बांके बिहारी ने बंधवाई राखी, बहनों को रिटर्न गिफ्ट:मथुरा में कान्हा को पढ़कर सुनाए पत्र, जवाब में लिखा- भाई हमेशा आपके साथ

बांके बिहारी ने बंधवाई राखी, बहनों को रिटर्न गिफ्ट:मथुरा में कान्हा को पढ़कर सुनाए पत्र, जवाब में लिखा- भाई हमेशा आपके साथ

रक्षा बंधन पर देश-दुनिया से बहनों ने मथुरा में भगवान बांके बिहारी को भाई मानकर राखियां भेजीं। 10 हजार से ज्यादा लिफाफे वृंदावन धाम पहुंचे। इन राखियों के साथ पत्र भी थे। इनमें बहनों ने अपने कान्हा और लड्डू गोपाल से सगे भाई की तरह बातें कीं। उन्हें अपनी शादी का न्योता तक दिया। अंबाला की रुचि ने लिखा- मेरे प्यारे लड्डू गोपाल, मेरे प्यारे कान्हा। पहले ही कह देती हूं, 6 दिसंबर को आपकी बहन की शादी है। 1 दिसंबर को ही आ जाना, साथ में प्यारी राधा रानी को भी ले आना। हल्दी-मेहंदी और सभी रस्में पूरी करनी हैं। मेरे प्यारे लड्डू गोपाल…कोई बहाना नहीं चलेगा। आपको भाई वाला काम संभालना है। अभी से तैयारी शुरू कर दो। सोमवार को एक-एक कर बांके बिहारी को ये राखियां बांधी गईं। साथ ही उन्हें ये पत्र पढ़कर सुनाए गए। अब बहनों को इन पत्रों का जवाब कान्हा की तरफ से भेजा जाएगा। रुचि के पत्र का जवाब लिखा गया- आपका भाई हमेशा आपके साथ है। चलिए जानते हैं बांके बिहारी कैसे अपनी बहनों को रिटर्न गिफ्ट देंगे, जवाब में बहनों को क्या बातें लिखकर भेजी जा रहीं… पहले पढ़िए चिट्ठियों में क्या लिखा गया है
श्री बांके बिहारी के लिए आईं राखियों और चिठ्ठियों में ज्यादातर बहनों ने परिवार की खुशहाली, शादी और नौकरी की बातें करते हुए अपना प्रेम समर्पित किया। अंबाला की रुचि ने कान्हा को शादी में एक सप्ताह पहले आने के लिए इनवाइट किया। तो बिहार की गौरी ने अपने लड्डू गोपाल और राधा रानी का हाल-चाल पूछते हुए अपने लिए गिफ्ट मांगा। गौरी ने लिखा- मेरे प्यारे भैया, इस बार अपनी बहन की लाज रखना। मुझे टीचर बना दो। बिहार में इस बार नियुक्ति पत्र दिला दो। मुझे पता है कि आप लीला से कुछ भी कर सकते हैं। आपकी कृपा से इस बार मेरा नाम लिस्ट में होगा। इसी तरह सुमित्रा ने अपने घर के हाल-चाल बताते हुए लिखा- अबकी ऐसी कृपा बरसाइए कि हम सभी आपके दरबार श्री वृंदावन आ सकें। नेहा ने लिखा- आपका भांजा पढ़ता नहीं है। इसका मन मोबाइल में ज्यादा लगा रहता है। इन पत्रों को विस्तार से पढ़ें बांके बिहारी की तरफ से बहनों रिटर्न गिफ्ट में प्रसाद और दर्शन
मंदिर के पुजारी प्रह्लाद बल्लभ गोस्वामी बताते हैं- बहन, भाई की लंबी उम्र, खुशहाली के लिए राखी बांधती है। तो भाई का भी दायित्व है कि वह बहन की रक्षा करे और उनको रिटर्न गिफ्ट दे। इसीलिए मंदिर के पुजारियों के पास आने वाली राखी और पत्रों को भगवान को अर्पित करने के बाद बहनों को पत्रों का जवाब, प्रसाद और रिटर्न गिफ्ट के तौर पर प्रसादी महिला राखी भेजी जाती है। हमने श्री वृंदावन बिहारी लाल को बहनों के पत्र पढ़कर सुनाए हैं। अभी पूरे पत्र नहीं पढ़े गए। इनमें समय लगेगा। जो पत्र पढ़े जा चुके हैं, उन बहनों को जवाब भी लिखा जा रहा है। प्रह्लाद बल्लभ गोस्वामी ने कहा- हमने बहनों की राखियां बांके बिहारी जी को समर्पित की हैं। उनसे बहनों की रक्षा, सुख-समृद्धि की कामना की है। बहनों को रिटर्न गिफ्ट में प्रसाद भेजा जाएगा। उनके पत्रों का जवाब भी दिया जा रहा है। हम जवाब में लिख रहे हैं- बिहारी जी की भक्त और बहनों आपकी बिहारी जी को भेजी गईं राखियां और पातियां प्राप्त हुईं। इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद। हम बिहारी जी की तरफ से आपको यह आशीर्वाद भेज रहे हैं कि ठाकुर जी महाराज आपकी सभी मनोकामना पूर्ण करें। आपको शीघ्र-अतिशीघ्र अपने दर्शन के लिए बुलाएं। जिनका फोन नंबर मिला, उन्हें ठाकुर जी के श्री कमलों तस्वीर भेजते हैं
मंदिर के सेवायत नरेंद्र गोस्वामी ने बताया- मंदिर में हम पुजारी लोगों के पास जो भी राखियां आती हैं, पत्र आते हैं, उसके एवज में हम लोग ठाकुर जी की सेवा का प्रसाद और आशीर्वाद भक्तों और उनके परिवार वालों को भेजते हैं। इसके अलावा कई लोगों के नंबर भी हमें मिले हैं। उन लोगों को हम वॉट्सऐप पर चरण दर्शन कराते हैं। हम जवाब देते हैं कि आपका प्रसाद, आपकी राखी, आपकी न्योछावर हमें प्राप्त हुई। इसे श्री ठाकुर जी को समर्पित किया गया। आप पर ठाकुर जी की कृपा बनी रहे। बांके बिहारी सभी की रक्षा करें
मंदिर के सेवायत आशीष गोस्वामी ने बताया- पत्र सुनाते हुए प्रार्थना का गई कि भगवान बांके बिहारी अपनी बहनों की रक्षा करें। उनकी मनोकामना पूरी करें और अपना सानिध्य प्रदान करें। प्रांशु बल्लभ गोस्वामी ने बताया कि जो बहन पुजारियों के माध्यम से राखी भेजती हैं, तो हमारा भी दायित्व है कि उनको रिटर्न गिफ्ट भगवान का प्रसाद भिजवाया जाए। इस कार्य में लगे हुए हैं। बिन मांगे मिलेगा असीमित गिफ्ट
बांके बिहारी जी मंदिर पहुंची भक्त दीक्षा ने बताया- मैं उनके लिए राखी लाई हूं, पुजारी जी को भेंट की है। जिससे बांके बिहारी तक राखी पहुंच सके। जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण ने द्रोपदी की रक्षा की थी। संकट में उनके साथ खड़े रहे, उसी तरह बिहारी जी मेरे संकट में भी साथ रहें। ऐसी कामना करती हूं। दीक्षा ने बताया कि जो मांगते हैं, वह सीमित हो जाता है। मुझे मेरे भाई रिटर्न गिफ्ट में बिना मांगे असीमित दें। दरअसल, वृंदावन में करीब 500 गोस्वामी हैं। 60% राखी मंदिर के कार्यालय पर आती हैं, करीब 40% गोस्वामियों के पास आती हैं। रक्षा बंधन के लिए बिहारी जी को भाई मानने वाली बहन-बहू-बेटियां राखी भेजती हैं। देश-विदेश से ये राखियां आती हैं। ये राखी कान्हा की बहनें खुद के हाथों से भी बनाकर भेजती हैं। इनमें सोने-चांदी की राखियां भी होती हैं। ज्यादातर बहनें वो होती हैं, जिनका कोई अपना सगा भाई नहीं होता। ऐसी बहनें कान्हा जी को अपना भाई मानती हैं। ये बचपन से ही बिहारी जी को राखी बांधती हैं। ज्यादातर पत्रों में भाई-बहन के प्रेम का वर्णन होता है। हर साल हमारे पास देश-विदेश से राखी, तिलक, न्योछावर आती है। यह खबर भी पढ़ें रामलला को 6 विभागों के बजट से ज्यादा दान, अब तक 5500 करोड़ मिले; अमेरिका-नेपाल से सबसे ज्यादा डोनेशन अयोध्या राम मंदिर का खजाना बढ़ता जा रहा है। 3 मंजिला मंदिर के लिए देश-विदेश से अब तक 55 सौ करोड़ रुपए का फंड आ चुका है। यह राशि यूपी सरकार के कई बड़े विभागों के बजट से ज्यादा है। राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक, पिछले 10 महीने में करीब 11 करोड़ रुपए का दान विदेश से मिला है। इसमें अमेरिका और नेपाल के भक्त सबसे आगे हैं। पढ़ें पूरी खबर…​​​​ रक्षा बंधन पर देश-दुनिया से बहनों ने मथुरा में भगवान बांके बिहारी को भाई मानकर राखियां भेजीं। 