मुंबई पुलिस ने बहराइच से मंगलवार को बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के आरोपी धर्मराज कश्यप के चचेरे भाई अनुराग और हरीश को गिरफ्तार किया है। मुंबई क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की संयुक्त टीम ने गण्डारा क्षेत्र में छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक, पुणे में कबाड़ की दुकान चलाने वाले हरीश कुमार बालकराम ने बाबा ने शिवप्रसाद और धर्मराज को कुछ दिन पहले पैसे और नया मोबाइल खरीद कर दिया था। कुर्ला में किराए का घर मुहैया कराया और बाइक दिलाई थी। कुर्ला वाले घर में रुके तीनों शूटर, यहीं से बाबा सिद्दीकी की रेकी की
DCP स्तर के एक अधिकारी ने बताया कि बाबा सिद्दीकी के मर्डर की साजिश प्रवीण और शुभम के कुर्ला वाले फ्लैट में रची गई थी। तीनों शूटर गुरमैल, शिवा और धर्मराज यहीं रुके थे। वे शाम को खाना खाने और बाबा सिद्दीकी की रैकी करने के लिए निकलते थे। आसपास के लोग बताते हैं कि गुरमैल अक्सर सिगरेट पीने के लिए घर के बाहर खड़ा रहता था। धर्मराज और शिव कुमार अंदर ही रहते थे। दो दिन पहले दो शूटरों की हुई थी पहचान दो दिन पहले 2 हमलावरों की पहचान बहराइच के धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा के रूप में हुई थी। शिवा फरार है, जबकि धर्मराज को मुंबई पुलिस ने पकड़ लिया है। दोनों कैसरगंज थाना क्षेत्र में एक ही गांव गण्डारा के रहने वाले हैं। दोनों पुणे में कबाड़ का काम करते थे। इनका अभी तक कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं मिला है। एसपी ने बताया कि दोनों ही सामान्य परिवार से हैं। घरवालों के संपर्क में भी रहते थे। 6 साल से पुणे में काम कर रहा था शिवा, धर्मराज को दो महीने पहले बुलाया
बहराइच पुलिस के मुताबिक, शिवा 6 साल से पुणे में एक स्क्रैप व्यापारी के यहां काम करता था। शिवा ने दो महीने पहले ही अपने पड़ोसी धर्मराज को भी पुणे काम के लिए बुलाया। सुपारी देने वाले व्यक्ति ने शिवा और धर्मराज से गुरमेल की मुलाकात कराई थी। सूत्रों को मुताबिक, शूटर्स पिछले करीब 40 दिनों से मुंबई में रहकर सिद्दीकी की रेकी कर रहे थे। वे 2 सितंबर से कुर्ला में किराए के कमरे में रुके थे। गिरफ्तार हुए दोनों शूटर ने बताया कि उन्होंने बाबा के घर और बेटे के ऑफिस की रैकी की थी। मुंबई पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि कॉन्ट्रैक्ट किलिंग है। सुपारी देकर बाबा सिद्दीकी की हत्या कराई गई है। किसने सुपारी दी। कितने की दी। यह अभी भी जांच का विषय है। बाबा सिद्दीकी को पेट और सीने में लगी गोली
सिद्दीकी पर बांद्रा में खेर नगर में कल रात करीब 9.30 बजे विधायक बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर 3 बदमाशों ने फायरिंग की थी। सूत्रों के मुताबिक, ऑटो से आए 3 शूटर्स ने दो बंदूकों से 6 राउंड फायरिंग की। इनमें बाबा को 3 गोलियां लगीं। 2 गोलियां उनके पेट और 1 सीने पर लगी। तीनों ने मुंह पर रूमाल बांधा हुआ था। सिद्दीकी को Y-सिक्योरिटी मिली थी, लेकिन उनके साथ कोई कॉन्स्टेबल नहीं था। स्ट्रीट लाइट और CCTV भी बंद थे। 2 शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है, तीसरे शूटर की भी पहचान हो गई है। पुलिस कई राज्यों में उसकी तलाश कर रही है। शुरू से ही घटना के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस गैंग के शामिल होने की आशंका जताई जा रही थी। लॉरेंस गैंग का नाम सामने आने के बाद एक्टर सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमैंट के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। पुलिस की एक अतिरिक्त टीम तैनात की गई है। लॉरेंस गैंग ने सलमान के घर के बाहर 14 अप्रैल को फायरिंग कराई थी। —————————- ये भी पढ़ें… पर सेल बनाया, 700 शूटर्स; सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला लॉरेंस कैसे बना गैंगस्टर 2011 में लॉरेंस ने पंजाब यूनिवर्सिटी में चुनाव लड़ा, लेकिन हार गया। हार के बाद दोनों गुटों में बहस और हाथापाई हुई। इसी बीच लॉरेंस ने फायरिंग कर दी। लॉरेंस के खिलाफ ये पहला मामला था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि गैंगवार में उसकी गर्लफ्रेंड की हत्या हो गई। जिसके बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। क्या है लॉरेंस के गैंगस्टर बनने की कहानी। पढ़िए इस रिपोर्ट में… मुंबई पुलिस ने बहराइच से मंगलवार को बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के आरोपी धर्मराज कश्यप के चचेरे भाई अनुराग और हरीश को गिरफ्तार किया है। मुंबई क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की संयुक्त टीम ने गण्डारा क्षेत्र में छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक, पुणे में कबाड़ की दुकान चलाने वाले हरीश कुमार बालकराम ने बाबा ने शिवप्रसाद और धर्मराज को कुछ दिन पहले पैसे और नया मोबाइल खरीद कर दिया था। कुर्ला में किराए का घर मुहैया कराया और बाइक दिलाई थी। कुर्ला वाले घर में रुके तीनों शूटर, यहीं से बाबा सिद्दीकी की रेकी की
DCP स्तर के एक अधिकारी ने बताया कि बाबा सिद्दीकी के मर्डर की साजिश प्रवीण और शुभम के कुर्ला वाले फ्लैट में रची गई थी। तीनों शूटर गुरमैल, शिवा और धर्मराज यहीं रुके थे। वे शाम को खाना खाने और बाबा सिद्दीकी की रैकी करने के लिए निकलते थे। आसपास के लोग बताते हैं कि गुरमैल अक्सर सिगरेट पीने के लिए घर के बाहर खड़ा रहता था। धर्मराज और शिव कुमार अंदर ही रहते थे। दो दिन पहले दो शूटरों की हुई थी पहचान दो दिन पहले 2 हमलावरों की पहचान बहराइच के धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा के रूप में हुई थी। शिवा फरार है, जबकि धर्मराज को मुंबई पुलिस ने पकड़ लिया है। दोनों कैसरगंज थाना क्षेत्र में एक ही गांव गण्डारा के रहने वाले हैं। दोनों पुणे में कबाड़ का काम करते थे। इनका अभी तक कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं मिला है। एसपी ने बताया कि दोनों ही सामान्य परिवार से हैं। घरवालों के संपर्क में भी रहते थे। 6 साल से पुणे में काम कर रहा था शिवा, धर्मराज को दो महीने पहले बुलाया
बहराइच पुलिस के मुताबिक, शिवा 6 साल से पुणे में एक स्क्रैप व्यापारी के यहां काम करता था। शिवा ने दो महीने पहले ही अपने पड़ोसी धर्मराज को भी पुणे काम के लिए बुलाया। सुपारी देने वाले व्यक्ति ने शिवा और धर्मराज से गुरमेल की मुलाकात कराई थी। सूत्रों को मुताबिक, शूटर्स पिछले करीब 40 दिनों से मुंबई में रहकर सिद्दीकी की रेकी कर रहे थे। वे 2 सितंबर से कुर्ला में किराए के कमरे में रुके थे। गिरफ्तार हुए दोनों शूटर ने बताया कि उन्होंने बाबा के घर और बेटे के ऑफिस की रैकी की थी। मुंबई पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि कॉन्ट्रैक्ट किलिंग है। सुपारी देकर बाबा सिद्दीकी की हत्या कराई गई है। किसने सुपारी दी। कितने की दी। यह अभी भी जांच का विषय है। बाबा सिद्दीकी को पेट और सीने में लगी गोली
सिद्दीकी पर बांद्रा में खेर नगर में कल रात करीब 9.30 बजे विधायक बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर 3 बदमाशों ने फायरिंग की थी। सूत्रों के मुताबिक, ऑटो से आए 3 शूटर्स ने दो बंदूकों से 6 राउंड फायरिंग की। इनमें बाबा को 3 गोलियां लगीं। 2 गोलियां उनके पेट और 1 सीने पर लगी। तीनों ने मुंह पर रूमाल बांधा हुआ था। सिद्दीकी को Y-सिक्योरिटी मिली थी, लेकिन उनके साथ कोई कॉन्स्टेबल नहीं था। स्ट्रीट लाइट और CCTV भी बंद थे। 2 शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है, तीसरे शूटर की भी पहचान हो गई है। पुलिस कई राज्यों में उसकी तलाश कर रही है। शुरू से ही घटना के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस गैंग के शामिल होने की आशंका जताई जा रही थी। लॉरेंस गैंग का नाम सामने आने के बाद एक्टर सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमैंट के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। पुलिस की एक अतिरिक्त टीम तैनात की गई है। लॉरेंस गैंग ने सलमान के घर के बाहर 14 अप्रैल को फायरिंग कराई थी। —————————- ये भी पढ़ें… पर सेल बनाया, 700 शूटर्स; सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला लॉरेंस कैसे बना गैंगस्टर 2011 में लॉरेंस ने पंजाब यूनिवर्सिटी में चुनाव लड़ा, लेकिन हार गया। हार के बाद दोनों गुटों में बहस और हाथापाई हुई। इसी बीच लॉरेंस ने फायरिंग कर दी। लॉरेंस के खिलाफ ये पहला मामला था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि गैंगवार में उसकी गर्लफ्रेंड की हत्या हो गई। जिसके बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। क्या है लॉरेंस के गैंगस्टर बनने की कहानी। पढ़िए इस रिपोर्ट में… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर