बीजेपी पर उद्धव ठाकरे का जोरदार हमला, बोले- ‘प्रभू राम का नाम लेने के लायक नहीं, जमीन हड़पना…’

बीजेपी पर उद्धव ठाकरे का जोरदार हमला, बोले- ‘प्रभू राम का नाम लेने के लायक नहीं, जमीन हड़पना…’

<p style=”text-align: justify;”><strong>Uddhav Thackeray on BJP:</strong> महाराष्ट्र की राजनीति में आए दिन आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर केंद्र सरकार और महायुती सरकार पर जमकर निशाना साधा है. इस बार उन्होंने वक्फ बोर्ड से लेकर मराठी भाषा के मुद्दे तक पर तीखी टिप्पणियां की हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर आज (6 अप्रैल) ठाकरे ने चुटकी लेते हुए कहा, &ldquo;तारीख के अनुसार आज बीजेपी का स्थापना दिवस है या सुविधा के अनुसार, ये वही जानें. लेकिन आज रामनवमी का अवसर भी है, ऐसे में मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. अगर वे रामराज्य की बात करते हैं, तो प्रभु श्रीराम के जैसे आचरण करें.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या मैं उन 27 सालों को वनवास मानूं?- उद्धव ठाकरे</strong><br />27 सालों तक बीजेपी के साथ वाले सवाल पर ठाकरे बोले, &ldquo;क्या मैं उन 27 सालों को वनवास मानूं?&rdquo; उन्होंने बीजेपी पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव के समय लाडली बहना योजना, किसानों की कर्ज माफी जैसे वादे किए गए, लेकिन अब &lsquo;प्राण जाए पर वचन न जाए&rsquo; यह सिद्धांत सिर्फ कहने भर का रह गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वक्फ बोर्ड पर साफ किया रुख</strong><br />वक्फ बोर्ड कानून को लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा, &ldquo;हमने इस मुद्दे पर अपना स्टैंड साफ कर दिया है. हम कोर्ट नहीं जाएंगे. कांग्रेस या कोई और जाए, उन्हें जाने दो. हम समय आने पर बोलते रहेंगे.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>विवादास्पद ऑर्गनाइज़र लेख का हवाला देते हुए ठाकरे ने आरोप लगाया कि बीजेपी को किसी भी समुदाय से प्रेम नहीं है. उन्होंने कहा, &ldquo;बीजेपी को बस जमीन और व्यापार से मतलब है. वक्फ बोर्ड की जमीन, क्रिश्चियन की ज़मीन &mdash; सब अपने दोस्तों को देना ही इनका असली एजेंडा है. कल को यह गुरुद्वारा, जैन समाज और हिंदुओं की जमीनें भी अपने पूंजीपति मित्रों को सौंप देंगे.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>ठाकरे ने हिंदुत्व को लेकर बाजेपी की कथनी और करनी पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, &ldquo;दो दिन में बीजेपी और उनके मित्र दलों के भाषणों को देखें, तो सब मुसलमानों की ओर केंद्रित थे. फिर वे हमें हिंदुत्व पर क्यों घेरते हैं?&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>अंत में उन्होंने ऑर्गनाइज़र द्वारा भाजपा के कथित छुपे एजेंडे को उजागर करने के लिए पत्रिका की सराहना की और कहा, &ldquo;मैं ऑर्गनाइज़र का अभिनंदन करता हूं, जिसने सच्चाई सामने लाई है.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री माणिकराव कोकाटे पर बोले उद्धव</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उद्धव ठाकरे ने कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे (Manikrao Kokate) को लेकर भी सवाल खड़े किए और कहा कि जिन पर खुद धोखाधड़ी का आरोप है, उन्हें मंत्रीपद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है. कोर्ट से अस्थायी राहत मिलना अलग बात है, लेकिन आरोप तो साबित हो ही चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राज्य में मराठी भाषा विवाद पर भी बोले</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य में आजकर मराठी भाषा पर भी कई जगह बवाल देखने को मिलता है. वहीं मराठी भाषा के सवाल पर ठाकरे ने कहा, &ldquo;चलो मराठी सीखते हैं &mdash; यह मुहिम उत्तर भारतीयों के साथ मिलकर शुरू की गई है. जो लोग यहां रहना और व्यापार करना चाहते हैं, उन्हें मराठी बोलनी चाहिए. इससे उन्हें लाभ मिलेगा.