फरीदाबाद में लोगों ने कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या को लेकर डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। फरीदाबाद के सेक्टर 62 के लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर केंद्र सरकार से पश्चिम बंगाल सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। सोसाइटी के लोगों ने हाथों में पोस्टर बैनर लेकर कैंडल मार्च निकाला। लोगों ने कहा कि जिस तरह से घटना घटी, उसके बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिसके चलते कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। लोगों ने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले की जल्द से जल्द जांच कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाए। लोगों ने कहा कि 10 से 12 दिन हो चुके हैं लेकिन सिर्फ एक आरोपी को ही पकड़ा गया है। इस मामले में और भी जो आरोपी हैं उनको अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया। लोगों ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे ममता सरकार उन लोगों को संरक्षण दे रही है, उन्हें बचाने का काम कर रही है। वहां की पुलिस प्रशासन भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा। ना ही पुलिस अपराधियों को ढूंढने में सीबीआई की मदद कर रही है। ऐसा लग रहा है जैसे सभी लोग मिले हुए हैं। फरीदाबाद में लोगों ने कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या को लेकर डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। फरीदाबाद के सेक्टर 62 के लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर केंद्र सरकार से पश्चिम बंगाल सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। सोसाइटी के लोगों ने हाथों में पोस्टर बैनर लेकर कैंडल मार्च निकाला। लोगों ने कहा कि जिस तरह से घटना घटी, उसके बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिसके चलते कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। लोगों ने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले की जल्द से जल्द जांच कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाए। लोगों ने कहा कि 10 से 12 दिन हो चुके हैं लेकिन सिर्फ एक आरोपी को ही पकड़ा गया है। इस मामले में और भी जो आरोपी हैं उनको अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया। लोगों ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे ममता सरकार उन लोगों को संरक्षण दे रही है, उन्हें बचाने का काम कर रही है। वहां की पुलिस प्रशासन भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा। ना ही पुलिस अपराधियों को ढूंढने में सीबीआई की मदद कर रही है। ऐसा लग रहा है जैसे सभी लोग मिले हुए हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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किरण चौधरी की एंट्री से BJP में बगावती सुर:3 बार के सांसद बोले- अगला चुनाव नहीं लड़ूंगा; किरण-श्रुति की वजह छोड़ी थी कांग्रेस
किरण चौधरी की एंट्री से BJP में बगावती सुर:3 बार के सांसद बोले- अगला चुनाव नहीं लड़ूंगा; किरण-श्रुति की वजह छोड़ी थी कांग्रेस हरियाणा में BJP के भिवानी-महेंद्रगढ़ से लगातार तीसरी बार सांसद बने चौधरी धर्मवीर सिंह ने सबको चौंका दिया है। उन्होंने कहा- 2024 में यह मेरा आखिरी चुनाव था। इसके बाद मैं कोई इलेक्शन नहीं लड़ूंगा। चौधरी धर्मवीर की नाराजगी को किरण चौधरी से जोड़कर देखा जा रहा है। धर्मवीर को पूर्व सीएम बंसीलाल की बहू किरण चौधरी का कट्टर विरोधी माना जाता है। किरण की बेटी श्रुति चौधरी को भिवानी-महेंद्रगढ़ से टिकट मिलने की वजह से उन्होंने कांग्रेस छोड़ी थी। अब किरण और श्रुति भाजपा में आ चुकी हैं। उनकी इस भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर लोकसभा टिकट की भी दावेदारी हो चुकी है। इतना ही नहीं चौधरी धर्मवीर सिंह ने राव इंद्रजीत को राज्य मंत्री बनाए जाने पर भी सवाल खड़े किए। धर्मवीर ने कहा- हमारे इलाके (अहीरवाल) के लोगों में थोड़ी नाराजगी है। राव इंद्रजीत सिंह को राज्यमंत्री बनाया गया है। जबकि लोगों को उम्मीद थी कि इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा। मंत्रीपद की दौड़ में थे, गैर जाट पॉलिटिक्स की वजह से रह गए
दरअसल, चौधरी धर्मवीर ने परिवारिक सदस्य के चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा- ये उनकी मर्जी है कि वो चुनाव लड़े या ना लड़े। धर्मवीर सिंह ने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि प्रदेश में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। धर्मवीर को भी इस बार केंद्र में मंत्रीपद की दौड़ में माना जा रहा था। हालांकि हरियाणा में भाजपा की गैर जाट पॉलिटिक्स की वजह से वह पिछड़ गए और पंजाबी चेहरे खट्टर, गुर्जर समुदाय से कृष्णपाल गुर्जर और अहीर समाज से राव इंद्रजीत को मंत्री बना दिया गया। धर्मबीर जाट कम्युनिटी से हैं। लगातार तीसरी बार सांसद बने धर्मबीर
बता दें कि चौधरी धर्मबीर सिंह भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए हैं। दशकों तक कांग्रेस की राजनीति करने वाले धर्मबीर 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले राव इंद्रजीत सिंह की तरह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। राव इंद्रजीत सिंह की पैरवी पर ही तीनों बार पार्टी हाईकमान ने धर्मबीर सिंह को टिकट दी। दो बार 2014 और 2019 में तो धर्मबीर सिंह असानी से जीत गए, लेकिन इस बार कांग्रेस की तरफ से राव दान सिंह को कैंडिडेट बनाए जाने से धर्मबीर सिंह कांटे के मुकाबले में फंस गए थे। चौधरी धर्मबीर सिंह की जीत सुनिश्चित करने के लिए राव इंद्रजीत सिंह को ही मैदान में उतरना पड़ा था। राव इंद्रजीत सिंह ने प्रचार के दौरान चौधरी धर्मबीर को अपना साथी बताते हुए अहीरवाल में उन्हें जिताने की अपील की थी। राव इंद्रजीत सिंह की अपील का काफी हद तक महेंद्रगढ़ इलाके में असर भी दिखाई दिया, जिसकी वजह से आखिरी वक्त में पासा पलट गया और चौधरी धर्मबीर सिंह लोकसभा का चुनाव जीत गए। धर्मबीर के लिए अड़े रहे राव इंद्रजीत सिंह
बता दें कि चौधरी धर्मबीर सिंह इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं थे। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर बीजेपी की टिकट के लिए कई हैवीवेट नेताओं ने पुरजोर कोशिश भी की। लेकिन राव इंद्रजीत सिंह ने चौधरी धर्मबीर सिंह के नाम की सिफारिश की और उनकी बदौलत पार्टी ने चौधरी धर्मबीर सिंह को टिकट दी। चौधरी धर्मबीर सिंह हरियाणा की राजनीति में भी काफी एक्टिव रहे। बंसीलाल की तीन 3 पीढ़ियों को हराया चुनाव
अपने राजनीतिक जीवन के दौरान, वह पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल परिवार की 3 पीढ़ियों को हराने के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने 1987 में लोकदल के उम्मीदवार के रूप में तोशाम विधानसभा सीट से खुद बंसीलाल को हराकर चौंका दिया था। उन्होंने 2000 में तोशाम से बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र को हराया और बाद में बंसीलाल की पोती (सुरेंद्र की बेटी) श्रुति चौधरी को 2014 और 2019 में भाजपा के सदस्य के रूप में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर हराया।
जींद में जमीन विवाद में महिला पर फायरिंग:गोली से बचने पर तेल छिड़ककर लगा दी आग, ननद पर 3 एकड़ जमीन बेचने का आरोप