10 हजार से ज्यादा लिफाफे वृंदावन धाम पहुंचे। इन राखियों के साथ पत्र भी थे। इनमें बहनों ने अपने कान्हा और लड्डू गोपाल से सगे भाई की तरह बातें कीं। उन्हें अपनी शादी का न्योता तक दिया। अंबाला की रुचि ने लिखा- मेरे प्यारे लड्डू गोपाल, मेरे प्यारे कान्हा। पहले ही कह देती हूं, 6 दिसंबर को आपकी बहन की शादी है। 1 दिसंबर को ही आ जाना, साथ में प्यारी राधा रानी को भी ले आना। हल्दी-मेहंदी और सभी रस्में पूरी करनी हैं। मेरे प्यारे लड्डू गोपाल…कोई बहाना नहीं चलेगा। आपको भाई वाला काम संभालना है। अभी से तैयारी शुरू कर दो। सोमवार को एक-एक कर बांके बिहारी को ये राखियां बांधी गईं। साथ ही उन्हें ये पत्र पढ़कर सुनाए गए। अब बहनों को इन पत्रों का जवाब कान्हा की तरफ से भेजा जाएगा। रुचि के पत्र का जवाब लिखा गया- आपका भाई हमेशा आपके साथ है। चलिए जानते हैं बांके बिहारी कैसे अपनी बहनों को रिटर्न गिफ्ट देंगे, जवाब में बहनों को क्या बातें लिखकर भेजी जा रहीं… पहले पढ़िए चिट्ठियों में क्या लिखा गया है
श्री बांके बिहारी के लिए आईं राखियों और चिठ्ठियों में ज्यादातर बहनों ने परिवार की खुशहाली, शादी और नौकरी की बातें करते हुए अपना प्रेम समर्पित किया। अंबाला की रुचि ने कान्हा को शादी में एक सप्ताह पहले आने के लिए इनवाइट किया। तो बिहार की गौरी ने अपने लड्डू गोपाल और राधा रानी का हाल-चाल पूछते हुए अपने लिए गिफ्ट मांगा। गौरी ने लिखा- मेरे प्यारे भैया, इस बार अपनी बहन की लाज रखना। मुझे टीचर बना दो। बिहार में इस बार नियुक्ति पत्र दिला दो। मुझे पता है कि आप लीला से कुछ भी कर सकते हैं। आपकी कृपा से इस बार मेरा नाम लिस्ट में होगा। इसी तरह सुमित्रा ने अपने घर के हाल-चाल बताते हुए लिखा- अबकी ऐसी कृपा बरसाइए कि हम सभी आपके दरबार श्री वृंदावन आ सकें। नेहा ने लिखा- आपका भांजा पढ़ता नहीं है। इसका मन मोबाइल में ज्यादा लगा रहता है। इन पत्रों को विस्तार से पढ़ें बांके बिहारी की तरफ से बहनों रिटर्न गिफ्ट में प्रसाद और दर्शन
मंदिर के पुजारी प्रह्लाद बल्लभ गोस्वामी बताते हैं- बहन, भाई की लंबी उम्र, खुशहाली के लिए राखी बांधती है। तो भाई का भी दायित्व है कि वह बहन की रक्षा करे और उनको रिटर्न गिफ्ट दे। इसीलिए मंदिर के पुजारियों के पास आने वाली राखी और पत्रों को भगवान को अर्पित करने के बाद बहनों को पत्रों का जवाब, प्रसाद और रिटर्न गिफ्ट के तौर पर प्रसादी महिला राखी भेजी जाती है। हमने श्री वृंदावन बिहारी लाल को बहनों के पत्र पढ़कर सुनाए हैं। अभी पूरे पत्र नहीं पढ़े गए। इनमें समय लगेगा। जो पत्र पढ़े जा चुके हैं, उन बहनों को जवाब भी लिखा जा रहा है। प्रह्लाद बल्लभ गोस्वामी ने कहा- हमने बहनों की राखियां बांके बिहारी जी को समर्पित की हैं। उनसे बहनों की रक्षा, सुख-समृद्धि की कामना की है। बहनों को रिटर्न गिफ्ट में प्रसाद भेजा जाएगा। उनके पत्रों का जवाब भी दिया जा रहा है। हम जवाब में लिख रहे हैं- बिहारी जी की भक्त और बहनों आपकी बिहारी जी को भेजी गईं राखियां और पातियां प्राप्त हुईं। इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद। हम बिहारी जी की तरफ से आपको यह आशीर्वाद भेज रहे हैं कि ठाकुर जी महाराज आपकी सभी मनोकामना पूर्ण करें। आपको शीघ्र-अतिशीघ्र अपने दर्शन के लिए बुलाएं। जिनका फोन नंबर मिला, उन्हें ठाकुर जी के श्री कमलों तस्वीर भेजते हैं
मंदिर के सेवायत नरेंद्र गोस्वामी ने बताया- मंदिर में हम पुजारी लोगों के पास जो भी राखियां आती हैं, पत्र आते हैं, उसके एवज में हम लोग ठाकुर जी की सेवा का प्रसाद और आशीर्वाद भक्तों और उनके परिवार वालों को भेजते हैं। इसके अलावा कई लोगों के नंबर भी हमें मिले हैं। उन लोगों को हम वॉट्सऐप पर चरण दर्शन कराते हैं। हम जवाब देते हैं कि आपका प्रसाद, आपकी राखी, आपकी न्योछावर हमें प्राप्त हुई। इसे श्री ठाकुर जी को समर्पित किया गया। आप पर ठाकुर जी की कृपा बनी रहे। बांके बिहारी सभी की रक्षा करें
मंदिर के सेवायत आशीष गोस्वामी ने बताया- पत्र सुनाते हुए प्रार्थना का गई कि भगवान बांके बिहारी अपनी बहनों की रक्षा करें। उनकी मनोकामना पूरी करें और अपना सानिध्य प्रदान करें। प्रांशु बल्लभ गोस्वामी ने बताया कि जो बहन पुजारियों के माध्यम से राखी भेजती हैं, तो हमारा भी दायित्व है कि उनको रिटर्न गिफ्ट भगवान का प्रसाद भिजवाया जाए। इस कार्य में लगे हुए हैं। बिन मांगे मिलेगा असीमित गिफ्ट
बांके बिहारी जी मंदिर पहुंची भक्त दीक्षा ने बताया- मैं उनके लिए राखी लाई हूं, पुजारी जी को भेंट की है। जिससे बांके बिहारी तक राखी पहुंच सके। जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण ने द्रोपदी की रक्षा की थी। संकट में उनके साथ खड़े रहे, उसी तरह बिहारी जी मेरे संकट में भी साथ रहें। ऐसी कामना करती हूं। दीक्षा ने बताया कि जो मांगते हैं, वह सीमित हो जाता है। मुझे मेरे भाई रिटर्न गिफ्ट में बिना मांगे असीमित दें। दरअसल, वृंदावन में करीब 500 गोस्वामी हैं। 60% राखी मंदिर के कार्यालय पर आती हैं, करीब 40% गोस्वामियों के पास आती हैं। रक्षा बंधन के लिए बिहारी जी को भाई मानने वाली बहन-बहू-बेटियां राखी भेजती हैं। देश-विदेश से ये राखियां आती हैं। ये राखी कान्हा की बहनें खुद के हाथों से भी बनाकर भेजती हैं। इनमें सोने-चांदी की राखियां भी होती हैं। ज्यादातर बहनें वो होती हैं, जिनका कोई अपना सगा भाई नहीं होता। ऐसी बहनें कान्हा जी को अपना भाई मानती हैं। ये बचपन से ही बिहारी जी को राखी बांधती हैं। ज्यादातर पत्रों में भाई-बहन के प्रेम का वर्णन होता है। हर साल हमारे पास देश-विदेश से राखी, तिलक, न्योछावर आती है। यह खबर भी पढ़ें रामलला को 6 विभागों के बजट से ज्यादा दान, अब तक 5500 करोड़ मिले; अमेरिका-नेपाल से सबसे ज्यादा डोनेशन अयोध्या राम मंदिर का खजाना बढ़ता जा रहा है। 3 मंजिला मंदिर के लिए देश-विदेश से अब तक 55 सौ करोड़ रुपए का फंड आ चुका है। यह राशि यूपी सरकार के कई बड़े विभागों के बजट से ज्यादा है। राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक, पिछले 10 महीने में करीब 11 करोड़ रुपए का दान विदेश से मिला है। इसमें अमेरिका और नेपाल के भक्त सबसे आगे हैं। पढ़ें पूरी खबर…​​​​   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर