फतेहगढ़ साहिब के गांव भट्टमाजरा में एक जमीन घोटाला सामने आया है। खादी ग्राम उद्योग के कर्मचारियों ने पंचायती जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए मात्र 10 लाख 85 हजार रुपए में बेच दिया, जबकि इस जमीन की वास्तविक कीमत 45 लाख 75 हजार रुपए है। विजिलेंस ब्यूरो की जांच में पता चला कि 19 फरवरी 1968 को एक एग्रीमेंट के तहत भट्टमाजरा की पंचायती जमीन पर खादी ग्राम उद्योग की दुकान संचालित की जा रही थी। हालांकि, खादी ग्राम उद्योग के कर्मचारियों ने मिलीभगत कर इस जमीन को राजेश कुमार और कमलजीत कमल को अवैध रूप से बेच दिया। इस मामले में पंचायत की शिकायत पर विजिलेंस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। विजिलेंस ब्यूरो कर रहा मामले की जांच विजिलेंस के एसपी सुखमिंदर सिंह चौहान के अनुसार, अभी तक एक आरोपी कमलजीत को गिरफ्तार किया गया है, जिसे तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। खादी ग्राम उद्योग के अधिकारी त्रिदेव कुमार ने बताया कि सरहिंद पुलिस और गांव की पंचायत की मदद से विभाग ने विवादित जमीन का कब्जा वापस ले लिया है। विजिलेंस द्वारा मामले की गहन जांच की जा रही है। फतेहगढ़ साहिब के गांव भट्टमाजरा में एक जमीन घोटाला सामने आया है। खादी ग्राम उद्योग के कर्मचारियों ने पंचायती जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए मात्र 10 लाख 85 हजार रुपए में बेच दिया, जबकि इस जमीन की वास्तविक कीमत 45 लाख 75 हजार रुपए है। विजिलेंस ब्यूरो की जांच में पता चला कि 19 फरवरी 1968 को एक एग्रीमेंट के तहत भट्टमाजरा की पंचायती जमीन पर खादी ग्राम उद्योग की दुकान संचालित की जा रही थी। हालांकि, खादी ग्राम उद्योग के कर्मचारियों ने मिलीभगत कर इस जमीन को राजेश कुमार और कमलजीत कमल को अवैध रूप से बेच दिया। इस मामले में पंचायत की शिकायत पर विजिलेंस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। विजिलेंस ब्यूरो कर रहा मामले की जांच विजिलेंस के एसपी सुखमिंदर सिंह चौहान के अनुसार, अभी तक एक आरोपी कमलजीत को गिरफ्तार किया गया है, जिसे तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। खादी ग्राम उद्योग के अधिकारी त्रिदेव कुमार ने बताया कि सरहिंद पुलिस और गांव की पंचायत की मदद से विभाग ने विवादित जमीन का कब्जा वापस ले लिया है। विजिलेंस द्वारा मामले की गहन जांच की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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