अमृतसर में भारत सरकार की ओर से आज 14 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा किया गया। ये लोग अपनी सजा पूरी कर चुके थे। इनमें से 4 कैदियों से 15 साल पहले हीरोइन और पिस्टल बरामद की गई थी। भारत सरकार की ओर से अपनी सजा पूरी कर चुके 14 कैदियों को आज रिहा किया गया और उन्हें वतन वापस भेजा गया। फॉरेन मिनिस्ट्री अधिकारियों के मुताबिक पूरी सिक्योरिटी के साथ कैदियों को रिहा किया गया और वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया। जहां उनके परिवार के सदस्यों के हवाले किया गया। इन कैदियों में से 8 कैदी गुजरात जेल से रिहा हुए हैं वहीं 6 कैदी अमृतसर जेल से रिहा हुए हैं। कस्टम की कार्रवाई पूरी होने के बाद वाघा के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया
रिहा किए गए कैदियों में से अल्लाह बसाया मसीह ने बताया कि वो कसूर जिले का रहने वाला है। 15 साल पहले वो और उसके चार अन्य साथियों के साथ बॉर्डर पर 2 किलो हेरोइन और पिस्टल के साथ पकड़ा गया था। जिसके बाद उन्हें 15 साल की सजा हुई थी। उसने बताया की वो शादीशुदा है और तीन बच्चों का पिता है। उसे बेहद खुशी है कि वो अब अपने बच्चों से मिल पाएगा। प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण मालवी के मुताबिक कैदियों में फिशरमैन और सिविल कैदी शामिल हैं। अमृतसर के कैदियों को पंजाब पुलिस लेकर आई है। उन्होंने बताया कि 14 में से 9 सिविल कैदी हैं और 6 फिशरमैन हैं। वहीं इनमें से दो कैदी नाबालिग भी हैं। जिन्हें कस्टम की कार्रवाई पूरी होने के बाद वाघा के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया। अमृतसर में भारत सरकार की ओर से आज 14 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा किया गया। ये लोग अपनी सजा पूरी कर चुके थे। इनमें से 4 कैदियों से 15 साल पहले हीरोइन और पिस्टल बरामद की गई थी। भारत सरकार की ओर से अपनी सजा पूरी कर चुके 14 कैदियों को आज रिहा किया गया और उन्हें वतन वापस भेजा गया। फॉरेन मिनिस्ट्री अधिकारियों के मुताबिक पूरी सिक्योरिटी के साथ कैदियों को रिहा किया गया और वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया। जहां उनके परिवार के सदस्यों के हवाले किया गया। इन कैदियों में से 8 कैदी गुजरात जेल से रिहा हुए हैं वहीं 6 कैदी अमृतसर जेल से रिहा हुए हैं। कस्टम की कार्रवाई पूरी होने के बाद वाघा के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया
रिहा किए गए कैदियों में से अल्लाह बसाया मसीह ने बताया कि वो कसूर जिले का रहने वाला है। 15 साल पहले वो और उसके चार अन्य साथियों के साथ बॉर्डर पर 2 किलो हेरोइन और पिस्टल के साथ पकड़ा गया था। जिसके बाद उन्हें 15 साल की सजा हुई थी। उसने बताया की वो शादीशुदा है और तीन बच्चों का पिता है। उसे बेहद खुशी है कि वो अब अपने बच्चों से मिल पाएगा। प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण मालवी के मुताबिक कैदियों में फिशरमैन और सिविल कैदी शामिल हैं। अमृतसर के कैदियों को पंजाब पुलिस लेकर आई है। उन्होंने बताया कि 14 में से 9 सिविल कैदी हैं और 6 फिशरमैन हैं। वहीं इनमें से दो कैदी नाबालिग भी हैं। जिन्हें कस्टम की कार्रवाई पूरी होने के बाद वाघा के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया। पंजाब | दैनिक भास्कर