झांसी में शनिवार रात को एक दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई। युवक ने अपने 4 साल के मासूम बेटे और पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर बेटे की लाश को रस्सी के सहारे खूंटी पर लटका दिया। इसके बाद किचन में जाकर युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। इस पूरी वारदात के पीछे की वजह घरेलु कलह है। पति शराब पीकर अक्सर पत्नी को पीटता रहा। 3 दिन पहले महिला बच्चे को लेकर अपने भतीजे के बर्थ-डे में मायके आई तो यहां भी झगड़ा हो गया। तब पत्नी ने पति से रिश्ता तोड़ दिया। पति बेटे को लेकर घर चला गया। एक दिन बाद ही वह मायके आया और इस घटना को अंजाम दे दिया। पूरी घटना प्रेमनगर थाना क्षेत्र के नैनागढ़ के तलैया मोहल्ले की है। अब चलिए, सिलसिलेवार पूरी घटना को जानते हैं 8 साल पहले हुई थी दोनों की शादी कोतवाली के पठौरिया मोहल्ला निवासी नीलेश साहू (40) की शादी 8 साल पहले तलैया मोहल्ला निवासी प्रियंका (35) से हुई थी। उनका 4 साल का बेटा हिमांशु था। नीलेश ऑटो चलाता था, जबकि उसके पिता जुगल होमगार्ड में हैं और उनकी पोस्टिंग कोतवाली थाना में है। प्रियंका के भाई मोनू ने बताया कि “नीलेश शराब पीकर अक्सर बहन प्रियंका को पीटता था। हर बार हम लोग समझाते थे, लेकिन उसकी आदतों में सुधार नहीं हुआ। 29 मई को मेरे बेटे प्रिंस का पहला बर्थ-डे था। घर पर पार्टी थी, इसलिए बहन परिवार के साथ 28 मई को ही मेरे घर पर आ गई थी। धूमधाम से बर्थ-डे मनाया गया। लेकिन जब से जीजा मेरे घर पर आए तो शराब पीकर बहन प्रियंका से झगड़ा कर रहे थे। ऐसे में शुक्रवार को बहन ने जीजा के साथ रहने से मना कर दिया और रिश्ता तोड़ दिया। जीजा नीलेश बेटे को ले जाने की जिद पर अड़ गए तो बहन ने बेटा भी उनको दे दिया। इसके बाद वे अपने घर चले गए थे।” ऑटो में बेटे को लेकर आया नीलेश मोनू ने बताया कि “मेरे पिता ज्वाला प्रसाद और मां कमलेश बल्लमपुर में रहकर एक ब्रेकरी में काम करते हैं। बर्थ-डे पार्टी के बाद दोनों बल्लमपुर चले गए थे। छोटी बहन नेहा की शादी बबीना हुई है। प्रेग्नेंट होने की वजह से नेहा पार्टी में नहीं आ पाई थी। ऐसे में शनिवार शाम करीब 4 बजे मैं पत्नी भावना को लेकर शगुन देने नेहा के ससुराल गया था। घर पर बड़ी बहन प्रियंका अकेली थी। शाम करीब 7 बजे जीजा नीलेश ऑटो से घर पर आया। वो साथ में बच्चे को भी लिए थे। बाहर ऑटो खड़ा करके वह बेटे को लेकर घर के अंदर चला गया।” मासूम बेटे को मारते वक्त नहीं कांपे पिता के हाथ मोनू ने आगे बताया कि “प्रियंका के रिश्ता तोड़कर अलग रहने के फैसले से नीलेश खफा था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद होने लगा। घर के सबसे लास्ट में बने कमरे के अंदर नीलेश ने प्रियंका की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद बेटे हिमांशु का भी गला घोंट दिया और उसके शव को रस्सी के सहारे खूंटी पर लटका दिया। मासूम बेटे को मारते वक्त भी उसके हाथ नहीं कांपे। पत्नी और बेटे की हत्या कर नीलेश ने कमरे की बाहर से कुंडी बंद कर दी। फिर किचन में जाकर फांसी लगाकर जान दे दी।” मोनू ने आगे बताया कि “रात करीब 9:30 बजे बहन के घर से लौटा तो जीजा नीलेश की ऑटो घर के बाहर रखी थी। देखा तो मैन गेट लटके हुए थे। अंदर गया तो किचन में जीजा का शव लटका था। तब मैं चिल्लाता हुआ बाहर आ गया। मुझे बहन और बच्चा नजर नहीं आया। लोगों के लेकर दोबारा अंदर गया। कमरे की कुंदी खोली तो जमीन पर प्रियंका की लाश पड़ी थी और भांजा का शव खूंटी पर लटका था।” दरवाजे पर खड़ी हुई मां, बोली- लाश नहीं जाने दूंगी प्रियंका की मां कमलेश का कहना है कि शनिवार दोपहर करीब एक बजे बेटी से बात हुई तो बोली कि मम्मी पूजा कर रही हूं। इसके बाद शाम को मौत की खबर आ गई। इसके बाद वह मौके पर पहुंच गई। मां गेट को रोककर खड़ी हो गई और बोली कि पहले बेटी के सास-ससुर को बुलाया जाए। जब तक उनके ससुराल वाले नहीं आ जाते, हम लाश को नहीं जाने देने। पुलिस और परिवार के लोगों ने किसी तरह मां को समझाया। इसके बाद शवों को मोर्चरी भेजा गया। इस घटना के बाद सनसनी फैल गई। तमाम लोग मौके पर एकत्र हो गए। पुलिस ने डीवीआर कब्जे में लिया घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी राजेश एस, एडीएम प्रशासन अरुण कुमार सिंह, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह और कई थानों का पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य सांकलन किए। घर के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, पुलिस ने डीवीआर को कब्जे में ले लिया है। तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए। मामले में एसएसपी राजेश एस का कहना है कि शुक्रवार को पति-पत्नी के बीच काफी झगड़ा हुआ था। इसके बाद पत्नी ने अलग रहने का फैसला ले लिया था। पति बच्चे को लेकर चला गया था। पत्नी के अलग रहने के फैसले से खफा होकर पति ने पत्नी और बेटे की हत्या की। फिर खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला का शव जमीन पर पड़ा था, जबकि बेटा का शव खूंटी पर लटका मिला है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आगे की जांच की जा रही है। झांसी में शनिवार रात को एक दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई। युवक ने अपने 4 साल के मासूम बेटे और पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर बेटे की लाश को रस्सी के सहारे खूंटी पर लटका दिया। इसके बाद किचन में जाकर युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। इस पूरी वारदात के पीछे की वजह घरेलु कलह है। पति शराब पीकर अक्सर पत्नी को पीटता रहा। 3 दिन पहले महिला बच्चे को लेकर अपने भतीजे के बर्थ-डे में मायके आई तो यहां भी झगड़ा हो गया। तब पत्नी ने पति से रिश्ता तोड़ दिया। पति बेटे को लेकर घर चला गया। एक दिन बाद ही वह मायके आया और इस घटना को अंजाम दे दिया। पूरी घटना प्रेमनगर थाना क्षेत्र के नैनागढ़ के तलैया मोहल्ले की है। अब चलिए, सिलसिलेवार पूरी घटना को जानते हैं 8 साल पहले हुई थी दोनों की शादी कोतवाली के पठौरिया मोहल्ला निवासी नीलेश साहू (40) की शादी 8 साल पहले तलैया मोहल्ला निवासी प्रियंका (35) से हुई थी। उनका 4 साल का बेटा हिमांशु था। नीलेश ऑटो चलाता था, जबकि उसके पिता जुगल होमगार्ड में हैं और उनकी पोस्टिंग कोतवाली थाना में है। प्रियंका के भाई मोनू ने बताया कि “नीलेश शराब पीकर अक्सर बहन प्रियंका को पीटता था। हर बार हम लोग समझाते थे, लेकिन उसकी आदतों में सुधार नहीं हुआ। 29 मई को मेरे बेटे प्रिंस का पहला बर्थ-डे था। घर पर पार्टी थी, इसलिए बहन परिवार के साथ 28 मई को ही मेरे घर पर आ गई थी। धूमधाम से बर्थ-डे मनाया गया। लेकिन जब से जीजा मेरे घर पर आए तो शराब पीकर बहन प्रियंका से झगड़ा कर रहे थे। ऐसे में शुक्रवार को बहन ने जीजा के साथ रहने से मना कर दिया और रिश्ता तोड़ दिया। जीजा नीलेश बेटे को ले जाने की जिद पर अड़ गए तो बहन ने बेटा भी उनको दे दिया। इसके बाद वे अपने घर चले गए थे।” ऑटो में बेटे को लेकर आया नीलेश मोनू ने बताया कि “मेरे पिता ज्वाला प्रसाद और मां कमलेश बल्लमपुर में रहकर एक ब्रेकरी में काम करते हैं। बर्थ-डे पार्टी के बाद दोनों बल्लमपुर चले गए थे। छोटी बहन नेहा की शादी बबीना हुई है। प्रेग्नेंट होने की वजह से नेहा पार्टी में नहीं आ पाई थी। ऐसे में शनिवार शाम करीब 4 बजे मैं पत्नी भावना को लेकर शगुन देने नेहा के ससुराल गया था। घर पर बड़ी बहन प्रियंका अकेली थी। शाम करीब 7 बजे जीजा नीलेश ऑटो से घर पर आया। वो साथ में बच्चे को भी लिए थे। बाहर ऑटो खड़ा करके वह बेटे को लेकर घर के अंदर चला गया।” मासूम बेटे को मारते वक्त नहीं कांपे पिता के हाथ मोनू ने आगे बताया कि “प्रियंका के रिश्ता तोड़कर अलग रहने के फैसले से नीलेश खफा था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद होने लगा। घर के सबसे लास्ट में बने कमरे के अंदर नीलेश ने प्रियंका की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद बेटे हिमांशु का भी गला घोंट दिया और उसके शव को रस्सी के सहारे खूंटी पर लटका दिया। मासूम बेटे को मारते वक्त भी उसके हाथ नहीं कांपे। पत्नी और बेटे की हत्या कर नीलेश ने कमरे की बाहर से कुंडी बंद कर दी। फिर किचन में जाकर फांसी लगाकर जान दे दी।” मोनू ने आगे बताया कि “रात करीब 9:30 बजे बहन के घर से लौटा तो जीजा नीलेश की ऑटो घर के बाहर रखी थी। देखा तो मैन गेट लटके हुए थे। अंदर गया तो किचन में जीजा का शव लटका था। तब मैं चिल्लाता हुआ बाहर आ गया। मुझे बहन और बच्चा नजर नहीं आया। लोगों के लेकर दोबारा अंदर गया। कमरे की कुंदी खोली तो जमीन पर प्रियंका की लाश पड़ी थी और भांजा का शव खूंटी पर लटका था।” दरवाजे पर खड़ी हुई मां, बोली- लाश नहीं जाने दूंगी प्रियंका की मां कमलेश का कहना है कि शनिवार दोपहर करीब एक बजे बेटी से बात हुई तो बोली कि मम्मी पूजा कर रही हूं। इसके बाद शाम को मौत की खबर आ गई। इसके बाद वह मौके पर पहुंच गई। मां गेट को रोककर खड़ी हो गई और बोली कि पहले बेटी के सास-ससुर को बुलाया जाए। जब तक उनके ससुराल वाले नहीं आ जाते, हम लाश को नहीं जाने देने। पुलिस और परिवार के लोगों ने किसी तरह मां को समझाया। इसके बाद शवों को मोर्चरी भेजा गया। इस घटना के बाद सनसनी फैल गई। तमाम लोग मौके पर एकत्र हो गए। पुलिस ने डीवीआर कब्जे में लिया घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी राजेश एस, एडीएम प्रशासन अरुण कुमार सिंह, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह और कई थानों का पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य सांकलन किए। घर के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, पुलिस ने डीवीआर को कब्जे में ले लिया है। तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए। मामले में एसएसपी राजेश एस का कहना है कि शुक्रवार को पति-पत्नी के बीच काफी झगड़ा हुआ था। इसके बाद पत्नी ने अलग रहने का फैसला ले लिया था। पति बच्चे को लेकर चला गया था। पत्नी के अलग रहने के फैसले से खफा होकर पति ने पत्नी और बेटे की हत्या की। फिर खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला का शव जमीन पर पड़ा था, जबकि बेटा का शव खूंटी पर लटका मिला है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आगे की जांच की जा रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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MP Weather: एमपी में आज मूसलाधार बारिश का अनुमान, IMD ने जारी किया येलो-ऑरेंज अलर्ट <p style=”text-align: justify;”><strong>Madhya Pradesh Weather Forecast:</strong> मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में जुलाई की तरह अगस्त महीने में भी मौसम खासा मेहरबान रहेगा. प्रदेश में बारिश का सिस्टम फिर एक्टिव हो गया है. मौसम विभाग का अनुमान है कि आज गुरुवार (1 अगस्त) से प्रदेश में तीन-चार दिन बारिश होगी. मौसम विभाग ने आज प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि 15 जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विभाग के अनुसार मानसून टर्फ गंगानगर, हिसार, दिल्ली होते हुए गुजर रही है. पश्चिम बंगाल की ओर और अरब सागर में ऊपरी हवा का चक्रवात सक्रिय होने से दोनों तरफ से नमी आ रही है. इसके चलते प्रदेश में अगले तीन-चार दिन भारी बारिश होगी. मौसम विभाग ने जिलों को येलो और ऑरेंज अलर्ट में बांट रखा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विभाग के अनुसार सिंगरौली, सीधी, डिंडोरी, बालाघाट जिलों में बारी बारिश का ऑरेंज जारी किया गया है. जबकि सीहोर, बैतूल, हरदा, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां सहित कुछ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. इनके अलावा भी अन्य शहरों में तेज बारिश होगी.<br /> <br /><strong>कल इन जिलों में होगी भारी बारिश</strong><br />मौसम विभाग ने दो अगस्त के लिए भी कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में विदिशा, मंडला, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, सिवनी, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, दतिया, गुना, अशोकनगर, शाजापुर, देवास, सीहोर, हरदा, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, कटनी, छतरपुर, टीकमगढ़ और बालाघाट शामिल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीन दिनों से थी राहत</strong><br />बता दें बीते एक सप्ताह से प्रदेश के कई शहरों में झमाझम बारिश का दौर जारी था, लेकिन सिस्टम के नरम पड़ जाने की वजह से बीते तीन दिनों से प्रदेश में राहत थी. जबकि इससे पहले कटनी सहित तटीय इलाकों में बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए थे. भारी बारिश की वजह से लोगों को असुविधाओं का सामना भी करना पड़ गया था.</p>
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Rajasthan Budget: राजस्थान के बजट से महिलाओं को बड़ी उम्मीदें, बताया किन बदलावों से बेहतर होगी जिंदगी? <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan Budget 2024 News: </strong>राजस्थान की सरकार अगले महीने बजट पेश करने वाली है. इसे लेकर महिलाओं को कई बड़ी राहत की उम्मीद है. चूंकि, दिया कुमारी वित्त मंत्री हैं. इसलिए महिला प्रोफेसर, डॉक्टर, समाजसेवी, कलाकार और उद्यमी कई बातों में राहत चाह रहे हैं. इसलिए आइए जानते हैं उनकी मांगे और उम्मीदें क्या हैं?</p>
<p style=”text-align: justify;”>विमेन एंड चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट भाग्यश्री सैनी का कहना है कि वर्तमान में राजस्थान में असंख्य बेटियां ऐसी हैं, जो स्कूल ड्रॉप आउट हैं. जिनके पास न पर्याप्त शिक्षा है, न स्किल ट्रेनिंग जिसके अभाव में वो अपने जीवन को दिशा नहीं दे पाती हैं और समाज की मुख्यधारा में पीछे रह जाती हैं. ड्रॉप आउट बेटियों को चिह्नित करते हुए उन्हें शिक्षा से जोड़ने को प्राथमिकता देते हुए ऐसी प्रोत्साहन योजना बनाई जाए. जिसमें घरेलू वित्तीय समस्या शिक्षा लेने में बाधा न बन सके. शिक्षा के साथ ही कम्युनिटी स्तर पर स्किल ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू करने की जरुरत है.<br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/27/3059776fe7bb4848cb4bc48959837ed81719476815005489_original.jpg” /><strong>महिलाओं के स्वास्थ्य पर हो ध्यान</strong><br />भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल में डॉ इंदु सैनी का कहना है कि आजकल बच्चियों और महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर बहुत देखा जा रहा है. सभी बच्चियों में एचपीवी वैक्सीन अनिवार्य किया जाए. सभी स्कूल जाने वाली बच्चियों और महिलाओं के लिए स्वास्थ्य कार्ड अनिवार्य किया जाए. जिसका रिकॉर्ड ऑनलाइन रहे जिसमें हर साल आयरन, कैल्सियम, विटामिन, सुगर, एलएफटी, आरएफटी, कैलस्ट्रोल, थायराइड की जांच अनिवार्य हो जिससे सही समय पर इलाज सम्भव हो और गंभीर बीमारियों से बचाया जा सके.<br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/27/982c074e80c98f8b5d85db99d61b0da91719476870615489_original.jpg” /><br /><strong>महिला उद्यमियों ने की ये मांग</strong><br />फोर्टी विमेन विंग की प्रेसिडेंट डॉक्टर अलका गौड़ का कहना है कि महिला उद्यमियों के लिए आगामी बजट में सस्ते ब्याज दर पर लोन और सब्सिडी प्रदान की जाए. स्टार्टअप्स के लिए विशेष फंडिंग योजनाएं और अनुदान, उद्यमिता कौशल बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और वर्कशॉप आयोजित करना चाहिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>महिला उद्यमियों के उत्पादों और सेवाओं को बाजार में प्रमोट करने के लिए सरकारी समर्थन और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करना चाहिए. महिला उद्यमियों को डिजिटल स्किल्स और तकनीकी ज्ञान में प्रशिक्षित करना, महिला उद्यमियों के लिए व्यापारिक इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे कोवर्किंग स्पेस और व्यापारिक सलाहकार सेवाएं प्रदान करना चाहिए.