भरतपुर के केवलादेव नेशनल पार्क में बर्ड फ्लू की पुष्टि, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

भरतपुर के केवलादेव नेशनल पार्क में बर्ड फ्लू की पुष्टि, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

<p style=”text-align: justify;”><strong>Bharatpur Bird Flu</strong>: राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित केवलादेव नेशनल पार्क में एवियन इन्फ्लूएंजा नाम के वायरस ने दस्तक दे दी है. एक सप्ताह पहले केवलादेव घना पक्षी विहार से 2 मृत पक्षियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे. भेजे गए दो सैंपल में से पेटेंड स्टार्क नाम के पक्षी में इन्फ्लूएंजा नामक वायरस पाया गया है. भोपाल की प्रयोगशाला ने इस बात की पुष्टि की है. इस खबर ने केवलादेव घना पक्षी विहार चिंता बढ़ा दी है. केवलादेव घना पक्षी विहार में अलर्ट जारी कर दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिसंबर 2024 में फलोदी जिले में बर्ड फ्लू फैलने के बाद राज्य सरकार ने अलर्ट जारी किया था. 2024 में केवलादेव घना पक्षी विहार में 6 ब्लॉक में पक्षियों के बीट के सैंपल जांच के लिए पशुपालन विभाग ने कलेक्ट किये थे. केवलादेव घना पक्षी विहार प्रशासन ने 100 ज़िंदा और 2 मृत पक्षियों के सैंपल भोपाल भेजे गए थे. लैब ने 25 जनवरी को 1 मृत पक्षी में वियन इन्फ्लूएंजा नाम के वायरस की पुष्टि की है. इस वायरस की रोकथाम के लिए तुरंत कार्रवाई दलों को सक्रिय करने के आदेश दिए हैं. अभी 100 पक्षियों के बीट के सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या कहना है उप निदेशक का&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>केवलादेव नेशनल पार्क के उप निदेशक मानस सिंह ने बताया कि 2 मृत पक्षियों में से 1 पक्षी में वियन इन्फ्लूएंजा नाम के वायरस की पुष्टि हुई है. इस आधार पर अभी यह नहीं कहा जा सकता कि केवलादेव नेशनल पार्क में किस हद तक बर्ड फ्लू फैला है. एक और रिपोर्ट का आना बाकी है. फिलहाल पूरे तरीके से एहतियात बरती जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उपनिदेशक ने बताया की कुछ दिन पहले हमें दो पेटेंड स्टार्क पक्षी के बच्चे मृत अवस्था में मिले थे. हमें उन पक्षियों में वायरस के कुछ लक्षण लग रहे थे इसलिए उन्हें प्रयोगशाला में भेजा गया था. इसमें से 1 सैंपल पॉजिटिव आया है और 1 सैंपल नेगेटिव आया है. इसके अलावा 100 पक्षियों के सैंपल भी भोपाल भेजे हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उसकी रिपोर्ट आने के बाद पता लगेगा कि बर्ड फ्लू फैला हुआ है या नहीं फैला है. अभी तक सिर्फ पेटेंड स्टार्क के बच्चों में लक्षण देखने को मिले हैं. विदेश से आने वाले पक्षियों में किसी में भी ऐसा लक्षण देखने को नहीं मिला है, जहां पेटेंड स्टार्क रह रहे हैं उसमें माइग्रेन पक्षी भी रह रहे हैं. अगर लोग इसमें अपना बचाव रखे तो, कोई घबराने की बात नहीं है. हमें सिर्फ इतना ध्यान रखना होता है की मृत पक्षी को न छुएं. अभी हम अपनी गाइडलाइंस को फॉलो कर रहे हैं. रोज 2 से 3 बार जंगल का मुआयना किया जाता है. अगर किसी पक्षी की डेथ बॉडी मिलती है तो, उसके नियम के अनुसार उसका डिस्पोजल करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/congress-leader-kamal-nath-demands-27-per-cent-reservation-for-obc-in-madhya-pradesh-ann-2873209″>मध्य प्रदेश में 27 फीसदी OBC आरक्षण को चुनौती देने वाली याचिका खारिज, अब कमलनाथ ने उठाई ये मांग</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Bharatpur Bird Flu</strong>: राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित केवलादेव नेशनल पार्क में एवियन इन्फ्लूएंजा नाम के वायरस ने दस्तक दे दी है. एक सप्ताह पहले केवलादेव घना पक्षी विहार से 2 मृत पक्षियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे. भेजे गए दो सैंपल में से पेटेंड स्टार्क नाम के पक्षी में इन्फ्लूएंजा नामक वायरस पाया गया है. भोपाल की प्रयोगशाला ने इस बात की पुष्टि की है. इस खबर ने केवलादेव घना पक्षी विहार चिंता बढ़ा दी है. केवलादेव घना पक्षी विहार में अलर्ट जारी कर दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिसंबर 2024 में फलोदी जिले में बर्ड फ्लू फैलने के बाद राज्य सरकार ने अलर्ट जारी किया था. 2024 में केवलादेव घना पक्षी विहार में 6 ब्लॉक में पक्षियों के बीट के सैंपल जांच के लिए पशुपालन विभाग ने कलेक्ट किये थे. केवलादेव घना पक्षी विहार प्रशासन ने 100 ज़िंदा और 2 मृत पक्षियों के सैंपल भोपाल भेजे गए थे. लैब ने 25 जनवरी को 1 मृत पक्षी में वियन इन्फ्लूएंजा नाम के वायरस की पुष्टि की है. इस वायरस की रोकथाम के लिए तुरंत कार्रवाई दलों को सक्रिय करने के आदेश दिए हैं. अभी 100 पक्षियों के बीट के सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या कहना है उप निदेशक का&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>केवलादेव नेशनल पार्क के उप निदेशक मानस सिंह ने बताया कि 2 मृत पक्षियों में से 1 पक्षी में वियन इन्फ्लूएंजा नाम के वायरस की पुष्टि हुई है. इस आधार पर अभी यह नहीं कहा जा सकता कि केवलादेव नेशनल पार्क में किस हद तक बर्ड फ्लू फैला है. एक और रिपोर्ट का आना बाकी है. फिलहाल पूरे तरीके से एहतियात बरती जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उपनिदेशक ने बताया की कुछ दिन पहले हमें दो पेटेंड स्टार्क पक्षी के बच्चे मृत अवस्था में मिले थे. हमें उन पक्षियों में वायरस के कुछ लक्षण लग रहे थे इसलिए उन्हें प्रयोगशाला में भेजा गया था. इसमें से 1 सैंपल पॉजिटिव आया है और 1 सैंपल नेगेटिव आया है. इसके अलावा 100 पक्षियों के सैंपल भी भोपाल भेजे हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उसकी रिपोर्ट आने के बाद पता लगेगा कि बर्ड फ्लू फैला हुआ है या नहीं फैला है. अभी तक सिर्फ पेटेंड स्टार्क के बच्चों में लक्षण देखने को मिले हैं. विदेश से आने वाले पक्षियों में किसी में भी ऐसा लक्षण देखने को नहीं मिला है, जहां पेटेंड स्टार्क रह रहे हैं उसमें माइग्रेन पक्षी भी रह रहे हैं. अगर लोग इसमें अपना बचाव रखे तो, कोई घबराने की बात नहीं है. हमें सिर्फ इतना ध्यान रखना होता है की मृत पक्षी को न छुएं. अभी हम अपनी गाइडलाइंस को फॉलो कर रहे हैं. रोज 2 से 3 बार जंगल का मुआयना किया जाता है. अगर किसी पक्षी की डेथ बॉडी मिलती है तो, उसके नियम के अनुसार उसका डिस्पोजल करते हैं.</p>
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