हिमाचल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की मौजूदगी में गुरुवार को बिलासपुर में पार्टी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। प्रतिभा सिंह के सामने कार्यकर्ताओं में तीखी नोंक-झोंक हुई। इस दौरान एक दूसरे के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। अल्पसंख्यक समुदाय के कार्यकर्ता साबरदीन ने प्रतिभा सिंह से ही अध्यक्ष पद से इस्तीफे की मांग कर डाली। मंच पर मौजूद पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की और कहा कि इस तरह का व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। तब जाकर माहौल शांत हुआ। दरअसल, प्रतिभा सिंह गुरुवार को संविधान बचाओ रैली की तैयारियों की समीक्षा के लिए बिलासपुर पहुंची थीं। प्रतिभा का करीब 12 बजे जब सर्किट हाउस के बाहर स्वागत हो रहा था तो उस दौरान पूर्व विधायक बंबर ठाकुर समर्थकों ने नारेबाजी शुरू की। इसके बाद जिला परिषद सदस्य गौरव शर्मा के पक्ष में भी नारेबाजी हुई। काली भेड़े मुर्दाबाद के नारे तब पूर्व विधायक तिलकराज समर्थकों ने भी नारेबाजी शुरू की। वहां मौजूद सुक्खू सरकार में मंत्री राजेश धर्माणी और पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर समर्थकों ने भी नारे लगाए। इसके बाद सभी मीटिंग के लिए कांग्रेस कार्यालय इंदिरा भवन पहुंचें। यहां पर काली भेड़े और तिलक राज मुर्दाबाद के नारे लगए। इससे हाथापाई तक नौबत आई गई। सरकार की अनदेखी से कार्यकर्ता परेशान प्रतिभा सिंह के बिलासपुर दौरे के दौरान कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी खुलकर सामने आई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार की सरकार में अनदेखी, संगठन में भितरघात जैसे मुद्दों को प्रदेश अध्यक्ष के सामने उठाया है। गुटबाजी में उलझी कांग्रेस दोपहर दो बजे तक संविधान बचाओं रैली नहीं कर पाई और बंद दफ्तर में मीटिंग चलती रही। कांग्रेस वर्करों ने सरकार पर भी गंभीर सवाल खड़े किए है और चुनाव जिताने वाले कार्यकर्ताओं की अनदेखी के आरोप लगाए है। 6 महीने से बिना संगठन कांग्रेस बता दें कि प्रदेश में छह महीने से कांग्रेस हाईकमान संगठन नहीं बना पाया है। इससे कांग्रेस कार्यकर्ता न तो सरकार के स्तर पर और न ही संगठन के स्तर पर अपनी बात रख पा रहे है। पार्टी वर्करों में रोष व्याप्त है। मगर इसकी किसी को भी परवाह नहीं है। प्रदेश में इकलौती पदाधिकारी प्रतिभा सिंह बची हैं। उनके बार बार कहने पर भी नया संगठन नहीं बन रहा। इससे कार्यकर्ताओं में गुस्सा फूटना शुरू हो गया है।कार्यकर्ताओं की अनदेखी की बात आज तक प्रतिभा सिंह सार्वजनिक मंचों से कई बार कह चुकी है। आज पार्टी वर्करों ने भी बिलासपुर में यह मुद्दा उठाया है। इसी तरह कांग्रेस संगठन को मंत्री चंद्र कुमार भी पैरालाइज्ड तक बता चुके हैं। हिमाचल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की मौजूदगी में गुरुवार को बिलासपुर में पार्टी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। प्रतिभा सिंह के सामने कार्यकर्ताओं में तीखी नोंक-झोंक हुई। इस दौरान एक दूसरे के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। अल्पसंख्यक समुदाय के कार्यकर्ता साबरदीन ने प्रतिभा सिंह से ही अध्यक्ष पद से इस्तीफे की मांग कर डाली। मंच पर मौजूद पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की और कहा कि इस तरह का व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। तब जाकर माहौल शांत हुआ। दरअसल, प्रतिभा सिंह गुरुवार को संविधान बचाओ रैली की तैयारियों की समीक्षा के लिए बिलासपुर पहुंची थीं। प्रतिभा का करीब 12 बजे जब सर्किट हाउस के बाहर स्वागत हो रहा था तो उस दौरान पूर्व विधायक बंबर ठाकुर समर्थकों ने नारेबाजी शुरू की। इसके बाद जिला परिषद सदस्य गौरव शर्मा के पक्ष में भी नारेबाजी हुई। काली भेड़े मुर्दाबाद के नारे तब पूर्व विधायक तिलकराज समर्थकों ने भी नारेबाजी शुरू की। वहां मौजूद सुक्खू सरकार में मंत्री राजेश धर्माणी और पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर समर्थकों ने भी नारे लगाए। इसके बाद सभी मीटिंग के लिए कांग्रेस कार्यालय इंदिरा भवन पहुंचें। यहां पर काली भेड़े और तिलक राज मुर्दाबाद के नारे लगए। इससे हाथापाई तक नौबत आई गई। सरकार की अनदेखी से कार्यकर्ता परेशान प्रतिभा सिंह के बिलासपुर दौरे के दौरान कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी खुलकर सामने आई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार की सरकार में अनदेखी, संगठन में भितरघात जैसे मुद्दों को प्रदेश अध्यक्ष के सामने उठाया है। गुटबाजी में उलझी कांग्रेस दोपहर दो बजे तक संविधान बचाओं रैली नहीं कर पाई और बंद दफ्तर में मीटिंग चलती रही। कांग्रेस वर्करों ने सरकार पर भी गंभीर सवाल खड़े किए है और चुनाव जिताने वाले कार्यकर्ताओं की अनदेखी के आरोप लगाए है। 6 महीने से बिना संगठन कांग्रेस बता दें कि प्रदेश में छह महीने से कांग्रेस हाईकमान संगठन नहीं बना पाया है। इससे कांग्रेस कार्यकर्ता न तो सरकार के स्तर पर और न ही संगठन के स्तर पर अपनी बात रख पा रहे है। पार्टी वर्करों में रोष व्याप्त है। मगर इसकी किसी को भी परवाह नहीं है। प्रदेश में इकलौती पदाधिकारी प्रतिभा सिंह बची हैं। उनके बार बार कहने पर भी नया संगठन नहीं बन रहा। इससे कार्यकर्ताओं में गुस्सा फूटना शुरू हो गया है।कार्यकर्ताओं की अनदेखी की बात आज तक प्रतिभा सिंह सार्वजनिक मंचों से कई बार कह चुकी है। आज पार्टी वर्करों ने भी बिलासपुर में यह मुद्दा उठाया है। इसी तरह कांग्रेस संगठन को मंत्री चंद्र कुमार भी पैरालाइज्ड तक बता चुके हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
