भाजपा कैंडिडेट ने MLA को शराबी-जुआरी और सट्टेबाज बताया:लक्ष्मण नापा बोले-मानहानि का केस करूंगा, ओड समुदाय ने सुनीता दुग्गल के विरोध का ऐलान किया

भाजपा कैंडिडेट ने MLA को शराबी-जुआरी और सट्टेबाज बताया:लक्ष्मण नापा बोले-मानहानि का केस करूंगा, ओड समुदाय ने सुनीता दुग्गल के विरोध का ऐलान किया

हरियाणा में रतिया से भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए रतिया विधायक लक्ष्मण नापा पर तीखी टिप्पणी की है। दुग्गल ने लक्ष्मण नापा पर शराब पीने और जुआ खेलने का आरोप है। सुनीता दुग्गल ने सीएम नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया। सुनीता ने कहा ‘अगर आप मुझे विधायक बनाओगे तो आप ऐसा कभी नहीं सुनोगे। आप यह कभी नहीं सुनोगे कि आपका विधायक कहीं शराब पी रहा है, कहीं जुआ खेल रहा है, कहीं सट्टा खेल रहा है। मैं आप सभी को विश्वास दिलाती हूं कि मैं रतिया विधानसभा को हरियाणा में नंबर वन बनाने के लिए दिन रात मेहनत करूंगी। अगर मैं ऐसा नहीं कर पाई तो मेरा नाम सुनीता दुग्गल नहीं है।’ सुनीता दुग्गल के बयान के बाद विधायक लक्ष्मण नापा ने कंबोज धर्मशाला में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई। विधायक ने कहा कि वे कोर्ट में सुनीता दुग्गल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर रहे हैं। इसके साथ ही सुनीता दुग्गल के खिलाफ थाने में शिकायत देकर मामला दर्ज करवाया जाएगा। कभी कोई गलत काम नहीं किया
पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक लक्ष्मण नापा ने कहा कि वे 5 साल से विधायक के तौर पर काम किया हैं और उन्होंने रतिया हलके में करीब 1000 करोड़ के विकास कार्य करवाए हैं, लेकिन सुनीता दुग्गल द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों को वे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। उनका निजी जीवन साफ ​​है और उन्होंने कभी कोई गलत काम नहीं किया। न ही मैंने जीवन में किसी से कोई मांग की है, लेकिन सुनीता दुग्गल ने उन पर निजी आरोप लगाकर उन्हें बदनाम किया है। दुग्गल का बहिष्कार करेंगे
ओड समाज के लोगों ने ऐलान किया है कि सुनीता दुग्गल द्वारा लक्ष्मण नापा पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। इसलिए ओड समाज के लोग विधानसभा चुनाव के दौरान सुनीता दुग्गल का बहिष्कार करेंगे। हर गांव में सुनीता दुग्गल का पुतला भी जलाया जाएगा। 18 साल से राजनीति में सक्रिय लक्ष्मण नापा
नापा 2006 से राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने कांग्रेस से राजनीति शुरू की और फिर इनेलो में शामिल हो गए थे। 2011 में हुए उपचुनाव में वे आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान उतरे और हार गए थे। इसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए और संघ के कई कार्यक्रमों में भाग लिया।​​​​​​ 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन पर दांव खेला। भाजपा का यह दांव सफल साबित हुआ और लक्ष्मण नापा रतिया से विधायक चुने गए। उन्होंने 55 हजार 160 वोट हासिल किए। नापा ने कांग्रेस उम्मीदवार जरनैल सिंह को 1216 वोटों के अंतर से हराया था। हरियाणा में रतिया से भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए रतिया विधायक लक्ष्मण नापा पर तीखी टिप्पणी की है। दुग्गल ने लक्ष्मण नापा पर शराब पीने और जुआ खेलने का आरोप है। सुनीता दुग्गल ने सीएम नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया। सुनीता ने कहा ‘अगर आप मुझे विधायक बनाओगे तो आप ऐसा कभी नहीं सुनोगे। आप यह कभी नहीं सुनोगे कि आपका विधायक कहीं शराब पी रहा है, कहीं जुआ खेल रहा है, कहीं सट्टा खेल रहा है। मैं आप सभी को विश्वास दिलाती हूं कि मैं रतिया विधानसभा को हरियाणा में नंबर वन बनाने के लिए दिन रात मेहनत करूंगी। अगर मैं ऐसा नहीं कर पाई तो मेरा नाम सुनीता दुग्गल नहीं है।’ सुनीता दुग्गल के बयान के बाद विधायक लक्ष्मण नापा ने कंबोज धर्मशाला में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई। विधायक ने कहा कि वे कोर्ट में सुनीता दुग्गल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर रहे हैं। इसके साथ ही सुनीता दुग्गल के खिलाफ थाने में शिकायत देकर मामला दर्ज करवाया जाएगा। कभी कोई गलत काम नहीं किया
पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक लक्ष्मण नापा ने कहा कि वे 5 साल से विधायक के तौर पर काम किया हैं और उन्होंने रतिया हलके में करीब 1000 करोड़ के विकास कार्य करवाए हैं, लेकिन सुनीता दुग्गल द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों को वे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। उनका निजी जीवन साफ ​​है और उन्होंने कभी कोई गलत काम नहीं किया। न ही मैंने जीवन में किसी से कोई मांग की है, लेकिन सुनीता दुग्गल ने उन पर निजी आरोप लगाकर उन्हें बदनाम किया है। दुग्गल का बहिष्कार करेंगे
ओड समाज के लोगों ने ऐलान किया है कि सुनीता दुग्गल द्वारा लक्ष्मण नापा पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। इसलिए ओड समाज के लोग विधानसभा चुनाव के दौरान सुनीता दुग्गल का बहिष्कार करेंगे। हर गांव में सुनीता दुग्गल का पुतला भी जलाया जाएगा। 18 साल से राजनीति में सक्रिय लक्ष्मण नापा
नापा 2006 से राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने कांग्रेस से राजनीति शुरू की और फिर इनेलो में शामिल हो गए थे। 2011 में हुए उपचुनाव में वे आजाद उम्मीदवार के तौर पर मैदान उतरे और हार गए थे। इसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए और संघ के कई कार्यक्रमों में भाग लिया।​​​​​​ 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन पर दांव खेला। भाजपा का यह दांव सफल साबित हुआ और लक्ष्मण नापा रतिया से विधायक चुने गए। उन्होंने 55 हजार 160 वोट हासिल किए। नापा ने कांग्रेस उम्मीदवार जरनैल सिंह को 1216 वोटों के अंतर से हराया था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर