फरीदाबाद जिले के डीग इलाके में 19 वर्षीय युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। मृतक के पिता नाहर सिंह ने बताया कि वह पिछले 30 वर्षों से दिल्ली के पहलादपुर इलाके में अपना मकान बनाकर रह रहे हैं। करीब 5-6 साल पहले उन्होंने पलवल जिला के असावती गांव में जमीन खरीद कर रहने के लिए मकान बनाया था। साल 2 साल रहने के बाद जब उनके पड़ोसियों से नहीं बनी तो वह अपने बच्चों को लेकर दोबारा पहलादपुर में रहने के लिए आ गया। दोस्तों के साथ गया था गांव नाहर सिंह के मुताबिक वह अक्सर असावती में अपने प्लॉट पर जाया करता था। बीते 17 जुलाई की शाम को उनके पास असावटी से फोन आया है और कहा कि आपके घर का किसी ने ताला तोड़ दिया है। इस खबर को सुनने का बाद 19 वर्षीय बेटा पीयूष घर की चाबी लेकर अपने दोस्तों के साथ असावटी गया था। परिचित ने फोन कर दी जानकारी 17 जुलाई की रात को ही लगभग 10:30 बजे उन्होंने अपने बेटे पीयूष से फोन पर बात भी की थी । उस समय उसने सब कुछ ठीक-ठाक बताया था। लेकिन अगले दिन सुबह पीयूष के साथ असावटी गए उसके दो दोस्त चीनू और अनुज उनके घर पहलादपुर आए और कमरे की चाभी दी। जब उन्होंने पियूष के बारे में पूछा कि पीयूष कहा है, तो दोनों ने बताया कि पीयूष को पुलिस पकड़ कर ले गई। इतना सुनने के बाद उन्होंने दोनों से और पूछताछ की लेकिन उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं बताया। कुछ देर बाद ही असवाटी से उनके ही एक परिचित का फोन आया, जिसने बताया कि आपके बेटे की मौत हो चुकी है और उसका शव आपके घर के पास कुछ दूरी पर पड़ा है। मृतक के शरीर पर मिले चोट के निशान नाहर सिंह ने कहा कि घटना की सूचना मिलने के बाद वह आनन-फानन में असावटी पहुंचा, तो देखा कि घर से कुछ दूरी पर डीग इलाके में उनके बेटे का शव पड़ा था। जहां भारी पुलिस बल और गांव के लोग शव के पास एकत्रित थे। बेटे के शरीर पर काफी चोट के निशान थे और उसकी मौत हो चुकी थी। फरीदाबाद जिले के डीग इलाके में 19 वर्षीय युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। मृतक के पिता नाहर सिंह ने बताया कि वह पिछले 30 वर्षों से दिल्ली के पहलादपुर इलाके में अपना मकान बनाकर रह रहे हैं। करीब 5-6 साल पहले उन्होंने पलवल जिला के असावती गांव में जमीन खरीद कर रहने के लिए मकान बनाया था। साल 2 साल रहने के बाद जब उनके पड़ोसियों से नहीं बनी तो वह अपने बच्चों को लेकर दोबारा पहलादपुर में रहने के लिए आ गया। दोस्तों के साथ गया था गांव नाहर सिंह के मुताबिक वह अक्सर असावती में अपने प्लॉट पर जाया करता था। बीते 17 जुलाई की शाम को उनके पास असावटी से फोन आया है और कहा कि आपके घर का किसी ने ताला तोड़ दिया है। इस खबर को सुनने का बाद 19 वर्षीय बेटा पीयूष घर की चाबी लेकर अपने दोस्तों के साथ असावटी गया था। परिचित ने फोन कर दी जानकारी 17 जुलाई की रात को ही लगभग 10:30 बजे उन्होंने अपने बेटे पीयूष से फोन पर बात भी की थी । उस समय उसने सब कुछ ठीक-ठाक बताया था। लेकिन अगले दिन सुबह पीयूष के साथ असावटी गए उसके दो दोस्त चीनू और अनुज उनके घर पहलादपुर आए और कमरे की चाभी दी। जब उन्होंने पियूष के बारे में पूछा कि पीयूष कहा है, तो दोनों ने बताया कि पीयूष को पुलिस पकड़ कर ले गई। इतना सुनने के बाद उन्होंने दोनों से और पूछताछ की लेकिन उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं बताया। कुछ देर बाद ही असवाटी से उनके ही एक परिचित का फोन आया, जिसने बताया कि आपके बेटे की मौत हो चुकी है और उसका शव आपके घर के पास कुछ दूरी पर पड़ा है। मृतक के शरीर पर मिले चोट के निशान नाहर सिंह ने कहा कि घटना की सूचना मिलने के बाद वह आनन-फानन में असावटी पहुंचा, तो देखा कि घर से कुछ दूरी पर डीग इलाके में उनके बेटे का शव पड़ा था। जहां भारी पुलिस बल और गांव के लोग शव के पास एकत्रित थे। बेटे के शरीर पर काफी चोट के निशान थे और उसकी मौत हो चुकी थी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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बरवाला में कांग्रेस नेताओं ने घोड़ेला से बनाई दूरी:टिकट के दावेदार नेता नहीं कर रहे प्रचार, गंगवा और संजना में बना मुकाबला
बरवाला में कांग्रेस नेताओं ने घोड़ेला से बनाई दूरी:टिकट के दावेदार नेता नहीं कर रहे प्रचार, गंगवा और संजना में बना मुकाबला हरियाणा में हिसार जिले की बरवाला विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास घोड़ेला मुश्किलों में पड़ते नजर आ रहे हैं। गुटबाजी के कारण यहां कांग्रेस की लड़ाई खुद से हैं। इसी कारण दूसरे उम्मीदवार भाजपा के रणबीर गंगवा और इनेलो की संजना सातरोड़ में मुकाबला बनता दिख रहा है। शहरों व साथ लगते इलाकों में जहां गंगवा की टीमें एक्टिव हैं तो वहीं ग्रामीण इलाकों में संजना सातरोड़ लगातार प्रचार कर रही हैं। रामनिवास घोड़ेला पर 2 बार लगातार हार का टैग भी है, और सीएलयू कांड के आरोपों पर हलके में ही लोगों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। किसान नेताओं ने पिछले दिनों पंचायत कर रामनिवास घोड़ेला की उम्मीदवारी का विरोध जताया था। अब किसान नेताओं ने इसको लेकर 20 सितंबर को पंचायत बुलाई है। बता दें कि किसानों ने एआईसीसी दफ्तर दिल्ली में पिछले दिनों टिकट वितरण को लेकर भारी विरोध किया था। मगर कांग्रेस ने बरवाला में सीएलयू कांड के आरोपी को टिकट दे दिया। गंगवा को ओबीसी और संजना को जाट वर्ग दे रहा समर्थन रणबीर गंगवा पूर्व डिप्टी स्पीकर रहे हैं। वह करीब 10 साल से विधायक हैं और 2010 से 2014 तक राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। उनके राजनीतिक जीवन में उन पर किसी तरह का दाग नहीं है। यही कारण है कि घोड़ेला को छोड़ ओबीसी वर्ग गंगवा को समर्थन करने में लगा है। पहले कुम्हार सभा और अब उसके बाद जांगड़ा सभा ने भी रणबीर गंगवा का समर्थन किया है। इसके अलावा प्रमुख पार्टियों से ओबीसी फेस मैदान में है, तो इनेलो ने जाट फेस संजना सातरोड़ पर दांव खेला है। संजना हलके में लगातार सक्रिय है। इनेलो से टिकट मिलने पर उनकी स्थिति और मजबूत मानी जा रही है। मुकाबला गंगवा और संजना के बीच देखने को मिल रहा है। घोड़ेला को अपनों का ही साथ नहीं बता दें कि सीएलयू कांड में राम निवास घोड़ेला पर आरोप लगे हैं। उम्मीदवार का विरोध टिकट मिलने से पहले हो रहा था। ऐसे में कांग्रेस के स्थानीय नेता भी घोड़ेला का साथ नहीं दे रहे हैं। कांग्रेस नेता राजेंद्र सूरा, रणधीर धीरा, राजेश संदलाना, कृष्ण सातरोड़ और भूपेंद्र गंगवा कांग्रेस प्रत्याशी से दूरी बनाए हुए हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए चुनाव में आगे और मुश्किलें बढ़ने वाली है। राम निवास घोड़ेला पर दर्ज हुआ था केस 2009 से 2014 के बीच तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रहे विनोद भ्याना, रामकिशन फौजी, विधायक जरनैल सिंह, स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह, विधायक नरेश सेलवाल ने सीएलयू करवाने के लिए, वक्फ बोर्ड की जमीन रिलीज करवाने के लिए और विधायक रामनिवास घोड़ेला ने सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत ईंट भट्टों पर बच्चों को पढ़ाने का काम एनजीओ को दिलवाने के लिए घूस की मांग की थी। इस मामले के बारे में एक स्टिंग ऑपरेशन किया गया था। उस स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर इनेलो ने 2014 में इन सबके खिलाफ भ्रष्ट आचरण की शिकायत लोकायुक्त से की थी। तत्कालीन लोकायुक्त ने 16 दिसंबर, 2015 को उपरोक्त सभी को भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एसआईटी गठित करके जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा कि 27 जुलाई, 2015 को तत्कालीन एडीजीपी एवं एसआईटी के इंचार्ज वी कामराजा ने इन सबको भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत दोषी माना और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की थी। जिसके आधार पर इन सबके खिलाफ मुकदमे स्टेट विजिलेंस ब्यूरो द्वारा दर्ज किए गए थे। विनोद भ्याना का पीए जेल में भी रहा और उसके खिलाफ हिसार में मुकदमा चल रहा है।
हरियाणा के 2 जिलों में बारिश:11 जिलों में धुंध का यलो अलर्ट, हिसार, जींद और फरीदाबाद के दिन सबसे ठंडे
हरियाणा के 2 जिलों में बारिश:11 जिलों में धुंध का यलो अलर्ट, हिसार, जींद और फरीदाबाद के दिन सबसे ठंडे हरियाणा में आज सुबह मौसम ने करवट ली। पानीपत और सोनीपत में बारिश हो रही है। इसके साथ बिजली चमक रही है। सुबह साढ़े पांच बजे मौसम खराब हुआ था। 6 बजे हल्की बूंदाबांदी और फिर साढ़े 6 तेज बारिश शुरू हुई। मौसम विभाग ने पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल में मध्यम दर्जे की बारिश होने के आसार जताए हैं। जबकि अन्य जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। इसके साथ विभाग ने आज 11 जिलों में डेंस फॉग का यलो अलर्ट जारी किया है। जिन जिलों में धुंध का अलर्ट है उनमें हिसार, जींद, पानीपत, सोनीपत, करनाल, रोहतक, भिवानी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, पलवल और चरखी दादरी जिले शामिल हैं। लगातार धुंध और पहाड़ों से 8 से 10 किलाेमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाओं के कारण दिन के तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। 24 घंटे के दौरान दिन के तापमान में 0.7 डिग्री की गिरावट आई है। रविवार को हिसार, जींद, और फरीदाबाद के दिन सबसे ठंडे रहे। हिसार का अधिकतम तापमान 12.2 डिग्री रहा, जबकि जींद और फरीदाबाद का 13.9 डिग्री टेंपरेचर रिकॉर्ड किया गया। बारिश से किसानों की मुश्किलें बढ़ेंगी
हरियाणा में यदि बारिश होती है तो किसानों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। पिछले दिनों बारिश और ओलावृष्टि के कारण 949 गांवों के 13 हजार किसानों की सरसों, चना, गेहूं और सब्जियों को नुकसान पहुंचा था। किसानों ने दावा किया है कि 64 हजार हेक्टेयर से अधिक खड़ी फसल खराब हो चुकी है। आगे कैसा रहेगा मौसम
चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक डॉ. सुरेंद्र कुमार ने बताया है कि अभी ठंड से राहत दिखने के कोई आसार नहीं हैं। आने वाले दिनों में धुंध का दौर जारी रहेगा। बारिश के भी आसार बने हुए हैं। पहाड़ी हवाओं और धुंध के कारण आने वाले दिनों में भी तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिलेगी। 10 जनवरी के करीब मौसम में फिर बदलाव देखने को मिलेगा। एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से बारिश के आसार बन सकते हैं। धुंध के कारण 5 जगह हादसे, 4 की मौत
