बांके बिहारी मंदिर में दम घुटने से श्रद्धालु की मौत:घबराहट हुई, चबूतरे पर लेटा…फिर नहीं उठा; हरियाणा से दोस्तों के साथ मथुरा आया था

बांके बिहारी मंदिर में दम घुटने से श्रद्धालु की मौत:घबराहट हुई, चबूतरे पर लेटा…फिर नहीं उठा; हरियाणा से दोस्तों के साथ मथुरा आया था

मथुरा के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में रविवार को एक श्रद्धालु (68) की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। उसकी पहचान मानचंद के रूप में हुई है। वह हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहबाद गांव का रहने वाला है। वह आज अपने परिचितों के साथ बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करने आया था। मंदिर में भीड़ अधिक होने के कारण लौटते समय उसे घबराहट और बेचैनी हुई। वह चबूतरे में लेट गया। सुरक्षाकर्मियों ने उसे देखा तो फौरन अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मरा हुआ घोषित कर दिया। दर्शन के बाद लौटते समय तबीयत बिगड़ गई थी मानचंद रविवार को सुबह में 9 बजे के करीब मथुरा पहुंचा था। उसके साथ उनके दोस्त भी थे। उन्होंने मथुरा के कई मंदिरों का दर्शन किया। सबसे आखिर में 10 बजे के करीब बांके बिहारी जी मंदिर दर्शन करने पहुंचे। उसने गेट नंबर 1 से एंट्री की। उसके बाद बांके बिहारी के दर्शन किए। दर्शन करने के बाद वह जैसे ही गेट नंबर 1 से बाहर निकला। उसे बेचैनी और घबराहट हुई। जिसके बाद वह चबूतरे पर बैठ गया। उसकी तबीयत खराब होती देख मंदिर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने इसकी सूचना मेडिकल टीम को दी। चेक अप के दौरान ब्लड प्रेशर हाई था मंदिर पर मौजूद मेडिकल टीम ने उनका चेक किया। उनका ब्लड प्रेशर हाई था। मेडिकल टीम ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए मंदिर की एम्बुलेंस से जिला संयुक्त चिकित्सालय भेज दिया। जहां डॉक्टरों ने उनका चेक करने के बाद मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर शशि रंजन ने बताया कि उनका चेक किया गया उससे पहले ही उनकी मौत हो गई थी। वहीं डॉक्टर भूदेव ने बताया कि घबराहट और बेचैनी की शिकायत की थी। जिसके बाद अस्पताल लाए गए यहां पर उनकी मौत की पुष्टि हुई। पहले से अस्थमा के मरीज थे बांके बिहारी मंदिर परिसर में श्रद्धालु की तबीयत बिगड़ने और बाद में मौत हो जाने की सूचना पर वृंदावन पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। संयुक्त पुलिस अधीक्षक कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि मंदिर की मेडिकल टीम ने उनको दस मिनट तक प्राथमिक इलाज दिया। इसके बाद अस्पताल ले गए। जहां पर मृत घोषित कर दिया गया। उनके साथियों ने पुलिस जानकारी दी कि यह पहले से बीमार थे और अस्थमा के मरीज थे। लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था को मंदिर के भीतर तक ही सीमित रखने का आदेश दिया इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बांके बिहारी मंदिर में 25 से 29 अगस्त 24 तक चलने वाले जन्माष्टमी पर्व के दौरान कानून व्यवस्था की जवाबदेही जिला प्रशासन को सौंपी है। कोर्ट ने राज्य सरकार की भीड़ नियंत्रण योजना के तहत लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था को मंदिर के भीतर तक ही सीमित रखने का आदेश दिया है। सरकार को भीड़ प्रबंधन पर निर्देश जारी किए
कोर्ट ने 8 नवंबर 23 को सरकार को भीड़ प्रबंधन को लेकर कुछ निर्देश जारी किए थे। इनका पालन नहीं किया जा सका। अब सरकार ने अर्जी देकर निर्देशों में संशोधन की मांग की गई है। लोगों ने सरकार की मांग पर आपत्ति की और कहा भीड़ नियंत्रण कोर्ट के आदेश से नहीं हो सकता। सरकार ने हलफनामा दायर कर कहा जन्माष्टमी पर्व पर उचित इंतजाम किया जाएगा। मंदिर के अंदर व बाहर लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। विभिन्न स्थानों पर बाहर स्क्रीन लगाई जाएगी। साथ ही भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग की जाएगी। एक समय में एक निश्चित संख्या मंदिर में प्रवेश करेगी। जिला प्रशासन बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की देखभाल व्यवस्था करेगा। ठाकुर बांके बिहारी जी विराजमान मंदिर में मंगला आरती के समय 2023 मे बनी कमेटी ने 600 लोगो के प्रवेश की अनुमति दी है। पूरे क्षेत्र को 3 जोन व 10 सेक्टर में बांटा गया है। मेले के दौरान एडीएम व एसपी जोन एरिया में व एसडीएम व डीएसपी सेक्टर में तैनात रहेंगे। दर्शन के समय मंदिर में भीड़ रुकने नहीं पायेगी। अधिवक्ता संकल्प गोस्वामी ने मंदिर के बाहर लाइव स्ट्रीमिंग का विरोध किया। जिस पर कोर्ट ने केवल मंदिर के भीतर ही लाइव स्ट्रीमिंग की अनुमति दी है। यह भी पढ़ें:- मेरा कोई भाई नहीं…कान्हा! शादी की तैयारी तुम्हें करनी है:मथुरा के बांके बिहारी पहुंचीं भावुक करने वाली 10 हजार चिटि्ठयां, राखियां मेरे प्यारे लड्डू गोपाल, मेरे प्यारे कान्हा। पहले ही कह देती हूं 6 दिसंबर को आपकी बहन की शादी है। 1 दिसंबर को ही आ जाना, साथ में प्यारी राधा रानी जी को भी ले आना। हल्दी-मेहंदी और सभी रस्में पूरी करनी हैं। मेरे प्यारे लड्डू गोपाल…कोई बहाना नहीं चलेगा। आपको भाई वाला काम संभालना है। अभी से तैयारी शुरू कर दो। पढ़ें पूरी खबर… मथुरा के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में रविवार को एक श्रद्धालु (68) की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। उसकी पहचान मानचंद के रूप में हुई है। वह हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहबाद गांव का रहने वाला है। वह आज अपने परिचितों के साथ बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करने आया था। मंदिर में भीड़ अधिक होने के कारण लौटते समय उसे घबराहट और बेचैनी हुई। वह चबूतरे में लेट गया। सुरक्षाकर्मियों ने उसे देखा तो फौरन अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मरा हुआ घोषित कर दिया। दर्शन के बाद लौटते समय तबीयत बिगड़ गई थी मानचंद रविवार को सुबह में 9 बजे के करीब मथुरा पहुंचा था। उसके साथ उनके दोस्त भी थे। उन्होंने मथुरा के कई मंदिरों का दर्शन किया। सबसे आखिर में 10 बजे के करीब बांके बिहारी जी मंदिर दर्शन करने पहुंचे। उसने गेट नंबर 1 से एंट्री की। उसके बाद बांके बिहारी के दर्शन किए। दर्शन करने के बाद वह जैसे ही गेट नंबर 1 से बाहर निकला। उसे बेचैनी और घबराहट हुई। जिसके बाद वह चबूतरे पर बैठ गया। उसकी तबीयत खराब होती देख मंदिर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने इसकी सूचना मेडिकल टीम को दी। चेक अप के दौरान ब्लड प्रेशर हाई था मंदिर पर मौजूद मेडिकल टीम ने उनका चेक किया। उनका ब्लड प्रेशर हाई था। मेडिकल टीम ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए मंदिर की एम्बुलेंस से जिला संयुक्त चिकित्सालय भेज दिया। जहां डॉक्टरों ने उनका चेक करने के बाद मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर शशि रंजन ने बताया कि उनका चेक किया गया उससे पहले ही उनकी मौत हो गई थी। वहीं डॉक्टर भूदेव ने बताया कि घबराहट और बेचैनी की शिकायत की थी। जिसके बाद अस्पताल लाए गए यहां पर उनकी मौत की पुष्टि हुई। पहले से अस्थमा के मरीज थे बांके बिहारी मंदिर परिसर में श्रद्धालु की तबीयत बिगड़ने और बाद में मौत हो जाने की सूचना पर वृंदावन पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। संयुक्त पुलिस अधीक्षक कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि मंदिर की मेडिकल टीम ने उनको दस मिनट तक प्राथमिक इलाज दिया। इसके बाद अस्पताल ले गए। जहां पर मृत घोषित कर दिया गया। उनके साथियों ने पुलिस जानकारी दी कि यह पहले से बीमार थे और अस्थमा के मरीज थे। लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था को मंदिर के भीतर तक ही सीमित रखने का आदेश दिया इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बांके बिहारी मंदिर में 25 से 29 अगस्त 24 तक चलने वाले जन्माष्टमी पर्व के दौरान कानून व्यवस्था की जवाबदेही जिला प्रशासन को सौंपी है। कोर्ट ने राज्य सरकार की भीड़ नियंत्रण योजना के तहत लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था को मंदिर के भीतर तक ही सीमित रखने का आदेश दिया है। सरकार को भीड़ प्रबंधन पर निर्देश जारी किए
कोर्ट ने 8 नवंबर 23 को सरकार को भीड़ प्रबंधन को लेकर कुछ निर्देश जारी किए थे। इनका पालन नहीं किया जा सका। अब सरकार ने अर्जी देकर निर्देशों में संशोधन की मांग की गई है। लोगों ने सरकार की मांग पर आपत्ति की और कहा भीड़ नियंत्रण कोर्ट के आदेश से नहीं हो सकता। सरकार ने हलफनामा दायर कर कहा जन्माष्टमी पर्व पर उचित इंतजाम किया जाएगा। मंदिर के अंदर व बाहर लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। विभिन्न स्थानों पर बाहर स्क्रीन लगाई जाएगी। साथ ही भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग की जाएगी। एक समय में एक निश्चित संख्या मंदिर में प्रवेश करेगी। जिला प्रशासन बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की देखभाल व्यवस्था करेगा। ठाकुर बांके बिहारी जी विराजमान मंदिर में मंगला आरती के समय 2023 मे बनी कमेटी ने 600 लोगो के प्रवेश की अनुमति दी है। पूरे क्षेत्र को 3 जोन व 10 सेक्टर में बांटा गया है। मेले के दौरान एडीएम व एसपी जोन एरिया में व एसडीएम व डीएसपी सेक्टर में तैनात रहेंगे। दर्शन के समय मंदिर में भीड़ रुकने नहीं पायेगी। अधिवक्ता संकल्प गोस्वामी ने मंदिर के बाहर लाइव स्ट्रीमिंग का विरोध किया। जिस पर कोर्ट ने केवल मंदिर के भीतर ही लाइव स्ट्रीमिंग की अनुमति दी है। यह भी पढ़ें:- मेरा कोई भाई नहीं…कान्हा! शादी की तैयारी तुम्हें करनी है:मथुरा के बांके बिहारी पहुंचीं भावुक करने वाली 10 हजार चिटि्ठयां, राखियां मेरे प्यारे लड्डू गोपाल, मेरे प्यारे कान्हा। पहले ही कह देती हूं 6 दिसंबर को आपकी बहन की शादी है। 1 दिसंबर को ही आ जाना, साथ में प्यारी राधा रानी जी को भी ले आना। हल्दी-मेहंदी और सभी रस्में पूरी करनी हैं। मेरे प्यारे लड्डू गोपाल…कोई बहाना नहीं चलेगा। आपको भाई वाला काम संभालना है। अभी से तैयारी शुरू कर दो। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर