भभुआ से अगला चुनाव लड़ सकते हैं सिंगर रितेश पाण्डेय:लखनऊ में राजनीतिक सवाल पर कहा- होइहै उहै जो राम रचि राखा

भभुआ से अगला चुनाव लड़ सकते हैं सिंगर रितेश पाण्डेय:लखनऊ में राजनीतिक सवाल पर कहा- होइहै उहै जो राम रचि राखा

भोजपुरी के खास चेहरे रितेश पाण्डेय ने अपने हिट गानों “हैलो कौन” और “गोरी तोरी चुनरी बा लाल रे” की सफलता पर खुशी जताई। इसके लिए उन्होंने अपने प्रशंसकों का दिल से धन्यवाद किया। उनके इन गानों ने न केवल यूट्यूब पर व्यूज के नए रिकॉर्ड बनाए हैं बल्कि भोजपुरी संगीत को एक अलग पहचान भी दी है। उनके एक गाने ने दो बिलियन व्यूज का आंकड़ा पार करते हुए भोजपुरी इंडस्ट्री को गर्व का मौका दिया है। रितेश पाण्डेय भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने अभिनेता और गायक हैं। उन्होंने रानी चटर्जी, अक्षरा सिंह, आम्रपाली दुबे और काजल राघवानी जैसी अभिनेत्रियों के साथ भी काम किया है। लखनऊ पहुंचे रितेश पाण्डेय ने दैनिक भास्कर के साथ खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने संगीत से सामाजिक संदेश तक के सफर को बताया और राजनीति पर बेबाकी से जवाब दिया..। पढ़िए स्पेशल रिपोर्ट बनारस की गलियों में पले-बढ़े रितेश पाण्डेय का सफर युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। अपनी मधुर आवाज और साफ-सुथरे गीतों के लिए पहचाने जाने वाले रितेश ने भोजपुरी संगीत को एक नई दिशा दी है। उनके गाने न केवल मनोरंजन प्रदान करते हैं बल्कि समाज को एक संदेश भी देते हैं। रितेश ने “जा ए चंदा, ले आव खबरिया” और “हैलो कौन” जैसे गानों से साबित किया है कि भोजपुरी में साफ-सुथरी और संस्कारी कला की भी मांग है। रितेश का कहना है, “भोजपुरी गाने के दो अर्थ हैं। हमें ऐसा संगीत बनाना चाहिए जिसे परिवार के साथ बैठकर सुना और देखा जा सके।” उनका ध्यान अब राष्ट्रभक्ति गीतों की ओर है। इनके माध्यम से वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं। राजनीति पर बेबाकी से जवाब
उत्तर प्रदेश स्थापना महोत्सव में रितेश पांडेय से जब सवाल पूछा गया कि रवि किशन, मनोज तिवारी, निरहुआ, और पवन सिंह जैसे बड़े नामों के बाद क्या वे भी राजनीति में कदम रखेंगे। इस पर रितेश ने बड़ी सादगी से जवाब दिया, “होहीहे वही जो राम रचि राखा।” उन्होंने कहा कि भविष्य के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन वे एक सामान्य इंसान हैं और राजनीति से दूर नहीं हैं। भभुआ से चुनाव लड़ने की थी तैयारी
भोजपुरी गायक और अभिनेता रितेश पाण्डेय ने भभुआ विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने पार्टी का खुलासा नहीं किया था पर निर्दलीय न लड़ने की बात कही थी। रितेश पाण्डेय ने एक चुनाव कार्यालय खोला और विकास का वादा किया। भभुआ विधानसभा क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता चर्चा में है। रितेश पाण्डेय भभुआ विधानसभा क्षेत्र के ही रहने वाले हैं। भभुआ विधानसभा सीट पर ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है और रितेश पाण्डेय भी इसी समुदाय से आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि रितेश की नजर इसी वोट बैंक पर है। भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग
रितेश ने कहा कि भोजपुरी विश्व भर में बोली जाने वाली भाषा है। इस भाषा के सम्मान के लिए आठवीं अनुसूची में शामिल कर इसके साथ न्याय किया जाना चाहिए। यह उनकी उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार से प्रमुख मांग है। उन्होंने भोजपुरी कलाकारों और गीतकारों से भी अपील की कि वे ऐसे गानों का निर्माण न करें जिन्हें परिवार के साथ देखने या सुनने में शर्मिंदगी हो। शादी और निजी जीवन रितेश पांडेय अपनी निजी जिंदगी में भी बहुत खुश हैं। भोजपुरी अभिनेता रितेश पांडे की पत्नी का नाम वैशाली पांडे है। दोनों ने 14 मई, 2021 को शादी की थी। यह शादी अक्षय तृतीया के दिन हुई थी। इस दिन रितेश पाण्डेय का जन्मदिन भी था। भविष्य की तैयारियां
रितेश पांडेय का कहना है कि वे भोजपुरी संगीत को एक अलग पहचान दिलाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहेंगे। उनके गानों में संस्कार, संस्कृति और समाज के लिए संदेश रहेगा। उनकी सफलता और सोच यह साबित करती है कि भोजपुरी संगीत जगत में साफ-सुथरी कला के लिए भी भरपूर जगह है। यह खबर भी पढ़ें…
लखनऊ में भोजपुरी सिंगर रितेश पाण्डेय ने मचाया धमाल:गोरी तोरी चुनरी बा लाल लाल रे… गाकर दर्शकों को झुमाया यूपी स्थापना दिवस के भोजपुरी नाइट में “गोरी तोरी चुनरी बा लाल लाल रे, रोड पर चलेलू कमाल चाल रे… गाने की धुन गूंजी पूरा पांडाल तालियों, सीटियों और हूटिंग से सराबोर हो गया। सर्द रात में लखनऊ के लोगों ने भोजपुरी सिंगर रितेश पांडेय का गर्मजोशी से स्वागत किया। मंच पर रितेश पाण्डेय ने अपने गाने में जैसे ही बीबीडी का नाम लेकर लखनऊ के लोगों से खुद को जोड़ा। लोगों ने तालियों से स्वागत किया। उनके इस गाने ने दिल को छुआ और पूरा माहौल मस्ती में बदल गया। भोजपुरी के खास चेहरे रितेश पाण्डेय ने अपने हिट गानों “हैलो कौन” और “गोरी तोरी चुनरी बा लाल रे” की सफलता पर खुशी जताई। इसके लिए उन्होंने अपने प्रशंसकों का दिल से धन्यवाद किया। उनके इन गानों ने न केवल यूट्यूब पर व्यूज के नए रिकॉर्ड बनाए हैं बल्कि भोजपुरी संगीत को एक अलग पहचान भी दी है। उनके एक गाने ने दो बिलियन व्यूज का आंकड़ा पार करते हुए भोजपुरी इंडस्ट्री को गर्व का मौका दिया है। रितेश पाण्डेय भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने अभिनेता और गायक हैं। उन्होंने रानी चटर्जी, अक्षरा सिंह, आम्रपाली दुबे और काजल राघवानी जैसी अभिनेत्रियों के साथ भी काम किया है। लखनऊ पहुंचे रितेश पाण्डेय ने दैनिक भास्कर के साथ खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने संगीत से सामाजिक संदेश तक के सफर को बताया और राजनीति पर बेबाकी से जवाब दिया..। पढ़िए स्पेशल रिपोर्ट बनारस की गलियों में पले-बढ़े रितेश पाण्डेय का सफर युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। अपनी मधुर आवाज और साफ-सुथरे गीतों के लिए पहचाने जाने वाले रितेश ने भोजपुरी संगीत को एक नई दिशा दी है। उनके गाने न केवल मनोरंजन प्रदान करते हैं बल्कि समाज को एक संदेश भी देते हैं। रितेश ने “जा ए चंदा, ले आव खबरिया” और “हैलो कौन” जैसे गानों से साबित किया है कि भोजपुरी में साफ-सुथरी और संस्कारी कला की भी मांग है। रितेश का कहना है, “भोजपुरी गाने के दो अर्थ हैं। हमें ऐसा संगीत बनाना चाहिए जिसे परिवार के साथ बैठकर सुना और देखा जा सके।” उनका ध्यान अब राष्ट्रभक्ति गीतों की ओर है। इनके माध्यम से वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं। राजनीति पर बेबाकी से जवाब
उत्तर प्रदेश स्थापना महोत्सव में रितेश पांडेय से जब सवाल पूछा गया कि रवि किशन, मनोज तिवारी, निरहुआ, और पवन सिंह जैसे बड़े नामों के बाद क्या वे भी राजनीति में कदम रखेंगे। इस पर रितेश ने बड़ी सादगी से जवाब दिया, “होहीहे वही जो राम रचि राखा।” उन्होंने कहा कि भविष्य के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन वे एक सामान्य इंसान हैं और राजनीति से दूर नहीं हैं। भभुआ से चुनाव लड़ने की थी तैयारी
भोजपुरी गायक और अभिनेता रितेश पाण्डेय ने भभुआ विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने पार्टी का खुलासा नहीं किया था पर निर्दलीय न लड़ने की बात कही थी। रितेश पाण्डेय ने एक चुनाव कार्यालय खोला और विकास का वादा किया। भभुआ विधानसभा क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता चर्चा में है। रितेश पाण्डेय भभुआ विधानसभा क्षेत्र के ही रहने वाले हैं। भभुआ विधानसभा सीट पर ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है और रितेश पाण्डेय भी इसी समुदाय से आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि रितेश की नजर इसी वोट बैंक पर है। भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग
रितेश ने कहा कि भोजपुरी विश्व भर में बोली जाने वाली भाषा है। इस भाषा के सम्मान के लिए आठवीं अनुसूची में शामिल कर इसके साथ न्याय किया जाना चाहिए। यह उनकी उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार से प्रमुख मांग है। उन्होंने भोजपुरी कलाकारों और गीतकारों से भी अपील की कि वे ऐसे गानों का निर्माण न करें जिन्हें परिवार के साथ देखने या सुनने में शर्मिंदगी हो। शादी और निजी जीवन रितेश पांडेय अपनी निजी जिंदगी में भी बहुत खुश हैं। भोजपुरी अभिनेता रितेश पांडे की पत्नी का नाम वैशाली पांडे है। दोनों ने 14 मई, 2021 को शादी की थी। यह शादी अक्षय तृतीया के दिन हुई थी। इस दिन रितेश पाण्डेय का जन्मदिन भी था। भविष्य की तैयारियां
रितेश पांडेय का कहना है कि वे भोजपुरी संगीत को एक अलग पहचान दिलाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहेंगे। उनके गानों में संस्कार, संस्कृति और समाज के लिए संदेश रहेगा। उनकी सफलता और सोच यह साबित करती है कि भोजपुरी संगीत जगत में साफ-सुथरी कला के लिए भी भरपूर जगह है। यह खबर भी पढ़ें…
लखनऊ में भोजपुरी सिंगर रितेश पाण्डेय ने मचाया धमाल:गोरी तोरी चुनरी बा लाल लाल रे… गाकर दर्शकों को झुमाया यूपी स्थापना दिवस के भोजपुरी नाइट में “गोरी तोरी चुनरी बा लाल लाल रे, रोड पर चलेलू कमाल चाल रे… गाने की धुन गूंजी पूरा पांडाल तालियों, सीटियों और हूटिंग से सराबोर हो गया। सर्द रात में लखनऊ के लोगों ने भोजपुरी सिंगर रितेश पांडेय का गर्मजोशी से स्वागत किया। मंच पर रितेश पाण्डेय ने अपने गाने में जैसे ही बीबीडी का नाम लेकर लखनऊ के लोगों से खुद को जोड़ा। लोगों ने तालियों से स्वागत किया। उनके इस गाने ने दिल को छुआ और पूरा माहौल मस्ती में बदल गया।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर