हरियाणा के फतेहाबाद के गांव कुकड़ांवाली में एक घर में कोबरा सांप घुस गया। हालांकि इस बार लोगों को सांप से खतरा नहीं हुआ, बल्कि सांप खुद संकट में फंस गया। हुआ यूं कि सांप घर में रखे एक गैस सिलेंडर के नीचे छुपने के प्रयास में सिलेंडर में बने सुराख में फंस गया। सांप की फुंकार सुनकर सांप होने का आभास हुआ तो स्नेक मैन पवन जोगपाल को मौके पर बुलाया गया। सिलेंडर के नीचे को काट कर सांप को बाहर बुलाया गया। मरहम पट्टी कर जंगल में छोड़ दिया गया। पवन जोगपाल ने बताया कि उन्हें कुकड़ावाली से ग्रामीण का फोन आया और बताया गया कि उनके घर में सांप घुस आया है और सिलेंडर में फंस गया है। वे मौके पर पहुंचे तो देखा कि सांप कोबरा प्रजाति का खतरनाक सांप था और काफी मोटा व बड़ा सांप था। लेकिन सांप सिलेंडर से निकलने के प्रयास में जख्मी हो गया था, इसलिए उन्होंने सावधानी से उसे निकालने का प्रयास किया। देखें सांप के रेस्क्यू ऑपरेशन के कुछ PHOTOS… पहले उन्होंने पानी पिलाकर सांप को शांत किया और फिर सरसों का तेल डालकर सांप को निकालना चाहा। इस प्रयास में सांप के और जख्मी होने का खतरा था, इसलिए फिर कटर मंगवाया गया और दो घंटों बाद सांप को बाहर निकाला गया। इस दौरान कटर की आवाज से सांप और ज्यादा गुस्सैल हो रहा था, जिस पर उसे काबू करना आसान नहीं हो रहा था। आखिरकार सांप को आजाद कर उसकी मरहम पट्टी की और उसे सुरक्षित जंगल क्षेत्र में छोड़ दिया गया। हरियाणा के फतेहाबाद के गांव कुकड़ांवाली में एक घर में कोबरा सांप घुस गया। हालांकि इस बार लोगों को सांप से खतरा नहीं हुआ, बल्कि सांप खुद संकट में फंस गया। हुआ यूं कि सांप घर में रखे एक गैस सिलेंडर के नीचे छुपने के प्रयास में सिलेंडर में बने सुराख में फंस गया। सांप की फुंकार सुनकर सांप होने का आभास हुआ तो स्नेक मैन पवन जोगपाल को मौके पर बुलाया गया। सिलेंडर के नीचे को काट कर सांप को बाहर बुलाया गया। मरहम पट्टी कर जंगल में छोड़ दिया गया। पवन जोगपाल ने बताया कि उन्हें कुकड़ावाली से ग्रामीण का फोन आया और बताया गया कि उनके घर में सांप घुस आया है और सिलेंडर में फंस गया है। वे मौके पर पहुंचे तो देखा कि सांप कोबरा प्रजाति का खतरनाक सांप था और काफी मोटा व बड़ा सांप था। लेकिन सांप सिलेंडर से निकलने के प्रयास में जख्मी हो गया था, इसलिए उन्होंने सावधानी से उसे निकालने का प्रयास किया। देखें सांप के रेस्क्यू ऑपरेशन के कुछ PHOTOS… पहले उन्होंने पानी पिलाकर सांप को शांत किया और फिर सरसों का तेल डालकर सांप को निकालना चाहा। इस प्रयास में सांप के और जख्मी होने का खतरा था, इसलिए फिर कटर मंगवाया गया और दो घंटों बाद सांप को बाहर निकाला गया। इस दौरान कटर की आवाज से सांप और ज्यादा गुस्सैल हो रहा था, जिस पर उसे काबू करना आसान नहीं हो रहा था। आखिरकार सांप को आजाद कर उसकी मरहम पट्टी की और उसे सुरक्षित जंगल क्षेत्र में छोड़ दिया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अंबाला में मंत्री असीम गोयल का हुड्डा पर अटैक:बोले- पूर्व CM कांग्रेस राज में हुए घोटालों- भ्रष्टाचार का हिसाब जनता को दें
