फाजिल्का जिले में भारत पाकिस्तान सरहद पर पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन के जरिए हथियार भेजे गए। बीएसएफ जवान ने फायरिंग कर ड्रोन को गिरा दिया, और हथियार व ड्रोन बरामद कर लिया l इसके बाद अब फाजिल्का के स्टेट स्पेशल सेल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है l वहीं इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है कि आखिरकार हथियारों की खेप भारत की तरफ किसने मंगवाई थी l भारतीय सीमा में घुसा पाकिस्तानी ड्रोन स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल थाने के अधिकारी ने बताया कि फाजिल्का के भारत-पाकिस्तान सरहदी इलाके की बाओपी मुहारसोना के नजदीक एक दिन पहले रात के समय ड्रोन की मूवमेंट हुई l जिसके बाद बीएसएफ जवान ने भारत के क्षेत्र में दाखिल हुए ड्रोन को देख कर फायरिंग कर दी l 3 राउंड फायर किए गए l इसके बाद इलाके को सील कर सर्च किया गया। जिसके बाद ड्रोन और हथियार बरामद हुए हैl मामले की जांच में जुटी पुलिस जिसमें 3 पिस्टल, 7 मैगजीन और एक ड्रोन बरामद हुआ l बताया जा रहा है कि पकड़े गए पिस्टल टॉप क्वालिटी के हैं l जिस मामले में स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल थाना फाजिल्का में एफआईआर दर्ज की गई है l फिलहाल पुलिस के द्वारा इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है l खुफिया सोर्स अलर्ट कर दिए गए हैं और जांच की जा रही है कि आखिरकार हथियारों की खेप पाकिस्तान से किसने मंगवाई थी । फाजिल्का जिले में भारत पाकिस्तान सरहद पर पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन के जरिए हथियार भेजे गए। बीएसएफ जवान ने फायरिंग कर ड्रोन को गिरा दिया, और हथियार व ड्रोन बरामद कर लिया l इसके बाद अब फाजिल्का के स्टेट स्पेशल सेल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है l वहीं इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है कि आखिरकार हथियारों की खेप भारत की तरफ किसने मंगवाई थी l भारतीय सीमा में घुसा पाकिस्तानी ड्रोन स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल थाने के अधिकारी ने बताया कि फाजिल्का के भारत-पाकिस्तान सरहदी इलाके की बाओपी मुहारसोना के नजदीक एक दिन पहले रात के समय ड्रोन की मूवमेंट हुई l जिसके बाद बीएसएफ जवान ने भारत के क्षेत्र में दाखिल हुए ड्रोन को देख कर फायरिंग कर दी l 3 राउंड फायर किए गए l इसके बाद इलाके को सील कर सर्च किया गया। जिसके बाद ड्रोन और हथियार बरामद हुए हैl मामले की जांच में जुटी पुलिस जिसमें 3 पिस्टल, 7 मैगजीन और एक ड्रोन बरामद हुआ l बताया जा रहा है कि पकड़े गए पिस्टल टॉप क्वालिटी के हैं l जिस मामले में स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल थाना फाजिल्का में एफआईआर दर्ज की गई है l फिलहाल पुलिस के द्वारा इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है l खुफिया सोर्स अलर्ट कर दिए गए हैं और जांच की जा रही है कि आखिरकार हथियारों की खेप पाकिस्तान से किसने मंगवाई थी । पंजाब | दैनिक भास्कर
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सेना में हुए थे ब्लड प्रेशर के शिकार, मिलेंगी पेंशन:HC ने सुनाया फैसला, केंद्र सरकार की अपील खारिज, 2019 में दी रिटायरमेंट
सेना में हुए थे ब्लड प्रेशर के शिकार, मिलेंगी पेंशन:HC ने सुनाया फैसला, केंद्र सरकार की अपील खारिज, 2019 में दी रिटायरमेंट सेना में रहते हुए कोई हाई ब्लड प्रेशर स्टेज एक का शिकार हो जाता है। तो वह विकलांगता पेंशन का हकदार माना जाएगा। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इस तरह के एक केस को सुनते हुए फैसला सुनाया है। अदालत ने आर्म्ड फोर्सेज ट्रिब्रूनल (AFT) के फैसले के खिलाफ भारत सरकार की अपील को खारिज कर दी है। 2002 में सेना हुए थे भर्ती धीरज कुमार की तरफ से इस संबंधी AFT में याचिका दाखिल की गई थी। उन्होंने अपनी याचिका में बताया था कि वह 2002 में सेना में शामिल हुए थे। नौकरी के दौरान वह वह स्टेज हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो गए थे। इसके बाद सेना ने उन्हें 31 अक्तूबर 2019 को सेवा मुक्त कर दिया था। लेकिन पेंशन नहीं दी गई। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने अपनी जंग जारी रखी। मेडिकल बोर्ड ने उनकी विकलांगता 30 फीसदी मानी थी। सेना पेंशन देने का तैयार नहीं थी धीरज ने इसके बाद विकलांगता पेंशन के लिए आवेदन किया। लेकिन सरकार ने उसके आवेदन को इस आधार पर खारिज कर दिया कि उसे हुई विकलांगता न तो सैन्य सेवा के कारण थी और न ही उससे बढ़ी थी। सेना के खिलाफ उन्हाेंने इस मुद्दे पर AFT में जंग लड़ी। जहां पर फैसला उसके पक्ष में आया। लेकिन सरकार सरकार उस फैसले को मानने के लिए तैयार नहीं थी। इसके बाद AFT के फैसले के खिलाफ केंद्र सरकार हाईकोर्ट पहुंची। लेकिन फैसला उसके पक्ष में आया। अदालत में सुनवाई के दौरान सैनिक की तरफ से मेडिकल रिकॉर्ड पेश किया है। उसने बताया कि जब वह भर्ती हुआ तो पूरी तरह से तंदुरुस्त था। उसे यह बीमारी सेना सेवाकाल में हुई।
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू मामले में 7 सस्पेंड:पंजाब पुलिस के 2 DSP समेत हेड कॉन्स्टेबल शामिल, ड्यूटी में लापरवाही पर कार्रवाई
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू मामले में 7 सस्पेंड:पंजाब पुलिस के 2 DSP समेत हेड कॉन्स्टेबल शामिल, ड्यूटी में लापरवाही पर कार्रवाई गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में सरकार ने आरोपी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लिया है। पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित SIT ने 7 अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान कोताही व लापरवाही का आरोपी माना। जिसके बाद सभी को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए गए हैं। ये आदेश राज्य के गृह विभाग के प्रमुख सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह ने शुक्रवार देर शाम जारी किए हैं। जिन अधिकारियों-कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है, उनमें DSP से लेकर हेड कॉन्स्टेबल रैंक तक के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। इसमें DSP गुरशेर सिंह (अमृतसर स्थित 9 बटालियन), DSP समर वनीत, सब इंस्पेक्टर रीना (CIA खरड़ में तैनात), सब इंस्पेक्टर जगतपाल जंगू (एजीटीएफ में तैनात), सब इंस्पेक्टर शगनजीत सिंह (एजीटीएफ), ASI मुखत्यार सिंह और हेड कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश शामिल है। गैंगस्टर के 2 इंटरव्यू वायरल हुए थे। SIT की रिपोर्ट के मुताबिक पहला इंटरव्यू 3 व 4 सितंबर 2022 को हुआ है। लॉरेंस उस समय खरड़ CIA में रखा गया था। दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ है। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली
लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत
लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। पंजाब के DGP ने खारिज किया था दावा
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू वर्ष 2023 में 14 और 17 मार्च को जारी किए गए थे। जिसके बाद पंजाब पुलिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद पंजाब के डीजीपी गौरव यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इंटरव्यू बठिंडा या पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुआ है। DGP ने लॉरेंस की 2 तस्वीरें दिखाते हुए कहा था- जब लॉरेंस को बठिंडा जेल लाया गया तो इसके बाल कटे थे और दाढ़ी-मूछ नहीं थी। लॉरेंस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… गैंगस्टर लॉरेंस की वीडियो कॉल से हड़कंप, पाकिस्तानी डॉन को ईद की बधाई दे रहा पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड गैंगस्टर लॉरेंस का 17 सेकेंड का वीडियो कॉल वायरल हुआ। इसमें वह पाकिस्तान के कुख्यात डॉन शहजाद भट्टी से बात करते हुए नजर आ रहा है। लॉरेंस भट्टी को ईद की बधाई दे रहा है। माना जा रहा है कि यह वीडियो 16 जून का है। पूरी खबर पढ़ें…
हाईकोर्ट का आदेश-एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर खोले हरियाणा सरकार:कहा- शुभकरण की मौत शॉटगन से हुई, ऐसा लगता है गोली किसानों की तरफ से चली
हाईकोर्ट का आदेश-एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर खोले हरियाणा सरकार:कहा- शुभकरण की मौत शॉटगन से हुई, ऐसा लगता है गोली किसानों की तरफ से चली पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने एक हफ्ते के भीतर शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को यह आदेश दिए हैं। इस संबंध में हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को कहा- सरकार एक हफ्ते में रोड क्लियर करे। वहां से बैरिकेड हटाए। हाईकोर्ट ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर स्थिति शांतिपूर्ण है। किसानों की मांग केंद्र सरकार से है। इसलिए उन्हें दिल्ली की तरफ जाने की छूट दे देनी चाहिए। सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार ने कहा कि अगर वे शंभू बॉर्डर से बैरिकेड हटा देते हैं तो फिर किसान अंबाला में घुस जाएंगे और SP ऑफिस का घेराव करेंगे। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि वर्दी वालों को घबराना नहीं चाहिए। लोकतंत्र में किसानों को हरियाणा में घुसने या घेराव करने से नहीं रोका जा सकता। शंभू बॉर्डर पिछले 5 महीने से बंद चल रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले किसान दिल्ली कूच करना चाहते थे। पंजाब के इन किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने यहां 7 लेयर की बैरिकेडिंग की थी। शंभू बॉर्डर बंद किए जाने से पंजाब और हरियाणा के बीच सीधी कनेक्टिविटी टूट गई थी। शंभू बॉर्डर खुलवाने की मांग को लेकर अंबाला के व्यापारियों ने भी दुकानें बंद कर रोष जताया था। वहीं खनौरी बॉर्डर पर किसान शुभकरण की मौत के मामले में हाईकोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ। हाईकोर्ट ने किसान यूनियनों को कहा कि शुभकरण की मौत शॉट गन से हुई है। पुलिस शॉट गन का इस्तेमाल नहीं करती। ऐसा लगता है कि गोली किसानों की तरफ से चलाई गई हो। हाईकोर्ट ने कहा कि उस दिन की फुटेज चैक की जानी चाहिए ताकि पता चल सके कि शॉटगन किसके पास थी। हरियाणा सरकार के वकील दीपक सब्बरवाल ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर झज्जर सतीश बालन की अगुआई में किसान शुभकरन की मौत की जांच को लेकर एसआईटी बनाई गई है। हरियाणा सरकार के वकील बोले- पंजाब सरकार को भी आदेश हुए
हरियाणा सरकार के वकील दीपक सभरवाल ने कहा कि 10 फरवरी 2024 से यह सड़क बंद है। हमने हाईकोर्ट को बताया कि सिर्फ लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए बैरिकेडिंग की गई है। किसान पंजाब की तरफ बैठे हुए हैं। यह दिन-रात करीब 400 की संख्या में हैं। पंजाब सरकार किसानों को एक तय जगह पर बिठाए। हम तुरंत बैरिकेडिंग को हटा लेंगे। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को कहा कि एक हफ्ते में बैरिकेडिंग हटाओ। अगर लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति आती है तो सरकार जो चाहे फैसला ले सकती है। यही आदेश पंजाब सरकार को भी दिया गया है कि वह लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन रखें। उन्होंने कहा कि हाईवे तभी खुल पाएंगे, जब किसान वहां से हटेंगे। पंधेर बोले- दिल्ली जाने के फैसले पर दोबारा विचार करेंगे
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमें मीडिया से आ रही खबरों हाईकोर्ट के आदेशों का पता चला है। हरियाणा सरकार को हाईकोर्ट ने कहा कि बैरिकेड खोले जाए। ठीक है, हमने पहले दिन से ही कहा था कि हमने रास्ता नहीं रोका नहीं हुआ है। बैरिकेड केंद्र व हरियाणा सरकार ने लगाए है। उसी बात पर हाईकोर्ट ने मोहर लगाई। हमने दोनो फोरम की इस मुद्दे पर 16 जुलाई को मीटिंग बुला ली है। जिसमें आगे क्या करना है, उस पर रणनीति बनाई जाएगी। कोर्ट ने हरियाणा सरकार को एक हफ्ते का समय दिया है। देश के लोग जानना चाहते हैं कि हमारा आगे क्या फैसला है। पहले हमारा दिल्ली जाने का फैसला था। हम इसलिए रुके थे क्योंकि बड़ा टकराव व जानी नुकसान हो सकता था। इस फैसले पर दोबारा विचार किया जा सकता है। हम कहना चाहते है कि हमने पहले भी रास्ता नहीं रोका था, आगे भी रास्ता नहीं रोकेंगे। किसान नेता बोले- फैसले का स्वागत
किसान नेता मनजीत राय ने कहा कि हमें अभी आदेश की कॉपी नहीं मिली, लेकिन इस फैसले का स्वागत करते हैं। हम बार-बार पूछ रहे हैं कि किस संविधान और कानून के तहत सड़क पर दीवारें बनाई गईं। सरकार ने लोकतंत्र को दरकिनार कर यह सड़कें बंद की थी। यह आम जनता, किसानों और व्यापारियों की राजधानी जाने की भावनाओं की जीत है। उन्होंने कहा कि हम यहां नहीं बैठना चाहते, हम दिल्ली जाना चाहते हैं। हम इस बारे में मीटिंग कर अगली रणनीति तय करेंगे। किसानों ने कहा था- पुलिस ने बंद किए
