पंजाब में फरीदकोट के गांव चंद्रभान में पानी निकासी को लेकर चल रहे विवाद के दौरान एक गुट द्वारा दिए जा रहे धरने में पहुंची पुलिस पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर ईंट पत्थर बरसाए और उनकी गाड़ियां तक तोड़ दी। हमले में कुछ पुलिस कर्मचारियों को चोटें लगी है, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सूचना पर मौके पर पहुंची एसएसपी घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन समेत अन्य पुलिस अधिकारी व विभिन्न थानों से पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों की धरपकड़ का काम शुरू किया। मामले में एसएसपी डॉ.प्रज्ञा जैन ने कहा कि पुलिस पर हमला करने वाले किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। पानी की निकासी को लेकर था दो पक्षों में विवाद जानकारी के अनुसार जैतो सब डिवीजन के गांव चंद्रभान में पानी निकासी को लेकर मौजूदा सरपंच कुलदीप सिंह और पूर्व सरपंच गमदूर सिंह के बीच विवाद खड़ा हुआ था और विवाद को लेकर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी भी हुई थी। मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर मौजूदा सरपंच कुलदीप सिंह की अगवाई में बुधवार को धरना दिया गया। हमलावरों को हिरासत में लिया वहीं जब पुलिस प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए पहुंची, तो उन्होंने पुलिस पर ही हमला कर दिया। हमले के दौरान ईंट पत्थर चलाए गए और पुलिस की गाड़ियां भी तोड़ दी गई। सूचना के बाद एसएसपी की अगुआई में भारी पुलिस फोर्स गांव में पहुंची और उन्होंने हमलावरों को अपनी हिरासत में लिया और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। सरपंच ने पूर्व सरपंच के घर पर की गुंडागर्दी-एसएसपी मामले में बातचीत करते हुए एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि गांव के मौजूदा सरपंच कुलदीप सिंह द्वारा अपने विरोधी पूर्व सरपंच के घर पहुंच कर गुंडागर्दी की गई। जिसमें पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बचाव किया। इसके बाद कुलदीप सिंह ने अपने साथियों के साथ धरना दिया और जब पुलिस ने उन्हें समझाने व बातचीत का प्रयास किया, तो उन्होंने पुलिस पर हमला बोल दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस पर हमले के किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें हिरासत में लेकर कानूनी कार्यवाही की जा रही है। पंजाब में फरीदकोट के गांव चंद्रभान में पानी निकासी को लेकर चल रहे विवाद के दौरान एक गुट द्वारा दिए जा रहे धरने में पहुंची पुलिस पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर ईंट पत्थर बरसाए और उनकी गाड़ियां तक तोड़ दी। हमले में कुछ पुलिस कर्मचारियों को चोटें लगी है, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सूचना पर मौके पर पहुंची एसएसपी घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन समेत अन्य पुलिस अधिकारी व विभिन्न थानों से पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों की धरपकड़ का काम शुरू किया। मामले में एसएसपी डॉ.प्रज्ञा जैन ने कहा कि पुलिस पर हमला करने वाले किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। पानी की निकासी को लेकर था दो पक्षों में विवाद जानकारी के अनुसार जैतो सब डिवीजन के गांव चंद्रभान में पानी निकासी को लेकर मौजूदा सरपंच कुलदीप सिंह और पूर्व सरपंच गमदूर सिंह के बीच विवाद खड़ा हुआ था और विवाद को लेकर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी भी हुई थी। मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर मौजूदा सरपंच कुलदीप सिंह की अगवाई में बुधवार को धरना दिया गया। हमलावरों को हिरासत में लिया वहीं जब पुलिस प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए पहुंची, तो उन्होंने पुलिस पर ही हमला कर दिया। हमले के दौरान ईंट पत्थर चलाए गए और पुलिस की गाड़ियां भी तोड़ दी गई। सूचना के बाद एसएसपी की अगुआई में भारी पुलिस फोर्स गांव में पहुंची और उन्होंने हमलावरों को अपनी हिरासत में लिया और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। सरपंच ने पूर्व सरपंच के घर पर की गुंडागर्दी-एसएसपी मामले में बातचीत करते हुए एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन ने बताया कि गांव के मौजूदा सरपंच कुलदीप सिंह द्वारा अपने विरोधी पूर्व सरपंच के घर पहुंच कर गुंडागर्दी की गई। जिसमें पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बचाव किया। इसके बाद कुलदीप सिंह ने अपने साथियों के साथ धरना दिया और जब पुलिस ने उन्हें समझाने व बातचीत का प्रयास किया, तो उन्होंने पुलिस पर हमला बोल दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस पर हमले के किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें हिरासत में लेकर कानूनी कार्यवाही की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में गुजरात सप्लाई हो रहा प्लास्टिक मांझा:विभिन्न मामलों में 6 सप्लायर गिरफ्तार, 3572 गट्टू सहित कैंटर जब्त, रोपड़ का मुख्य सप्लायर फरार
लुधियाना में गुजरात सप्लाई हो रहा प्लास्टिक मांझा:विभिन्न मामलों में 6 सप्लायर गिरफ्तार, 3572 गट्टू सहित कैंटर जब्त, रोपड़ का मुख्य सप्लायर फरार पंजाब के लुधियाना में जिला पुलिस ने प्लास्टिक मांझे को लेकर विशेष मुहिम चलाई है। इस दौरान शहर के अलग-अलग थानों की पुलिस ने कुल 3572 प्लास्टिक मांझे के गट्टू पकड़े है। वहीं अकेले CIA-1 ने चार मांझा सप्लायरों को नामजद किया है। जिनमें से 3 सप्लायरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि अभी एक सप्लायर फरार है। प्लास्टिक मांझे का गुजरात से कनेक्शन सामने आया है। गुजरात से धड़ल्ले से प्लास्टिक मांझा पंजाब में सप्लाई किया जा रहा है। अकेले गुजरात से सप्लाई हो रहे 3360 गट्टू CIA- 1 ने पकड़े है। वहीं पुलिस थाना हैबोवाल की पुलिस ने एक आरोपी को उसकी कार सहित गिरफ्तार किया है। आरोपी से पुलिस को 100 गट्टू बरामद हुए है। थाना जमालपुर की पुलिस ने 40 गट्टू प्लास्टिक मांझा सहित एक आरोपी को पकड़ा है। थाना फोकल प्वाइंट की पुलिस ने 72 प्लास्टिक गट्टू सहित 1 व्यक्ति को पकड़ा है। DCP शुभम अग्रवाल बोले… DCP शुभम अग्रवाल और ADCP अमनदीप बराड़ ने कहा कि थाना साहनेवाल के अधीन आते इलाके में CIA-1 की टीम ने विशेष नाकाबंदी की हुई थी। नाकाबंदी दौरान हरियाणा नंबर के केंटर को चैकिंग के लिए रोका। केंटर की चैकिंग करने पर कुल 3360 गट्टू प्लास्टिक मांझा के बरामद हुए। ये मांझा गुजरात से पंजाब लाया जा रहा था। रोपड़ के रहने वाले गौरव नाम के युवक ने इस मांझे की डिलीवरी लेनी थी। पुलिस ने फिलहाल तीन लोगों को इस केस में अभी गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान साहिल कनौजिया निवासी शिव पुरी लुधियाना, विजय शर्मा निवासी मोहल्ला मेघवाला जिला चूरू राजस्थान और लाल चंद मैना निवासी जिला चूरू राजस्थान के रूप में हुई है। फिलहाल पुलिस इन तीनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है कि पता चल सके कि लुधियाना में किन लोगों को इन्होंने मांझा सप्लाई करना था। आरोपी गौरव को दबोचने के लिए पुलिस की दबिश जारी है। इसी तरह थाना हैबोवाल की पुलिस ने आरोपी सिमरनजीत सिंह निवासी गुरु नानक देव को गिरफ्तार किया है। आरोपी सफेद अर्टिगा कार में 2 बोरे प्लास्टिक मांझा के रख कर सप्लाई करने जा रहा था। चेकिंग करने पर आरोपी से कुल 100 गट्टू बरामद हुए। आरोपी को सब्जी मंडी बैक साइड हरगोबिंद नगर से गिरफ्तार किया है। थाना जमालपुर की पुलिस चौकी मुंडियां कला ने 40 गट्टू प्लास्टिक मांझा सहित आरोपी मलकीत सिंह निवासी मुंडिया कलां को गिरफ्तार किया है। थाना फोकल प्वाइंट की पुलिस ने गोल्डी निवासी जमालपुर कालोनी को 72 गट्टू प्लास्टिक मांझा सहित पकड़ा है। आरोपी करियाना की दुकान पर पाबंदीशुदा मांझा बेच रहा था। सभी मामलों में पुलिस गहनता से जांच कर रही है ताकि असल दोषियों को काबू किया जा सके।
मोहाली से प्रोडक्शन वारंट पर फरीदकोट आया नशा तस्कर:गुरप्रीत हत्याकांड में होगी पूछताछ; शूटरों को पैसे उपलब्ध कराने का शक
मोहाली से प्रोडक्शन वारंट पर फरीदकोट आया नशा तस्कर:गुरप्रीत हत्याकांड में होगी पूछताछ; शूटरों को पैसे उपलब्ध कराने का शक फरीदकोट के गुरप्रीत सिंह हरीनौ हत्याकांड में पुलिस ने मोहाली जेल में बंद नशा तस्कर को पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। उसे यहां की अदालत में पेश करके तीन दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया है। आरोपी जशन सिंह को कुछ दिन पहले ही मोहाली के थाना सदर खरड़ क्षेत्र से अफीम और ड्रग मनी के साथ गिरफ्तार किया गया था। वह कनाडा बेस आतंकी अर्श डल्ला के करीबी गुरजंट सिंह जंटा के लिए कार्य करता है। आरोपी पर शूटरों को पैसे उपलब्ध कराने का शक गुरप्रीत हत्याकांड की पड़ताल के दौरान जशन सिंह की भूमिका भी सामने आई है। उस पर शूटरों को पैसे उपलब्ध करवाए जाने का शक है। इसके आधार पर जिला पुलिस ने जशन सिंह का प्रोडक्शन वारंट जारी करवाया और उसे मोहाली से फरीदकोट लाकर अदालत में पेश किया। डीएसपी कोटकपूरा जतिंदर सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह हत्याकांड में पूछताछ के लिए आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ की जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश- शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलें:एंबुलेंस, बुजुर्गों-महिलाओं-छात्रों को परेशानी हो रही; किसान बोले-15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे
सुप्रीम कोर्ट का आदेश- शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलें:एंबुलेंस, बुजुर्गों-महिलाओं-छात्रों को परेशानी हो रही; किसान बोले-15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे सुप्रीम कोर्ट ने करीब 6 महीने से बंद पंजाब-हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर को आंशिक तौर पर खोलने के आदेश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कड़ी टिप्पणी की कि हाईवेज पार्किंग की जगह नहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते के भीतर एंबुलेंस, सीनियर सिटीजंस, महिलाओं, छात्रों, आदि के लिए हाईवे की एक लेन खोलने का आदेश दिया। इसके लिए पंजाब और हरियाणा के DGP के अलावा पटियाला, मोहाली और अंबाला के SP को मीटिंग कर इस पर फैसला लेने को कहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केस की सुनवाई 22 अगस्त को होगी। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि अगर पंजाब और हरियाणा के पुलिस अधिकारियों के बीच सहमति बन जाती है तो फिर सुनवाई की तारीख का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। बता दें कि पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने शंभू बॉर्डर खोलने को कहा था। इसके खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा की सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत के लिए निष्पक्ष कमेटी के सदस्यों के नाम दे दिए हैं। इस कमेटी के सदस्य किसानों और केंद्र सरकार के बीच मध्यस्थ का काम करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर हम आप दोनों को नाम देने के लिए राजी करने में सफल रहे हैं, अब जब स्थिति ऐसी है तो आप किसानों को क्यों नहीं राजी करते? क्योंकि हाईवे पार्किंग (जगह) नहीं है। अदालत ने कहा कि भले ही चरणबद्ध तरीके से यातायात की अनुमति दी जाए, लेकिन जो वाहन सड़क पर चलने लायक हैं… लोगों को बहुत असुविधा हो रही है। इस वार्ता में समय लगेगा। वहीं किसानों ने ऐलान किया है कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वह पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। किसान नेताओं का कहना है कि किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के आह्वान पर MSP गारंटी कानून बना आर्थिक आजादी के लिए यह मार्च निकाले जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान क्या हुआ… मामले की सुनवाई जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्ज्वल भुइयां ने शुरू की। हरियाणा की तरफ से सालिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता और पंजाब की तरफ से एडवोकेट जनरल (AG) गुरमिंदर सिंह ने किसानों से बात करने के लिए समिति के सदस्यों के नाम दिए।
AG : हम समिति के गठन से सहमत हैं। मेरे पास एक प्रतिष्ठित व्यक्ति का प्रस्ताव है।
SG : आपकी समिति के चयन के लिए हमारे पास कुछ और नाम हैं।
जस्टिस सूर्यकांत : आपके नाम 6 हैं।
SG : यह सही है।
जस्टिस सूर्यकांत : सुरजीत सिंह, क्या वह IAS में पदोन्नत अधिकारी थे? शायद वह एक बहुत प्रसिद्ध (टाउनप्लानर) थे! मैं सिर्फ पुष्टि करूंगा। जब मैं कुछ कार्यक्रमों में था, मैंने उन्हें (क्रम संख्या 5 पर नाम) सुना है। यहां तक कि क्रमांक 1…प्रशंसनीय…परास्नातक, PhD, बहुत ही विनम्र पृष्ठभूमि।
AG : एक व्यक्ति जितना जमीन से जुड़ा हो सकता है…
कोर्ट : हम प्रयासों की सराहना करते हैं। आपने उस व्यक्ति को चुना है जो राजनीतिक नहीं है।
जस्टिस सूर्यकांत : हम आप दोनों को नाम सुझाने के लिए मनाने में सफल रहे हैं। अब ऐसी स्थिति है तो आप किसानों को क्यों नहीं मनाते? क्योंकि राजमार्ग पार्किंग (स्थान) नहीं हैं।
AG : भले ही चरणबद्ध तरीके से यातायात की अनुमति दी गई हो, जो वाहन सड़क पर चलने लायक हैं। लोगों को बहुत असुविधा हो रही है। इस बातचीत में समय लगेगा।
जस्टिस सूर्यकांत : सोचिए कि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और स्थानीय लोगों के लिए, जो चिकित्सा सुविधाओं के लिए पंजाब आते हैं, केवल एक ही लेन कैसे होगी?
SG : सुझाव ले लिया है, सरकार के समक्ष रखूंगा। मैं (इस पर) वापस आऊंगा।
जस्टिस सूर्यकांत : हम उन्हें नहीं चाहते। हम किसानों (ट्रैक्टर) को हटाने, मनाने के लिए पंजाब राज्य पर दबाव डाल रहे हैं। हम किसी सौहार्दपूर्ण समाधान तक इस मुद्दे को लंबित रखेंगे। हम समान रूप से चिंतित हैं। कोई नहीं चाहेगा कि किसान…
AG : और ऐसी धारणा मत बनाइए जो सच नहीं है।
जस्टिस कांत : हम एक संक्षिप्त आदेश पारित करेंगे। आप दोनों राजमार्ग के आंशिक रूप से खोलने के संबंध में बातचीत करेंगे। आप जमीनी स्थिति जानते हैं और हम समाचार रिपोर्ट पर भरोसा नहीं करना चाहते हैं। आप दोनों…
SG : दोनों राज्यों के DGP एक साथ बैठ सकते हैं।
SG : क्रमांक 3 का नाम…. नगर नियोजन विभाग में नहीं था।
जस्टिस कांत : उन्होंने बहुत अच्छा किया है…
SC का आदेश: इस बीच, हम पटियाला और अंबाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और दोनों जिलों के DC को एक बैठक आयोजित करने और एम्बुलेंस, आवश्यक सेवाओं, छात्राओं व आसपास के क्षेत्र के दैनिक यात्रियों के लिए शुरू में राजमार्ग को आंशिक रूप से खोलने के लिए तौर-तरीके तय करने का निर्देश देते हैं। यदि दोनों पक्ष समाधान करने में सक्षम हैं, तो उसे इस कोर्ट के आदेश का इंतजार करने की जरुरत नहीं है, और समाधान को तुरंत प्रभावी होने देना चाहिए। मामले को 22 अगस्त, 2024 को सुनवाई के लिए पोस्ट करें। पंधेर बोले- मार्ग खुलेगा तो अच्छा होगा
एक वीडियो जारी कर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ बातें कही हैं। अभी कोर्ट की प्रॉसीडिंग नहीं आई है। 15 अगस्त का कार्यक्रम अभी चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट की प्रॉसीडिंग पढ़ने के बाद दोनों फोरम इस पर कुछ बोल सकेंगे। जहां तक मीडिया की बात हैं कि दोनों राज्यों के DGP बैठ कर बात करेंगे, कमेटी बनेगी। ये सभी बातें हैं। अगर रास्ता खुलेगा तो यह सभी के लिए सुखद होगा। ट्रांसपोर्टर, व्यापारी, मरीज और आम जनता को अच्छा लगेगा। इससे हमें भी देश की राजधानी में जाकर अपना आंदोलन करने का हक मिलेगा। इस बारे में दोनों फोरम बैठकर बात करके ही ऑफिशियल जानकारी देंगे। व्यक्तिगत तौर पर अगर रास्ता खुलेगा तो यह अच्छी बात होगी। फरवरी से चल रहा संघर्ष
फसलों के MSP को लेकर पंजाब के किसान फरवरी-2024 से आंदोलन पर हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। किसानों ने बॉर्डर पर पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इसके चलते अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।