अंबाला में मंत्री असीम गोयल का हुड्डा पर अटैक:बोले- पूर्व CM कांग्रेस राज में हुए घोटालों- भ्रष्टाचार का हिसाब जनता को दें हरियाणा के परिवहन राज्य मंत्री असीम गोयल ने कहा कि शहर दर शहर घूम रहे कांग्रेसी प्रदेश की जनता को भूपेंद्र सिंह हुड्डा के राज में हुए घोटालों और भ्रष्टाचार का भी हिसाब जरूर दें। कांग्रेसी घर घर जाकर यह भी बताएं कि उनकी सरकार के राज में देश व प्रदेश में कितने घोटाले हुए ? अंबाला में परिवहन मंत्री ने कहा कि 10 साल तक हरियाणा पर राज करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश को पीछे धकेलने के अलावा कुछ नहीं किया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अगर कुछ किया तो वो है भ्रष्टाचार और घोटाले। जिनका हिसाब आज तक जनता इनसे मांग रही है। असीम गोयल ने तंज कसते हुए कहा कि आज कांग्रेस के नेता पुत्र मोह में जकड़े हुए हैं। सोनिया गांधी को राहुल गांधी की तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सिर्फ अपने पुत्र दीपेंद्र हुड्डा की चिंता है। इन्हें प्रदेशवासियों के हित से कोई सरोकार नहीं। आज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी प्रदेश वासियों का भाई और बेटा बनकर दिन रात कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे आमजन के लिए 24 घंटे खुले हैं। आज गरीब और किसान के हक पर कोई डाका नहीं डाल सकता। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब खुद कांग्रेस के नेता कहते थे कि सरकार ऊपर से एक रुपया भेजती है तो नीचे जनता तक 15 पैसे ही पहुंचते हैं। लेकिन अब इस भ्रष्टाचार पर अंकुश लग चुका है। आज प्रधानमंत्री द्वारा भेजा गया एक एक रुपया सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुंचता है। परिवहन मंत्री असीम गोयल कहा कि कांग्रेस ने अपने राज में हर व्यवस्था को बिगाड़ने का काम किया। आज व्यवस्थाओं में सुधार होता देख इनसे सहन नहीं हो रहा। कांग्रेस द्वारा नौकरियों के नाम पर मचाई गई लूट को प्रदेश की भाजपा सरकार ने जड़ से खत्म कर दिया। आज युवा अपनी प्रतिभा के दम पर नौकरियां हासिल कर रहे हैं। कांग्रेस राज में चलने वाली पर्ची और खर्ची की प्रथा को भाजपा सरकार ने उखाड़ फेंकने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज ये लोग प्रदेश की जनता को भ्रमित करके और झूठ बोलकर सिर्फ और सिर्फ अपना राजनीतिक वजूद बचाने के विफल प्रयास कर रहे हैं।
हरियाणा के युवक ने EPFO परीक्षा में किया टॉप:नौकरी के साथ की पढ़ाई, साथ तैयारी करने वाली पूनम को 34वां रैंक
हरियाणा के युवक ने EPFO परीक्षा में किया टॉप:नौकरी के साथ की पढ़ाई, साथ तैयारी करने वाली पूनम को 34वां रैंक हरियाणा के युवक ने एम्प्लॉइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) की असिस्टेंट प्रोविडेंट फंड कमिश्नर की परीक्षा में ऑल इंडिया में पहला रैंक हासिल किया। सचिव नेहरा हिसार के नारनौंद के रहने वाले हैं। अभी वह दिल्ली में इनकम टैक्स में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। नौकरी के साथ उन्होंने परीक्षा की तैयारी की। इससे पहले सचिन ने HCS और UPSC के एग्जाम भी कई बार दिए। इन परीक्षाओं का उन्हें फायदा मिला। जिससे वह EPFO की परीक्षा पास कर पाए। उन्होंने इसका श्रेय अपने परिवार और दोस्तों को दिया है। सचिव ने कहा कि उन्होंने IT की तैयारी की है। जिसकी वजह से उनकी मैथ अच्छी थी। उनको बुक्स पढ़ने का काफी शोक है। जिसकी वजह से उनकी इंग्लिश में भी काफी अच्छी पकड़ है। इसके अलावा वह दो बार IAS की भी तैयारी कर चुके हैं। पिछले 15 साल की मेहनत उनकी अब काम आई है। उन्हें बहुत खुशी है वह टॉप आए हैं। सचिव बोले- इनकम टैक्स विभाग ने पूरा साथ दिया
उन्होंने कहा कि माता, बहन के साथ दोस्तों ने उन्हें बहुत सपोर्ट किया। उन्होंने बताया कि इनकम टैक्स विभाग ने भी उनका बहुत साथ दिया। जिन्होंने उनके वर्क लोड को काफी मैनेज कि। जिसकी वजह से उन्हें ये सफलता मिली है। अब वह देश की सेवा करना चाहते हैं।उन्होंने जींद से हिंदी मीडियम में 12वीं पास की। इसके बाद भिवानी से बीटेक की। बाद में सरकारी नौकरी के लिए तैयारी की झज्जर की पूनम ने 34वां रैंक हासिल किया
वहीं झज्जर जिले की रहने वाली पूनम ने 34वां रैंक हासिल किया है। फिलहाल वह पिछले 7 सालों से मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस में कार्यरत है। पूनम नांदल ने भी HCS और UPSC के एग्जाम दिए हैं। सचिव के दोस्त हैं पूनम के पति
पूनम नांदल ने अपने पति और एक बेटे के साथ इस परीक्षा की तैयारी की। जहां एक तरफ मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस का कार्यभार उनके कंधों पर था तो वहीं बच्चों को संभालना और घर की जिम्मेदारियां को भी उठाना था। इस परीक्षा के टॉपर सचिव पूनम के पति के दोस्त हैं। ऐसे में दोनों ने एक छत के नीचे 12 से 15 घंटे तक पढ़ाई की। पूरे देश भर से 9 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों ने EPFO की परीक्षा दी। इस परीक्षा में केवल डेढ़ सौ के आसपास ही परीक्षार्थी पास हो पाए। भिवानी की अपर्णा ने दूसरा रैंक हासिल किया
भिवानी के विद्या नगर में रहने वाली अपर्णा गिल ने भी EPFO परीक्षा पासी की है। उन्होंने दूसरा रैंक हासिल किया है। अपर्णा गिल मूल रूप से चरखी दादरी जिले के बाढ़ड़़ा क्षेत्र के गांव लाडावास की है। उनके दादा हुक्म चंद गांव के पूर्व सरपंच रह चुके हैं। उनकी माता का नाम सुनीता देवी व पिता महाबीर सिंह है। वे दो भाई-बहनों में छोटी है। 2022 में उनके पिता की मौत हो चुकी है। अपर्णा बोली- UPSC परीक्षा की तैयारी करती रहेंगी
अपर्णा ने बताया कि वह UPSC के IAS का इंटरव्यू देने के अलावा दो बार HCS मेन भी क्लियर कर चुकी है। असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा भी पास कर चुकी है, परन्तु फिजिकल में रहने से इस पद पर नहीं जा पाई। 2017 से निरंतर सिविल सर्विस की तैयारी कर रही है। वह UPSC परीक्षा की तैयारी करती रहेंगी।
हरियाणा में हर सीट पर 10 से ज्यादा दावेदार:कांग्रेस में चुनाव लड़ने वालों की लंबी कतार,1000 से ज्यादा आवदेन, सैलजा से ले रही आवेदन
हरियाणा में हर सीट पर 10 से ज्यादा दावेदार:कांग्रेस में चुनाव लड़ने वालों की लंबी कतार,1000 से ज्यादा आवदेन, सैलजा से ले रही आवेदन हरियाणा में तीन माह बाद अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई हैं। कांग्रेस की तरफ से सभी 90 विधानसभा सीटों पर टिकट के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई हैं। लेकिन इससे दो दिन पहले तक ही 1 हजार से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। यानि एक सीट पर 10 से 15 दावेदार चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश कर रहे हैं। बढ़ते आवेदन से कांग्रेस को भी अपने