पंजाब के जालंधर से सटे फगवाड़ा में एक बच्चा कटर मशीन की चपेट में आ गया। बच्चे का पिता लेबर का काम करता है। अचानक से बच्चे ने मशीन ऑन कर ली और फिर उसकी चपेट में आ गया। बच्चे के पेट पर बड़ा चीरा लग गया था, जिसके चलते उसकी आंतें तक बाहर आ गई थी। ये घटना शनिवार की है। फगवाड़ा सिविल अस्पताल से बच्चे को प्राथमिक इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था। जहां उसे उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया था। मजदूरी करता है बच्चे का पिता जानकारी के अनुसार जख्मी बच्चे की पहचान फगवाड़ा के रहने वाले विनय यादव के तौर पर हुई है। जिसकी उम्र सिर्फ डेढ़ साल है। बच्चे का पिता मजदूरी कर किसी तरह अपना गुजारा करता है। विनय अपने घर में ही खेल रहा था। इस दौरान उसके हाथ पिता के काम पर ले जाया जाने वाला कटर लग गया। कटर ऑन था। विनय से किसी गलती से कटर का स्टार्ट बटन दब गया। जिससे कटर बच्चे के पेट और हाथ पर लगा। जिससे बच्चे की आंतें बाहर आए गई और वह चिल्लाने लगा। घटना के बाद तुरंत परिवार बच्चे को अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां उसका इलाज शुरू किया गया। डॉक्टर बोले- बच्चे की हालत गंभीर, इसलिए रेफर किया फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में तैनात डॉक्टरों द्वारा बच्चे का जब इलाज शुरू किया गया तो उसकी आंतें बाहर आ चुकी थी। डॉक्टरों ने तुरंत बच्चे का इलाज शुरू किया। बच्चे का खून रोका गया और उसकी गंभीर हालत को देखते हुए मरहम पट्टी की गई। जिसके बाद उसे रेफर किया गया। क्योंकि कटर लगने के कारण उसके पेट में काफी इन्फेक्शन हो गया था। इसका इलाज पीजीआई में ही होता। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चे की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है। पंजाब के जालंधर से सटे फगवाड़ा में एक बच्चा कटर मशीन की चपेट में आ गया। बच्चे का पिता लेबर का काम करता है। अचानक से बच्चे ने मशीन ऑन कर ली और फिर उसकी चपेट में आ गया। बच्चे के पेट पर बड़ा चीरा लग गया था, जिसके चलते उसकी आंतें तक बाहर आ गई थी। ये घटना शनिवार की है। फगवाड़ा सिविल अस्पताल से बच्चे को प्राथमिक इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था। जहां उसे उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया था। मजदूरी करता है बच्चे का पिता जानकारी के अनुसार जख्मी बच्चे की पहचान फगवाड़ा के रहने वाले विनय यादव के तौर पर हुई है। जिसकी उम्र सिर्फ डेढ़ साल है। बच्चे का पिता मजदूरी कर किसी तरह अपना गुजारा करता है। विनय अपने घर में ही खेल रहा था। इस दौरान उसके हाथ पिता के काम पर ले जाया जाने वाला कटर लग गया। कटर ऑन था। विनय से किसी गलती से कटर का स्टार्ट बटन दब गया। जिससे कटर बच्चे के पेट और हाथ पर लगा। जिससे बच्चे की आंतें बाहर आए गई और वह चिल्लाने लगा। घटना के बाद तुरंत परिवार बच्चे को अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां उसका इलाज शुरू किया गया। डॉक्टर बोले- बच्चे की हालत गंभीर, इसलिए रेफर किया फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में तैनात डॉक्टरों द्वारा बच्चे का जब इलाज शुरू किया गया तो उसकी आंतें बाहर आ चुकी थी। डॉक्टरों ने तुरंत बच्चे का इलाज शुरू किया। बच्चे का खून रोका गया और उसकी गंभीर हालत को देखते हुए मरहम पट्टी की गई। जिसके बाद उसे रेफर किया गया। क्योंकि कटर लगने के कारण उसके पेट में काफी इन्फेक्शन हो गया था। इसका इलाज पीजीआई में ही होता। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चे की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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