव डाटा से BJP प्रत्याशी कैप्टन अभिमन्यु की बुरी तरह हार हुई। डाटा नारनौंद के बड़े गांवों में से एक हैं। यहां करीब 7 बूथ बनाए गए थे। इन बूथों में से 6 पर कांग्रेस और 1 बूथ पर ही भाजपा जीत पाई। कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ को गांव में 3,274 वोट मिले, जबकि कैप्टन अभिमन्यु को गांव से महज 2,156 वोट मिले थे। 2. कमीशनखोरी का आरोप
कुछ महीने पहले कई जिला पार्षदों ने मिलकर मुख्यमंत्री से चेयरमैन की शिकायत की थी। वहीं विकास कार्यों में किए जा रहे पक्षपातपूर्ण निर्णयों को लेकर परिषद कार्यालय में धरना भी लगाया था। मुख्यमंत्री के समक्ष पार्षदों ने चेयरमैन पर कमीशनखोरी के आरोप भी लगाए। यह भी कहा कि कमीशन के चक्कर में ही जिला परिषद की पहली ग्रांट भी नहीं लग पाई है। जब तक कमीशन नहीं दिया जाता तब तक काम भी शुरू नहीं होने देते। पिछले 2 साल से विकास कार्य पेंडिंग पड़े हैं। जिससे सरकार की छवि खराब हो रही है। 3. कांग्रेस नेताओं के साथ की गुप्त बैठकें
पार्षदों ने आरोप लगाया कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान चेयरमैन की कांग्रेस सांसद जेपी और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के साथ गुप्त मीटिंग हुई थी। चेयरमैन को लगा कि कांग्रेस सरकार आएगी। ऐसे में वह पहले से ही कांग्रेस नेताओं के संपर्क में आ गए थे। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को इसकी भनक लग गई थी। रही सही कसर चेयरमैन के गांव में भाजपा प्रत्याशी की हार से पूरी हो गई। पार्षदों ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव में चेयरमैन ने गुपचुप तरीके से कांग्रेस के नेताओं का समर्थन किया। 4. पार्षदों को ब्लैकमेल करने का आरोप
जिला पार्षदों ने आरोप लगाया कि चेयरमैन ने अपने होटल में अपने पार्षद साथियों की कुछ आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। इसके बाद पार्षदों ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मिलकर चेयरमैन की इस हरकत से अवगत भी करवाया। जिससे पार्टी के स्थानीय नेता, विधायक, मंत्री व संगठन के लोग चेयरमैन से दूरी बना चुके हैं। हरियाणा BJP चेयरपर्सन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा BJP- चेयरपर्सन के खिलाफ वोटिंग टली, हुड्डा समर्थक बोले-कांग्रेस पार्षद ने हमला किया हरियाणा के रोहतक में जिला परिषद की BJP चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर आज (23 अक्टूबर) बुधवार को वोटिंग टल गई। मीटिंग से पहले DC अजय कुमार बीमार हो गए। जिस वजह से यह फैसला लिया गया। यह मीटिंग अब शनिवार को होगी। (पूरी खबर पढ़ें)
मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण डॉक्टर नहीं बन पाए
मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण डॉक्टर नहीं बन पाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में अपनी अगुवाई वाली तीसरी सरकार में अपने पुराने दोस्त, मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मिनिस्टर बनाया है। मोदी और खट्टर पुराने दोस्त हैं, ये बात जगजाहिर है। दोनों उस समय से साथ हैं जब नरेंद्र मोदी गुजरात का सीएम बनने से पहले, भाजपा में संगठन का काम देखा करते थे। खुद मोदी सार्वजनिक मंचों से कह चुके हैं कि वह मनोहर लाल के साथ उनकी बाइक पर घूमते रहे हैं। PM मोदी से दोस्ती का खट्टर को समय-समय पर फायदा भी मिला। हरियाणा की सियासत में कई उतार-चढ़ाव देखने वाली भाजपा ने वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में पहली बार अपने बूते पूर्ण बहुमत मिलने के बाद, अपने पहले ही फैसले से सबको चौंका दिया था। चुनाव रिजल्ट आने के बाद लाइमलाइट से दूर चल रहे मनोहर लाल खट्टर को अचानक CM बनाने का ऐलान कर दिया गया। उस समय BJP के कई बड़े नेता सीएम पद की दौड़ में शामिल थे लेकिन खट्टर अचानक सबको पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गए। BJP ने 2014 में जिस तरह मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा का CM बनाकर सबको चौंकाया था, ठीक उसी तरह 12 मार्च 2024 को अचानक उनका इस्तीफा दिलाकर भी सबको चौंका दिया। इसके बाद पार्टी ने उन्हें करनाल लोकसभा सीट से टिकट दिया और जीतने के बाद अब वह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री बन गए हैं। मनोहर लाल को पहले ही दे दिया था संकेत
