हरियाणा के फरीदाबाद के सेक्टर 56 स्थित आशियाना फ्लैट्स में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। हत्या करने से पहले आरोपी पति ने उसे अपने हाथों से मिठाई खिलाई और फिर उसकी चुन्नी से गला दबाकर हत्या कर दी । घटना की अंजाम देने के बाद से आरोपी फरार हो गया। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है। पुलिस ने मृतका का के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। फ्लैट नंबर 560 में रहती थी महिला फरीदाबाद के सेक्टर 56 आशियाना फ्लैट्स के फ्लैट नंबर 560 में मुबारक खान अपनी पत्नी खैरूना के साथ पिछले कई वर्षों से रह रहा था बताया जा रहा है कि मुबारक खान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गांव जंगवाली का निवासी है। दोनों के चार बच्चे हैं। जिनमे तीन बेटियां एक बेटा है। शराब के नशे में मारपीट करता था आरोपी मृतका खैरूना की पड़ोसी महिला सीमा के मुताबिक खैरुना का पति मुबारक खान एक ट्रक ड्राइवर है। वह अक्सर वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ शराब के नशे में मारपीट किया करता था। सीमा ने बताया कि उसके बच्चे अपने ही पिता को देखकर इधर-उधर दूसरों के घरों में छिप जाया करते थे। कई बार तो उन्होंने और उनके पड़ोसी खैरुना के बच्चों को रात में सहारा देते थे और अपने घर में सुला देते थे। सीमा के मुताबिक घटना की जानकारी सुबह लगभग 6:30 बजे लगी जब दूधिया दूध लेकर खैरुना के घर देने के लिए आया था। लेकिन किसी ने जब दरवाजा नहीं खोला तो दूधिया ने आस पास के लोगों को उसकी जानकारी दी। इसके बाद वह और उनके साथ अन्य पड़ोसियों ने दरवाजा खटखटाया तो किसी की आवाज नहीं आई। कमरे में मृत मिली महिला जिसके बाद दूसरे कमरे का दरवाजा अंदर से खेलने के खटखटाया तब बच्चों ने उसका गेट खोला और फिर दूसरे कमरे का दरवाजा खोला गया तो देखा कि खैरूना मृत अवस्था में बेड पर पड़ी थी। जिसके गले में चुन्नी बंधी हुई थी। मृतका खैरूना के बच्चों ने बताया कि रात को उनका पिता मिठाई लेकर आया था। लगभग 12 और 1 बजे का समय था बच्चों ने पिता की लाई मिठाई को नहीं खाया। लेकिन खैरूना ने पति द्वारा लाइ मिठाई खा ली और फिर उसे नींद आने लगी वह अपने कमरे में सो गई और बच्चे दूसरे कमरे में चले गए । सीमा के मुताबिक बच्चों का कहना है कि उसके पिता ने ही उनकी मां की गला दबाकर हत्या की है और फरार हो गया है। मामले की जांच में जुटी पुलिस वहीं इस मामले में थाना सेक्टर 58 एसएचओ कृष्ण कुमार ने बताया कि सुबह जैसे ही उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी मिली वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक और क्राइम ब्रांच की टीम में बुलाई गई। फिलहाल आरोपी पति फरार है। जिसे पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई है। वहीं मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। हरियाणा के फरीदाबाद के सेक्टर 56 स्थित आशियाना फ्लैट्स में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। हत्या करने से पहले आरोपी पति ने उसे अपने हाथों से मिठाई खिलाई और फिर उसकी चुन्नी से गला दबाकर हत्या कर दी । घटना की अंजाम देने के बाद से आरोपी फरार हो गया। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है। पुलिस ने मृतका का के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। फ्लैट नंबर 560 में रहती थी महिला फरीदाबाद के सेक्टर 56 आशियाना फ्लैट्स के फ्लैट नंबर 560 में मुबारक खान अपनी पत्नी खैरूना के साथ पिछले कई वर्षों से रह रहा था बताया जा रहा है कि मुबारक खान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गांव जंगवाली का निवासी है। दोनों के चार बच्चे हैं। जिनमे तीन बेटियां एक बेटा है। शराब के नशे में मारपीट करता था आरोपी मृतका खैरूना की पड़ोसी महिला सीमा के मुताबिक खैरुना का पति मुबारक खान एक ट्रक ड्राइवर है। वह अक्सर वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ शराब के नशे में मारपीट किया करता था। सीमा ने बताया कि उसके बच्चे अपने ही पिता को देखकर इधर-उधर दूसरों के घरों में छिप जाया करते थे। कई बार तो उन्होंने और उनके पड़ोसी खैरुना के बच्चों को रात में सहारा देते थे और अपने घर में सुला देते थे। सीमा के मुताबिक घटना की जानकारी सुबह लगभग 6:30 बजे लगी जब दूधिया दूध लेकर खैरुना के घर देने के लिए आया था। लेकिन किसी ने जब दरवाजा नहीं खोला तो दूधिया ने आस पास के लोगों को उसकी जानकारी दी। इसके बाद वह और उनके साथ अन्य पड़ोसियों ने दरवाजा खटखटाया तो किसी की आवाज नहीं आई। कमरे में मृत मिली महिला जिसके बाद दूसरे कमरे का दरवाजा अंदर से खेलने के खटखटाया तब बच्चों ने उसका गेट खोला और फिर दूसरे कमरे का दरवाजा खोला गया तो देखा कि खैरूना मृत अवस्था में बेड पर पड़ी थी। जिसके गले में चुन्नी बंधी हुई थी। मृतका खैरूना के बच्चों ने बताया कि रात को उनका पिता मिठाई लेकर आया था। लगभग 12 और 1 बजे का समय था बच्चों ने पिता की लाई मिठाई को नहीं खाया। लेकिन खैरूना ने पति द्वारा लाइ मिठाई खा ली और फिर उसे नींद आने लगी वह अपने कमरे में सो गई और बच्चे दूसरे कमरे में चले गए । सीमा के मुताबिक बच्चों का कहना है कि उसके पिता ने ही उनकी मां की गला दबाकर हत्या की है और फरार हो गया है। मामले की जांच में जुटी पुलिस वहीं इस मामले में थाना सेक्टर 58 एसएचओ कृष्ण कुमार ने बताया कि सुबह जैसे ही उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी मिली वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक और क्राइम ब्रांच की टीम में बुलाई गई। फिलहाल आरोपी पति फरार है। जिसे पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई है। वहीं मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में ग्रुप C की भर्ती निकली:31 जुलाई तक कर सकेंगे आवेदन; बोनस अंकों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका
हरियाणा में ग्रुप C की भर्ती निकली:31 जुलाई तक कर सकेंगे आवेदन; बोनस अंकों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप-C के 3134 पदों को पुनर्विज्ञापित करते हुए फिर से भर्ती निकाली है। इनमें ग्रुप 6 के 1296, ग्रुप 58 के 1075, 59 के 517 और 60 के 246 पद शामिल हैं। पिछले साल इन पदों के लिए 7 मार्च को भर्ती निकाली गई थी। आवेदन करने वाले सभी युवाओं को भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए नए सिरे से आवेदन करना होगा। कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) पास युवा 21 से 31 जुलाई की रात 12 बजे तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सामाजिक-आर्थिक अंकों के बिना मेरिट के आधार पर यह भर्तियां होंगी। आवेदकों को किसी भी पद के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। हाईकोर्ट के आदेश पर ग्रुप-C पदों के लिए आयोजित CET का संशोधित परिणाम जारी करने के बाद HSSC पहले ही ग्रुप-C के 15 हजार 755 पदों और पुलिस कॉन्स्टेबल के 6 हजार पदों को पुनर्विज्ञापित करते हुए आवेदन मांग चुका है। इनमें ग्रुप-1 के 981, ग्रुप-2 के 517, ग्रुप- 56 के 7185 और ग्रुप-57 के 7072 पद तथा पुलिस पुरुष कॉन्स्टेबल के 5 हजार और महिला कॉन्स्टेबल के एक हजार पद शामिल हैं। बोनस अंक मामले में पुनर्विचार याचिका दाखिल इसके अलावा, हरियाणा सरकार ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के ग्रुप-C व D के करीब 53 हजार पदों के लिए आयोजित परीक्षा के परिणाम को रद्द करने व सामाजिक-आर्थिक आधार पर मिलने वाले 5 बोनस नंबर का लाभ दिए बिना CET के आधार पर नए सिरे से मेरिट सूची तैयार करने के आदेश पर पुनर्विचार का आग्रह करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। आदेश में हाईकोर्ट ने कहा था कि यह एक प्रकार से आरक्षण देने जैसा है। जब आर्थिक पिछड़ा वर्ग के तहत सरकार ने आरक्षण का लाभ दिया है तो क्यों यह आर्टिफिशियल श्रेणी बना रहे हैं। यह लाभ देने से पहले न तो कोई डेटा एकत्रित किया गया और न ही कोई आयोग बनाया गया। इस प्रकार पहले CET में 7 अंकों का और फिर भर्ती परीक्षा में 2.5 अंकों का लाभ तो भर्ती का परिणाम पूरी तरह बदल देगा। हाईकोर्ट ने सभी पदों के लिए भी नए सिरे से आवेदन मांगने और 8 महीने के भीतर भर्ती पूरी करने का आदेश दिया था। 2023 की भर्ती में लागू किए बोनस अंक हरियाणा में 2022 में तत्कालीन CM मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में सरकार ने बोनस अंक की योजना बनाई थी। जिसमें कहा गया कि जिन भी परिवारों की एनुअल इनकम 1.80 लाख से कम है। घर में पहले से किसी की सरकारी नौकरी नहीं है। उन्हें ग्रुप C (क्लेरिकल स्टाफ) और ग्रुप D (दर्जा चार) के कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) में 5 बोनस अंक दिए जाएंगे। सरकार ने इसे सामाजिक-आर्थिक आरक्षण करार दिया था। सरकार ने इनकम निर्धारित करने के लिए परिवार पहचान पत्र (PPP) को आधार बनाया था। यह हरियाणा सरकार की पूरे परिवार की सिंगल आइडेंटिटी का डॉक्यूमेंट है। फैसला 5 मई, 2022 से लागू किया था।
हरियाणा में 2014 की रेगुलराइजेशन पॉलिसी लागू:रेगुलर कर्मचारियों को राहत; 13 जून से होंगे प्रमोट, फर्स्ट एसीपी स्केल का भी होगा लाभ
हरियाणा में 2014 की रेगुलराइजेशन पॉलिसी लागू:रेगुलर कर्मचारियों को राहत; 13 जून से होंगे प्रमोट, फर्स्ट एसीपी स्केल का भी होगा लाभ हरियाणा सीएम नायब सैनी ने कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है। सरकार की 2014 की रेगुलराइजेशन पॉलिसी के तहत रेगुलर हुए कर्मचारी 13 जून 2024 से प्रथम एसीपी स्केल के लाभ के लिए पात्र होंगे। बस कर्मचारी को पात्रता की शर्तों को पूरा करना जरूरी होगा। हालांकि कर्मचारियों को प्रमोशन या एसीपी के लाभ सर्वोच्च न्यायालय (SC) में लंबित एसएलपी के अंतिम परिणाम पर भी निर्भर करेंगे। इसके अलावा, 13 जून से पहले पात्रता की तिथि से पदोन्नति या प्रथम एसीपी स्केल के लाभ के संबंध में निर्णय बाद में लिया जाएगा। इसलिए सरकार ने लिया फैसला हरियाणा मुख्य सचिव कार्यालय (CSO) द्वारा जारी एक पत्र में कहा गया है कि सर्वोच्च न्यायालय के 6 मार्च, 2024 के अंतरिम आदेश में जारी निर्देशों के बाद विभिन्न विभागों, बोर्डों और निगमों से काफी मामले आ रहे हैं, जिनमें स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है कि 2014 की रेगुलराइजेशन पॉलिसी के तहत नियमित हुए कर्मचारियों को पदोन्नति या प्रथम एसीपी स्केल के लाभ के लिए दावे स्वीकार किए जाएं या नहीं। 20 साल सर्विस वाले कर्मचारी पक्के होंगे हरियाणा में 20 साल बाद कच्चे कर्मचारी नियमित होंगे। सरकार ने बताया है कि दो सप्ताह के भीतर ही ऐसे कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए जाएंगे। यह जानकारी प्रदेश सरकार ने अस्थायी कर्मचारियों की ओर से दायर अवमानना याचिका के जवाब में पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में यह जानकारी दी है।मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से इसको लेकर एक प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा गया था, जिस पर वित्त विभाग ने अपनी मुहर लगा दी है।
सिरसा के 13 पटवारी सरकार की नजर में भ्रष्ट:सात ने रखे निजी सहायक, इंतकाल व तकसीम के नाम पर ले रहे रिश्वत
सिरसा के 13 पटवारी सरकार की नजर में भ्रष्ट:सात ने रखे निजी सहायक, इंतकाल व तकसीम के नाम पर ले रहे रिश्वत प्रदेश सरकार की ओर से जारी की गई भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट में 13 पटवारी हरियाणा के सिरसा जिले के भी शामिल हैं। इन 13 में से सात पटवारियों ने सहायक भी रखे हुए हैं। कोई रजिस्ट्री तो कोई इंतकाल की एवज में रिश्वत मांग रहा है। कोई बिना पैसा लिए तकसीम नहीं कर रहा है। खास बात यह है कि सिरसा के भ्रष्ट पटवारी औसतन दो हजार से पांच हजार रुपए की रिश्वत ले रहे हैं।
दरअसल, वित्तायुक्त और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र में 370 पटवारियों को भ्रष्ट बताते हुए सूची जारी की गई है। इनमें से 170 पटवारियों पर सहायक रखने के आरोप हैं। इन सभी पर जमीन के खाते तकसीम करवाने, पैमाइश, इंतकाल, रिकॉर्ड दुरुस्त करने व नक्शा आदि बनवाने के नाम पर भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं। सहायक के तौर पर रखे गए प्राइवेट व्यक्ति इनके दलालों के तौर पर कार्य करते हैं। डीसी को इन कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त नियमानुसार कार्रवाई करते हुए 15 दिन में क्रियान्वयन रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इन पटवारियों पर लगे हैं भ्रष्टाचार के आरोप दिग्विजय सिंह, बंसी बिश्नोई, राकेश कुमार मेहता, जसमेर सिंह, मनोज कुमार, मुकेश कुमार, कुलदीप सिंह, कौर सिंह, हनुमान, बसंत सिंह प्रजापत, जोगिंद्र सिंह, सुखदेव सिंह, सुनील कुमार। ये है भ्रष्टाचार करने का तरीका……
– दिग्विजय सिंह पर आरोप है कि रजिस्ट्री व इंतकाल करवाने की एवज में दो हजार से पांच हजार रुपए तक लेता है। इसका स्वयं का प्रॉपर्टी डीलिंग का काम है। गांव नेजिया निवासी सतपाल को इसने सहायक रखा हुआ है। यूनियन प्रधान बोले, किसने की जांच, इसका पता लगा रहे
पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के सिरसा जिला प्रधान लाभ सिंह ने बताया कि हमारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष के साथ इस मसले पर चर्चा हुई है। हम पता लगा रहे हैं कि कौन जांच करके गया है। प्रदेश स्तर पर ही यूनियन की तरफ से आगामी फैसला लिया जाएगा।