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/byeRriXOfVI?si=5mOU2Moak7Uol5iM” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Uddhav Thackeray on BJP:</strong> महाराष्ट्र की राजनीति में आए दिन आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर केंद्र सरकार और महायुती सरकार पर जमकर निशाना साधा है. इस बार उन्होंने वक्फ बोर्ड से लेकर मराठी भाषा के मुद्दे तक पर तीखी टिप्पणियां की हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी के स्थापना दिवस के मौके पर आज (6 अप्रैल) ठाकरे ने चुटकी लेते हुए कहा, &ldquo;तारीख के अनुसार आज बीजेपी का स्थापना दिवस है या सुविधा के अनुसार, ये वही जानें. लेकिन आज रामनवमी का अवसर भी है, ऐसे में मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. अगर वे रामराज्य की बात करते हैं, तो प्रभु श्रीराम के जैसे आचरण करें.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या मैं उन 27 सालों को वनवास मानूं?- उद्धव ठाकरे</strong><br />27 सालों तक बीजेपी के साथ वाले सवाल पर ठाकरे बोले, &ldquo;क्या मैं उन 27 सालों को वनवास मानूं?&rdquo; उन्होंने बीजेपी पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव के समय लाडली बहना योजना, किसानों की कर्ज माफी जैसे वादे किए गए, लेकिन अब &lsquo;प्राण जाए पर वचन न जाए&rsquo; यह सिद्धांत सिर्फ कहने भर का रह गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वक्फ बोर्ड पर साफ किया रुख</strong><br />वक्फ बोर्ड कानून को लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा, &ldquo;हमने इस मुद्दे पर अपना स्टैंड साफ कर दिया है. हम कोर्ट नहीं जाएंगे. कांग्रेस या कोई और जाए, उन्हें जाने दो. हम समय आने पर बोलते रहेंगे.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>विवादास्पद ऑर्गनाइज़र लेख का हवाला देते हुए ठाकरे ने आरोप लगाया कि बीजेपी को किसी भी समुदाय से प्रेम नहीं है. उन्होंने कहा, &ldquo;बीजेपी को बस जमीन और व्यापार से मतलब है. वक्फ बोर्ड की जमीन, क्रिश्चियन की ज़मीन &mdash; सब अपने दोस्तों को देना ही इनका असली एजेंडा है. कल को यह गुरुद्वारा, जैन समाज और हिंदुओं की जमीनें भी अपने पूंजीपति मित्रों को सौंप देंगे.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>ठाकरे ने हिंदुत्व को लेकर बाजेपी की कथनी और करनी पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, &ldquo;दो दिन में बीजेपी और उनके मित्र दलों के भाषणों को देखें, तो सब मुसलमानों की ओर केंद्रित थे. फिर वे हमें हिंदुत्व पर क्यों घेरते हैं?&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”>अंत में उन्होंने ऑर्गनाइज़र द्वारा भाजपा के कथित छुपे एजेंडे को उजागर करने के लिए पत्रिका की सराहना की और कहा, &ldquo;मैं ऑर्गनाइज़र का अभिनंदन करता हूं, जिसने सच्चाई सामने लाई है.&rdquo;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री माणिकराव कोकाटे पर बोले उद्धव</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उद्धव ठाकरे ने कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे (Manikrao Kokate) को लेकर भी सवाल खड़े किए और कहा कि जिन पर खुद धोखाधड़ी का आरोप है, उन्हें मंत्रीपद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है. कोर्ट से अस्थायी राहत मिलना अलग बात है, लेकिन आरोप तो साबित हो ही चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राज्य में मराठी भाषा विवाद पर भी बोले</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य में आजकर मराठी भाषा पर भी कई जगह बवाल देखने को मिलता है. वहीं मराठी भाषा के सवाल पर ठाकरे ने कहा, &ldquo;चलो मराठी सीखते हैं &mdash; यह मुहिम उत्तर भारतीयों के साथ मिलकर शुरू की गई है. जो लोग यहां रहना और व्यापार करना चाहते हैं, उन्हें मराठी बोलनी चाहिए. इससे उन्हें लाभ मिलेगा.&rdquo;</p>
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