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही मनोहर लाल को दिल्ली में बड़ा पद देने के संकेत दे दिए थे। दरअसल मनोहर लाल के पास संगठन में काम करने का लंबा अनुभव हैं। RSS में संघ प्रचारक के तौर पर लंबे समय तक काम कर चुके मनोहर लाल 1994 में BJP में शिफ्ट हुए। उस समय नरेंद्र मोदी भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी थे। दोनों ने उस समय संगठन में साथ मिलकर काम किया। प्रधानमंत्री मोदी खुद खट्टर से अपनी दोस्ती का जिक्र कई बार कर चुके हैं। लोकसभा चुनाव की घोषणा से 5 दिन पहले, 11 मार्च 2024 को PM मोदी गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने पहुंचे थे। यहां मोदी ने मंच से कहा- मैं और मनोहर लाल खट्टर हरियाणा में बाइक पर एक साथ घूमते थे। हमें हरियाणा का लंबा अनुभव है। इसके अगले ही दिन, 12 मार्च को मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। तभी चर्चा शुरू हो गई थी कि खट्टर को जल्दी ही दिल्ली में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है। 5 भाइयों में सबसे बड़े, डॉक्टर बनना चाहते थे
70 साल के मनोहर लाल खट्टर मूलरूप से रोहतक जिले में निंदाना गांव के रहने वाले हैं। मनोहर लाल अपने 5 भाइयों में सबसे बड़े थे इसलिए परिवार की जिम्मेदारियों का बोझ उन्हीं के ऊपर था।मनोहर लाल डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन घर की खराब माली हालत के चलते उनके पिता हरवंश लाल खट्टर चाहते थे कि वह पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ गुजर-बसर चलाने के लिए परिवार के बाकी सदस्यों की तरह खेती में उनका हाथ बटाएं। इसी वजह से स्कूलिंग के दौरान मनोहर लाल अपने पिता के साथ खेतों में काम करते थे। हालांकि बाद में रोहतक में स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद वह आगे की स्टडी के लिए दिल्ली चले गए। दिल्ली में पढ़ाई के दौरान ही खट्टर ने ठान लिया था कि वह ताउम्र शादी नहीं करेंगे। दिल्ली का दुकानदार, पहले CM बना और अब केंद्रीय मंत्री
दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद, खट्टर ने दिल्ली में ही सदर बाजार के पास एक दुकान खोल ली। उसी दौरान 1977 में वह RSS से जुड़ गए। लगभग 17-18 साल आरएसएस में प्रचारक के तौर पर काम करने के बाद वर्ष 1994 में खट्टर बीजेपी में शामिल हो गए। भाजपा संगठन में 20 साल काम करने के बाद, वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने पहली बार करनाल सीट से लड़ा और MLA बन गए। पहली बार का विधायक होने के बावजूद वह सीधे हरियाणा के मुख्यमंत्री बन गए। तब प्रदेश में 18 साल बाद, किसी गैरजाट नेता को CM की कुर्सी मिली थी। पांच साल सरकार चलाने के बाद, 2019 का विधानसभा चुनाव BJP ने मनोहर लाल की अगुवाई में ही लड़ा। पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला और उसने दुष्यंत चौटाला की अगुवाई वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) से गठबंधन कर लगातार दूसरी बार राज्य में सरकार बनाई। भाजपा नेतृत्व ने 2024 में लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक 4 दिन पहले, उन्हें हटाकर नायब सैनी को राज्य का नया सीएम बना दिया। परिवार से ज्यादा संपर्क में, पैतृक प्रॉपर्टी दान कर दी
मनोहर लाल अपने घर-परिवार से ज्यादा संपर्क नहीं रखते। हालांकि उनके सीएम, सांसद और अब कैबिनेट मंत्री बनने पर उनके पैतृक गांव, निंदाना में जश्न मनाया गया।तकरीबन साढ़े 9 साल तक हरियाणा में CM की कुर्सी संभालने वाले मनोहर लाल खट्टर उस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा में आए जब उन्होंने सीएम रहते हुए, रोहतक में अपनी पैतृक प्रॉपर्टी सरकार को दान कर दी।साढ़े 9 साल मुख्यमंत्री रहने के बावजूद खट्टर का नाम किसी बड़े विवाद या करप्शन केस में नहीं आया। 3 चुनाव लड़े, तीनों जीते
मनोहर लाल खट्टर ने अपने राजनीतिक जीवन में तीन चुनाव लड़े हैं और तीनों में वह विजयी रहे। उन्होंने अपना पहला चुनाव वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में करनाल सीट से लड़ा और विजयी रहे। उसके बाद वह सीएम बन गए। 2019 के विधानसभा चुनाव में वह फिर करनाल सीट से मैदान में उतरे और जीते। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें करनाल सीट से मैदान में उतारा। खट्टर अपने सामने उतरे कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा को 2 लाख से ज्यादा वोटों से हराकर सांसद बने। अब वह कैबिनेट मंत्री बन गए हैं। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी