फतेहाबाद में सरपंच के घर आधी रात में कुछ बदमाशों ने पथराव कर दिया। जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जिसमें चार-पांच लोग घर पर पथराव करते दिख रहे हैं। सरपंच ने कुछ दिन पहले नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई लिए मुहिम छेड़ी, ऐसे में उनका संदेह है कि उन्हीं लोगों ने पथराव किया है। जाखल गांव के सरपंच अर्जुन सिंह ने बताया कि पिछले महीने उन्होंने जाखल क्षेत्र में सक्रिय नशा तस्करों के खिलाफ मुहिम छेड़ी थी, तब पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया था। इस दौरान थाने का दो बार घेराव भी किया गया था, जिसके चलते कुछ लोग उनसे रंजिश पाले हुए हैं। मामले की जांच कर रही पुलिस जाखल थाना प्रभारी राधेश्याम ने बताया कि आधी रात की यह घटना है। सीसीटीवी फुटेज में धुंध के कारण कुछ ज्यादा चेहरे नजर नहीं आ रहे। लेकिन फिर भी पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। प्रभारी ने बताया कि जाखल क्षेत्र में रात्रि गश्त बढ़ाई हुई है। डायल 112 भी सक्रिय है। नशा तस्करों पर भी लगाम लगाई जा रही है। सरपंच के घर पहले भी हुआ था पथराव गौरतलब है कि पिछले महीने सरपंच के नेतृत्व में लोगों ने कथित तौर पर नशे का कारोबार करने वाले लोगों के घर पर नारेबाजी की थी। जिसके बाद छत से उनके ऊपर पथराव किया गया था। जिसके बाद लोगों ने जाकर थाने में पहुंचकर धरना दिया था और दो-तीन लोगों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया और बताया था कि उक्त लोग नशे के कारोबार में संलिप्त हैं। फतेहाबाद में सरपंच के घर आधी रात में कुछ बदमाशों ने पथराव कर दिया। जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जिसमें चार-पांच लोग घर पर पथराव करते दिख रहे हैं। सरपंच ने कुछ दिन पहले नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई लिए मुहिम छेड़ी, ऐसे में उनका संदेह है कि उन्हीं लोगों ने पथराव किया है। जाखल गांव के सरपंच अर्जुन सिंह ने बताया कि पिछले महीने उन्होंने जाखल क्षेत्र में सक्रिय नशा तस्करों के खिलाफ मुहिम छेड़ी थी, तब पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया था। इस दौरान थाने का दो बार घेराव भी किया गया था, जिसके चलते कुछ लोग उनसे रंजिश पाले हुए हैं। मामले की जांच कर रही पुलिस जाखल थाना प्रभारी राधेश्याम ने बताया कि आधी रात की यह घटना है। सीसीटीवी फुटेज में धुंध के कारण कुछ ज्यादा चेहरे नजर नहीं आ रहे। लेकिन फिर भी पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। प्रभारी ने बताया कि जाखल क्षेत्र में रात्रि गश्त बढ़ाई हुई है। डायल 112 भी सक्रिय है। नशा तस्करों पर भी लगाम लगाई जा रही है। सरपंच के घर पहले भी हुआ था पथराव गौरतलब है कि पिछले महीने सरपंच के नेतृत्व में लोगों ने कथित तौर पर नशे का कारोबार करने वाले लोगों के घर पर नारेबाजी की थी। जिसके बाद छत से उनके ऊपर पथराव किया गया था। जिसके बाद लोगों ने जाकर थाने में पहुंचकर धरना दिया था और दो-तीन लोगों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया और बताया था कि उक्त लोग नशे के कारोबार में संलिप्त हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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बहादुरगढ़ में पुलिस पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश:ASI ने फायरिंग कर बचाई जान, गोली चलते ही बदमाश मौके से फरार