इससे पहले जब यह मामला हाईकोर्ट पहुंचा तो शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन की अगुआई करने वाले जगजीत डल्लेवाल और सरवण पंधेर ने कहा था कि इसे हरियाणा सरकार ने बंद किया है। वह तो बॉर्डर पर किनारे बैठे हुए हैं। हालांकि अब अगर पुलिस शंभू बॉर्डर खोल देती है तो फिर उसके बाद किसान क्या रुख अपनाएंगे, इसको लेकर सबकी नजर है। हाईकोर्ट में दायर याचिका में यह दिए थे तर्क 1. भुखमरी की कगार पर आए दुकानदार
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने आज पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में शंभू बॉर्डर खुलवाने को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। वासु रंजन शांडिल्य ने दायर जनहित याचिका में बताया कि 5 महीने से नेशनल हाईवे 44 बंद पड़ा है। अंबाला के दुकानदार, व्यापारी, छोटे बड़े रेहड़ी फड़ी वाले भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। 2. सरकारी बसों का रूट डायवर्ट, तेल खर्च बढ़ा, मरीजों को दिक्कत
वासु रंजन शांडिल्य ने याचिका में पंजाब व हरियाणा सरकार सहित किसान नेता स्वर्ण सिंह पंढेर व जगजीत सिंह डल्लेवाल को भी पार्टी बनाया है। याचिका में हाईकोर्ट को बताया कि शंभू बॉर्डर बंद होने के कारण सरकारी बसों को रूट डायवर्ट किया हुआ है, जिससे तेल का खर्च बढ़ रहा है। अंबाला व शंभू के आसपास के मरीज बॉर्डर बंद होने के कारण दिक्कत में है। एंबुलेंस के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 3. वकीलों को भी आने-जाने में दिक्कत हो रही
वहीं वासु रंजन ने कहा कि हरियाणा पंजाब के वकीलों को भी अंबाला से पटियाला व पटियाला वालों को अंबाला की अदालतों में आने में भारी दिक्कतें हो रही है। उन्होंने बताया कि फरवरी 2024 से गैर कानूनी तरीके से संविधान का उल्लंघन कर राष्ट्रीय हाईवे को बंद किया हुआ है। 4. किसानों ने अस्थायी घर बना लिए
शंभू बॉर्डर के आसपास किसानों ने अस्थाई घर बना लिए हैं, ऐसा लगता है कि जैसे अब शंभू बॉर्डर कभी खुलेगा ही नहीं अनिश्चित काल के लिए बंद हो गया है। वासु रंजन ने दायर जनहित याचिका में कहा कि तुरंत हाईकोर्ट केंद्र व दोनों राज्य सरकारों को रास्ता खोलने के आदेश दें। 5. रोड बंद करना मौलिक अधिकारों का हनन
वासु रंजन ने कहा था कि रास्ता किसके कारण ओर क्यों बंद है इस पर निर्णय हाईकोर्ट करेगा, लेकिन चाहे हरियाणा सरकार हो या पंजाब सरकार हो या केंद्र रोड को बंद करना जनता के मौलिक अधिकारों का हनन है। जबकि फरवरी 2024 से शंभू बॉर्डर बंद पड़ा है जिस कारण अंबाला जिला व पटियाला जिला का छोटा बड़ा काम बंद हो चुका है। हाईवे पंजाब हिमाचल, जम्मू कश्मीर को जोड़ता है इसके बंद होने से न केवल सरकारों को नुकसान हो रहा है बल्कि आम आदमी तो बिना मतलब से भुखमरी के कगार पर आ गया है। 13 फरवरी से चल रहा है आंदोलन
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर 13 फरवरी से किसान आंदोलन चल रहा है। किसान मांगों को लेकर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर दिल्ली कूच के लिए निकले थे, लेकिन उन्हें शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने रोक लिया। यहां पुलिस और किसानों के बीच टकराव भी हुआ था। किसानों के आगे बढ़ने पर उन पर पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले दागे गए। यही स्थित खनौरी बॉर्डर पर भी देखने को मिली थी। किसानों के साथ पुलिस कर्मचारी भी घायल हुए थे। खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण की मौत हो गई थी। शंभू बॉर्डर पर किसानों ने रेलवे ट्रैक भी किया था जाम, बैरिकेडिंग तोड़ी-पुलिस से धक्कामुक्की
करीब 3 महीने पहले पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने शंभू रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया था। किसान रेलवे ट्रैक पर बैठे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी, जिससे पुलिस-किसानों की धक्कामुक्की हुई। किसान सरकार से युवा नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा समेत 3 किसानों की रिहाई की मांग कर रहे थे। NHAI को 108 करोड़ से अधिक का नुकसान
शंभू बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन के कारण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को 108 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। 13 फरवरी को शंभू टोल प्लाजा को बंद किया गया था। तब से अभी तक हाईवे शुरू नहीं हो सका है।