बहराइच के हरदी इलाके में मां दुर्गा की विसर्जन यात्रा के दौरान हुआ बवाल रातभर चला। रविवार शाम को विसर्जन यात्रा पर गैर समुदाय के युवकों ने पथराव कर दिया। इसके बाद 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। इसमें दो युवकों को गोली लगी। गोपाल मिश्रा (22) की मौत हो गई। जबकि राजन (25) की हालत गंभीर है। मरने वाले युवक गोपाल की शादी 4 महीने पहले हुई थी। फायरिंग और युवक की मौत के बाद लोग आक्रोशित हो गए। हंगामा तोड़फोड़ शुरू कर दिया। बहराइच-सीतापुर हाईवे पर जाम कर दिया। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स और पीएसी पहुंची। हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया। आक्रोशित लोगों ने शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसमें भाजपा विधायक भी शामिल हुए। रात करीब 11 बजे पुलिस ने जबरन प्रतिमा का विजर्सन शुरू करवाया तो लोग भड़क गए। पुलिस को दोबारा लाठीचार्ज किया। इधर, सीएम योगी ने कहा है कि माहौल बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं। लापरवाही पर हरदी एसओ और महसी चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है। रविवार को बवाल की शुरुआत तब हुई जब दुर्गा पूजा का विजर्सन के लिए निकल रही थी, तभी गैर समुदाय के कुछ युवकों की विर्सजन निकाल रहे युवकों से बहस हो गई। इसके बाद मामला बढ़ा और पथराव शुरू हो गया। 4 तस्वीरें देखिए पल-पल की अपडेट्स पढ़ने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… बहराइच के हरदी इलाके में मां दुर्गा की विसर्जन यात्रा के दौरान हुआ बवाल रातभर चला। रविवार शाम को विसर्जन यात्रा पर गैर समुदाय के युवकों ने पथराव कर दिया। इसके बाद 20 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। इसमें दो युवकों को गोली लगी। गोपाल मिश्रा (22) की मौत हो गई। जबकि राजन (25) की हालत गंभीर है। मरने वाले युवक गोपाल की शादी 4 महीने पहले हुई थी। फायरिंग और युवक की मौत के बाद लोग आक्रोशित हो गए। हंगामा तोड़फोड़ शुरू कर दिया। बहराइच-सीतापुर हाईवे पर जाम कर दिया। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स और पीएसी पहुंची। हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया। आक्रोशित लोगों ने शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसमें भाजपा विधायक भी शामिल हुए। रात करीब 11 बजे पुलिस ने जबरन प्रतिमा का विजर्सन शुरू करवाया तो लोग भड़क गए। पुलिस को दोबारा लाठीचार्ज किया। इधर, सीएम योगी ने कहा है कि माहौल बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं। लापरवाही पर हरदी एसओ और महसी चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है। रविवार को बवाल की शुरुआत तब हुई जब दुर्गा पूजा का विजर्सन के लिए निकल रही थी, तभी गैर समुदाय के कुछ युवकों की विर्सजन निकाल रहे युवकों से बहस हो गई। इसके बाद मामला बढ़ा और पथराव शुरू हो गया। 4 तस्वीरें देखिए पल-पल की अपडेट्स पढ़ने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के 600 पटवार-कानूनगो दफ्तर पर लटक सकते है ताले:महासंघ का फैसला; एसडीएम-तहसीलदार को सौंपेंगे ऑफिस की चाबी, ऑनलाइन काम 10 दिन से बंद
हिमाचल के 600 पटवार-कानूनगो दफ्तर पर लटक सकते है ताले:महासंघ का फैसला; एसडीएम-तहसीलदार को सौंपेंगे ऑफिस की चाबी, ऑनलाइन काम 10 दिन से बंद हिमाचल प्रदेश के लगभग 600 पटवार सर्कल और कानूनगो दफ्तर में कल से ताले लटक सकते हैं। पटवारी-कानूनगो को स्टेट कॉडर बनाने जाने से नाराज हिमाचल संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी एवं कानूनगो महासंघ ने इसका ऐलान कर दिया है। महासंघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि स्टेट कॉडर बनाने के फैसले से सरकार पीछे नहीं हटती है तो 25 जुलाई से एडिशनल पटवार और कानूनगो सर्कल का काम देखना बंद करेंगे। ऐसा हुआ तो प्रदेश के लोगों को इससे परेशानी झेलनी पड़ेगी। प्रदेश में पहले 10 दिन से ऑनलाइन सेवाएं इनकी हड़ताल की वजह से बंद पड़ी है। स्टेट कॉडर बनाए जाने से नाराज पटवारी कानून ने बीते 15 जुलाई से ही ऑनलाइन काम करने बंद कर दिए है। इससे लोग परेशान है। लेकिन अब तक सरकार ने महासंघ को वार्ता के लिए भी नहीं बुलाया। इससे नाराज महासंघ ने कल से एडिशनल काम बंद करने का ऐलान कर दिया है। शिमला कानूनगो-पटवारी महासंघ शिमला के अध्यक्ष चमन ठाकुर ने बताया कि कल