राजस्थान सरकार के पूर्व गृहमंत्री व भाजपा के दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल बनाया गया है। इसके साथ ही वह चंडीगढ़ के एडमिनिस्ट्रेटर का पद भी संभालेंगे। इससे पहले उन्हें फरवरी 2023 में असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। बतौर राज्यपाल यह उनकी दूसरी नियुक्ति है। वहीं, पूर्व गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित के इस्तीफे को राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है। प्राइवेट स्कूल में टीचर के तौर पर अपना जीवन चलाने वाले कटारिया ने पहली बार 1977 में चुनाव लड़ा था। वह उदयपुर शहर सीट से विधायक चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। कहा जाता है कि उन्होंने अपने जीवन काल में कुल 11 चुनाव लड़े, जिनमें से 9 में वे जीते। पूरी खबर पढ़ें राजस्थान सरकार के पूर्व गृहमंत्री व भाजपा के दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल बनाया गया है। इसके साथ ही वह चंडीगढ़ के एडमिनिस्ट्रेटर का पद भी संभालेंगे। इससे पहले उन्हें फरवरी 2023 में असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। बतौर राज्यपाल यह उनकी दूसरी नियुक्ति है। वहीं, पूर्व गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित के इस्तीफे को राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है। प्राइवेट स्कूल में टीचर के तौर पर अपना जीवन चलाने वाले कटारिया ने पहली बार 1977 में चुनाव लड़ा था। वह उदयपुर शहर सीट से विधायक चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। कहा जाता है कि उन्होंने अपने जीवन काल में कुल 11 चुनाव लड़े, जिनमें से 9 में वे जीते। पूरी खबर पढ़ें पंजाब | दैनिक भास्कर
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कपूरथला के युवक की फिलीपींस में मौत:काम से लौटते समय दिल का दौरा पड़ा, पूरे गांव में शोक की लहर
कपूरथला के युवक की फिलीपींस में मौत:काम से लौटते समय दिल का दौरा पड़ा, पूरे गांव में शोक की लहर पंजाब में कपूरथला के एक युवक की फिलीपींस की राजधानी मनीला में हॉर्ट अटैक से मौत हो गई। मृतक की पहचान गांव सिद्दवान के रहने वाले विमल कुमार पुत्र कमलजीत कुमार के रूप में हुई है। 38 साल के विमल कुमार की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर है। पिछले कुछ वर्षों से वह रोजी-रोटी कमाने के लिए फिलीपींस के बुगो शहर में रह रहा था। कुछ समय पहले वह अपने गांव सिद्दवान में रहने के लिए आया था। एक महीने पहले वह काम के लिए वापस मनीला के बुगो शहर गए। जहां उसकी बीते दिन मौत हो गई। भाई के मुताबिक, जब वह अपने काम से घर लौट रहे थे, तो उन्हें अचानक दर्द हुआ और दर्द उठने पर उन्होंने फोन किया जिसके बाद उन्होंने अपने दोस्त को अपने भाई विमल कुमार के पास भेजा। उसका दोस्त उसे पास के अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जैसे ही इसकी खबर गांव में फैली तो सभी ग्रामीण विमल कुमार के माता-पिता के साथ उनके घर दुख बांटने आने लगे।
गुरु ग्रंथ साहिब बेअदबी केस में राम रहीम को झटका:मुख्य आरोपी को जमानत; डेरा प्रमुख-हनीप्रीत के खिलाफ गवाही दी थी, अब सरकारी गवाह बनेगा
गुरु ग्रंथ साहिब बेअदबी केस में राम रहीम को झटका:मुख्य आरोपी को जमानत; डेरा प्रमुख-हनीप्रीत के खिलाफ गवाही दी थी, अब सरकारी गवाह बनेगा 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब बेअदबी केस के मुख्य आरोपियों में से एक प्रदीप कलेर को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने जमानत दे दी है। कलेर ने डेरा प्रमुख राम रहीम और हनीप्रीत के खिलाफ गवाही दी थी। हाईकोर्ट ने यह फैसला तब दिया है, जब पंजाब सरकार ने इस मामले में अपना जवाब दाखिल कर दिया है। सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि प्रदीप कलेर को सरकार सरकारी गवाह बनाने की योजना बना रही है। हाईकोर्ट ने कलेर द्वारा दायर की गई याचिका का निपटारा करते हुए यह आदेश जारी किया है। इस याचिका में कलेर द्वारा 20 अक्टूबर 2015 में की गई FIR के आधार पर जमानत दिए जाने की मांग की थी। हाईकोर्ट के आदेश में क्या…
हाईकोर्ट ने आदेश दिया है, ‘चूंकि FIR 2015 से संबंधित है, सह-आरोपी जतिंदर वीर अरोड़ा को इस केस में गिरफ्तार किया गया था, उसने याचिकाकर्ता का नाम बताया था। उसे और 7 अन्य आरोपियों को इस केस में जमानत दे दी गई है। केवल याचिकाकर्ता ही हिरासत में है। उसके खिलाफ दर्ज अन्य मामलों में वह जमानत पर है। सरकार के जवाब के बाद उसे सरकारी गवाह बनाए जाने की संभावना है। इस स्थिति में याचिकाकर्ता को और अधिक कारावास की आवश्यकता नहीं है।’ जमानत के लिए कलेर ने दिया यह तर्क
जमानत के लिए अपनी याचिका में कलेर ने तर्क दिया था कि उनके सह-आरोपी के बयान पर ही उन्हें वर्तमान मामले में झूठा फंसाया गया है। वास्तव में, 11 आरोपितों में से 9 को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से 8 को जमानत मिल गई थी। जबकि, दो आरोपी घोषित अपराधी बने हुए थे। वर्तमान मामले सहित उनमें से कुछ मामलों में उसने अभियोजन पक्ष के समर्थन में CRPC की धारा 164 के तहत बयान दिए थे और उसे सरकारी गवाह बनाए जाने की संभावना है। अन्य मामलों में उसे जमानत मिल गई है। 38 प्रमुख गवाहों में से किसी से पूछताछ नहीं
वह 9 फरवरी से हिरासत में है, लेकिन 38 प्रमुख गवाहों में से किसी से भी अब तक पूछताछ नहीं की गई है। इसलिए, वर्तमान मामले की सुनवाई जल्द ही समाप्त होने की संभावना नहीं है। उसके वकील ने हाई कोर्ट को बताया था। याचिका का जवाब देते हुए पंजाब सरकार ने अदालत को सूचित किया कि याचिकाकर्ता कुछ मामलों में जमानत पर है और अन्य मामलों में धारा 164 CRPC के तहत उसका बयान दर्ज किया गया है, जिसमें उसे सरकारी गवाह बनाए जाने की संभावना है। इस प्रकार, प्रभावी रूप से राज्य ने याचिकाकर्ता को जमानत देने की प्रार्थना का विरोध नहीं किया था। सभी पक्षों को सुनने के बाद हाई कोर्ट ने कलेर को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। प्रदीप कलेर क्या दी थी गवाही…6 अहम बातें… 1. मैं राजनीतिक विंग का अध्यक्ष था
मैं 1987 से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हूं। साल 2014 में मुझे डेरे के राजनीतिक विंग का अध्यक्ष बनाया गया। मेरा काम नेताओं से मिलना होता था। मुझे इसका अध्यक्ष डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम ने बनाया था। 2. राम रहीम से मिलने बुलाया गया
मार्च या अप्रैल 2015 में मुझे दिल्ली जाना था। मुझे राम रहीम से मिलने बुलाया गया। जब मैं वहां गया तो राम रहीम, हनीप्रीत, राकेश कुमार उर्फ राकेश दिड़बा, संदीप बरेटा, हर्ष धूरी, महेंद्रपाल बिट्टू कोटकपूरा, गुलाब और गुरलीन उर्फ राकेश कुमार मौजूद थे। 3. महेंद्रपाल ने कहा- प्रेमियों ने हमारे लॉकेट जमीन पर फेंके
महेंद्रपाल ने बाबा को बताया कि बुर्ज जवाहर सिंह वाला में धर्म प्रचारक हरजिंदर सिंह मांझी ने एक कथा की थी। उससे प्रेरित होकर बाबा (राम रहीम) को मानने वाले लोगों ने राम रहीम की फोटो वाले लॉकेट को जमीन में फेंक दिया। 4. राम रहीम और हनीप्रीत गुस्से में आए
यह सुनते ही हनीप्रीत गुस्से में आ गई। वह बोली, यह लॉकेट जब फेंके तो आपने कुछ क्यों नहीं किया। फिर बाबा राम रहीम और हनीप्रीत ने कहा, ईंट का जवाब पत्थर से दो। वहां मौजूद राकेश और बिट्टू ने कहा कि वह तो प्रचारक है, और सिखों की निशानी तो गुरु ग्रंथ साहिब हैं। इसके बाद हनीप्रीत ने गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की बात कही। बाबा राम रहीम ने कहा कि जो हनीप्रीत कह रही है, उसे जल्द से जल्द करो। 5. पंजाब कमेटी के सदस्य को दी गई बेअदबी की ड्यूटी
महेंद्रपाल बिट्टू डेरा सच्चा सौदा पंजाब की 45 मेंबर वाली कमेटी का सदस्य था। उसकी ड्यूटी लगाई कि अपनी टीम से जल्द से जल्द यह काम कराओ। उस वक्त मैं इनके पीछे खड़ा था। बाबा ने मुझे बोला कि बेटा तुम्हारा क्या काम है। मैंने बताया कि मुझे दिल्ली जाना है। उन्होंने कुछ लोगों से मिलने के लिए कहा। फिर मैं आ गया। 6. मुझे, मेरे परिवार को राम रहीम-हनीप्रीत से खतरा
मुझे और मेरे परिवार को अब धमकी आ रही है। बाबा राम रहीम, हनीप्रीत, राकेश दिड़बा और अन्य लोग मुझे मरवा सकते हैं। पहले भी महेंद्रपाल बिट्टू की नाभा हाई सिक्योरिटी जेल में मौत हो चुकी है। मेरी फैमिली जिसमें मेरी पत्नी, बेटी, पापा, मम्मी और रिश्तेदारों को डेरा प्रमुख से डर है। वह उनकी हत्या करा सकते हैं।
संगरूर में किसान से जहर खाया, मौत:परिवार बोला- डीएपी न मिलने से था परेशान, 5 लाख का लिया था कर्ज
संगरूर में किसान से जहर खाया, मौत:परिवार बोला- डीएपी न मिलने से था परेशान, 5 लाख का लिया था कर्ज संगरूर के नदामपुर गांव में एक किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक किसान की पहचान जसविंदर सिंह (65) के रूप में हुई है। मृतक के बेटे जगतवीर सिंह ने बताया कि उनके पिता ने कल शाम करीब 6 बजे उसके चाचा की मोटर पर जा कर कोई जहरीली दवा खा ली, जिससे वह वहीं पर गिर गए। जब उन्हें इलाज के लिए पटियाला ले जाया जा रहा था तो रास्ते में पिता जसविंदर सिंह की मौत हो गई। जगतवीर सिंह ने बताया कि उनके पिता पर 5 लाख रुपए का कर्ज था और उनके पास केवल दो एकड़ जमीन है, जिससे परिवार का गुजारा मुश्किल से हो पाता था। उन्होंने बताया कि उनका धान दस दिनों से मंडियों में पड़ा है और उनके पिता पिछले कुछ दिनों से गेहूं की बुआई से संबंधित डीएपी न मिलने के कारण मानसिक रूप से परेशान रहने लगे थे। घर की तंगी के कारण उसके पिता ने आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि परिवार का सारा कर्ज माफ किया जाए और परिवार को अधिकतम मदद दी जाए और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए ताकि परिवार का पालन-पोषण हो सके।