हरदोई में मां बोली- बेटी को दरिंदों ने नोच डाला:नाखून चुभोकर आंखें फोड़ीं, तड़पाकर मारा; बाकी बेटियां घर से नहीं निकल रहीं मेरी बेटी शाम को रोज की तरह जानवरों के लिए चारा लेने गई थी। खेत में रास्ते में बैठकर शराब पी रहे गांव के विपिन और सोनू ने बेटी को पकड़ लिया। घसीटकर खेत में ले गए। दोनों ने उसके साथ दरिंदगी की। बेटी दोनों को पहचान गई थी। इसलिए खुद को बचाने के लिए उसकी हत्या कर दी। एक ने बेटी की आंखें फोड़ दीं, दूसरे ने गला दबाकर मार डाला। बेटी घर नहीं लौटी तो एक घंटे बाद टॉर्च लेकर खोजा गया। वह खेत में अर्धनग्न हालत में मिली। उसके मुंह से खून निकल रहा था। गले पर दांतों के निशान थे। प्राइवेट पार्ट पर भी चोट के निशान थे। दोनों आंखों को नाखून से चुभोकर फोड़ा गया था। इन दरिंदों को फांसी से कम सजा नहीं होनी चाहिए, नहीं तो बेटी को न्याय नहीं मिलेगा। ये कहते हुए 15 साल की किशोरी की मां फफककर रोने लगती हैं। दैनिक भास्कर की टीम हरदोई के सांडी थाना क्षेत्र के उस गांव में पहुंची, जहां किशोरी की दरिंदगी के बाद हत्या की गई थी। हम पीड़ित परिवार के साथ ही आरोपियों के परिजन से भी बात की। पढ़िए रिपोर्ट… पहले जान लेते हैं पूरा मामला
29 जुलाई को हरदोई के सांडी थाना क्षेत्र के एक गांव में हाईस्कूल की छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई। छात्रा खेत गई थी, तभी आरोपियों ने उसे दबोच लिया था। पुलिस ने घटना के 2 दिन बाद बुधवार को एक आरोपी विपिन को गिरफ्तार कर लिया। दूसरे आरोपी सोनू को गुरुवार सुबह एनकाउंटर के दौरान पैर में गोली मारकर पकड़ा। एनकाउंटर में एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया था। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मां को ढांढस बंधा रही थी बेटियां
गांव में पहुंचते ही हमें कुछ लोग नजर आए। हमने बच्ची के बारे में पूछा तो लोगों ने आगे की तरफ इशारा करते हुए घर का पता बताया। हम आगे बढ़े और पीड़िता के घर जा पहुंचे। जहां हमें पीड़िता की मां रोते हुए मिलीं। पिता बाहर बैठे थे। तीन बहनें मां को ढांढस बंधा रही थीं। मां बोली- गुड़िया कहती थी मैं बेटे से कम नहीं, रोटी न बनवाओ
किसी तरह मां बात करने को तैयार हुईं। कहने लगी- मेरी गुड़िया (बदला हुआ नाम) 4 बहनों और दो भाइयों में सबसे छोटी थी। लेकिन सबसे ज्यादा सुंदर थी। पढ़ाई में भी सबसे तेज थी। बस कमजोरी थी तो रोटी बनाने में। इसलिए खाना बड़ी बेटियां बनाती थीं, वो जानवरों के लिए चारा ले आती थी। कहती थी मैं बेटों से कम नहीं, इसलिए रोटी नहीं बनाऊंगी, बाकी कोई काम बोल दो कर दूंगी। रास्ते में शराब पी रहे थे दोनों आरोपी
घर में एक बैल, एक भैंस एक पड़िया और छह बकरियों पली हैं। उनको चारा देने का काम मेरी गुड़िया ही करती थी। एक और बेटी उसका साथ देती थी। वो रोज शाम को खेतों से चारा लेने जाती थी। उस दिन उसके पिता गांव के दूसरे छोर पर खेत देखने गए थे। रोज की तरह उस दिन भी शाम साढ़े 4 बजे बेटी घर से 400 मीटर दूर खेत गई थी। रास्ते में मेड़ के बाद विपिन और सोनू बैठकर शराब पी रहे थे। वो कई दिनों से उसी रास्ते पर बैठे रहते थे, इसलिए वो ऐसा कुछ कर डालेंगे, इसका अंदाजा भी नहीं था। बेटी कहती थी कि मम्मी ये दोनों घूरते हैं। हम लोग कहते थे कि इन लोगों पर ध्यान मत दो, खुद ही दूर हो जाएंगे। लेकिन दोनों ने मेरी गुड़िया को नोच डाला। अब मेरी बाकी बेटियां घर से निकलने में डरने लगी हैं। कहती हैं वो तो फिट थी, लड़ नहीं पाई । हम लोग क्या कर पाएंगे। बहन बोली- मरने से पहले मेरी बहन बहुत तड़पी होगी
पीड़िता की बड़ी बहन ने बताया- पापा दूसरे खेत जोतने गए थे। 6 बजे पापा लौटे तो उनको बताया कि बहन चारा लेकर नहीं लौटी है। पापा ने कहा- आ रही होगी। इसके बाद मैं कूड़ा फेंकने गई तो देखा कि वहां दुपट्टा और चप्पल पड़ी हुई है। इसके बाद मैं उसे खोजते हुए 200 मीटर दूर तक जा पहुंची लेकिन बहन नजर नहीं आई। इसके बाद मैं भागकर घर आई और पापा को दुपट्टा दिखाया। इसके बाद पूरा परिवार उसे खोजने में जुट गया। इतनी देर में अंधेरा होने लगा तो टॉर्च से खोजा जाने लगा। काफी देर बाद खेत के अंदर जाकर देखा तो बहन के पैर दिखे, उसे आवाज लगाई तो बोली नहीं। पास में गई तो देखा कि उसकी सांसें थम चुकी थीं। मेरी बहन को नोचा गया था। कोई अकेले उससे भिड़ नहीं सकता था। लेकिन दोनों ने उसे तड़पा- तड़पाकर मार डाला। इन लोगों को फांसी से कम सजा न मिले। अब पढ़िए, आरोपियों के परिजनों ने क्या कहा… आरोपी के मां-बाप बोले- अगर दोषी हो तो हमारा बेटा नहीं, जांच सही से हो
पीड़िता के घर से थोड़ी ही दूरी पर दोनों आरोपी सोनू और विपिन का घर है। हम आरोपी विपिन के घर पहुंचे। उसकी मां ने बताया- दो भाइयों में विपिन सबसे छोटा है। वह शराब का आदी है, कोई काम नहीं करता। पिता के साथ खेती में हाथ बंटाता है। वो शराबी जरूर है, लेकिन किसी बेटी को छेड़े ऐसा ऐब उसमें नहीं। अगर दोषी है तो उसे फांसी की सजा दी जाए। निर्दोष है तो मामले की निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए। आरोपी विपिन के पिता ने बताया कि जिस दिन और जिस समय का यह घटनाक्रम है उस दिन विपिन और उसके भाई के बीच झगड़ा हुआ था। मामला ज्यादा तूल पकड़ा तो पुलिस को सूचना दी गई। डायल 112 भी आई थी, यह घटनाक्रम शाम 6 बजे का है। इसके बाद लोगों ने विपिन को ठेके पर देखा था, फिर वो घटना को अंजाम कैसे दे सकता है। लेकिन जांच में अगर विपिन दोषी पाया जाए तो उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। ऐसा करने वाला हमारा बेटा कभी नहीं हो सकता। सोनू की मां बोली- गाजियाबाद से लौटा था बेटा
आरोपी विपिन के घर से 100 मीटर आगे ही सोनू का कच्चा घर है। उसकी मां पुष्पा ने बताया- वह यहां नहीं रहता है। गाजियाबाद में पुताई का काम करके गुजर-बसर करता है। मेरे पति विकलांग हैं। सोनू के पैसों से घर का खर्चा चलता है। चार बेटे और हैं, चारों बाहर नौकरी करते हैं।
कुछ दिन से सोनू परेशान था तो गांव आया हुआ था। मेरा बेटा अगर दोषी है तो उसे जो सजा मिले वो मंजूर होगी। अगर निर्दोष है तो उसे छोड़ देना चाहिए। पुलिस मेरे बेटे को घर से आराम से ले गई थी। बाद में उसे मुठभेड़ में पकड़ा हुआ दिखा दिया। इसकी सही से जांच हो। सोनू के पड़ोसियों ने बताया कि उस पर पहले भी एक युवती का अपहरण कर दुष्कर्म किए जाने का मामला दर्ज हुआ था। लेकिन जमानत पाने के बाद वो गाजियाबाद चला गया था। ये भी पढ़ें 10वीं की छात्रा से गैंगरेप, पहचाना तो आंखें फोड़ दी:हरदोई में झाड़ियों में फेंका शव; पुलिस ने गोली मारकर दूसरे आरोपी को भी पकड़ा हरदोई में गैंगरेप के बाद हाईस्कूल की छात्रा की हत्या कर दी गई। हत्या से पहले आरोपियों ने लड़की को खूब पीटा। दोनों आंखें फोड़ दीं, क्योंकि उसने उन्हें पहचान लिया था। लड़की खेत गई थी, तभी आरोपियों ने उसे दबोच लिया था। पुलिस ने इस मामले में बुधवार को एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। दूसरे आरोपी को गुरुवार सुबह एनकाउंटर में पैर में गोली मारकर पकड़ा। एनकाउंटर में एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया। वारदात हरदोई के सांडी थाना क्षेत्र के एक गांव की है। पूरी खबर पढ़ें