बरनाला शहर के एक अध्यापक के प्रतिभाशाली बेटे ध्रुव बंसल ने जिले में पहला स्थान हासिल किया है। ध्रुव बंसल ने 720 अंकों में से 715 अंक हासिल किए हैं और नीट परीक्षा में ऑल इंडिया में 283वीं रैंक हासिल कर माता पिता व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। सरकारी अध्यापक पिता अश्वनी कुमार बंसल और माता पवनदीप बंसल ने बताया कि उनके बेटे ध्रुव बंसल ने पहली बार नीट की परीक्षा दी थी। जिसके लिए ध्रुव ने कड़ी मेहनत की और नीट की तैयारी के लिए रोजाना 18 से 20 घंटे पढ़ाई की। बहन कर रही एमबीबीएस ध्रुव बंसल ने बातचीत करते हुए कहा कि वह अपने माता-पिता की प्रेरणा से ही डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर पाएंगे। उनके जीवन का उद्देश्य यही है कि वह एमडी करके जरूरतमंद लोगों की सेवा कर सकें। अश्वनी कुमार बंसल की बेटी गीतिका भी जीएमसी अमृतसर से एमबीबीएस कर रही है। बुधवार को अध्यापक दल पंजाब, बरनाला स्पोर्ट्स एंड वेलफेयर क्लब बरनाला, 16 एकड़ वेलफेयर एसोसिएशन बरनाला, अग्रवाल सभा शैहणा आदि के प्रतिनिधि प्रतिभावान बेटे ध्रुव बंसल के घर पहुंचे और सम्मानित किया। बरनाला शहर के एक अध्यापक के प्रतिभाशाली बेटे ध्रुव बंसल ने जिले में पहला स्थान हासिल किया है। ध्रुव बंसल ने 720 अंकों में से 715 अंक हासिल किए हैं और नीट परीक्षा में ऑल इंडिया में 283वीं रैंक हासिल कर माता पिता व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। सरकारी अध्यापक पिता अश्वनी कुमार बंसल और माता पवनदीप बंसल ने बताया कि उनके बेटे ध्रुव बंसल ने पहली बार नीट की परीक्षा दी थी। जिसके लिए ध्रुव ने कड़ी मेहनत की और नीट की तैयारी के लिए रोजाना 18 से 20 घंटे पढ़ाई की। बहन कर रही एमबीबीएस ध्रुव बंसल ने बातचीत करते हुए कहा कि वह अपने माता-पिता की प्रेरणा से ही डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर पाएंगे। उनके जीवन का उद्देश्य यही है कि वह एमडी करके जरूरतमंद लोगों की सेवा कर सकें। अश्वनी कुमार बंसल की बेटी गीतिका भी जीएमसी अमृतसर से एमबीबीएस कर रही है। बुधवार को अध्यापक दल पंजाब, बरनाला स्पोर्ट्स एंड वेलफेयर क्लब बरनाला, 16 एकड़ वेलफेयर एसोसिएशन बरनाला, अग्रवाल सभा शैहणा आदि के प्रतिनिधि प्रतिभावान बेटे ध्रुव बंसल के घर पहुंचे और सम्मानित किया। पंजाब | दैनिक भास्कर
