<p style=”text-align: justify;”><strong>Ravindra Waikar Case: </strong>हिंदू समाज पार्टी के उम्मीदवार भरत शाह ने मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से निर्वाचित शिवसेना के रविंद्र वायकर की शपथ को रोकने की अपील लोकसभा महासचिव से की है. शाह ने मतगणना में गड़बड़ी और अवैधानिकता का आरोप लगाते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने इस निर्वाचन क्षेत्र के नतीजों को अमान्य घोषित करने की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वायकर ने शिवसेना (यूबीटी) के अमोल कीर्तिकर को केवल 48 वोटों से हराकर यह चुनाव जीता. शाह, जो एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मैदान में थे, को कुल 9,54,939 मतों में से 937 वोट मिले.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>निर्दलीय उम्मीदवार ने हाई कोर्ट में दाखिल की याचिका</strong><br />HT के अनुसार, शाह ने अपनी याचिका में चुनाव आयोग से कथित धोखाधड़ी की जांच के निर्देश देने की मांग की है. उनका दावा है कि कीर्तिकर पहले आगे चल रहे थे, लेकिन अंततः वायकर 48 वोटों से विजयी हुए. उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में ईवीएम के अनुचित उपयोग और चुनिंदा दुरुपयोग का आरोप लगाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वनराई पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में विशेष रूप से पंडिलकर पर मोबाइल फोन का उपयोग करने का आरोप है, जो कथित तौर पर ईवीएम से जुड़ा हुआ था और मतगणना में हेरफेर का संदेह पैदा करता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रविंद्र वायकर पर लगाये ये आरोप</strong><br />शाह ने आरोप लगाया कि इस मोबाइल फोन ने एक ओटीपी जनरेट किया जिससे ईवीएम अनलॉक हो गई और चुनाव परिणाम प्रभावित हुए. हालांकि, निर्वाचन क्षेत्र की रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने इस रिपोर्ट को “झूठी खबर” बताकर खारिज किया और कहा कि ईवीएम एक स्टैंडअलोन सिस्टम है, प्रोग्राम करने योग्य नहीं है और इसमें वायरलेस संचार की क्षमता नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शाह ने पुलिस और चुनाव अधिकारियों की धीमी और अपर्याप्त प्रतिक्रिया की भी आलोचना की, जिसमें शिकायतों के निपटान में पारदर्शिता की कमी, मोबाइल फोन को तुरंत सील न करने और मांगे गए सीसीटीवी फुटेज को रोकने जैसी बातें शामिल हैं, जिससे जानबूझकर कवर-अप का संदेह बढ़ गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”पालघर के विरार इलाके में पेड़ गिरने से महिला की मौत, दो दिनों से बुजुर्ग मां को ढूंढ रहा था शख्स” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/palghar-tree-fall-on-women-died-on-the-spot-police-reveled-after-two-days-2720830″ target=”_blank” rel=”noopener”>पालघर के विरार इलाके में पेड़ गिरने से महिला की मौत, दो दिनों से बुजुर्ग मां को ढूंढ रहा था शख्स</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Ravindra Waikar Case: </strong>हिंदू समाज पार्टी के उम्मीदवार भरत शाह ने मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से निर्वाचित शिवसेना के रविंद्र वायकर की शपथ को रोकने की अपील लोकसभा महासचिव से की है. शाह ने मतगणना में गड़बड़ी और अवैधानिकता का आरोप लगाते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने इस निर्वाचन क्षेत्र के नतीजों को अमान्य घोषित करने की मांग की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वायकर ने शिवसेना (यूबीटी) के अमोल कीर्तिकर को केवल 48 वोटों से हराकर यह चुनाव जीता. शाह, जो एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मैदान में थे, को कुल 9,54,939 मतों में से 937 वोट मिले.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>निर्दलीय उम्मीदवार ने हाई कोर्ट में दाखिल की याचिका</strong><br />HT के अनुसार, शाह ने अपनी याचिका में चुनाव आयोग से कथित धोखाधड़ी की जांच के निर्देश देने की मांग की है. उनका दावा है कि कीर्तिकर पहले आगे चल रहे थे, लेकिन अंततः वायकर 48 वोटों से विजयी हुए. उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में ईवीएम के अनुचित उपयोग और चुनिंदा दुरुपयोग का आरोप लगाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वनराई पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में विशेष रूप से पंडिलकर पर मोबाइल फोन का उपयोग करने का आरोप है, जो कथित तौर पर ईवीएम से जुड़ा हुआ था और मतगणना में हेरफेर का संदेह पैदा करता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रविंद्र वायकर पर लगाये ये आरोप</strong><br />शाह ने आरोप लगाया कि इस मोबाइल फोन ने एक ओटीपी जनरेट किया जिससे ईवीएम अनलॉक हो गई और चुनाव परिणाम प्रभावित हुए. हालांकि, निर्वाचन क्षेत्र की रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने इस रिपोर्ट को “झूठी खबर” बताकर खारिज किया और कहा कि ईवीएम एक स्टैंडअलोन सिस्टम है, प्रोग्राम करने योग्य नहीं है और इसमें वायरलेस संचार की क्षमता नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शाह ने पुलिस और चुनाव अधिकारियों की धीमी और अपर्याप्त प्रतिक्रिया की भी आलोचना की, जिसमें शिकायतों के निपटान में पारदर्शिता की कमी, मोबाइल फोन को तुरंत सील न करने और मांगे गए सीसीटीवी फुटेज को रोकने जैसी बातें शामिल हैं, जिससे जानबूझकर कवर-अप का संदेह बढ़ गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”पालघर के विरार इलाके में पेड़ गिरने से महिला की मौत, दो दिनों से बुजुर्ग मां को ढूंढ रहा था शख्स” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/palghar-tree-fall-on-women-died-on-the-spot-police-reveled-after-two-days-2720830″ target=”_blank” rel=”noopener”>पालघर के विरार इलाके में पेड़ गिरने से महिला की मौत, दो दिनों से बुजुर्ग मां को ढूंढ रहा था शख्स</a></strong></p> महाराष्ट्र ‘मुख्यमंत्री की वजह से निर्दलीय विधायकों को देना पड़ा इस्तीफा’, जयराम ठाकुर ने CM सुक्खू को बताया ‘तानाशाह’