<br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/27/ffc68445983a1c25f4c0062affe5f9e71719476978190489_original.jpg” /><strong>राजनीति में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़े</strong><br />राजस्थान विश्वविद्यालय की प्रो. डॉक्टर अलका शर्मा का कहना है कि सरकार का यह उद्देश्य होना चाहिए की महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ सकें. महिलाओं के लिए रोजगार, चिकित्सा और सुरक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए. बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिलना चाहिए. बजट में एक बड़ा हिस्सा महिलाओं का होना चाहिए और राजनीति में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़े इसके लिए समुचित प्रयास होने चाहिए.<br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/27/46e30977ea3da00063a2c9991d56a1cb1719477043236489_original.jpg” /><strong>सरकार योजनाओं के माध्यम से दे राहत</strong><br />द्रोपदी मीणा लाख आर्टिस्ट हैं. इनका कहना है कि प्रदेश में लाख का काम करने वाले लोगों को अवसर मिले. उन्हें सरकार राहत दें. जिससे वह आगे बढ़े सकें. अभी तक कोई बड़ी व्यवस्था नहीं की गई है. सरकार बजट पेश करते समय हमारी बातों को सुननी चाहिए. आर्थिक रूप से सहायता भी दी जानी चाहिए. जिससे इस उद्योग को आगे बढ़ा सके साथ ही अधिक लोगों को काम भी मिल सकेगा.</p>
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<p><strong>ये भी पढ़े : <a href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/rajasthan-university-news-entrance-exam-for-pg-in-rajasthan-university-from-27-june-ann-2723984”>Rajasthan News: राजस्थान यूनिवर्सिटी में पीजी के लिए कल से प्रवेश परीक्षा, 15 हजार से ज्यादा मिले हैं आवेदन</a></strong></p>
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हरियाणा में कांग्रेस की हार पर दिल्ली में तीसरी बैठक:बाबरिया भी पहुंचे, मीटिंग में ‘बटोगे तो कटोगे’ समेत 4 एजेंडों पर चर्चा
हरियाणा में कांग्रेस की हार पर दिल्ली में तीसरी बैठक:बाबरिया भी पहुंचे, मीटिंग में ‘बटोगे तो कटोगे’ समेत 4 एजेंडों पर चर्चा हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर कांग्रेस का दिल्ली में तीसरी बार मंथन होगा। इसको लेकर केंद्रीय स्तर पर बनाई गई कमेटी की मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग में चुनाव के बाद पहली बार कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया भी शामिल होने के लिए कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गए हैं। दीपक बाबरिया ने बताया कि अब उनका स्वास्थ्य ठीक है। बीमार होने के कारण वह अभी तक की हुई मीटिंगों में शामिल नहीं हो पाए थे। चुनावी नतीजे के बाद कांग्रेस के नेताओं के साथ पहली बार दीपक बाबरिया का आमना सामना होगा। इस मीटिंग में बीजेपी के द्वारा हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बटोगे तो कटोगे सहित चार प्रमुख एजेंडों पर चर्चा की जाएगी। भाटिया बोले- कई मुद्दों पर होगी चर्चा हार के कारणों को रिव्यू करने के लिए बनी कमेटी के कन्वीनर केसी भाटिया भी मीटिंग में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। मीटिंग से पहले उन्होंने बताया, आज की मीटिंग में लीगल तरीके से जो हमने कोर्ट 16 याचिकाएं डाली हैं, उनको लेकर चर्चा होगी। इसके अलावा मीटिंग में बातचीत में मुख्य मुद्दे, धर्म के नाम पर वोट, बाटोगे तो कटोगे, जरूरत से ज्यादा इलेक्शन में पैसा खर्च करना, EVM में 99% बैटरी रहेंगे। हरियाणा कांग्रेस सह प्रभारी जितेंद्र बघेल ने मीटिंग से पहले कहा, कांग्रेस के संगठन और नेताओं में अनबन की गलत खबर फैलाई जाती है। CWC मीटिंग में भी