भिवानी में कांग्रेस जिलाध्यक्ष चयन को लेकर पहुंचे मनोज चौहान:8 दिन रहेंगे जिले में; वन-टू-वन फीडबैक लेंगे, 30 जून तक होगा नाम तय

भिवानी में कांग्रेस जिलाध्यक्ष चयन को लेकर पहुंचे मनोज चौहान:8 दिन रहेंगे जिले में; वन-टू-वन फीडबैक लेंगे, 30 जून तक होगा नाम तय

भिवानी में कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बनाने के लिए सोमवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के सचिव मनोज चौहान पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेसियों के साथ बैठक करके उनकी नब्ज टटौली। वे आब्जर्वरों के साथ 8 दिन तक भिवानी में रहेंगे और जिलाध्यक्ष के नाम पर लोगों के बीच जाकर चर्चा करेंगे। मनोज चौहान ने कहा कि 30 जून तक जिलाध्यक्ष का नाम फाइनल होगा। AICC के सचिव मनोज चौहान ने जिलाध्यक्ष की लालच में दल बदलने वालों को दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का जिलाध्यक्ष वही बनेगा, जो कम से कम 5 साल लगातार कांग्रेस पार्टी में रहा है और लोग उसे पसंद करते हैं। अब दूसरी पार्टियों से आने वाले नेताओं को कांग्रेस का जिलाध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। 12 साल में संगठन नहीं बनने से हुआ नुकसान
मनोज चौहान ने कहा कि हरियाणा में हमारा 12 साल से संगठन नहीं। इसका हमें नुकसान भी हुआ है। पर अब 30 जून तक जिला अध्यक्ष चुनने की डेडलाइन जारी हुई है। इसके बाद मंडल, ब्लॉक व गांवों के अध्यक्षों का चयन होगा। इसलिए वे खुद लोगों से मुलाकात करेंगे। ताकि लोग जिसको जिलाध्यक्ष पसंद करेंगे, उसको ही बनाया जाएगा। अब पहले वाली बात नहीं
वहीं एक अध्यक्ष चुनने जाने पर बाकि नेताओं की नाराजगी के सवाल पर चौहान ने साफ कहा कि यहां कोई किसी को नहीं बना रहा। अब पहले वाली बात नहीं। ये राहुल का विजन है। भाजपा नहीं जिसके फैसले नागपुर से या मोदी व शाह के कहने पर होते हों। ना ही यहां भाजपा की तरह पर्ची से CM बनते। ये कांग्रेस है, यहां सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। हुड्‌डा की एक तरफा नहीं चलेगी
मनोज चौहान ने कहा कि राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को तीन कृषि कानून रद्द करने व जातिगत जनगणना करने के लिए मजबूर किया। अब राहुल गांधी मोदी सरकार को घुटनों पर लाकर किसानों के लिए MSP का गारंटी कानून बनवाएंगे। वहीं अंत में जिला अध्यक्षों के चयन में पूर्व सीएम भूपेन्द्र हुड्डा व दीपेंद्र की एक तरफा चलने के सवाल पर साफ कहा कि ऐसा नहीं होगा। हर छोटे बड़े नेता व कार्यकर्ताओं की राय से जिला अध्यक्ष चुने जाएंगे। सभी की ली जाएगी राय
AICC सचिव मनोज चौहान ने कहा कि जिलाध्यक्ष बनाने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं व आमजन की राय ली जाएगी। जिसके पीछे सबसे अधिक आवाज होंगे। क्योंकि लोकतंत्र में वही विजयी होता है, जिसको अधिक लोग पसंद करते हैं। जिस नाम पर सभी की सहमति बनेगी, उसी को जिलाध्यक्ष बनाया जाएगा। यह कांग्रेस ही है, जहां सभी अपनी बात रख सकते हैं। मनोज चौहान ने भाजपा द्वारा कांग्रेस का संगठन ना बनने पर दिए गए बयानों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम फाइनल करें। वे 8-10 महीने से अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बना पा रही। AICC सचिव मनोज चौहान के कार्यक्रम
10 जून – जिला भिवानी के कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं से मुलाकात
11 जून – बवानीखेड़ा विधानसभा के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत।
12 जून – भिवानी विधानसभा के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत।
13 जून – तोशाम विधानसभा के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत। कैरू ब्लॉक के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत।
15 जून – लोहारू विधानसभा के बहल व सिवानी ब्लॉक के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत।
16 जून – लोहारू विधानसभा के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत।
