बम ब्लास्ट के आरोपियों का रिमांड लेगी चंडीगढ़ पुलिस:अमृतसर कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा, आर्म्स एक्ट में हुई थी गिरफ्तारी

बम ब्लास्ट के आरोपियों का रिमांड लेगी चंडीगढ़ पुलिस:अमृतसर कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा, आर्म्स एक्ट में हुई थी गिरफ्तारी

चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में हैंड-ग्रेनेड फेंकने वाले दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी चल रही है। पुलिस कुछ ही दिनों में दोनों को अरेस्ट कर चंडीगढ़ पहुंचेगी। पंजाब के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) ने बीते सप्ताह ही 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। बीते दिन अमृतसर कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दरअसल, बीते दिन सुनवाई के दौरान अनुमान लगाया जा रहा था कि चंडीगढ़ पुलिस दोनों आरोपियों विशाल मसीह और रोहन मसीह का रिमांड लेने के लिए अमृतसर जिला कचहरी पहुंचेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसके बाद अमृतसर जिला कचहरी की तरफ से मामले की सुनवाई कर दोनों को जेल भेज दिया गया। चंडीगढ़ पुलिस ने अब दोनों का रिमांड हासिल करने के लिए कोशिशें शुरू कर दी हैं। जल्द ही अमृतसर कोर्ट में एप्लिकेशन दायर कर दोनों का रिमांड हासिल किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर भागने की तैयारी में थे हमलावर एसएसओसी ने दोनों आरोपियों विशाल और रोहन मसीह को बीते सप्ताह गिरफ्तार कर लिया था। रोहन अमृतसर के रमदास का रहने वाला है, जबकि दूसरा विशाल मसीह डेरा बाबा नानक का रहने वाला है। दोनों ही घटना को अंजाम देने के बाद जम्मू-कश्मीर भागने वाले थे। पंजाब एसएसओसी की टीम ने रोहन को अमृतसर बस स्टैंड और विशाल को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। हथियारों की तस्करी में एसएसओसी ने किया था गिरफ्तार एसएसओसी ने 8 सितंबर को दर्ज एफआईआर में दोनों को गिरफ्तार कर रिमांड हासिल किया था। गिरफ्तारी के समय रोहन और विशाल से एक विदेशी पिस्टल बरामद हुई थी। जिसे सरहद पार से ड्रोन के जरिए मंगवाया गया था। 2 बार रिमांड लेने के बाद अब कोर्ट ने इस मामले में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। तरखान से बन गए आतंकी रोहन ने पूछताछ में बताया था कि हैप्पी पाशियां उनके गांव का ही है और उसने आर्थिक मदद करने की बात कही थी। उसके साथ 5 लाख रुपए में बात तय हुई थी और अभी उसे सिर्फ तकरीबन 20 हजार रुपए ही मिले थे। रोहन ने बताया कि उस पर कुछ मामूली झगड़े के ही मुकदमे दर्ज हैं। वे एक तरखान है, जो जम्मू-कश्मीर में अपने भाई जोबन के साथ काम करता था। जम्मू-कश्मीर में उसे पंजाब से दोगुणी दहाड़ी मिलती थी। जम्मू में ही काम करते हुए उसकी दोस्ती रोहन से हो गई थी। हैप्पी पाशियां का काम करने की बात उसने विशाल से की तो वे भी तैयार हो गया था। चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में हैंड-ग्रेनेड फेंकने वाले दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी चल रही है। पुलिस कुछ ही दिनों में दोनों को अरेस्ट कर चंडीगढ़ पहुंचेगी। पंजाब के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) ने बीते सप्ताह ही 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। बीते दिन अमृतसर कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दरअसल, बीते दिन सुनवाई के दौरान अनुमान लगाया जा रहा था कि चंडीगढ़ पुलिस दोनों आरोपियों विशाल मसीह और रोहन मसीह का रिमांड लेने के लिए अमृतसर जिला कचहरी पहुंचेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसके बाद अमृतसर जिला कचहरी की तरफ से मामले की सुनवाई कर दोनों को जेल भेज दिया गया। चंडीगढ़ पुलिस ने अब दोनों का रिमांड हासिल करने के लिए कोशिशें शुरू कर दी हैं। जल्द ही अमृतसर कोर्ट में एप्लिकेशन दायर कर दोनों का रिमांड हासिल किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर भागने की तैयारी में थे हमलावर एसएसओसी ने दोनों आरोपियों विशाल और रोहन मसीह को बीते सप्ताह गिरफ्तार कर लिया था। रोहन अमृतसर के रमदास का रहने वाला है, जबकि दूसरा विशाल मसीह डेरा बाबा नानक का रहने वाला है। दोनों ही घटना को अंजाम देने के बाद जम्मू-कश्मीर भागने वाले थे। पंजाब एसएसओसी की टीम ने रोहन को अमृतसर बस स्टैंड और विशाल को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। हथियारों की तस्करी में एसएसओसी ने किया था गिरफ्तार एसएसओसी ने 8 सितंबर को दर्ज एफआईआर में दोनों को गिरफ्तार कर रिमांड हासिल किया था। गिरफ्तारी के समय रोहन और विशाल से एक विदेशी पिस्टल बरामद हुई थी। जिसे सरहद पार से ड्रोन के जरिए मंगवाया गया था। 2 बार रिमांड लेने के बाद अब कोर्ट ने इस मामले में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। तरखान से बन गए आतंकी रोहन ने पूछताछ में बताया था कि हैप्पी पाशियां उनके गांव का ही है और उसने आर्थिक मदद करने की बात कही थी। उसके साथ 5 लाख रुपए में बात तय हुई थी और अभी उसे सिर्फ तकरीबन 20 हजार रुपए ही मिले थे। रोहन ने बताया कि उस पर कुछ मामूली झगड़े के ही मुकदमे दर्ज हैं। वे एक तरखान है, जो जम्मू-कश्मीर में अपने भाई जोबन के साथ काम करता था। जम्मू-कश्मीर में उसे पंजाब से दोगुणी दहाड़ी मिलती थी। जम्मू में ही काम करते हुए उसकी दोस्ती रोहन से हो गई थी। हैप्पी पाशियां का काम करने की बात उसने विशाल से की तो वे भी तैयार हो गया था।   पंजाब | दैनिक भास्कर