हो चुकी हरियाणा हार पर चर्चा दिल्ली में शुक्रवार (29 नवंबर) को कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की मीटिंग हुई थी। इसमें हरियाणा में पार्टी की हार को लेकर भी मंथन किया गया था। इसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया आपसी एकता की कमी और एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी हमें काफी नुकसान पहुंचाती है। उन्होंने संगठन मजबूती, अनुशासन और एकता के फॉर्मूले पर काम करने के लिए कहा। इस मीटिंग में राहुल गांधी के साथ सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा, रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला समेत अन्य नेता शामिल हुए थे। हरियाणा हार पर अब तक कांग्रेस ये कर चुकी काम 1. तीन सदस्यीय कमेटी का हुआ गठन कांग्रेस हाईकमान ने चुनावों में हार का पता लगाने के लिए भूपेश बघेल की अध्यक्षता में 3 मेंबरी कमेटी का गठन किया हुआ है। इस कमेटी में कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन और हरीश चौधरी बतौर सदस्य शामिल हैं। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हरियाणा के कांग्रेस विधायकों और विधानसभा चुनाव में पराजित उम्मीदवारों के साथ मीटिंग कर चुकी है।इसके बाद 9 दिसंबर को होने वाली बैठक में कमेटी सदस्यों के अलावा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया, सह प्रभारी जितेंद्र बघेल, प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी मौजूद रहेंगे। 2. हाईकोर्ट में डाली गई हैं 23 याचिकाएं हरियाणा के चुनावों में EVM में गड़बड़ी, ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत तक चार्ज रहने, सरकार पर सत्ता का दुरुपयोग करने, पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा चुनावों में नफरती बयानबाजी करने जैसे आरोपों के साथ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 23 याचिकाएं दायर की गई हैं। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान सहित पार्टी के 16 उम्मीदवारों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। बाकी याचिकाएं निर्दलीय प्रत्याशियों की ओर से दाखिल की गई हैं। हरियाणा में कांग्रेस की हार के ये 3 कारण सामने आए… 1. बाबरिया न संगठन बना पाए, न गुटबाजी रोकी जून 2023 में शक्ति सिंह गोहिल के गुजरात जाने के बाद दीपक बाबरिया को हरियाणा कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया। बाबरिया को राहुल गांधी के किचन कैबिनेट का सदस्य माना जाता है। प्रभारी बनाए जाने के बाद न तो बाबरिया संगठन तैयार कर पाए और न ही गुटबाजी को रोक पाए।साथ ही उन्होंने इसकी जानकारी केंद्रीय नेतृत्व को भी नहीं दी। इसके अलावा चुनाव में टिकट वितरण के दौरान ही वह बीमार होकर अस्पताल में भर्ती हो गए। जिसके बाद न तो दूसरे नेता को जिम्मेदारी दी गई और न ही वह हाईकमान और प्रदेश के नेताओं के बीच तालमेल बना पाए। 2. टिकट वितरण में हुड्डा गुट को तरजीह, AAP से गठबंधन नहीं किया विधानसभा चुनाव में अजय माकन हरियाणा चुनाव में स्क्रीनिंग कमेटी के प्रमुख थे। टिकट वितरण का काम स्क्रीनिंग कमेटी के पास ही रहता है। टिकट वितरण में केवल हुड्डा गुट को ही अहमियत दी गई। 89 में से 72 टिकट तो हुड्डा समर्थकों को दिए गए। इसके बाद सैलजा नाराज होकर चुनाव प्रचार से ही बाहर हो गईं। आम आदमी पार्टी (AAP) से गठबंधन की कवायद शुरू की गई तो अजय माकन और भूपेंद्र हुड्डा इसके खिलाफ थे।3. राहुल के करीबी भी BJP को काउंटर नहीं कर पाए सुनील कानुगोलू हरियाणा में कांग्रेस की राजनीति देख रहे थे। कहा जाता है हरियाणा मांगे हिसाब का रोड मैप भी सुनील की टीम ने ही तैयार किया था। कानुगोलू के सर्वे को आधार बनाकर ही हुड्डा कैंप ने कई बड़े फैसले हाईकमान से करवाए, लेकिन कानुगोलू BJP की रणनीति को समझने में फेल रहे। जमीन पर जिस तरह से BJP ने जाट वर्सेज गैर जाट का फॉर्मूला तैयार किया, उसे भी सुनील की टीम काउंटर नहीं कर पाई।