जींद में जमीन विवाद में महिला पर फायरिंग:गोली से बचने पर तेल छिड़ककर लगा दी आग, ननद पर 3 एकड़ जमीन बेचने का आरोप हरियाणा के जींद के गांव गांगोली में जमीनी विवाद में एक महिला पर फायरिंग की गई। महिला फायरिंग से तो बच गई लेकिन इसके बाद उस पर तेल छिड़क कर आग लगा दी। इससे पेट से नीचे महिला बुरी तरह से जल गई और उसे रोहतक पीजीआई में उपचार के लिए दाखिल करवाया गया है। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने गांव के ही दंपती को नामजद कर चार अन्य के खिलाफ फायरिंग करने, जान से मारने का प्रयास, आग लगाने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में गांगोली गांव निवासी जयभगवान की पत्नी संतरो ने बताया कि वह घरेलू कार्य करती है। उसका बेटा अजय अमेरिका गया हुआ है। उसकी ननद कविता ने अपने हिस्से की जमीन तीन एकड़ गांव के ही कृष्ण की पत्नी मीना को बेच दी थी। मीना ने कृष्ण के साथ मिलकर उस पर तेल छिड़क दिया इसका रजिस्ट्री और इंतकाल मीना के नाम हो गया है। उसके जेठ कृष्ण व जेठानी सरोज ने इस जमीन पर कोर्ट से स्टे लिया हुआ है। 21 जून की शाम को छह बजे के करीब वह खेत में मौजूद थी, तभी कृष्ण फौजी उसकी पत्नी मीना और चार-पांच अन्य लोग आए और आते ही कृष्ण ने उसकी तरफ बंदूक तान दी और फायर किया। गनीमत रही कि गोली उसे नहीं लगी। इसके बाद जान से मारने की धमकी देकर उसे पकड़ लिया और मीना ने कृष्ण के साथ मिलकर उस पर तेल छिड़क दिया और आग लगा दी। उनके साथ जो चार-पांच लड़के आए थे, वह भाग गए। खेत के पड़ोसियों ने आग बुझाई और घायलावस्था में जींद के सरकारी अस्पताल लेकर आए। प्राथमिक उपचार देकर पीजीआई रोहतक रेफर ज्यादा जली होने के कारण सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार देकर पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। अब वहां इलाज चल रहा है। पुलिस ने संतरो के बयान दर्ज कर कृष्ण, मीना व चार-पांच अन्य के खिलाफ फायरिंग करने, जान से मारने का प्रयास, आग लगाने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
हरियाणा के लांसनायक को अंतिम विदाई:बड़े भाई ने दी मुखाग्नि, जम्मू में ड्यूटी पर गोली लगी, 8 महीने पहले हुई शादी
हरियाणा के लांसनायक को अंतिम विदाई:बड़े भाई ने दी मुखाग्नि, जम्मू में ड्यूटी पर गोली लगी, 8 महीने पहले हुई शादी हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले लांस नायक अमरदीप सिंह (24) की संदिग्ध परिस्थितियों में सर्विस राइफल से चली गोली लगने से मौत हो गई। अमरदीप, जम्मू कश्मीर के ग्रामीण क्षेत्र ढूमी मालपुर के सैन्य शिविर में तैनात थे। कानाचक्क पुलिस ने अमरदीप के शव का जीएमसी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाया। पुलिस ने घटनास्थल से सबूतों को जुटाकर मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को अमरदीप का शव नारनौंद के कोथ कलां गांव में पहुंचा। यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बड़े भाई संदीप ने मुखाग्नि दी। अंतिम विदाई के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस दौरान सभी की आंखें नम हो गई। गांव के युवाओं ने शहीद अमरदीप के नारे भी लगाए। अमरदीप के परिजनों ने कहा कि उनका बेटा भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद हुआ है। उनकी शहादत को जिंदगी में भुलाया नहीं जा सकता। उन्हें अमरदीप की शहादत पर गर्व है। लांसनायक के अंतिम संस्कार के PHOTOS… SHO बोले- आत्महत्या का मामला लग रहा
कानाचक्कर SHO श्याम लाल ने बताया कि घटना के समय अमरदीप गार्ड रूम में ड्यूटी पर तैनात थे। अचानक उनकी सर्विस राइफल से गोली चली। गोली लगने से खून से लथपथ होकर वहीं गिर पड़े। गोली लगने के बाद अमरदीप को सैन्य अस्पताल अखनूर ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है। जांच पूरी होने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। उनकी सर्विस राइफल को जांच के लिए पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। करीब 8 महीने पहले हुई थी शादी
परिवार के सदस्यों ने बताया कि अमरदीप करीब 2 साल पहले 2022 में सिपाही के पद पर सेना में भर्ती हुए थे। ट्रेनिंग के बाद जम्मू के ग्रामीण क्षेत्र ढूमी मालपुर सैन्य शिविर में उनकी पोस्टिंग हो गई। पिछले साल दिसंबर के महीने में उनकी शादी शामलो निवासी पूजा के साथ हुई थी। पूजा गृहिणी हैं और घर पर ही रहकर घर के कार्यों में पूरे परिवार का हाथ बटाती है। अमरदीप के बड़े भाई संदीप भी फौज में ही तैनात हैं। एक बहन है, उसकी शादी हो चुकी है।