फेवर में माहौल नजर आने लगा हैं। हरियाणा कांग्रेस में दो स्तर पर आवेदन लिए जा रहे हैं। एक आवेदन प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ले रहे हैं, तो दूसरी तरफ सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा भी अपने समर्थकों से आवेदन मांग रही है, जिससे वह ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट दिला सकें। दरअसल, हरियाणा कांग्रेस में कई गुट बने हुए हैं। एक गुट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो दूसरा कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला का है। कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला भी अपने समर्थकों को विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाकर चुनाव लड़वाने की तैयारी में हैं। कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी चांदवीर हुड्डा ने बताया कि प्रभारी दीपक बाबरिया की तरफ से लिए जा रहे आवेदन की तिथि 31 जुलाई हैं। लोकसभा चुनाव रिजल्ट के बाद बढ़ी दावेदारी बता दें कि, हाल में हुए लोकसभा चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस ने पिछले बार के चुनाव के मुकाबले अच्छी वापसी की है। साल 2019 के चुनाव के मुकाबले इस बार कांग्रेस के मतों में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। कांग्रेस ने पिछले चुनाव में एक भी लोकसभा सीट पर जीत हासिल नहीं की थी। इस बार के चुनाव में पांच लोकसभा सीटें जीतने के साथ ही कांग्रेस ने 46 विधानसभा सीटों पर भी बढ़त हासिल की। जिसके बाद से ही कांग्रेस के रणनीतिकार ही नहीं, बल्कि चुनाव लड़ने वाले नेता भी उत्साहित हैं। यहीं कारण है कि 90 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की टिकट की चाह रखने वाले नेताओं की कतार लंबी हो चुकी हैं। भीतरघात का भी खतरा चुनाव लड़ने वाले नेताओं की कतार लंबी होने के साथ ही चुनाव के वक्त टिकट कटने पर कांग्रेस को भीतरघात का भी सामना करना पड़ सकता हैं। कांग्रेस में सबसे बड़ी मुसीबत गुटबाजी है। अगर हाईकमान गुटबाजी पर लगाम नहीं लगा पाया तो उनके खुद के नेता ही एक दूसरे का कांटा निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। गुटबाजी के कारण ही कुलदीप बिश्नोई, किरण चौधरी शरीके कई सीनियर नेता पार्टी तक छोड़ चुके हैं। हालांकि कांग्रेस को अभी हरियाणा में खुद के फेवर में माहौल नजर आ रही है। इसी के कारण कांग्रेस के सीनियर नेता अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट दिलाने की चाहत रखे हुए हैं। हुड्डा और सैलजा दोनों अलग-अलग कर रहे यात्रा बता दें कि, विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जहां हर जिले में जाकर धन्यवाद जनसभा कर रहे हैं, तो उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ पदयात्रा के जरिए पूरे प्रदेश का भ्रमण कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरह हुड्डा की तरह सांसद कुमारी सैलजा ने कांग्रेस संदेश यात्रा शुरू कर दी है। इस यात्रा के जरिए सैलजा प्रदेश के शहरी क्षेत्रों का दौरा कर रही है। दोनों ही सीनियर नेता एक-दूसरे की यात्रा से दूरी बनाए हुए हैं। यहां तक की कई प्रोग्राम में तो इन दोनों ही नेताओं के समर्थक एक-दूसरे के होर्डिंग या फ्लैक्स पर फोटो तक नहीं लगाते।