बैंक में काम करते-करते मैनेजर की मौत:महोबा में लैपटॉप पर काम कर रहे थे, कुर्सी पर बैठे-बैठे बेहोश हुए…फिर उठे नहीं

बैंक में काम करते-करते मैनेजर की मौत:महोबा में लैपटॉप पर काम कर रहे थे, कुर्सी पर बैठे-बैठे बेहोश हुए…फिर उठे नहीं

महोबा में बैंक मैनेजर की काम करते हुए मौत हो गई। वह कुर्सी पर बैठे-बैठे अचानक बेहोश हो गए। दो मिनट के अंदर हुई यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। साथी कर्मचारी उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मामला महोबा के कबरई कस्बे स्थित HDFC बैंक की मेन ब्रांच का है। यहां राजेश कुमार शिंदे (38) रीजनल मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। लैपटॉप पर काम करते-करते वह बेहोश हो गए। कुर्सी पर ही लुढ़क गए। बगल में बैठे कर्मचारी ने जैसे देखा, तुरंत बाकी लोगों को आवाज लगाकर बुलाया। घटना 19 जून की है। इसका वीडियो 26 जून को सामने आया। पहले तीन तस्वीरें देखिए अचानक मौत से सदमे में साथी कर्मचारी
साथी कर्मचारी राजेश को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से बाकी बैंक कर्मी सदमे में हैं। उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि जो शख्स चंद मिनट पहले बातचीत कर रहा था, वो अचानक इस तरह से मर सकता है। राजेश कुमार शिंदे हमीरपुर के बिवार थाना क्षेत्र के कबीरनगर के रहने वाले थे। कुर्सी पर बैठे-बैठे तोड़ दिया दम
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे कुर्सी पर बैठे-बैठे 38 वर्षीय राजेश शिंदे की हालत बिगड़ने लगती है। फिर वो बेहोश हो जाते हैं। उनकी गर्दन पीछे की तरफ लटक जाती है। साथ में बैठे अन्य कर्मचारी राजेश की बिगड़ती हालत देख दौड़ कर उनके पास आते हैं। एक कर्मचारी सीपीआर देने का प्रयास करता है। साथी कर्मचारियों ने दिया सीपीआर
बैंक कर्मचारी राजेश को कुर्सी से उठाकर बैंक की गैलरी में लिटा देते हैं और लगातार उन्हें सीपीआर देते हैं। राजेश का शरीर धीरे-धीरे शांत होने लगता है, जिसके बाद कर्मचारी उन्हें उठाकर बाहर खड़ी कार में लिटाकर कबरई के अस्पताल ले जाते हैं। चेकअप के बाद डॉक्टर राजेश को मृत घोषित कर देते हैं। डॉक्टर योगेन्द्र राजावत ने बताया कि राजेश कुमार नामक बैंक कर्मी को कबरई स्वास्थ्य केन्द्र से रेफर कर महोबा जिला अस्पताल लाया गया। जांच करने पर उसे मृत पाया गया। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। पोस्टमॉर्टम में मौत की वजह हार्ट अटैक आई है। इस खबर को भी पढ़ें… यूपी में अचानक हुई मौतों पर सबसे बड़ी पड़ताल:मरने वालों में 96% पुरुष; किसी को नहीं हुआ था कोरोना, लेकिन सभी ने लगवाई थी वैक्सीन यूपी में साइलेंट डेथ के ये चंद मामले हैं..। कोविड महामारी के बाद से 2 साल में ऐसी डेथ के मामले तेजी से बढ़े हैं। कुछ सामने आए तो कुछ गुमनाम रह गए। साइलेंट डेथ का सच जानने के लिए दैनिक भास्कर ने अब तक की सबसे बड़ी पड़ताल की। टीम उत्तर प्रदेश के 20 जिलों के ऐसे 25 परिवारों के पास पहुंची, जिनके परिवार में किसी न किसी की अचानक मौत हुई। पढ़ें पूरी खबर… महोबा में बैंक मैनेजर की काम करते हुए मौत हो गई। वह कुर्सी पर बैठे-बैठे अचानक बेहोश हो गए। दो मिनट के अंदर हुई यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। साथी कर्मचारी उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मामला महोबा के कबरई कस्बे स्थित HDFC बैंक की मेन ब्रांच का है। यहां राजेश कुमार शिंदे (38) रीजनल मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। लैपटॉप पर काम करते-करते वह बेहोश हो गए। कुर्सी पर ही लुढ़क गए। बगल में बैठे कर्मचारी ने जैसे देखा, तुरंत बाकी लोगों को आवाज लगाकर बुलाया। घटना 19 जून की है। इसका वीडियो 26 जून को सामने आया। पहले तीन तस्वीरें देखिए अचानक मौत से सदमे में साथी कर्मचारी
साथी कर्मचारी राजेश को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से बाकी बैंक कर्मी सदमे में हैं। उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि जो शख्स चंद मिनट पहले बातचीत कर रहा था, वो अचानक इस तरह से मर सकता है। राजेश कुमार शिंदे हमीरपुर के बिवार थाना क्षेत्र के कबीरनगर के रहने वाले थे। कुर्सी पर बैठे-बैठे तोड़ दिया दम
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे कुर्सी पर बैठे-बैठे 38 वर्षीय राजेश शिंदे की हालत बिगड़ने लगती है। फिर वो बेहोश हो जाते हैं। उनकी गर्दन पीछे की तरफ लटक जाती है। साथ में बैठे अन्य कर्मचारी राजेश की बिगड़ती हालत देख दौड़ कर उनके पास आते हैं। एक कर्मचारी सीपीआर देने का प्रयास करता है। साथी कर्मचारियों ने दिया सीपीआर
बैंक कर्मचारी राजेश को कुर्सी से उठाकर बैंक की गैलरी में लिटा देते हैं और लगातार उन्हें सीपीआर देते हैं। राजेश का शरीर धीरे-धीरे शांत होने लगता है, जिसके बाद कर्मचारी उन्हें उठाकर बाहर खड़ी कार में लिटाकर कबरई के अस्पताल ले जाते हैं। चेकअप के बाद डॉक्टर राजेश को मृत घोषित कर देते हैं। डॉक्टर योगेन्द्र राजावत ने बताया कि राजेश कुमार नामक बैंक कर्मी को कबरई स्वास्थ्य केन्द्र से रेफर कर महोबा जिला अस्पताल लाया गया। जांच करने पर उसे मृत पाया गया। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। पोस्टमॉर्टम में मौत की वजह हार्ट अटैक आई है। इस खबर को भी पढ़ें… यूपी में अचानक हुई मौतों पर सबसे बड़ी पड़ताल:मरने वालों में 96% पुरुष; किसी को नहीं हुआ था कोरोना, लेकिन सभी ने लगवाई थी वैक्सीन यूपी में साइलेंट डेथ के ये चंद मामले हैं..। कोविड महामारी के बाद से 2 साल में ऐसी डेथ के मामले तेजी से बढ़े हैं। कुछ सामने आए तो कुछ गुमनाम रह गए। साइलेंट डेथ का सच जानने के लिए दैनिक भास्कर ने अब तक की सबसे बड़ी पड़ताल की। टीम उत्तर प्रदेश के 20 जिलों के ऐसे 25 परिवारों के पास पहुंची, जिनके परिवार में किसी न किसी की अचानक मौत हुई। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर