पंजाब के फरीदकोट में सोमवार देर शाम ऐतिहासिक गुरुद्वारा टिल्ला बाबा फरीद के पास कपड़े की एक दुकान में अचानक आग लग गई। आग से दुकान के अंदर रखे सारे कपड़े और दुकान का फर्नीचर पूरी तरह से जल कर राख हो गया। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की टी मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। बताया गया है कि दुकान का मालिक दीपू सिंगला थोड़ी देर पहले ही दुकान बंद कर घर पर गया था। लोगों ने उसकी दुकान से धुआं निकलते देखा। सूचना के बाद दुकान का शटर खोला तो आग की लपटें निकल रही थीं और देखते ही देखते आग ने पूरी दुकान को चपेट में ले लिया। ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज वकील सिंह ने आग की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड को बुलाया गया और लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। तब तक सब कुछ जलकर खाक हो चुका था। उन्होंने बताया कि आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट ही सकता है। पंजाब के फरीदकोट में सोमवार देर शाम ऐतिहासिक गुरुद्वारा टिल्ला बाबा फरीद के पास कपड़े की एक दुकान में अचानक आग लग गई। आग से दुकान के अंदर रखे सारे कपड़े और दुकान का फर्नीचर पूरी तरह से जल कर राख हो गया। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की टी मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। बताया गया है कि दुकान का मालिक दीपू सिंगला थोड़ी देर पहले ही दुकान बंद कर घर पर गया था। लोगों ने उसकी दुकान से धुआं निकलते देखा। सूचना के बाद दुकान का शटर खोला तो आग की लपटें निकल रही थीं और देखते ही देखते आग ने पूरी दुकान को चपेट में ले लिया। ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज वकील सिंह ने आग की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड को बुलाया गया और लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। तब तक सब कुछ जलकर खाक हो चुका था। उन्होंने बताया कि आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट ही सकता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में 1 दिसंबर से पहले होगी पंचायतों की मीटिंग:4 जिलों में नहीं हुआ शपथ समारोह, चार्ज मिलने में देरी के लिए DDPO जिम्मेदार पंजाब में नवनिर्वाचित पंचायतों की पहली बैठक एक दिसंबर तक होगी। सभी जगहों पर बैठकों की वीडियोग्राफी भी की जाएगी। इस संबंध में पंचायत विभाग की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। हालांकि चार जिलों बरनाला, होशियारपुर, गुरदासपुर और मुक्तसर में पंचायत बैठकें नहीं होंगी। क्योंकि यहां विधानसभा उपचुनाव के कारण आचार संहिता लागू थी। इस कारण सरपंचों और पंचों को शपथ नहीं दिलाई जा सकी। विभाग अब आने वाले दिनों में शपथ समारोह आयोजित करेगा। बिना किसी देरी से पंचायतों को देना होगा चार्ज पंचायत विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि पंचायतों की पहली मीटिंग से पंचायतों का पांच साल का कार्यकाल माना जाता है। ऐसे में विभाग ने साफ किया है कि मीटिंग में देरी न की जाए। वहीं, अतिरिक्त सचिव ने आदेश में कहा है कि चुने गए सरपंचों को बगैर किसी देरी से रिकॉर्ड व संपत्ति का चार्ज दिलाया जाएगा। अगर पंचायतों को उनका चार्ज मिलने में देरी होती है तो इसके जिम्मेदार डीडीपीओ होंगे। वहीं, उनके खिलाफ अनुशानात्मक कार्रवाई होगी। विभाग को देना होगा सर्टिफिकेट सभी जिलों में गांव पंचायतों को चार्ज दिए जाने के बाद सभी पंचायत अधिकारियों को विभाग को सर्टिफिकेट देना होगा। इस संबंधी एक प्रोफार्मा भी दिया है। उसी के मुताबिक यह जानकारी देनी होगी कि वहां पर पंचायतों को चार्ज दिया जा चुका है। राज्य में 13 हजार नए सरपंच व करीब 95 हजार पंच चुने गए हैं।
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