बागपत में घर में डेढ़ माह की बच्ची पर बिल्ली ने हमला कर दिया। उसकी एक आंख व तीन अंगुली चबा ली। घटना के समय बच्ची की मां स्नानघर में थी। चीख पुकार सुनकर बच्ची के माता-पिता बच्ची के पास पहुंचकर देखा, तो बच्ची गंभीर रूप से घायल थी। आनन-फानन में बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। फिलहाल घायल बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। यह है पूरा मामला पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र का है । ग्राम इदरीशपुर निवासी अर्जुन नगर पालिका बागपत की सभासद निगम शर्मा के पति विनोद शर्मा की बिल्डिंग मटेरियल की दुकान पर कार्य करता है। अर्जुन अपनी पत्नी पूजा और डेढ़ माह की बेटी के साथ दुकान के निकट खादी आश्रम भवन में किराए के कमरे में रहता है। सभासद पति विनोद शर्मा ने बताया कि पूजा मंगलवार दोपहर स्नान करने के लिए स्नान घर में गई थी। कमरे में बच्ची बिस्तर पर लेटी हुई थी। इस दौरान एक बिल्ली ने बच्ची पर हमला कर दिया। उसकी एक आंख व तीन अंगुलियों को चबा डाला। बच्ची के चीखने पर पूजा ने तुरंत कमरे में पहुंचकर बिल्ली को भगाया। लहूलुहान हालत में बच्ची को जिला अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक इलाज कर बच्ची को जीटीबी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। बच्ची को तुरंत वहां लेकर पहुंचे। लेकिन चिकित्सकों ने हालत ज्यादा गंभीर बनाते हुए भर्ती करने से इनकार कर दिया। बाद में बच्ची को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया। बागपत में घर में डेढ़ माह की बच्ची पर बिल्ली ने हमला कर दिया। उसकी एक आंख व तीन अंगुली चबा ली। घटना के समय बच्ची की मां स्नानघर में थी। चीख पुकार सुनकर बच्ची के माता-पिता बच्ची के पास पहुंचकर देखा, तो बच्ची गंभीर रूप से घायल थी। आनन-फानन में बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। फिलहाल घायल बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। यह है पूरा मामला पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र का है । ग्राम इदरीशपुर निवासी अर्जुन नगर पालिका बागपत की सभासद निगम शर्मा के पति विनोद शर्मा की बिल्डिंग मटेरियल की दुकान पर कार्य करता है। अर्जुन अपनी पत्नी पूजा और डेढ़ माह की बेटी के साथ दुकान के निकट खादी आश्रम भवन में किराए के कमरे में रहता है। सभासद पति विनोद शर्मा ने बताया कि पूजा मंगलवार दोपहर स्नान करने के लिए स्नान घर में गई थी। कमरे में बच्ची बिस्तर पर लेटी हुई थी। इस दौरान एक बिल्ली ने बच्ची पर हमला कर दिया। उसकी एक आंख व तीन अंगुलियों को चबा डाला। बच्ची के चीखने पर पूजा ने तुरंत कमरे में पहुंचकर बिल्ली को भगाया। लहूलुहान हालत में बच्ची को जिला अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक इलाज कर बच्ची को जीटीबी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। बच्ची को तुरंत वहां लेकर पहुंचे। लेकिन चिकित्सकों ने हालत ज्यादा गंभीर बनाते हुए भर्ती करने से इनकार कर दिया। बाद में बच्ची को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल के इंद्री में सुरेंद्र ने बिगाड़े भाजपा के समीकरण:कर्णदेव कंबोज और सुरेंद्र उड़ाना की बगावत से कमजोर नजर आ रहे कश्यप