5 जनवरी को 3 जिलों में धुंध के कारण 5 जगह हादसे हुए। इनमें 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 16 घायल हो गए। वहीं रोहतक में रेलवे स्टेशन के पास 35 वर्षीय युवक का शव मिला। पुलिस ने ठंड से मौत की आशंका जताई है। सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्ट रिपोर्ट में हो पाएगा। ————————– मौसम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… पंजाब में कुछ जगहों पर हुई हल्की बूंदाबांदी, 9 जनवरी तक धुंध का यलो अलर्ट वेस्टर्न डिस्टरबेंस के बाद पंजाब-चंडीगढ़ के तापमान में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। पहाड़ों पर रविवार को बर्फबारी का जोर रहा, वहीं समतल इलाकों में शाम के बाद हल्की बूंदाबांदी देखने को मिली। हीट लॉक के कारण तापमान में हल्की गिरावट भी दर्ज की गई है, लेकिन अब पंजाब-चंडीगढ़ में एक बार फिर धुंध जोर पकड़ने वाली है। पूरी खबर पढ़ें…
करनाल में NHM कर्मचारियों का अनोखा प्रदर्शन:हाथ में कटोरा लेकर मांगी भीख, बोले मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे ये पैसे
करनाल में NHM कर्मचारियों का अनोखा प्रदर्शन:हाथ में कटोरा लेकर मांगी भीख, बोले मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे ये पैसे हरियाणा के करनाल में आज नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों के समर्थन में अनोखा प्रदर्शन किया। मंगलवार को हड़ताल के 19वें दिन करनाल में NHM कर्मचारियों ने हाथों में कटोरे लेकर सड़कों पर भीख मांगनी शुरू कर दी। यह कदम उन्होंने सरकार की बेरुखी और वेतन न देने की समस्या के प्रति विरोध जताने के लिए उठाया है। कर्मचारियों का कहना है कि जो भी भीख एकत्रित होगी, उसको मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करवाई जाएगी। सरकार के प्रति आक्रोश संगठन के जिला प्रधान संजीव ने बताया कि NHM कर्मचारियों का यह प्रदर्शन सांझा मोर्चा के तहत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी हड़ताल लंबे समय से चल रही है, लेकिन सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। हमने 7 अगस्त को हरियाली तीज के अवसर पर ‘काली तीज’ के रूप में अपना विरोध दर्ज किया। हड़ताल को भी 10 अगस्त तक बढ़ा दिया। लेकिन सरकार की ओर से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया। मजबूर होकर आज हमें भीख मांगनी पड़ रही है, ताकि सरकार को कुछ शर्म आए और वे हमारी समस्याओं की ओर ध्यान दें। कर्मचारियों की मांगें NHM कर्मचारी संघ के जिला महासचिव गोपाल शर्मा ने भी इस आंदोलन के प्रति अपने संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, वे हड़ताल से नहीं हटेंगे। उनका कहना है कि इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा, चाहे इसके लिए कर्मचारियों को सड़कों पर उतरना ही क्यों न पड़े। गोपाल शर्मा ने कर्मचारियों की प्रमुख मांगों का उल्लेख करते हुए बताया कि वेतन विसंगति दूर की जाए, और 7वें वेतन आयोग का लाभ NHM कर्मचारियों को दिया जाए। इसके अलावा, कर्मचारियों की नियमितीकरण, 58 साल तक नौकरी की सुरक्षा, ग्रेच्युटी का लाभ, और अन्य मांगें भी पूरी की जाएं। सरकार की ओर से प्रतिक्रिया का इंतजार NHM कर्मचारियों का यह आंदोलन सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। वेतन न मिलने से नाराज कर्मचारी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं, और वे इसे तब तक जारी रखने का इरादा रखते हैं, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती। अब देखना यह है कि सरकार इस अनोखे और तीखे प्रदर्शन के बाद किस प्रकार की प्रतिक्रिया देती है और क्या कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने के लिए कोई ठोस कदम उठाती है।