हरियाणा के फरीदाबाद में एक व्यक्ति द्वारा एक युवक को डंडों से बुरी तरह पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। विवाद एक महिला द्वारा गाली गलौज करने पर शुरू हुआ था। पुलिस ने भी शिकायत के बाद केस दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। वायरल वीडियो में जहां एक व्यक्ति युवक पर डंडे से प्रहार कर रहा है, वहीं एक महिला भी हाथ में डंडा लिए दिखाई देती है। बल्लभगढ़ स्थित हरी विहार इलाके में रहने वाले प्रदीप ने बताया कि 15 नवंबर को सुबह अपने घर के अंदर था। तभी पड़ोस में घर के सामने रहने वाली एक महिला ने उनको गालियां देनी शुरू कर दी। महिला से उनकी पहले से ही रंजिश चली आ रही है। उसने गली में आकर विरोध किया तो महिला ने घर में घुसकर उसे डंडा मार दिया। फिर उसके तीन बेटे व बहू झगड़े पर उतारू हो गए। उसके साथ गाली गलौज करने लगे। प्रदीप ने बताया कि इसके बाद वह उनसे बात करने के लिए गली में पहुंचा तो वहां पर अजय, विजय और प्रमोद सहित उसके घर की दोनों महिलाओं ने भी उस पर हमला कर दिया। इसके चलते उसे काफी गंभीर चोट आई हैं। उसको डंडे से बुरी तरह से पीटा गया। वह जमीन पर गिर गया तो वे उसे मरा हुआ समझकर छोड़ कर चले गए। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में की थी, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। युवक ने बताया कि दोनों पक्षों में पहले भी झगड़े का केस कोर्ट में चल रहा है। उन्होंने इस झगड़े से पहले भी पुलिस में शिकायत दी थी कि पड़ोसियों से उसे जान का खतरा है, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। प्रदीप की मां सविता भी पुलिस की कार्य शैली से खासी नाराज है। उनका कहना है कि यदि पुलिस उनकी दी शिकायत पर पहले ही कार्रवाई कर देती तो आज उनके बेटे की जान के साथ न बनती। बल्लभगढ़ में थाना आदर्श नगर के SHO हरिकिशन ने बताया कि घटना बीते 15 नवंबर की है। घायल प्रदीप की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लेंगे।ऋ हरियाणा के फरीदाबाद में एक व्यक्ति द्वारा एक युवक को डंडों से बुरी तरह पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। विवाद एक महिला द्वारा गाली गलौज करने पर शुरू हुआ था। पुलिस ने भी शिकायत के बाद केस दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। वायरल वीडियो में जहां एक व्यक्ति युवक पर डंडे से प्रहार कर रहा है, वहीं एक महिला भी हाथ में डंडा लिए दिखाई देती है। बल्लभगढ़ स्थित हरी विहार इलाके में रहने वाले प्रदीप ने बताया कि 15 नवंबर को सुबह अपने घर के अंदर था। तभी पड़ोस में घर के सामने रहने वाली एक महिला ने उनको गालियां देनी शुरू कर दी। महिला से उनकी पहले से ही रंजिश चली आ रही है। उसने गली में आकर विरोध किया तो महिला ने घर में घुसकर उसे डंडा मार दिया। फिर उसके तीन बेटे व बहू झगड़े पर उतारू हो गए। उसके साथ गाली गलौज करने लगे। प्रदीप ने बताया कि इसके बाद वह उनसे बात करने के लिए गली में पहुंचा तो वहां पर अजय, विजय और प्रमोद सहित उसके घर की दोनों महिलाओं ने भी उस पर हमला कर दिया। इसके चलते उसे काफी गंभीर चोट आई हैं। उसको डंडे से बुरी तरह से पीटा गया। वह जमीन पर गिर गया तो वे उसे मरा हुआ समझकर छोड़ कर चले गए। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में की थी, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। युवक ने बताया कि दोनों पक्षों में पहले भी झगड़े का केस कोर्ट में चल रहा है। उन्होंने इस झगड़े से पहले भी पुलिस में शिकायत दी थी कि पड़ोसियों से उसे जान का खतरा है, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। प्रदीप की मां सविता भी पुलिस की कार्य शैली से खासी नाराज है। उनका कहना है कि यदि पुलिस उनकी दी शिकायत पर पहले ही कार्रवाई कर देती तो आज उनके बेटे की जान के साथ न बनती। बल्लभगढ़ में थाना आदर्श नगर के SHO हरिकिशन ने बताया कि घटना बीते 15 नवंबर की है। घायल प्रदीप की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लेंगे।ऋ हरियाणा | दैनिक भास्कर
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57 साल बाद हार, जनता के बीच भजनलाल परिवार:गांव-गांव काम गिनवा रहे भव्य-कुलदीप बिश्नोई; गढ़ वापस पाने को OBC-बिश्नोई वोटर्स को मना रहे हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भजनलाल परिवार एक बार फिर लोगों के बीच पहुंचा है। कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर के विभिन्न गांव में जाकर धन्यवादी दौरे कर रहे हैं। 3 दिवसीय दौरे का आज अंतिम दिन है। 3 दिन में बिश्नोई परिवार 54 गांव को कवर करेगा। 2 दिनों में आधे से ज्यादा गांव कवर किए गए हैं। दौरे के दौरान भव्य और कुलदीप बिश्नोई लोगों से संवाद कर रहे हैं, वहीं हार पर भी मंथन किया जा रहा है। बिश्नोई परिवार गांव-गांव जाकर कह रहा है कि आदमपुर उनका परिवार है। अगर थोड़ा जोर और लगा देते थे तो भजनलाल परिवार का स्वर्णिम दौर वापस आ सकता था। मगर, फिर भी लोगों के काम न पहले रुके थे, न इस बार रुकेंगे। पहले भी केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार थी और अब भी है। आज भी किसी अधिकारी के पास काम लेकर जाते हैं तो वह मना नहीं करता। बता दें कि 57 साल बाद आदमपुर से बिश्नोई परिवार को हार का मुंह देखना पड़ा। ऐसे में वह जनता के बीच जाकर दोबारा अपनी खिसक चुकी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं। भव्य बिश्नोई बोले- सेवा के लिए पद जरूरी नहीं
भव्य बिश्नोई ने आदमपुर के एक गांव में लोगों से कहा कि चौधरी भजनलाल परिवार को सेवा करने के लिए किसी पद की आवश्यकता नहीं है। अगर परिणाम हमारे पक्ष में आते तो आदमपुर को बहुत बड़ी ताकत मिलने वाली थी। जो स्वर्णिम दौर चौधरी भजनलाल लाने की बात करते थे, वह दौर कुलदीप जी और सबके प्रयास से हमारे नजदीक आ गया था। आप सभी और हमसे भूल चूक हुई। मगर, आप चिंता मत करें, ऊपर और नीचे सरकार हमारी है। आप सभी ने पिता जी का कद इतना बड़ा बनाया है। मंत्री और अधिकारी कोई कितना बड़ा क्यों न हो, यदि कोई काम उनके पास लेकर जाते हैं तो वह तुरंत प्रभाव से पूरा होता है। आपके काम में कभी रुकावट नहीं आएगी। पहले की तरह ही हम आपका काम करते रहेंगे। नाराज बिश्नोई और ओबीसी वोटरों को मनाने का प्रयास
आदमपुर विधानसभा सीट पर करीब 1.78 लाख वोटर हैं। इनमें पुरुष वोटर 94 हजार 940 और महिला वोटर 93 हजार 708 हैं। इस सीट पर जाट और ओबीसी वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। आदमपुर में सबसे ज्यादा जाट वोटर करीब 55 हजार हैं। बिश्नोई समुदाय के 28 हजार वोट हैं। अगर ओबीसी में बिश्नोई समुदाय के वोटों को छोड़ दें तो करीब 29 हजार वोट हैं। इनमें सबसे ज्यादा 8200 वोटर जांगड़ा और कुम्हार जाति के हैं। इस चुनाव में कांग्रेस बिश्नोई और ओबीसी वोटरों में सेंध लगाने में सफल रही थी। ऐसे में बिश्नोई परिवार नाराज बिश्नोई वोटरों को मनाने का प्रयास कर रहा है। हार के बाद भावुक होकर रो पड़े थे कुलदीप बिश्नोई
8 अक्टूबर को मिली हार के बाद भजनलाल परिवार आदमपुर मंडी में पैतृक आवास पर पहुंचा था, जहां लोगों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान कुलदीप बिश्नोई समर्थकों को संबोधित करते हुए भावुक हो गए और रोने लगे। इसके बाद समर्थकों ने कहा कि आदमपुर के लोग आपके साथ हैं। कुलदीप बिश्नोई को रोते देखकर समर्थकों ने चौधरी भजनलाल अमर रहे के नारे लगाए। बेटे भव्य बिश्नोई ने कुलदीप बिश्नोई को सांत्वना दी। भजनलाल के करीबी रहे रामजी लाल के भतीजे ने हराया
कांग्रेस ने इस बार भजनलाल परिवार की घेराबंदी की थी। भाजपा ने यहां कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को दूसरी बार मैदान में उतारा था। भव्य बिश्नोई 2 साल पहले यहां से उप-चुनाव लड़े और जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस ने यहां से पूर्व IAS चंद्र प्रकाश को अपना उम्मीदवार बनाया। चंद्र प्रकाश पंडित रामजीलाल के भतीजे हैं। रामजीलाल को चौधरी भजनलाल का परम सखा माना जाता था। एक तरह से बिश्नोई परिवार के नजदीकी रहे परिवार में से ही कांग्रेस ने टिकट दिया। इसका लाभ कांग्रेस को मिला और नजदीकी मुकाबले में भव्य बिश्नोई 1768 वोटों से हार गए। आदमपुर सीट पर पहली बार 1967 में चौधरी भजनलाल जीते थे। इस चुनाव से पहले तक इस सीट पर भजनलाल परिवार के सदस्य ही चुनाव जीतते आ रहे थे।