बहादुरगढ़ में पुलिस पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश:ASI ने फायरिंग कर बचाई जान, गोली चलते ही बदमाश मौके से फरार हरियाणा के बहादुरगढ़ के गांव सांखोल में मंगलवार रात रोहतक-दिल्ली रोड पर सीआईए स्टाफ के जवानों पर कार चढ़ाकर उनकी हत्या करने की कोशिश की गई। इस दौरान एक एएसआई ने गोली चलाकर अपनी जान बचाई। लेकिन बदमाश भागने में कामयाब हो गया। सेक्टर-6 थाना पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता एसआई रामअवतार के अनुसार वह सीआईए बेरी में तैनात हैं। मंगलवार रात वह एक केस की जांच के लिए गांव सांखोल में थे। इस दौरान सूचना मिली कि रोहतक की तरफ से टेंपरेरी नंबर की एक स्विफ्ट कार आएगी। इसमें एक संदिग्ध किस्म का युवक सवार है। इस सूचना के बाद उन्होंने एएसआई मुकेश और एचएचसी मदनपाल के साथ रोहतक-दिल्ली रोड पर चेक पोस्ट लगा दी। उन्होंने बताया कि चेकिंग के दौरान हमने एक स्विफ्ट कार को रोका। चालक ने कारण पूछा तो हमने कहा कि हम पुलिस कर्मचारी हैं, हमें आपकी कार चेक करनी है। पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की चेकिंग की बात सुनते ही उसने तेज गति से कार को रिवर्स किया और फिर उसे आगे की तरफ भगाने लगा। हमने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन उसने आगे खड़े हमारे साथी मुकेश और मदनपाल को जान से मारने की नीयत से टक्कर मारने की कोशिश की। मुकेश ने अपनी सर्विस पिस्टल से गोली चलाई और किसी तरह खुद का बचाव किया। इसके बाद बदमाश बहादुरगढ़ की तरफ भाग गया। अगर एएसआई मुकेश ने आत्मरक्षा में गोली नहीं चलाई होती तो जान का नुकसान हो सकता था। रात भर तलाश जारी रही, लेकिन कोई सुराग नहीं उधर, मामले की जानकारी मिलने के बाद इलाके की पुलिस हरकत में आ गई। पूरी रात आरोपी की तलाश जारी रही लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। फिलहाल सेक्टर 6 थाने में शिकायत के आधार पर धारा 307, 279, 186, 353 आदि के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कहा जा रहा है कि जल्द ही आरोपी को ढूंढकर गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कांग्रेस हाईकमान का हुड्डा को झटका संभव:सैलजा के करीबी को नेता विपक्ष का जिम्मा; माहौल के बावजूद हार से नाराजगी
कांग्रेस हाईकमान का हुड्डा को झटका संभव:सैलजा के करीबी को नेता विपक्ष का जिम्मा; माहौल के बावजूद हार से नाराजगी हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अब कुछ सख्त कदम उठाने के मूड में नजर आ रही है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस इसकी शुरुआत विधायक दल के नेता के रूप में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के बदले किसी दूसरे विधायक को चुनकर कर सकती है। चर्चा है कि कांग्रेस पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन बिश्नोई को विधायक दल का नेता बनाकर एक बड़ा दांव खेल सकती है। हालांकि चंद्रमोहन हुड्डा गुट से नहीं है ऐसे में अगर उनको विधायक दल का नेता बनाया गया तो हुड्डा गुट के नेता विरोध कर सकते हैं। लेकिन दिल्ली में हुई बैठक में राहुल गांधी ने संकेत दे दिए हैं कि पार्टी अब कुछ सख्त कदम उठा सकती है। दरअसल, प्रदेश में मिली हार के बाद दिल्ली में हुई बैठक में राहुल गांधी ने किसी का नाम लिए बिना कहा था कि हरियाणा में कुछ नेताओं के हित पार्टी से ऊपर हो गए। राहुल के इस बयान के बाद पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा दोनों ने ही चुप्पी साध ली है। लेकिन राहुल के बयान के मायने यही हैं कि हरियाणा कांग्रेस में अब हाईकमान बड़े बदलावों की ओर देख रहा है और इसकी शुरुआत विधायक दल के नेता, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और कांग्रेस प्रभारी के बदलाव से की जा सकती है। चंद्रमोहन का नाम इसलिए आगे
1. गैर जाट वोटों को साधना :
चंद्रमोहन का नाम आगे करने से कांग्रेस को सबसे बड़ा फायदा गैर जाट वोटों के रूप में मिल सकता है। बता दें कि चौधरी भजनलाल गैर जाट मुख्यमंत्री के रूप में सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री बनने वाले नेता थे। ओबीसी और पंजाबी वोटरों पर भी उनकी अच्छी पकड़ थी। चंद्रमोहन का नाम आगे करने से गैर जाट वोट कांग्रेस के पाले में आ सकते हैं। इस बार के चुनाव में भी गैर जाट वोट कांग्रेस को कम ही मिले थे और इसका सीधा फायदा भाजपा ने उठाया। 2. अनुभवी विधायकों में से एक
चंद्रमोहन बिश्नोई हरियाणा में कांग्रेस के अनुभवी विधायकों में से एक हैं। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के समकक्ष राजनीति की शुरुआत की थी। वह पहली बार 1993 में कालका से विधायक बने थे और अब 5वीं बार पंचकूला से विधायक चुने गए हैं। इसके अलावा वह हरियाणा सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर भी रह चुके हैं। हालांकि निजी कारणों के चलते उनको बीच में ही पद छोड़ना पड़ा था। 3. सैलजा के नजदीकी
चंद्रमोहन की गिनती सैलजा गुट में शामिल नेताओं में होती है। चंद्रमोहन के लिए सैलजा हाईकमान तक लॉबिंग कर रही हैं। हालांकि वह अभी इस मामले में कुछ नहीं बोल रही हैं मगर कांग्रेस की हार के बाद हाईकमान सैलजा के फैसलों को तव्ज्जों दे सकता है। ऐसे में चंद्रमोहन का नाम आगे करने से सैलजा को भी हरियाणा में अपनी मजबूत जमीन बनाने में आसानी होगी। 4. भाजपा के स्पीकर को चुनाव में हराया
चंद्रमोहन का कद हरियाणा की राजनीति में इसलिए बड़ा है क्योंकि उन्होंने शहरी सीट से चुनाव जीता है जहां अकसर भाजपा का जोर रहता है। चंद्रमोहन ने पंचकूला जैसी सीट से भाजपा के स्पीकर रहे ज्ञानचंद गुप्ता को हराया है। चंद्रमोहन बिश्नोई ने गैर जाट वोटों में सेंधमारी कर भाजपा को हराया और पंचकूला में ज्ञान चंद गुप्ता से 2019 की हार का बदला लिया। 5. पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे
चंद्रमोहन पूर्व सीएम भजनलाल के बड़े बेटे हैं। बड़ा बेटा होने के नाते भजनलाल की विरासत के वोटर उनके साथ जुड़ सकते हैं। हालांकि भजनलाल ने कुलदीप बिश्नोई को विरासत सौंपी थी जो अब भाजपा में है। मगर आदमपुर और फतेहाबाद जैसे गढ़ में हार के बाद कांग्रेस चंद्रमोहन को आगे कर ये दांव जरूर चलना चाहेगी जिससे की ये वोटर कांग्रेस की तरफ डायवर्ट हो जाएं। 2019 में राजनीति में दोबारा ली एंट्री
पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल को दो बेटे और एक बेटी हैं। बड़ा बेटा चंद्रमोहन, छोटा बेटा कुलदीप और बेटी रोशनी। 1993 में पुरुषभान के निधन के बाद पंचकूला जिले की कालका सीट खाली हो गई। इस सीट पर उपचुनाव जीतकर चंद्रमोहन ने राजनीतिक पारी शुरू की थी। हरियाणा में वह डिप्टी CM के पद पर रहे लेकिन 2008 में उन्होंने निजी कारणों के चलते पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 2012 में अपनी पत्नी की मौत के बाद उन्होंने राजनीति से दूरी भी बना ली थी। लेकिन 2019 में उन्होंने फिर से वापसी की लेकिन वो पंचकूला से चुनाव हार गए, हालांकि इस बार वो जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं।
नारनौल में तापमान ने तोड़ा 58 साल का रिकॉर्ड:48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, न्यूनतम तापमान भी रहा 32 डिग्री सेल्सियस