करनाल के इंद्री में सुरेंद्र ने बिगाड़े भाजपा के समीकरण:कर्णदेव कंबोज और सुरेंद्र उड़ाना की बगावत से कमजोर नजर आ रहे कश्यप हरियाणा में इंद्री विधानसभा में इनेलो-बीएसपी के सांझा उम्मीदवार सुरेंद्र उड़ाना की एंट्री से त्रिकोणीय मुकाबला बनता दिखाई दे रहा है। इंद्री सीट पर सुरेंद्र उड़ाना समीकरण बिगाड़ने का काम करते नजर आ रहे है। भाजपा से रामकुमार कश्यप, कांग्रेस से राकेश कंबोज और इनेलो-बीएसपी से सुरेंद्र उड़ाना चुनावी मैदान में है। सुरेंद्र उड़ाना, बीजेपी में प्रदेश युवा मीडिया कॉर्डिनेटर रहे है और बीजेपी में टिकट के प्रबल दावेदार रहे। पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज पर भी टिकट मांग रहे थे। बीजेपी ने रामकुमार कश्यप को टिकट थमाया। कर्णदेव कंबोज कांग्रेस में शामिल हो गए और सुरेंद्र उड़ाना इनेलो-बीएसपी से टिकट लेकर आ गए। SC व ओबीसी सहित जाट वोटर पर हो रही पकड़ मजबूत राजनीतिक विशेषज्ञ DAV कॉलेज के प्राचार्य RP सैनी की मांने तो सुरेंद्र उड़ाना का अच्छा वोट बैंक है और बसपा में आने के बाद SC वोर्टर में भी अच्छी पकड़ बन गई है। वहीं मौजूदा समय में इनेलो बसपा का गठबंधन है तो जाट समुदाय में भी मजबूत पकड़ बनाए हुए है। वहीं दूसरी और कर्णदेव कंबोज के कांग्रेस में शामिल होने से बीजेपी यहां पर थोड़ी कमजोर नजर आ रही है। इसके अतिरिक्त एंटी इंकंबेंसी भी लोगों के बीच है। सैनी की माने तो रामकुमार कश्यप, विधायक रहते हुए भी अपने समाज के लिए कुछ खास नहीं कर पाए। जिसके चलते कश्यप समाज भी यह कहते आया था कि रामकुमार कश्यप ने समाज के लिए कुछ नहीं किया, वह नाराजगी भी लोगों के बीच नजर आ रही है। कांग्रेस के राकेश कंबोज भी मैदान में अच्छी स्थिति में बताए जा रहे है और सुरेंद्र उड़ाना भी बढ़िया पोजिशन पर है। ऐसे में जनता 5 अक्तूबर को किसकी झोली में वोट डालती है वह 8 अक्तूबर को पता चलेगा। 10 साल से बीजेपी, उससे पहले थी इनेलो और कांग्रेस इंद्री के राजनीतिक इतिहास पर नजर डाली जाए तो यहां पर 4 बार कांग्रेस का विधायक बना है। 1967 में प्रसन्नी देवी लगातार तीन बार विधायक बनी थी। 1977 में जनता पार्टी के देश राज विधायक बने। 1982 और 1987 में लोकदल से लछमन को विधायक की कमान सौंपी। 1991 में जानकी देवी हरियाणा विकास पार्टी की विधायक बनी। ये दूसरी विधायक थी। 1996 और 2000 में आजाद उम्मीदवार भीम सैन को जनता ने विधायक की कमान दी। 2005 में कांग्रेस की टिकट पर राकेश कंबोज चुनाव लड़े और विधायक बने। 2009 में इनेलो के अशोक कश्यप विधायक बने। 2014 में कर्णदेव कंबोज और 2019 में रामकुमार कश्यप विधायक बने। राकेश कंबोज और रामकुमार कश्यप एक बार फिर मैदान में है और सुरेंद्र उड़ाना दोनों प्रत्याशियों को टक्कर देते नजर आ रहे है।
Maharashtra: बदलापुर में स्कूल में नाबालिग छात्राओं का यौन उत्पीड़न, हंगामे के बाद आरोपी गिरफ्तार, धरने पर बैठे अभिभावक
Maharashtra: बदलापुर में स्कूल में नाबालिग छात्राओं का यौन उत्पीड़न, हंगामे के बाद आरोपी गिरफ्तार, धरने पर बैठे अभिभावक <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Latest News: </strong>महाराष्ट्र के बदलापुर (Badlapur) शहर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. बदलापुर पूर्व के एक प्रतिष्ठित स्कूल में सफाईकर्मी द्वारा दो चार वर्षीय लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के बाद स्थानीय लोग गुस्से में हैं. शुरुआत में स्कूल प्रशासन और पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की. जब पीड़ित लड़कियों के माता-पिता शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन गए, तो उन्हें वहां महिला पुलिस अधिकारी ने लगभग 12 घंटे तक बिठाकर रखा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एबीपी माझा की रिपोर्ट के मुताबिक हंगामा मचने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शुभदा शितोले का आनन-फानन में ठाणे नियंत्रण कक्ष में तबादला कर दिया गया. इस घटना के बाद स्कूल के प्रिंसिपल, संबंधित क्लास टीचर और दो सहायक कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. हालांकि, स्कूल प्रशासन ने अभी तक अभिभावकों से इस बारे में आमने-सामने चर्चा नहीं की है. अभिभावक फिलहाल काफी गुस्से में हैं क्योंकि स्कूल प्रशासन बात करने को तैयार नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शहरवासियों