हरियाणा में हिसार जिले की बरवाला सीट से BJP ने इस बार रणबीर गंगवा को कैंडिडेट बनाया है। रणबीर गंगवा अभी तक हिसार की ही नलवा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं और बरवाला हलके से यह उनका पहला चुनाव है। बरवाला से उन्हें टिकट देने का स्थानीय भाजपाई विरोध कर चुके हैं और इसे लेकर हरियाणा BJP के अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को एक लैटर भी लिखा गया था। उधर बरवाला एकदम नया हलका होने और टिकट मिलने के बाद स्थानीय भाजपाइयों की मान-मनौव्वल के लिए बहुत कम समय मिलने के चलते गंगवा प्रचार के लिए अपनी पुरानी टीम के भरोसे हैं। दरअसल रणबीर गंगवा को बाहरी कैंडिडेट बताते हुए बरवाला के स्थानीय भाजपा नेता खुलकर उनके साथ नहीं चल रहे। यहां के पूर्व विधायक वेद नारंग, कैप्टन भूपेंद्र समेत कई पार्टी पदाधिकारी अभी तक गंगवा की कैंपेन से दूरी बनाए हुए हैं। बरवाला के BJP वर्करों का यह भी तर्क है कि यहां कांग्रेस ने भी प्रजापति समाज का कैंडिडेट उतार दिया है जिससे मुकाबला कांटे का बन गया है। गंगवा के खिलाफ लिखा गया बरवाला के भाइपाइयों का पत्र… 40 पदाधिकारी लिख चुके बड़ौली को लेटर भाजपा ने कुलदीप बिश्नोई के करीबी रणधीर पनिहार को नलवा से टिकट दिया है और इसी वजह से वहां से चुनाव लड़ते रहे रणबीर गंगवा को बरवाला शिफ्ट किया गया। इस बदलाव की चर्चा काफी समय से थी लेकिन बरवाला के लोकल भाजपाई इसके पक्ष में नहीं थे। तकरीबन 40 भाजपा वर्करों और पदाधिकारियों ने इसे लेकर 29 अगस्त को हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को एक पत्र भी लिखा था। इस पत्र में आग्रह किया गया था कि बरवाला की जनभावनाओं के अनुरूप यहां ऐसा कैंडिडेंट उतारा जाए जो स्थानीय हो और जो यहां के मुद्दों की समझ रखता हो। यह लैटर सोशल मीडिया पर खासा वायरल हुआ था। भाजपा के जिला पार्षद दर्शन गिरी उतर चुके सामने बरवाला में भाजपा पर प्रजापति समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए पार्टी के ही जिला पार्षद महंत दर्शन गिरी पहले ही निर्दलीय मैदान में कूद चुके हैं। रणबीर गंगवा का टिकट अनाउंस होते ही दर्शन गिरी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। वह रणबीर गंगवा के सामने निर्दलीय नामांकन भर चुके हैं। यही नहीं, महंत दर्शन गिरी प्रजापति समाज की उपेक्षा करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी गंगवा पर लगा चुके हैं। इसके लेकर वह बाकायदा पुलिस थाने में शिकायत दे चुके हैं। किसान संगठन 17 सितंबर से करेंगे विरोध बरवाला एरिया किसान आंदोलन का भी गढ़ रहा है। यहां के बाडोपट्टी टोल प्लाजा पर पूरे आंदोलन के दौरान धरना चला। लोकसभा चुनाव के दौरान किसानों ने हिसार सीट से भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला का जमकर विरोध किया था। लोकसभा चुनाव में रणबीर गंगवा का उनके पुराने हलके नलवा में भी विरोध हुआ था। तब उनकी गाड़ी के शीशे तक तोड़ दिए गए थे। उस घटना में कई किसानों पर केस भी दर्ज हुआ। अब किसान संगठन बरवाला में भी रणबीर गंगवा के विरोध का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने इसके लिए 17 सितंबर को एक मीटिंग भी बुलाई है। विपक्ष को बैठे-बिठाए मिला मुद्दा भाजपा की आपसी लड़ाई का फायदा बरवाला में विपक्षी दल भी उठा रहे हैं। रणबीर गंगवा को बाहरी बताते हुए विपक्षी कैंडिडेट पूछ रहे हैं कि क्या उन्हें जितवाने के बाद लोगों को काम करवाने नलवा जाना पड़ेगा। बरवाला से लगते उकलाना हलके में भी जेजेपी से BJP में आए अनूप धानक का खासा विरोध हो रहा है। हरियाणा में हिसार जिले की बरवाला सीट से BJP ने इस बार रणबीर गंगवा को कैंडिडेट बनाया है। रणबीर गंगवा अभी तक हिसार की ही नलवा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं और बरवाला हलके से यह उनका पहला चुनाव है। बरवाला से उन्हें टिकट देने का स्थानीय भाजपाई विरोध कर चुके हैं और इसे लेकर हरियाणा BJP के अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को एक लैटर भी लिखा गया था। उधर बरवाला एकदम नया हलका होने और टिकट मिलने के बाद स्थानीय भाजपाइयों की मान-मनौव्वल के लिए बहुत कम समय मिलने के चलते गंगवा प्रचार के लिए अपनी पुरानी टीम के भरोसे हैं। दरअसल रणबीर गंगवा को बाहरी कैंडिडेट बताते हुए बरवाला के स्थानीय भाजपा नेता खुलकर उनके साथ नहीं चल रहे। यहां के पूर्व विधायक वेद नारंग, कैप्टन भूपेंद्र समेत कई पार्टी पदाधिकारी अभी तक गंगवा की कैंपेन से दूरी बनाए हुए हैं। बरवाला के BJP वर्करों का यह भी तर्क है कि यहां कांग्रेस ने भी प्रजापति समाज का कैंडिडेट उतार दिया है जिससे मुकाबला कांटे का बन गया है। गंगवा के खिलाफ लिखा गया बरवाला के भाइपाइयों का पत्र… 40 पदाधिकारी लिख चुके बड़ौली को लेटर भाजपा ने कुलदीप बिश्नोई के करीबी रणधीर पनिहार को नलवा से टिकट दिया है और इसी वजह से वहां से चुनाव लड़ते रहे रणबीर गंगवा को बरवाला शिफ्ट किया गया। इस बदलाव की चर्चा काफी समय से थी लेकिन बरवाला के लोकल भाजपाई इसके पक्ष में नहीं थे। तकरीबन 40 भाजपा वर्करों और पदाधिकारियों ने इसे लेकर 29 अगस्त को हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को एक पत्र भी लिखा था। इस पत्र में आग्रह किया गया था कि बरवाला की जनभावनाओं के अनुरूप यहां ऐसा कैंडिडेंट उतारा जाए जो स्थानीय हो और जो यहां के मुद्दों की समझ रखता हो। यह लैटर सोशल मीडिया पर खासा वायरल हुआ था। भाजपा के जिला पार्षद दर्शन गिरी उतर चुके सामने बरवाला में भाजपा पर प्रजापति समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए पार्टी के ही जिला पार्षद महंत दर्शन गिरी पहले ही निर्दलीय मैदान में कूद चुके हैं। रणबीर गंगवा का टिकट अनाउंस होते ही दर्शन गिरी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। वह रणबीर गंगवा के सामने निर्दलीय नामांकन भर चुके हैं। यही नहीं, महंत दर्शन गिरी प्रजापति समाज की उपेक्षा करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी गंगवा पर लगा चुके हैं। इसके लेकर वह बाकायदा पुलिस थाने में शिकायत दे चुके हैं। किसान संगठन 17 सितंबर से करेंगे विरोध बरवाला एरिया किसान आंदोलन का भी गढ़ रहा है। यहां के बाडोपट्टी टोल प्लाजा पर पूरे आंदोलन के दौरान धरना चला। लोकसभा चुनाव के दौरान किसानों ने हिसार सीट से भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला का जमकर विरोध किया था। लोकसभा चुनाव में रणबीर गंगवा का उनके पुराने हलके नलवा में भी विरोध हुआ था। तब उनकी गाड़ी के शीशे तक तोड़ दिए गए थे। उस घटना में कई किसानों पर केस भी दर्ज हुआ। अब किसान संगठन बरवाला में भी रणबीर गंगवा के विरोध का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने इसके लिए 17 सितंबर को एक मीटिंग भी बुलाई है। विपक्ष को बैठे-बिठाए मिला मुद्दा भाजपा की आपसी लड़ाई का फायदा बरवाला में विपक्षी दल भी उठा रहे हैं। रणबीर गंगवा को बाहरी बताते हुए विपक्षी कैंडिडेट पूछ रहे हैं कि क्या उन्हें जितवाने के बाद लोगों को काम करवाने नलवा जाना पड़ेगा। बरवाला से लगते उकलाना हलके में भी जेजेपी से BJP में आए अनूप धानक का खासा विरोध हो रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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