नारनौल में तापमान ने तोड़ा 58 साल का रिकॉर्ड:48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, न्यूनतम तापमान भी रहा 32 डिग्री सेल्सियस हरियाणा के नारनौल में गर्मी ने आज 58 साल का रिकॉर्ड तोड दिया। नारनौल शहर का अधिकतम तापमान आज 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि इससे पूर्व मई माह में यह 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। तेज गर्मी की वजह से दिन के समय लोगों का हाल बेहाल रहा। संपूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर नौतपा का असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। संपूर्ण इलाके में आसमान से आग बरस रही है। झुलसाने वाली भीषण गर्मी और गंभीर उष्ण लहर व उष्ण रात्रि ने लोगों के जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। हरियाणा के 15 जिलों में रेड अलर्ट भारतीय मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक हरियाणा के 15 जिलों में रेड अलर्ट और 7 जिलों में ओरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही साथ सम्पूर्ण इलाके में लगातार रिकॉर्ड तोड़ तापमान स्पीड बनाए हुए हैं। सम्पूर्ण हरियाणा में 26 सालों बाद सबसे ज्यादा मई महीना गर्म रहा है। महेंद्रगढ़ जिले में नारनौल और महेंद्रगढ़ का रात्रि तापमान क्रमशः 32.0 डिग्री सेल्सियस और 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। जो सामान्य रात्रि तापमान से 7.5 डिग्री सेल्सियस अधिक बने हुए हैं। सम्पूर्ण जिला में आमजन को आग उगलने वाली भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं से रूबरू होना पड़ रहा है। मौसम विशेषज्ञ ने दी जानकारी मौसम विशेषज्ञ डा. चंद्र मोहन ने बताया कि इस साल नौतपा अपने असली रूप को धारण किए हुए हैं। 25 मई को नौतपा शुरू हुआ था। उसके बाद लगातार तापमान स्पीड बनाए हुए हैं। आज नौतपा का चौथा दिन है। लगातार सूर्य आग उगल रहा है साथ ही साथ सिंध बलूचिस्तान और थार मरुस्थल से सीधी पश्चिमी शुष्क गर्म हवाओं का रुख सम्पूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा और दिल्ली एनसीआर पर किए हुए हैं। इसके अलावा वर्तमान समय में कोई मौसम प्रणाली भी सक्रिय नहीं है। जिसकी वजह से हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में लगातार आग उगलने वाली भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं अपने तेवरों को और ज्यादा प्रचंड बनाए हुए हैं। आने वाले तीन दिनों तक हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में आमजन को भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं से रूबरू होना पड़ेगा राहत के आसार नहीं दिख रहे हैं। 58 साल का रिकॉर्ड टूटा 31 मई को एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 31 मई से 3 जून के दौरान मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। 3 जून को यह मौसम प्रणाली संपूर्ण इलाके से आगे निकल जाएगी। उसके बाद भीषण आग उगलने वाली गर्मी और गंभीर हीट वेव लू और तापमान में बढ़ोतरी का तीसरा दौर देखने को मिलेगा। महेंद्रगढ़ जिले में भीषण आग उगलने वाली गर्मी और गंभीर उष्ण लहर और उष्ण रात्रि अपने तेवर को और प्रचंड किए हुए हैं। यहां आज पिछले 58 साल का सबसे ज्यादा दिन का तापमान दर्ज हुआ है, जो पहले सन 1966 में (21 मई 1966) 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि आज 28 मई 2024 को महेंद्रगढ़ का 48.8 डिग्री सेल्सियस और नारनौल का 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस अधिक है।