ने स्कूल के बाहर की नारेबाजी</strong><br />मंगलवार की सुबह बदलापुर के आक्रोशित लोगों का जुलूस स्कूल गेट पर जा घुसा. यहां नागरिकों ने खूब नारेबाजी की. हालांकि, स्कूल चलाने वाले प्रशासन में से किसी ने भी अभिभावकों का सामना करने की हिम्मत नहीं दिखाई है. लोगों की भीड़ स्कूल गेट के पास जमा हो गई लेकिन तीन घंटे बीत जाने के बाद भी स्कूल प्रशासन से इस बारे में बात करने के लिए आगे नहीं आया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्कूल ने जारी किया माफीनामा</strong><br />लड़कियों से अभद्रता करने वाले सफाई कर्मचारी के ठेकेदार का अनुबंध रद्द कर दिया गया है. स्कूल की ओऱ से अभिभावकों के लिए माफीनामा जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण, घृणित और निंदनीय है. स्कूल प्रशासन ने कहा है कि हमने आरोपियों के खिलाफ पुलिस का अपनी पूरी क्षमता के साथ सहयोग किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>य़े भी पढ़ें- <a title=”‘…तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा’, देवेंद्र फडणवीस ने सीएम शिंदे का जिक्र कर क्यों कही ये बात?” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/devendra-fadnavis-big-statement-on-maratha-reservation-manoj-jarange-cm-eknath-shinde-claims-i-will-leave-politics-2764739″ target=”_self”>’…तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा’, देवेंद्र फडणवीस ने सीएम शिंदे का जिक्र कर क्यों कही ये बात?</a></strong></p>
‘दरवाजा खुला है’, क्या बिहार में बदलने वाली है सियासत? लालू यादव के बयान के मायने समझें
‘दरवाजा खुला है’, क्या बिहार में बदलने वाली है सियासत? लालू यादव के बयान के मायने समझें <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar Assembly Election 2025:</strong> राजनीति में कब कौन किस ओर करवट ले लेगा यह कहना मुश्किल होता है. खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बात की जाए तो उनका फैसला अचानक होता है और वह किस वक्त कौन सा फैसला ले लेंगे, यह कहना मुश्किल है. अभी यह चर्चा जोरों पर चल रही है कि नीतीश कुमार एनडीए से ‘नाराज’ चल रहे हैं. दिल्ली दौरे पर बीजेपी के बड़े नेताओं से उनकी मुलाकात नहीं हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पहले ही कहा है कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजा बंद है. लेकिन आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक बड़ा बयान देकर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दिया. उन्होंने कहा, ”नीतीश कुमार महागठबंधन में आते हैं तो उनके लिए दरवाजे खुले हैं. हम माफ कर देंगे. माफ करना ही हमारा फर्ज है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या फिर लालू और नीतीश के बीच पक रही खिचड़ी?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अब नए साल की शुरुआत में लालू यादव के इस बयान के क्या मायने हो सकते हैं, यह हर कोई जानना चाह रहा है. क्योंकि इसी साल बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं. सवाल ये भी है कि क्या एक बार नीतीश कुमार फिर पाला बदल सकते हैं. क्या एक बार फिर लालू और नीतीश के बीच खिचड़ी पकने लगी है?</p>
<p style=”text-align: justify;”>जनवरी महीना शुरू हो चुका है और इसी महीने में मकर संक्रांति का त्यौहार आता है जो 14 जनवरी को मनाया जाता है. बिहार की राजनीति के लिए यह खास दिन होता है क्योंकि इस दिन सभी पार्टी के नेता चूड़ा-दही का भोज करते हैं. इसे ‘सियासत भोज’ भी लोग अब कहने लगे हैं. क्योंकि इस भोज के बाद कई बार ऐसा देखा गया है कि बिहार की सियासत में उलटफेर हुआ.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या मकर संक्रांति के बाद गरमाएगी बिहार की राजनीति?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>तो क्या इस बार भी मकर संक्रांति के बाद बिहार की राजनीति गरमाने वाली है. क्योंकि 2024 में नीतीश कुमार ने मकर संक्रांति के बाद बड़ा फैसला था और जनवरी महीने में ही महागठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए में शामिल हो गए थे. 28 जनवरी को एनडीए में शामिल होकर नौंवी बार मुख्यमंत्री पद का शपथ ली थी. एनडीए का हिस्सा बनकर 2024 का <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> लड़े थे. इस साल नवंबर महीने में बिहार विधानसभा के चुनाव होने हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लालू यादव के बयान के क्या हैं मायने?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस पर राजनीतिक विशेषज्ञ और वरिष्ठ पत्रकार संतोष कुमार ने कहा, ”लालू प्रसाद का बयान कोई चौंकाने वाला नहीं है. लालू हमेशा नीतीश कुमार के पक्षधर रहे हैं. चाहे जीतन राम मांझी को हटाकर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने की बात या 2022 में जब ऐसी चर्चा हुई कि नीतीश कुमार की पार्टी को बीजेपी तोड़ रही है, उस वक्त भी लालू प्रसाद उनके साथ खड़े हुए. लेकिन अब फिर नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं, यह कहना अभी मुश्किल होगा क्योंकि अभी जो बड़ी वर्तमान स्थिति में नीतीश कुमार चल रहे हैं वह बुजुर्ग वाली स्थिति में आ गए हैं.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, ”उनके साथ जो ‘नवरत्न’ लोग हैं वह सभी के सभी बीजेपी सपोर्टिंग माइंडेड वाले लोग हैं. निश्चित तौर पर जब घर का गार्जियन बूढ़ा हो जाता है तो बच्चों की बात मानता है. ऐसे में अभी ये दिख नहीं रहे हैं कि नीतीश कुमार पाला बदल लेंगे लेकिन अभी चुनाव में वक्त है और नीतीश खुद निर्णय लेने में माहिर हैं. इसलिए आगे क्या होगा यह नहीं कहा जा सकता है लेकिन वर्तमान में ऐसा दिख नहीं रहा है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जेडीयू और बीजेपी ने लालू यादव पर बोला हमला</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, लालू प्रसाद यादव के दरवाजा खोलने वाले बयान पर जेडीयू और बीजेपी दोनों ने एक सुर में आरजेडी प्रमुख पर हमला बोलते हुए तंज कसा है. जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा, ”लालू अपने सुपुत्रों को राजनीतिक रूप से सेट करने के लिए लगता है कि कुछ ज्यादा ही व्याकुल हैं. व्याकुलता में इस तरह के बयान दे रहे हैं, जैसे लगता है कि जेडीयू उनके दरवाजे पर आवेदन लेकर खड़ी है.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा कि लालू जी आप इस तरह से बचकाना बयान नहीं दें तो ज्यादा बढ़िया है. हमारे नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 में प्रचंड बहुमत के साथ जनता दल यूनाइटेड, बीजेपी और एनडीए गठबंधन जीत हासिल करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा, ”लालू प्रसाद यादव अधिक उम्र और अस्वस्थता के कारण आजकल बिना मतलब की बात ज्यादा करते हैं. एनडीए घटक दल का कोई भी नेता उनके दरवाजे पर प्रवेश नहीं करने वाला है, वह अपना दरवाजा खुला रखें या बंद रखें यह उनकी मर्जी है. लालू प्रसाद यादव जी अगर अपना दरवाजा खुला रखेंगे तो उनके विधायक और नेता बाहर निकल जाएंगे. दरअसल वह स्मृतिलोप यानी यादाश्त खराब हो जाने के शिकार हो गए हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”नीतीश सरकार का कैश वाला तोहफा, अवैध खनन की जानकारी देने वालों को मिलने लगा नकद पुरस्कार” href=”https://www.abplive.com/states/bihar/nitish-government-cash-gift-to-people-giving-information-about-illegal-mining-in-bihar-2854862″ target=”_self”>नीतीश सरकार का कैश वाला तोहफा, अवैध खनन की जानकारी देने वालों को मिलने लगा नकद पुरस्कार</a></strong></p>