कानूनगो-पटवारी एडिशनल चार्ज वाले दफ्तरों की कल संबंधित एसडीएम और तहसीलदार को चाबी सौंप देंगे। किस वजह से हड़ताल कर रहे कानूनगो-पटवारी दरअसल, 12 जुलाई की कैबिनेट मीटिंग में सरकार ने पटवारी-कानूनगो को स्टेट कॉडर बनाने का फैसला लिया था। अभी पटवारी और कानूनगो दोनों ही जिला कॉडर है। कैबिनेट द्वारा इन्हें स्टेट कॉडर बनाए जाने के फैसले लिया है। इस पर महासघ भड़क गया है। कैबिनेट के फैसले के बाद पटवारी कानूनगो सभी ऑफिशियल वॉट्सऐप ग्रुप से भी एग्जिट कर चुके है। ये काम 10 दिन से प्रभावित बोनोफाइड सर्टिफकेट, करेक्टर सर्टिफिकेट, इनकम सर्टिफिकेट, ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेट, कास्ट सर्टिफिकेट, एग्रीकल्चर सर्टिफिकेट, अन-इम्पलायमेंट सर्टिफिकेट, लैंड होल्डिंग सर्टिफिकेट, PM किसान सम्मान निधि योजना की ऑनलाइन रिपोर्टिंग जैसे काम बंद कर दिए हैं। स्टेट कॉडर से प्रभावित होगी सीनियोरिटी: सतीश हिमाचल संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी एवं कानूनगो महासंघ के अध्यक्ष सतीश चौधरी ने बताया कि पटवारी और कानूनगों की भर्ती जिला कॉडर के हिसाब से हुई है। अब उन्हें अचानक स्टेट कॉडर बना देने से सीनियोरिटी प्रभावित होगी। इससे प्रमोशन में देरी होगी और स्टेट कॉडर में मर्ज होने से सीनियोरिटी में पीछे जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि पटवारी कानून को इसलिए जिला कॉडर में रखा गया, क्योंकि अपने जिला में उन्हें लोकल बोल चाल और एरिया के बारे में जानकारी होती है। यदि उन्हें दूसरे जिला में ट्रांसफर जाता है तो इससे उन्हें बोल चाल और एरिया समझने में वक्त लगेगा। इससे काम में एफिशिएंसी नहीं आएगी। उन्होंने बताया कि भर्ती एवं पदोन्नति नियम के हिसाब से उन्हें जिला कॉडर में रखा जाए।
हिमाचल में कर्मचारियों ने बढ़ाई सुक्खू सरकार की टेंशन, सचिवालय में प्रदर्शन कर दी ये बड़ी चेतावनी
हिमाचल में कर्मचारियों ने बढ़ाई सुक्खू सरकार की टेंशन, सचिवालय में प्रदर्शन कर दी ये बड़ी चेतावनी <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh Employees News:</strong> हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारी महासंघ ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. यह कर्मचारी लंबित डीए और एरियर देने की मांग उठा रहे हैं. कर्मचारियों को उम्मीद थी कि 15 अगस्त को देहरा में हुए राज्यस्तरीय समारोह से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कर्मचारियों के लिए कोई बड़ी घोषणा करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री ने सिर्फ 75 साल की उम्र पूरी कर चुके रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए एरियर की घोषणा की ऐसे में कर्मचारियों में खासा रोष है. शुक्रवार को महासंघ ने जनरल हाउस बुलाकर सरकार पर कई गंभीर सवाल खड़े किए. रोष प्रदर्शन के दौरान सचिवालय के कर्मचारियों का विधानसभा के कर्मचारियों ने भी साथ दिया. कर्मचारियों ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र खत्म होने के बाद बड़े आंदोलन की भी चेतावनी दी है. कर्मचारी सत्र खत्म होने के बाद 10 सितंबर को कैजुअल मास लीव पर भी जा सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सचिवालय कर्मचारी महासंघ से खोला मोर्चा </strong><br />हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा, ”उन्हें मुख्यमंत्री से बड़ी उम्मीद थी, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने <a title=”स्वतंत्रता दिवस” href=”https://www.abplive.com/topic/independence-day-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>स्वतंत्रता दिवस</a> के मौके पर कोई घोषणा नहीं की. राज्य सरकार के पास अपने मंत्रियों के कमरे बनाने और अन्य खर्चों के लिए खूब पैसा है. जैसे ही कर्मचारियों के लंबित डीए और एरियर भुगतान की बात आती है, तब सरकार खराब वित्तीय हालात की दुहाई देने लगती है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>संजीव शर्मा ने कहा कि राज्य सचिवालय की नई बिल्डिंग में दो मंत्रियों को शिफ्ट किया गया. यहां दोनों मंत्रियों के कमरे पर 50-50 लाख रुपए का खर्च हो रहा है. यही नहीं, मुख्यमंत्री के नए कमरे के लिए भी 19 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि को मंजूरी मिल चुकी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि जब इस तरह के खर्च के लिए सरकार के पास पैसे हैं, तो कर्मचारियों को उनका अधिकार क्यों नहीं दिया जा रहा. संजीव शर्मा ने कहा कि वह कर्मचारी कोई खैरात नहीं मांग रहे हैं. वे राज्य सरकार से अपना हक मांग रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने राज्य पर छोड़ी देनदारियां- CM सुक्खू </strong><br />मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार को पिछली बीजेपी सरकार से 75 हजार करोड़ रुपये का कर्ज़ और 10 हजार करोड़ रुपये की बकाया देनदारियां विरासत में मिली. इसके बावजूद 20 महीने के अपने कार्यकाल में राज्य सरकार ने कर्मचारियों को सात प्रतिशत मंहगाई भत्ता प्रदान किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस वित्त वर्ष में 75 साल से ज्यादा उम्र के 28 हजार पेंशन भोगियों को एरियर का भुगतान किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कर्मचारी मेरे परिजनों के समान हैं. प्रदेश की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए अभी छह महीने का और समय लगेगा. प्रदेश की अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने पर एरियर और मंहगाई भत्ते दिए जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”सुक्खू सरकार गिराने के ‘षड्यंत्र’ के मामले में 3 पूर्व विधायकों से पुलिस की पूछताछ, क्या है पूरा केस?” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/shimla-police-questions-former-mla-over-sukhvinder-singh-sukhu-government-ann-2767338″ target=”_self”>सुक्खू सरकार गिराने के ‘षड्यंत्र’ के मामले में 3 पूर्व विधायकों से पुलिस की पूछताछ, क्या है पूरा केस?</a></strong></p>
‘जिस समाज को दिया बेटी उसे ही…’, अशोक चौधरी पर जमकर बरसे पूर्व सांसद अरुण कुमार
‘जिस समाज को दिया बेटी उसे ही…’, अशोक चौधरी पर जमकर बरसे पूर्व सांसद अरुण कुमार <p><strong>Arun Kumar On Ashok Chaudhary:</strong> बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी का भूमिहारों पर दिए बयान के बाद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में आज शनवार (31 अगस्त) को जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण कुमार ने मंत्री अशोक चौधरी पर तीखा प्रहार किया है. उन्होंने कहा कि वे भूमिहारों से किस तरह का समाधियारों करते हैं, पता नहीं चलता है. बेटी भी देते है और भूमिहारों को गाली भी देते हैं. पूर्व सांसद अरुण कुमार जहानाबाद में अशोक चौधरी के भूमिहारों पर दिए बयान को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर पत्रकारों से बात कर रहे थे.</p>
<p><strong>अशोक चौधरी पर अरुण कुमार ने क्या कहा?</strong></p>
<p>अरुण कुमार यही नहीं रुके उन्हें आगे कहा कि महाभारत जीतने के लिए जिस तरह शिखंडी का प्रयोग किया गया था, अपने दिमाग से शुद्धिकरण इसी प्रकार कर रहे है. यह एक जाति विशेष पर हमला है. उन्होंने कहा कि वे चोर और भ्रष्ट मंत्री हैं, जो बैंक का सौ करोड़ गटके हुए हैं. जिस पर सीबीआई की जांच चल रही है. ये संविधान की शपथ लेकर मंत्री बने है और हमारे टैक्स को लूट रहे हैं. <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के दौरान मुखिया को धमकाने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया, जो लोकतंत्र के लिए महापाप है.</p>
<p><strong>’राजो सिंह नहीं होते तो…’- अरुण कुमार</strong></p>
<p>पूर्व सांसद अरुण कुमार ने कहा राजो सिंह नहीं होते तो महावीर चौधरी नहीं होते, अगर महावीर चौधरी नहीं होते तो अशोक चौधरी भी नहीं होते. महावीर चौधरी को शिखर तक पहुंचने का काम किया था. जब भूमिहारों को मरवाने लगे तो इनकी हार हुई थी. उन्होंने इतना ही नहीं मीडिया के सामने अपनी जमकर भड़ास निकाली. बहरहाल अशोक चौधरी के भूमिहारों पर दिए बयान से बिहार का सियासी पारा चढ़ गया है. जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता एमएलसी नीरज कुमार के बयान के बाद जेडीयू में तल्खी और बढ़ गई है और इसकी परिणति किस रूप में होती है ये देखने वाली बात होगी.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-politics-party-leaders-on-case-of-migrant-worker-murder-in-haryana-for-eating-beef-mrityunjay-tiwari-prem-ranjan-patel-ann-2773307″>’21वीं सदी के हिंदुस्तान में…’, हरियाणा में बीफ खाने के शक पर मजदूर की हत्या पर बिहार के नेताओं का रिएक्शन</a></strong></p>