बठिंडा में एसएसपी अमनीत कौंडल ने ट्रैफिक रूल फॉलो करने वालों को गुलाब दिया और जिन्होंने हेलमेट नहीं पहने थे, उन्हें हेलमेट दिए। एसएसपी के नेतृत्व में फायर ब्रिगेड चौक पर आयोजित कार्यक्रम में यातायात जागरूकता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के दौरान एसएसपी ने स्पष्ट किया कि हेलमेट का वितरण महज एक उपहार नहीं, बल्कि जागरूकता का प्रतीक है। उन्होंने चेतावनी दी कि आगे से बिना हेलमेट गाड़ी चलाने पर चालान किया जाएगा। साथ ही, वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाए गए और उनका वितरण भी किया गया। पूरे देश में 11 से 17 जनवरी तक चल रहे सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान यातायात पुलिस और जिला प्रशासन विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली 80 प्रतिशत मौतें युवाओं की
एसएसपी ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली 80 प्रतिशत मौतें 20 से 40 वर्ष के युवाओं की होती हैं। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि खतरनाक बिंदुओं की पहचान कर ली गई है। राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों को अधिसूचित किया जा रहा है। शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान एक रोचक घटना में एसएसपी ने ट्रैफिक पुलिस के सहायक इंचार्ज को फटकार लगाई, जब उन्होंने जागरूकता अभियान के लिए नियमों के विपरीत ऑटो का उपयोग किया। एसएसपी ने स्पष्ट किया कि जागरूकता फैलाते समय भी नियमों का पालन आवश्यक है। बठिंडा में एसएसपी अमनीत कौंडल ने ट्रैफिक रूल फॉलो करने वालों को गुलाब दिया और जिन्होंने हेलमेट नहीं पहने थे, उन्हें हेलमेट दिए। एसएसपी के नेतृत्व में फायर ब्रिगेड चौक पर आयोजित कार्यक्रम में यातायात जागरूकता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के दौरान एसएसपी ने स्पष्ट किया कि हेलमेट का वितरण महज एक उपहार नहीं, बल्कि जागरूकता का प्रतीक है। उन्होंने चेतावनी दी कि आगे से बिना हेलमेट गाड़ी चलाने पर चालान किया जाएगा। साथ ही, वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाए गए और उनका वितरण भी किया गया। पूरे देश में 11 से 17 जनवरी तक चल रहे सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान यातायात पुलिस और जिला प्रशासन विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली 80 प्रतिशत मौतें युवाओं की
एसएसपी ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली 80 प्रतिशत मौतें 20 से 40 वर्ष के युवाओं की होती हैं। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि खतरनाक बिंदुओं की पहचान कर ली गई है। राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों को अधिसूचित किया जा रहा है। शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान एक रोचक घटना में एसएसपी ने ट्रैफिक पुलिस के सहायक इंचार्ज को फटकार लगाई, जब उन्होंने जागरूकता अभियान के लिए नियमों के विपरीत ऑटो का उपयोग किया। एसएसपी ने स्पष्ट किया कि जागरूकता फैलाते समय भी नियमों का पालन आवश्यक है। पंजाब | दैनिक भास्कर