17 जून – सोशल आउटरिच : ओबीसी व एससी श्रेणी के नेताओं से एक्सक्ल्यूजिव मीटिंग।
18 जून – जिला भिवानी के वरिष्ठ नेताओं से वन-टू-वन मुलाकात। भिवानी में कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बनाने के लिए सोमवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के सचिव मनोज चौहान पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेसियों के साथ बैठक करके उनकी नब्ज टटौली। वे आब्जर्वरों के साथ 8 दिन तक भिवानी में रहेंगे और जिलाध्यक्ष के नाम पर लोगों के बीच जाकर चर्चा करेंगे। मनोज चौहान ने कहा कि 30 जून तक जिलाध्यक्ष का नाम फाइनल होगा। AICC के सचिव मनोज चौहान ने जिलाध्यक्ष की लालच में दल बदलने वालों को दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का जिलाध्यक्ष वही बनेगा, जो कम से कम 5 साल लगातार कांग्रेस पार्टी में रहा है और लोग उसे पसंद करते हैं। अब दूसरी पार्टियों से आने वाले नेताओं को कांग्रेस का जिलाध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। 12 साल में संगठन नहीं बनने से हुआ नुकसान
मनोज चौहान ने कहा कि हरियाणा में हमारा 12 साल से संगठन नहीं। इसका हमें नुकसान भी हुआ है। पर अब 30 जून तक जिला अध्यक्ष चुनने की डेडलाइन जारी हुई है। इसके बाद मंडल, ब्लॉक व गांवों के अध्यक्षों का चयन होगा। इसलिए वे खुद लोगों से मुलाकात करेंगे। ताकि लोग जिसको जिलाध्यक्ष पसंद करेंगे, उसको ही बनाया जाएगा। अब पहले वाली बात नहीं
वहीं एक अध्यक्ष चुनने जाने पर बाकि नेताओं की नाराजगी के सवाल पर चौहान ने साफ कहा कि यहां कोई किसी को नहीं बना रहा। अब पहले वाली बात नहीं। ये राहुल का विजन है। भाजपा नहीं जिसके फैसले नागपुर से या मोदी व शाह के कहने पर होते हों। ना ही यहां भाजपा की तरह पर्ची से CM बनते। ये कांग्रेस है, यहां सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। हुड्‌डा की एक तरफा नहीं चलेगी
मनोज चौहान ने कहा कि राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को तीन कृषि कानून रद्द करने व जातिगत जनगणना करने के लिए मजबूर किया। अब राहुल गांधी मोदी सरकार को घुटनों पर लाकर किसानों के लिए MSP का गारंटी कानून बनवाएंगे। वहीं अंत में जिला अध्यक्षों के चयन में पूर्व सीएम भूपेन्द्र हुड्डा व दीपेंद्र की एक तरफा चलने के सवाल पर साफ कहा कि ऐसा नहीं होगा। हर छोटे बड़े नेता व कार्यकर्ताओं की राय से जिला अध्यक्ष चुने जाएंगे। सभी की ली जाएगी राय
AICC सचिव मनोज चौहान ने कहा कि जिलाध्यक्ष बनाने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं व आमजन की राय ली जाएगी। जिसके पीछे सबसे अधिक आवाज होंगे। क्योंकि लोकतंत्र में वही विजयी होता है, जिसको अधिक लोग पसंद करते हैं। जिस नाम पर सभी की सहमति बनेगी, उसी को जिलाध्यक्ष बनाया जाएगा। यह कांग्रेस ही है, जहां सभी अपनी बात रख सकते हैं। मनोज चौहान ने भाजपा द्वारा कांग्रेस का संगठन ना बनने पर दिए गए बयानों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम फाइनल करें। वे 8-10 महीने से अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बना पा रही। AICC सचिव मनोज चौहान के कार्यक्रम
10 जून – जिला भिवानी के कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं से मुलाकात
11 जून – बवानीखेड़ा विधानसभा के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत।
12 जून – भिवानी विधानसभा के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत।
13 जून – तोशाम विधानसभा के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत। कैरू ब्लॉक के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत।
15 जून – लोहारू विधानसभा के बहल व सिवानी ब्लॉक के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत।
16 जून – लोहारू विधानसभा के कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं से मीटिंग व वन-टू-वन बातचीत।
17 जून – सोशल आउटरिच : ओबीसी व एससी श्रेणी के नेताओं से एक्सक्ल्यूजिव मीटिंग।
18 जून – जिला भिवानी के वरिष्ठ नेताओं से वन-टू-वन मुलाकात।   हरियाणा | दैनिक भास्कर