फरीदाबाद के सूरजकुंड क्षेत्र के आज अरावली की जंगलों में एक युवक द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में भिजवा दिया है। अनखीर पुलिस चौकी के प्रभारी जगवीर सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान अलोका गांव निवासी गुरिंदर के रूप में हुई है। गुरिंदर अक्सर सूरजकुंड क्षेत्र के स्थित सिद्धार्थ आश्रम में आया-जाया करता था। पुलिस जब घटनास्थल पर जब पहुंची तो युवक पेड़ पर फंदे से लटका हुआ मिला। आस पास के लोगों से युवक की पहचान करवाकर परिजनों को बुलाया गया और शव को नीचे उतरा गया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गुरिंदर ने किन कारणों के चलते सुसाइड किया है। पुलिस मामले में हर पहलू की जांच कर रही है। फरीदाबाद के सूरजकुंड क्षेत्र के आज अरावली की जंगलों में एक युवक द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में भिजवा दिया है। अनखीर पुलिस चौकी के प्रभारी जगवीर सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान अलोका गांव निवासी गुरिंदर के रूप में हुई है। गुरिंदर अक्सर सूरजकुंड क्षेत्र के स्थित सिद्धार्थ आश्रम में आया-जाया करता था। पुलिस जब घटनास्थल पर जब पहुंची तो युवक पेड़ पर फंदे से लटका हुआ मिला। आस पास के लोगों से युवक की पहचान करवाकर परिजनों को बुलाया गया और शव को नीचे उतरा गया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गुरिंदर ने किन कारणों के चलते सुसाइड किया है। पुलिस मामले में हर पहलू की जांच कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में हुड्डा बोले- सैलजा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता:किसी तरह की कोई नाराजगी नहीं; CM सैनी को बताया झूठ की दुकान
रोहतक में हुड्डा बोले- सैलजा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता:किसी तरह की कोई नाराजगी नहीं; CM सैनी को बताया झूठ की दुकान हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा की नाराजगी से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि कुमारी सैलजा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता हैं और किसी तरह की कोई नाराजगी नहीं है। दरअसल, कुमारी सैलजा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार से दूरी बना ली है। चर्चा है कि वह विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के टिकट वितरण से नाराज हैं। इसके चलते वह पिछले कई दिनों से चुनाव प्रचार में सक्रिय नहीं हैं, जबकि उनका नाम पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में भी शामिल है। अब भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। वह सोमवार को रोहतक में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर भाजपा की महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष नीना राठी और किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतपाल राठी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। पूर्व मुख्यमंत्री ने दोनों का पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया और कहा कि कांग्रेस में उन्हें पूरा सम्मान मिलेगा। कांग्रेस जनविरोधी पोर्टल बंद करेगी: हुड्डा भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार बनने पर जनविरोधी पोर्टल बंद किए जाएंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार के लिए हरियाणा आएंगे। राहुल गांधी इस समय जम्मू-कश्मीर चुनाव प्रचार में सक्रिय हैं। कांग्रेस की सरकार बनने पर हरियाणा नशा मुक्त बनेगा। इस समय हरियाणा में नशे का प्रचलन बढ़ रहा है। पंजाब से ज्यादा नशा हरियाणा में बिक रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए। अगर भाजपा ने प्रदेश में विकास कार्य नहीं किए तो कर्ज कैसे बढ़ गया- हुड्डा हुड्डा ने कहा कि वर्ष 2014 में जब कांग्रेस की सरकार गई थी तो हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, बेहतर कानून व्यवस्था, खेल खिलाड़ी और नौकरियां देने के मामले में नंबर वन था। लेकिन आज बेरोजगारी में नंबर वन हो गया है। बिगड़ती कानून व्यवस्था के कारण हरियाणा असुरक्षित राज्यों में शामिल है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हरियाणा पर 4.5 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार ने कोई विकास कार्य नहीं किया तो फिर इतना कर्ज कैसे हो गया। योग्यता के आधार पर दी जाएंगी नौकरियां- हुड्डा भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नौकरियों के संदर्भ में कांग्रेस प्रत्याशियों के वायरल वीडियो पर भी प्रतिक्रिया दी। इन वीडियो में कांग्रेस प्रत्याशी सरकार बनने पर पर्ची सिस्टम के आधार पर अपने समर्थकों को नौकरी देने की बात कर रहे हैं। इस पर हुड्डा ने कहा कि सरकार बनने पर योग्यता के आधार पर नौकरियां दी जाएंगी। एक अन्य सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी को झूठा तक करार दे दिया। उन्होंने कहा कि सैनी झूठ की दुकान हैं। वह सुबह होते ही झूठ बोलना शुरू कर देते हैं।
करनाल में 300 एकड़ कृषि भूमि पर अवैध खनन:किसानों, पर्यावरण और सरकारी राजस्व को भारी नुकसान, माफियाओं पर कार्रवाई की मांग
करनाल में 300 एकड़ कृषि भूमि पर अवैध खनन:किसानों, पर्यावरण और सरकारी राजस्व को भारी नुकसान, माफियाओं पर कार्रवाई की मांग हरियाणा के करनाल में विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 300 एकड़ कृषि भूमि पर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है, जिससे किसानों, पर्यावरण और सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। प्रशासन और खनन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के कारण खनन माफियाओं का मनोबल बढ़ता जा रहा है। अवैध मिट्टी खनन के कारण कृषि भूमि, पर्यावरण और सरकारी राजस्व को हो रहे नुकसान को रोकने के लिए तुरंत प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। कृषि भूमि का नेचर बदल रहा, पर्यावरण को नुकसान बिजना गांव में कई एकड़ कृषि भूमि से बिना अनुमति और रॉयल्टी के मिट्टी उठाने का काम जोरों पर चल रहा है। खनन माफिया द्वारा मिट्टी की गहरी खुदाई के कारण कृषि भूमि की उर्वरा शक्ति नष्ट हो रही है। पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। 3 फीट से अधिक गहराई तक खुदाई के कारण नीचे की रेत भी बाहर आ गई है, जो कृषि भूमि के लिए हानिकारक है। किसानों की मजबूरी और राजस्व का नुकसान किसान एक फीट मिट्टी उठाने के लिए 1 लाख से 1.25 लाख रुपए तक वसूल रहे हैं, जिससे उन्हें प्रति एकड़ 10 से 12 लाख रुपए की आय हो रही है।इसके लिए खनन विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई है, जिससे करोड़ों रुपए की रॉयल्टी चोरी हो रही है। पड़ोसी किसान अपनी मिट्टी बेचने को मजबूर हैं, क्योंकि 15 फीट गहराई वाले खेतों की मिट्टी कटने लगती है। रिंग रोड निर्माण में मिट्टी का अवैध उपयोग 34 किलोमीटर लंबे रिंग रोड के निर्माण के लिए 23 गांवों से होकर मिट्टी डाली जा रही है। यह मिट्टी आसपास के खेतों से अवैध रूप से उठाई जा रही है। टेंडर में मिट्टी के स्रोत का उल्लेख है, लेकिन खनन विभाग इसकी कोई जानकारी नहीं दे रहा है। इस अनियमितता से सरकारी राजस्व को सीधा नुकसान हो रहा है। बरसात के दिनों में बढ़ेगी परेशानी गहरी खुदाई वाले खेतों में बरसात के दिनों में पानी भरने से हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। किसानों की शिकायतें प्रशासन तक पहुँचने के बावजूद कार्रवाई के बजाय समझौता करवा दिया जाता है, जिससे खनन माफिया का हौसला बढ़ा है। प्रशासन का आश्वासन करनाल SDM अभिनव मेहता ने बीजना गांव में मिट्टी उठाने के मामले में जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि संबंधित टीम को भेजकर जांच की जाएगी कि किससे परमिशन ली गई है और कौन मिट्टी का उठान कर रहा है।
हरियाणा में BJP हराने का कांग्रेस का महागठबंधन:AAP को सिंगल डिजिट ऑफर; सपा के साथ 4 और दलों को लाएगी साथ, लोकल इनपुट मांगा
हरियाणा में BJP हराने का कांग्रेस का महागठबंधन:AAP को सिंगल डिजिट ऑफर; सपा के साथ 4 और दलों को लाएगी साथ, लोकल इनपुट मांगा हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस ने जंबो गठबंधन प्लान तैयार कर लिया है। इसके लिए कांग्रेस आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन करने जा रही है। इसके अलावा कांग्रेस CPI, CPM, SP और एनसीपी को भी साथ लाने की तैयारी कर रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो AAP को छोड़कर इन पार्टियों को हरियाणा में कांग्रेस 1-1 सीट दे सकती है। आप सांसद राघव चड्ढा की हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया से बुधवार को सीट शेयरिंग पर मीटिंग हो चुकी है। आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के कहने पर बातचीत शुरू हुई है। बाबरिया ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आप को सिंगल डिजिट में सीटें दी जा सकती हैं। इस पर अभी बातचीत चल रही है। अगर समझौता हो गया तो ठीक है, अन्यथा दो दिन बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। बाबरिया ने कहा कि कांग्रेस और आप ऐसे समाधान पर बात कर रहे हैं जिससे दोनों दलों को फायदा हो। सहयोगियों के लिए कांग्रेस का ये ऑफर गठबंधन फॉर्मूले के तहत कांग्रेस AAP को 5 और सीपीआई, सीपीएम, सपा और NCP को एक-एक सीट देने को राजी है। हालांकि AAP 10 सीटों की मांग कर रही है। हालांकि यह तय है कि हरियाणा में कांग्रेस I.N.D.I.A. गठबंधन के तहत अपने सहयोगियों को साथ लेकर चुनाव लड़ेगी। इससे पहले दोनों ही पार्टियां चंडीगढ़ मेयर और लोकसभा चुनाव में साथ आने का फॉर्मूले पर चुनाव लड़ चुके हैं। कांग्रेस-आप ने चंडीगढ़ में नगर निगम और लोकसभा चुनाव जीता था। रायशुमारी के लिए कमेटी बनाई कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, इसकी पहल राहुल गांधी ने की है। सोमवार शाम को हुई केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की मीटिंग में राहुल गांधी ने हरियाणा के नेताओं से इस बारे में पूछा था। पार्टी ने गठबंधन के लिए केसी वेणुगोपाल के नेतृत्व में दीपक बाबरिया, अजय माकन और भूपेंद्र हुड्डा की कमेटी बनाई है। राज्य में दोनों पार्टियों ने लोकसभा चुनाव में गठबंधन किया था। राज्य की कुल 10 सीटों में से कांग्रेस ने 9 और AAP ने 1 सीट पर चुनाव लड़ा था। कांग्रेस 5 सीटें जीतीं, लेकिन आप कुरूक्षेत्र सीट हार गई थी। लोकसभा चुनाव वाला फॉर्मूला अपनाएगी कांग्रेस माना जा रहा है कि गठबंधन हुआ तो सीट बंटवारे को लेकर लोकसभा चुनाव वाला फॉर्मूला ही अपनाया जा सकता है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अगर गठबंधन होता है तो AAP को केवल 3-4 सीटें दे सकते हैं, मगर AAP इससे ज्यादा सीटें मांग रही है, इसलिए गठबंधन मुश्किल है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि गठबंधन हो सकता है। इसके लिए AAP और I.N.D.I.A. के सहयोगी बाकी दलों के साथ बातचीत चल रही है। हम हरियाणा में वोटों का ध्रुवीकरण और भाजपा को रोकना चाहते हैं। गठबंधन के पीछे 3 कारण 1. विपक्ष के वोट न बंटे। इससे पहले गुजरात में आप और कांग्रेस अलग-अलग लड़ी थीं, जहां कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ। 2. हरियाणा पंजाब से सटा हुआ है। जहां AAP की सरकार है। ऐसे में बॉर्डर सीट पर AAP के प्रभाव से कांग्रेस के वोट कट सकते हैं। उसका भी नुकसान हो सकता है। 3. राहुल गांधी विपक्षी एकता को भी जिंदा रखना चाहते हैं, वे दिखाना चाहते हैं कि विपक्ष पूरी तरह से एकजुट है। कैसे सफल रहा फॉर्मूला… पहले निगम में कांग्रेस की सपोर्ट से AAP का मेयर बना चंडीगढ़ नगर निगम के 35 वार्डों के लिए इसी साल मार्च महीने में चुनाव हुआ था। इसका चुनाव तो AAP और कांग्रेस ने अलग-अलग लड़ा। जिसमें जिसमें AAP के 13 पार्षद और कांग्रेस के 7 पार्षद जीत गए। भाजपा के 14 और एक पार्षद अकाली दल का बना। मेयर के लिए सबसे बड़ी पार्टी भाजपा बनी। हालांकि I.N.D.I.A. ब्लॉक के तहत आप-कांग्रेस ने मेयर चुनाव में गठबंधन कर लिया। जिसके बाद यहां कुलदीप कुमार आम आदमी पार्टी (AAP) के मेयर चुने गए। देश भर में I.N.D.I.A. ब्लॉक के आपस में मिलकर लड़ने और भाजपा को हराने का यह पहला चुनाव था। लोकसभा चुनाव में AAP के सपोर्ट से कांग्रेस जीती चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर 2014 और 2019 में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। दोनों बार दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों की हार हुई और भाजपा जीत गई। 2014 में कांग्रेस उम्मीदवार 1,21,720 यानी 26.84% वोट मिले थे। वहीं AAP की गुल पनाग को 1,08,679 यानी 23.97% वोट मिले थे। मगर, इस सीट पर 191,362 यानी 42.20% वोट पाने वाली भाजपा की किरण खेर जीती। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पवन बंसल को 1,84,218 यानी 40.35% वोट मिले। वहीं AAP उम्मीदवार हरमोहन धवन को 13,781 यानी सिर्फ 3.82% वोट मिले। कांग्रेस यह चुनाव भी हार गई। इसमें भाजपा की किरण खेर को 231,188 यानी 50.64% वोट मिले। इसके बाद 2024 में AAP ने कांग्रेस को सपोर्ट किया। जिसमें कांग्रेस के मनीष तिवारी 216,657 यानी 48.22% वोट पाकर जीत गए। उनसे हारे भाजपा उम्मीदवार संजय टंडन को 214,153 यानी 47.67% वोट मिले। इस चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर 2014 के मुकाबले 21.38% और 2019 के मुकाबले 7.87% बढ़ गया था।