भारत पाक सरहद पर BSF सतर्क, अंतरराष्ट्रीय तारबंदी के पार आने जाने वाले किसानों की चेकिंग

भारत पाक सरहद पर BSF सतर्क, अंतरराष्ट्रीय तारबंदी के पार आने जाने वाले किसानों की चेकिंग

<p style=”text-align: justify;”><strong>Indo Pak Border Conflict:</strong> जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गई है. इसके बावजूद भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सरहद के साथ लगते गांव के हालात बिल्कुल ठीक और शांतिमय हैं. लोग बिना डर के जिंदगी जी रहे हैं. हालांकि बीएसएफ सतर्क है. जिनके द्वारा जहां किसानों की चेकिंग की जा रही है. वही ट्रैक्टर ट्रालियों की चेकिंग कर उन्हें अंतरराष्ट्रीय तारबंदी के पार खेतों में आने जाने दिया जा रहा है.<br /><br />किसान सुखवंत सिंह ने बताया कि वह रोजमर्रा की जिंदगी जी रहे हैं. भारत-पाकिस्तान के सरहदी गांव में वह रहते हैं. लेकिन उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. माहौल शांत है. और वह अपने खेतों में आ जा रहे हैं. गेहूं की कटाई हो रही है और फसल बेचने के लिए अनाज मंडी जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’आतंकवादी हमले का बदला चाहिए'</strong><br />गांव पक्का चिश्ती के निवासी कृष्ण ने बताया कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद वह रोजाना हालात सुन रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग बॉर्डर से सटे गांव में रहते है. यहां के लोगों के हौसले बुलंद है. वह डरने वाले नहीं है. भारतीय फौज के साथ है. उन्होंने कहा कि <a title=”पहलगाम” href=”https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack” data-type=”interlinkingkeywords”>पहलगाम</a> में हुए आतंकवादी हमले का बदला चाहिए. हम तैयार है चाहे युद्ध हो जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’लोगों में युद्ध का डर तो रहता है'</strong><br />गांव निवासी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि उसने 1965 और 1971 का युद्ध अच्छी तरह से देखा है. उन्होंने बताया कि सुलेमान की हैड के पास बम चला दिए गए थे. जिसके बाद में वह गांव छोड़कर भाग गए थे. हालांकि लोगों में युद्ध का डर तो रहता है. लेकिन भारत-पाकिस्तान सरहद से सटे गांव में रहते हुए उनके हौसले बहुत बुलंद है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’भारत के 26 लोगों को मार दिया गया'</strong><br />गांव निवासी कुलदीप सिंह ने बताया कि हालातों के बारे में वह सुन रहे हैं. लेकिन उनमें खौफ बिल्कुल भी नहीं है. हालांकि किसानों को फसल की कटाई समय पर करने के लिए बोला गया है. जो वह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत के 26 लोगों को मार दिया गया. जो बर्दाश्त योग्य नहीं है. उन्हें बदला चाहिए और वह युद्ध के लिए तैयार है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(सुनील नागपाल की रिपोर्ट)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”क्या आप अभी भी कांग्रेस पार्टी का हिस्सा हैं? नवजोत सिंह सिद्धू ने दिया दिलचस्प जवाब” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/navjot-singh-sidhu-reply-question-is-he-part-of-congress-party-launches-youtube-channel-2935404″ target=”_self”>क्या आप अभी भी कांग्रेस पार्टी का हिस्सा हैं? नवजोत सिंह सिद्धू ने दिया दिलचस्प जवाब</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Indo Pak Border Conflict:</strong> जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गई है. इसके बावजूद भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सरहद के साथ लगते गांव के हालात बिल्कुल ठीक और शांतिमय हैं. लोग बिना डर के जिंदगी जी रहे हैं. हालांकि बीएसएफ सतर्क है. जिनके द्वारा जहां किसानों की चेकिंग की जा रही है. वही ट्रैक्टर ट्रालियों की चेकिंग कर उन्हें अंतरराष्ट्रीय तारबंदी के पार खेतों में आने जाने दिया जा रहा है.<br /><br />किसान सुखवंत सिंह ने बताया कि वह रोजमर्रा की जिंदगी जी रहे हैं. भारत-पाकिस्तान के सरहदी गांव में वह रहते हैं. लेकिन उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. माहौल शांत है. और वह अपने खेतों में आ जा रहे हैं. गेहूं की कटाई हो रही है और फसल बेचने के लिए अनाज मंडी जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’आतंकवादी हमले का बदला चाहिए'</strong><br />गांव पक्का चिश्ती के निवासी कृष्ण ने बताया कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद वह रोजाना हालात सुन रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग बॉर्डर से सटे गांव में रहते है. यहां के लोगों के हौसले बुलंद है. वह डरने वाले नहीं है. भारतीय फौज के साथ है. उन्होंने कहा कि <a title=”पहलगाम” href=”https://www.abplive.com/topic/pahalgam-terror-attack” data-type=”interlinkingkeywords”>पहलगाम</a> में हुए आतंकवादी हमले का बदला चाहिए. हम तैयार है चाहे युद्ध हो जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’लोगों में युद्ध का डर तो रहता है'</strong><br />गांव निवासी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि उसने 1965 और 1971 का युद्ध अच्छी तरह से देखा है. उन्होंने बताया कि सुलेमान की हैड के पास बम चला दिए गए थे. जिसके बाद में वह गांव छोड़कर भाग गए थे. हालांकि लोगों में युद्ध का डर तो रहता है. लेकिन भारत-पाकिस्तान सरहद से सटे गांव में रहते हुए उनके हौसले बहुत बुलंद है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’भारत के 26 लोगों को मार दिया गया'</strong><br />गांव निवासी कुलदीप सिंह ने बताया कि हालातों के बारे में वह सुन रहे हैं. लेकिन उनमें खौफ बिल्कुल भी नहीं है. हालांकि किसानों को फसल की कटाई समय पर करने के लिए बोला गया है. जो वह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत के 26 लोगों को मार दिया गया. जो बर्दाश्त योग्य नहीं है. उन्हें बदला चाहिए और वह युद्ध के लिए तैयार है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(सुनील नागपाल की रिपोर्ट)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”क्या आप अभी भी कांग्रेस पार्टी का हिस्सा हैं? नवजोत सिंह सिद्धू ने दिया दिलचस्प जवाब” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/navjot-singh-sidhu-reply-question-is-he-part-of-congress-party-launches-youtube-channel-2935404″ target=”_self”>क्या आप अभी भी कांग्रेस पार्टी का हिस्सा हैं? नवजोत सिंह सिद्धू ने दिया दिलचस्प जवाब</a></strong></p>  पंजाब वक्फ कानून के विरोध में वारिस पठान ने 15 मिनट बंद की लाइट, ‘शायद सरकार के दिमाग की बत्ती…’