<p>बांग्लादेश में रह रहे हिन्दू समाज व अन्य अल्पसंख्यक चाहे वो किसी भी जाति व वर्ग के हों उन पर पिछले कुछ दिनों से हो रही हिंसा अति-दुःखद एवं चिन्तनीय। इस मामले को केन्द्र सरकार गम्भीरता से ले व उचित कदम उठाये, वरना इनका ज्यादा नुकसान ना हो जाये।</p>
<p> </p> <p>बांग्लादेश में रह रहे हिन्दू समाज व अन्य अल्पसंख्यक चाहे वो किसी भी जाति व वर्ग के हों उन पर पिछले कुछ दिनों से हो रही हिंसा अति-दुःखद एवं चिन्तनीय। इस मामले को केन्द्र सरकार गम्भीरता से ले व उचित कदम उठाये, वरना इनका ज्यादा नुकसान ना हो जाये।</p>
<p> </p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Bhagalpur News: जहानाबाद के बाद भागलपुर में श्रद्धालुओं के बीच भगदड़, एसएम कॉलेज घाट पर कई लोग नदी में गिरे
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हमीरपुर उपचुनाव की जंग आशीष बनाम पुष्पेंद्र:सीएम सुखविंदर ने फीडबैक को बनाया आधार, 5 दिनों से जारी थी माथापच्ची हमीरपुर विधानसभा उप चुनाव के लिए कांग्रेस ने डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा का नाम फाइनल कर दिया है। अब हमीरपुर में डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा और आशीष शर्मा ही एक बार फिर आमने-सामने होंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में भी तिकोना मुकाबला हुआ था। तब 12000 से ज्यादा मतों से आशीष जीते थे। इस बार मुकाबला सीधा होगा। इसीलिए मुकाबला दिलचस्प होगा। कुछ दिनों से कांग्रेस के भीतर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा को लेकर जो माहौल बना था। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने तमाम नेताओं से जो फीडबैक लिया, उसी को फिर से आधार बनाया और अब पुष्पेंद्र वर्मा को ही फिर से चुनावी जंग में उतारा गया है। डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने टिकट फाइनल होने की खुद पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली से इस बाबत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने फोन करके उन्हें इसकी सूचना दी है कि उन्हें फाइनल कर दिया गया है। पिता रणजीत सिंह भी रह चुके विधायक पुष्पेंद्र के पिता रणजीत सिंह वर्मा भी विधायक रह चुके हैं। लंबे समय के बाद फिर से हमीरपुर में डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा भाजपा उम्मीदवार से चुनावी जंग में उतरेंगे। पिछले विधानसभा चुनावों में आशीष शर्मा से हार जाने के बावजूद पुष्पेंद्र ने जमीनी हकीकत को समझते हुए लोगों से जुड़े रहे। उनके कार्यक्रमों का सिलसिला लगातार जारी रहा। हालांकि पिछली बार नामांकन दाखिल करने के आखिरी रोज 2 घंटे पहले उनका टिकट फाइनल हुआ था। तब कांग्रेस का सारा कुनबा इसी लेट लतीफी पर बेहद नाराज था। उसके बावजूद तिकोने मुकाबले में डॉक्टर पुष्पेंद्र ने भाजपा के उम्मीदवार को तीसरे नंबर पर धकेला था। इधर, भाजपा के उम्मीदवार और पिछले चुनाव में निर्दलीय चुनाव जीतने वाले आशीष शर्मा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठकों का आयोजन कर रहे हैं। डिनर डिप्लोमेसी का दौर जारी है।कारण यह है कि उसे समय उनकी और नाराज भाजपा की टीम में अलग-अलग थी और उन्हीं के समन्वय के करण जीत सुनिश्चित हुई थी इस बार परिस्थितियों अलग हैं। प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता है और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह का यह गृह जिला है। सुनील शर्मा पीछ रह गए इसीलिए टिकट बदलने का जोखिम जमीनी हकीकत को समझ कर नहीं लिया गया है। ग्राउंड रिपोर्ट पुष्पेंद्र के हक में गई है। इसमें सुनील शर्मा बिट्टू पीछे रह गए। हालांकि चार दिन पहले शिमला में हमीरपुर शहर के ही कई प्रमुख लोगों के प्रतिनिधि मंडल भी मुख्यमंत्री से मिले थे। इसमें भी चाहे बिट्टू पर्दे के पीछे ही रहे हों, मगर पुष्पेंद्र की जमीनी हकीकत बिट्टू पर भारी पड़ी। अब हमीरपुर में विधानसभा चुनाव की जंग बेहद रोचक मरहले में दिखेगी। क्योंकि भाजपा के कुनबे के भीतर समन्वय बनाना भी भाजपा उम्मीदवार के लिए बेहद चुनौती पूर्ण होगा।
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नीट पेपर लीक मामले में CBI का एक्शन शुरू, सिकंदर सहित कई आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी <p style=”text-align: justify;”><strong>NEET Paper Leak: </strong>नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई (CBI) का एक्शन शुरू हो गया है. सीबीआई ने गिरफ्तार आरोपितों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. खबर है कि सीबीआई आज (26 जून) सिकंदर सहित कई आरोपितों को रिमांड पर लेने के लिए सीबीआई कोर्ट में आवेदन कर सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आर्थिक अपराध इकाई ने केस को सीबीआई को सौंप दिया है. सीबीआई ने इस पूरे मामले में केस भी दर्ज कर लिया है. दर्ज एफआईआर की कॉपी मंगलवार (25 जून) को पटना सीबीआई के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी हर्षवर्धन सिंह की कोर्ट में पहुंचाई गई है. सीबीआई ने सभी आरोपितों की पेशी कराने और रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. बताया जाता है कि सीबीआई के अधिकारी ने अपने वकील अमित कुमार के साथ विशेष कोर्ट में सभी कागजात को जमा कर दिया है.</p>
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मंडी में 10 दिन बाद बहाल हुई पजौंड़ पेयजल योजना:लाखों लोगों को राहत; बादल फटने से तहस नहस हो गई थी पाइपलाइन मंडी जिले के पधर उपमंडल की पजौंड़ नाला पेयजल योजना दस दिन बाद बहाल हो गई है। जिससे लोगों बड़ी राहत मिली। लगभग पच्चीस करोड़ से अधिक लागत की इस पेयजल स्कीम से पधर की लगभग दो दर्जन से अधिक पंचायतों की एक लाख के करीब आबादी लाभान्वित होती है। बीते 31 जुलाई देर रात को चौहारघाटी के राजबन में बादल फटने से पेयजल स्कीम बाधित हो गई थी। जगह जगह पर पाइप लाइन टूटने से जल शक्ति महकमे को सवा करोड़ से अधिक का नुकसान हो गया। जबकि पधर मंडल में दो करोड़ से अधिक महकमे के एक ही दिन में डूब गए थे। पजौंड़ पेयजल स्कीम को बहाल करने के लिए विभाग ने दिन रात एक कर दिया। थलटूखोड़-ग्रामण सड़क बाधित हो जाने से बड़े डॉया की पाइपें कंधों में उठाकर राजबन और पजौंड़ तक पहुंचानी पड़ी। जिससे स्कीम को बहाल करने में दस दिन का समय लगा। मौके मौजूद रहे अधिकारी राहत कार्य को गति देने के लिए विभागीय अधिशाषी अभियंता अरविंद वर्मा और सहायक अभियंता दीक्षांत शर्मा स्वयं घटनास्थल पर जायजा लेते रहे। इस बड़ी स्कीम के साथ साथ चौहारघाटी की ग्राम पंचायत लटराण, धमच्याण, तरसवाण और जिल्हण की अन्य छोटी स्कीमें दो दिनों के भीतर बहाल कर लोगों को बढ़ी राहत मिली। सभी पंचायतों में पहुंचा पानी जबकि बड़ी स्कीम पजौंड़ नाला के बाधित रहने से पधर क्षेत्र की कुछ पंचायतों में त्राहि त्राहि मचना शुरू हो गई थी। अब दस दिन बाद पेयजल आपूर्ति बहाल होने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। अधिशाषी अभियंता अरविंद वर्मा ने कहा कि बीते शनिवार को योजना पूर्ण रूप से बहाल हो चुकी है। सभी पंचायतों को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कर दी है। भारी बरसात से पधर मंडल में ढाई करोड़ से अधिक का नुकसान विभाग को हुआ है।