हरियाणा के भिवानी में बीटीएम मिल में काम करने वाले एक व्यक्ति की रविवार देर रात उसके दोस्तों ने शराब पिलाकर और चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। मिल कर्मचारी को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रविवार देर रात जीआरपी पुलिस और शहर थाना पुलिस सीमा विवाद को लेकर उलझी रही। काफी छानबीन के बाद घटना जीआरपी चौकी एरिया की मिली। जीआरपी पुलिस ने आज सुबह मर्डर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। यूपी का रहने वाला है मृतक भिवानी की डीसी कालोनी में राजश्री लाइन के पीछे मकान बनाकर रह रहा मूलरूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर निवासी 44 वर्षीय सतबीर उर्फ अजय बीटीएम मिल में हेल्पर का काम करता था।उसकी एक लड़का और एक लड़की है, जो अपने दादा-दादी के साथ गांव में रहते हैं। रविवार देर रात डीसी कालोनी के पास रेलवे लाइन के नजदीक सतबीर उर्फ अजय अपने तीन साथियों के साथ शराब पी रहा था। इसी दौरान पहले कभी हुए मामूली विवाद को लेकर उसके दोस्तों ने उसे शराब पिलाई। शराब का सेवन करने के बाद उनमें फिर से झगड़ा हो गया। बताया जाता है कि सतबीर पर उसके तीन साथियों ने पत्थरों और तेजधार हथियार से हमला कर दिया। तेजधार हथियार से उसका गला रेत दिया। एक हमलावर ने दबोचा, दो भागे घायल हुआ सतबीर अपनी जान बचाने के लिए डीसी कालोनी की तरफ भाग पड़ा, लेकिन वह जमीन पर गिर गया। हमला करने वाले तीन युवकों में से एक को उसे दबोच लिया और दो भाग निकले। जानकार मिलने पर शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सतबीर को नागरिक अस्पताल में पहुंचाया, जहा डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रात को शहर थाना पुलिस और जीआरपी पुलिस टीम सीमा विवाद में उलझी रही। बाद में यह मामला जीआरपी चौकी एरिया का ही पाया गया। शहर थाना एसएचओ इंस्पेक्टर सतनारायण ने बताया कि यह मामला जीआरपी चौकी एरिया का पाया गया है। जीआरपी पुलिस मामले की जांच कर रही है। आज सुबह जीआरपी थाना हिसार के एसएचओ राधेश्याम ने भिवानी सामान्य अस्पताल पहुंचे और घटना की जांच शुरू की। हरियाणा के भिवानी में बीटीएम मिल में काम करने वाले एक व्यक्ति की रविवार देर रात उसके दोस्तों ने शराब पिलाकर और चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। मिल कर्मचारी को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रविवार देर रात जीआरपी पुलिस और शहर थाना पुलिस सीमा विवाद को लेकर उलझी रही। काफी छानबीन के बाद घटना जीआरपी चौकी एरिया की मिली। जीआरपी पुलिस ने आज सुबह मर्डर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। यूपी का रहने वाला है मृतक भिवानी की डीसी कालोनी में राजश्री लाइन के पीछे मकान बनाकर रह रहा मूलरूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर निवासी 44 वर्षीय सतबीर उर्फ अजय बीटीएम मिल में हेल्पर का काम करता था।उसकी एक लड़का और एक लड़की है, जो अपने दादा-दादी के साथ गांव में रहते हैं। रविवार देर रात डीसी कालोनी के पास रेलवे लाइन के नजदीक सतबीर उर्फ अजय अपने तीन साथियों के साथ शराब पी रहा था। इसी दौरान पहले कभी हुए मामूली विवाद को लेकर उसके दोस्तों ने उसे शराब पिलाई। शराब का सेवन करने के बाद उनमें फिर से झगड़ा हो गया। बताया जाता है कि सतबीर पर उसके तीन साथियों ने पत्थरों और तेजधार हथियार से हमला कर दिया। तेजधार हथियार से उसका गला रेत दिया। एक हमलावर ने दबोचा, दो भागे घायल हुआ सतबीर अपनी जान बचाने के लिए डीसी कालोनी की तरफ भाग पड़ा, लेकिन वह जमीन पर गिर गया। हमला करने वाले तीन युवकों में से एक को उसे दबोच लिया और दो भाग निकले। जानकार मिलने पर शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सतबीर को नागरिक अस्पताल में पहुंचाया, जहा डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रात को शहर थाना पुलिस और जीआरपी पुलिस टीम सीमा विवाद में उलझी रही। बाद में यह मामला जीआरपी चौकी एरिया का ही पाया गया। शहर थाना एसएचओ इंस्पेक्टर सतनारायण ने बताया कि यह मामला जीआरपी चौकी एरिया का पाया गया है। जीआरपी पुलिस मामले की जांच कर रही है। आज सुबह जीआरपी थाना हिसार के एसएचओ राधेश्याम ने भिवानी सामान्य अस्पताल पहुंचे और घटना की जांच शुरू की। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा में 7 दिन में बदल जाएगा नंबर गेम:5 MLA लड़ रहे लोकसभा चुनाव; जीते तो कांग्रेस की 2, BJP की एक सीट घटेगी
हरियाणा विधानसभा में 7 दिन में बदल जाएगा नंबर गेम:5 MLA लड़ रहे लोकसभा चुनाव; जीते तो कांग्रेस की 2, BJP की एक सीट घटेगी हरियाणा में 4 जून को लोकसभा चुनाव का परिणाम आते ही विधानसभा का नंबर गेम फिर से बदल जाएगा। इसकी वजह यह है कि इस बार लोकसभा चुनाव में दो बड़े राष्ट्रीय दल भाजपा, कांग्रेस के साथ ही क्षेत्रीय दल जजपा और इनेलों के 5 विधायक मैदान में हैं। 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस के दो, भाजपा के एक विधायक लड़ रहे हैं। वहीं जजपा और इनेलो से भी एक-एक प्रत्याशी लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यदि ये विधायक लोकसभा चुनाव जीत जाते हैं, तो निश्चित तौर पर कांग्रेस के 28, भाजपा के 39, जजपा के 9 विधायक विधानसभा में बचेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की पार्टी INLD का एक भी विधायक विधानसभा में नहीं होगा। दौलताबाद के निधन से अल्पमत में चल रही सैनी सरकार हरियाणा में गुरुग्राम के निर्दलीय विधायक के निधन से BJP सरकार पर अल्पमत का संकट गहराया हुआ है। गुरुग्राम की बादशाहपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का कल (25 मई) को निधन हो गया है। इसके बाद विधानसभा में सदस्यों की संख्या 87 हो गई है, ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 44 हो गया है, लेकिन भाजपा सरकार के पास अभी 42 ही विधायकों का समर्थन बचा है।ऐसे में विपक्षी फिर सरकार को फ्लोर टेस्ट करवाने के लिए घेर सकते हैं। कांग्रेस और JJP पहले ही गवर्नर को लेटर लिखकर नायब सैनी सरकार के बहुमत साबित करने की मांग कर चुकी है। यहां समझिए विधानसभा का पूरा अंकगणित जानिए.. हरियाणा विधानसभा में मौजूदा स्थिति क्या है? हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं। करनाल से मनोहर लाल खट्टर और रानियां से निर्दलीय रणजीत चौटाला के इस्तीफे के बाद 88 विधायक बचे थे। इसके बाद बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का निधन हो गया। ऐसे में अब कुल विधायक 87 रह गए हैं और बहुमत का आंकड़ा 44 का हो गया है। ऐसे शुरू हुई अल्पमत की चर्चा लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को सीएम की कुर्सी से हटाकर लोकसभा टिकट दे दी। उनकी जगह नायब सैनी सीएम बनाए गए। उन्हें भाजपा के 41, हलोपा के 1 और 6 निर्दलीय समेत 48 विधायकों का समर्थन मिला था।हालांकि पहले खट्टर और फिर सरकार के समर्थन वाले रणजीत चौटाला ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद लोकसभा चुनाव के बीच 3 निर्दलीय विधायकों धर्मपाल गोंदर, रणधीर गोलन और सोमबीर सांगवान ने समर्थन वापस ले लिया। जिसके बाद सरकार के पास 43 विधायकों का समर्थन बचा।अब सरकार के साथ कितने विधायक बचे? खट्टर के इस्तीफे के बाद भाजपा के पास अपने 40 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा के गोपाल कांडा और निर्दलीय नैनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। विपक्षी दलों की क्या स्थिति है? हरियाणा में कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं। इसके अलावा जजपा के 10 और इनेलो का एक विधायक है। 4 निर्दलीय भी अब सरकार के विपक्ष में हैं। भाजपा के 42 के मुकाबले पूरे विपक्ष में 45 विधायक हो गए हैं।हालांकि जजपा की ओर से अपने 2 विधायक जोगीराम सिहाग और राम निवास के विरुद्ध स्पीकर को दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत याचिका दी गई है, जिसमें दोनों की सदस्यता समाप्त करने की मांग की गई है। अगर यह मंजूर हुआ तो भी विपक्ष के पास ज्यादा विधायक होंगे। सैनी चुनाव जीते तो फिर सरकार और विपक्ष बराबर हो जांएगे इसमें एक और दिलचस्प स्थिति 4 जून को बनेगी। सीएम नायब सैनी खट्टर की जगह करनाल से विधानसभा उपचुनाव लड़ रहे हैं। अगर वह सीट जीत जाते हैं तो फिर सत्ता पक्ष के पास 43 विधायक हो जाएंगे। अगर जजपा के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर पक्ष और विपक्ष, दोनों बराबर हो जाएंगे। क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है? फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी।
सोनीपत में कन्या महाविद्यालय में साढ़े 32 लाख का गबन:PMKVY प्रोजेक्ट में 300 लड़कियों का फर्जी एडमिशन; संस्था सेक्रेटरी-प्रिंसिपल समेत 4 पर FIR
सोनीपत में कन्या महाविद्यालय में साढ़े 32 लाख का गबन:PMKVY प्रोजेक्ट में 300 लड़कियों का फर्जी एडमिशन; संस्था सेक्रेटरी-प्रिंसिपल समेत 4 पर FIR हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा में स्थित कन्या महाविद्यालय (कॉलेज) में सरकार द्वारा दिए जा रही सहायता राशि (अनुदान) में 32 लाख रुपए के गबन का मामला सामने आया है। आरोप लगे हैं कि मेनेजमेंट व PMKVY प्रोजेक्ट से जुड़े कोर्स में अयोग्य लड?के लड़कियों को एडमिशन दिलाया गया। प्रोजेक्ट में मिली राशि को अपने व्यक्तिगत खाते में स्थानांतरित किया गया है। पुलिस ने मैनेजमेंट व एसबी फर्म रोहतक से जुड़े 4 व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी में केस दर्ज किया है। कॉलेज को मिला था PMKVY प्रोजेक्ट सीएम फ्लाइंग के SI राज सिंह ने खरखौदा थाना में दी शिकायत में कहा कि कन्या महाविद्यालय में जांच के दौरान पाया गया कि PMKVY केन्द्र सरकार का प्रोजेक्ट है। इस स्कीम में एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा (ट्रेनिंग सेंटर कन्या महाविद्यालय खरखौदा) में वर्ष 2017 में 5 कोर्स चले। इनको लेकर ट्रेनिग पार्टनर को 30 प्रतिशत पेमेंट मान्य उम्मीदवार का प्रशिक्षण बैच प्रारंभ होने पर, 50 प्रतिशत प्रशिक्षुओं के सफल प्रमाणीकरण और शेष 20 प्रतिशत राशि प्लेसमेंट के आधार पर दी जानी थी। महाविद्यालय में इन 5 कोर्सों में ट्रेनिंग कन्या महाविद्यालय खरखौदा में सिलाई मशीन ऑपरेटर कोर्स में 236 सीटें, हैंड एम्ब्रॉयडर में 235 सीटें, स्पोर्ट्स मसाजर में 239 सीटें, डोमेस्टिक डाटा एंट्री ऑपरेटर कोर्स में 117 सीटें और मल्टी कर्सिन कुक कोर्स में 111 सीटें दी गई थी। SB फर्म को मिले 68.56 लाख रुपए उन्होंने बताया कि इस स्कीम में वे बेरोजगार यूथ जो स्कूल कालेज ड्रोप कर चुके हैं भाग लेने के योग्य थे। वर्ष 2016-17 में PMKVY ये प्रोजेक्ट एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड 6-ए प्रथम तल गोपाल कॉम्प्लेक्स रोहतक को दिया गया। इस फर्म में अंकित गर्ग व वसुन्धरा डायरेक्टर थे। फर्म का खाता कर्नाटका बैंक सिविल लाईन रोहतक में है। इसमें PMKVY प्रोजेक्ट के द्वारा 68 लाख 56 हजार 821 रुपए वर्ष 2017 में जारी किए गए। 300 लड़कियों का कोर्स में दाखिला अवैध फर्म डायरेक्टर अकिंत गर्ग ने एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा को PMKVY स्कीम के लिए ट्रेनिंग सेंटर के लिए चुना। जो NSDC की ट्रेनिंग सेंटर आईडी TPHR161310 के अनुसार मान्य ट्रेनिंग सैन्टर है। इसमें कन्या महाविद्यालय खरखौदा ट्रेनिंग सेंटर पर विभिन्न 6 कोसों में कुल 938 लड़कियों को ट्रेनिंग दी। इसमें करीब 300 से ज्यादा लड़किया कन्या महाविद्यालय खरखौदा में पढ़ रही थी। जबकि पॉलिसी के नियमानुसार ये कालेज में पड़ने वाली लड़कियां वैध केंडिडेट नहीं थी। क्योकि स्कूल/कालेज में पढ़ने वालों के लिए यह स्कीम नहीं थी। इसलिए फर्म ने वैध केंडिडेट तलाशने में शॉर्टकट् रास्ता अपना कर बिना वैध केंडिडेट के ही 300 से ज्यादा बच्चों को ट्रेनिंग दिलवाकर उनका पैसा गलत तरीके से प्राप्त किया। यह कार्य केन्द्र सरकार की तरफ से NSDC, SSC’s अलग-2 एजेंसियो की देखरेख में आनलाईन व आफलाईन किया गया है। फार्म आनलाईन भरे गए। किन्तु इन अवैध कैंडिडेट के फार्म को वेरीफाई करके रिजक्ट नही किया गया। संस्था के विवादित खातों में डाले गए रुपए सब इंस्पेक्टर राज सिंह के अनुसार जांच के दौरान पाया गया कि HDFC बैंक खरखौदा में जनरल सेक्रेटरी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा के नाम से एक अकाउंट तत्कालीन महासचिव धर्मपाल रोहिल्ला के नाम पर खुलवाया हुआ है। यह एक प्राइवेट संस्था है। धर्मपाल रोहिल्ला ने यह खाता वर्ष 2016 में इस स्कीम के पैसों के लिए अलग से खुलवाया हुआ है। जबकि एजुकेशन सोसाईटी का पहले से ही बैंक में खाता है। बोले- सरकार का नहीं, ये रुपए संसाधनों के बदले लिए रोहतक की एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी ने 32 लाख 41 हजार 337 रुपए एजुकेशन सोसाईटी के विवादित खाते में डाले हुए हैं। एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा का कहना है कि उन्होंने PMKVY स्कीम का सरकार से कोई पैसा नही लिया। एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी फर्म ने उनसे सुविधा ली थी। उन्होंने इस फर्म को महाविद्यालय में ट्रेनिंग के लिए जगह दी थी। जिसके लिए किचन व रेस्टोरेंट के लिए नवीनीकरण करना पड़ा। कोर्स के लिए टीचिंग स्टाफ उपलब्ध व सभी जरूरत की वस्तुए मंगवाई। स्टेशनरी, मशीन आदि अनेक सुविधाओं में खर्च हुआ। जिसकी एवज में एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी फर्म ने उनको 32 लाख 41 हजार 337 रुपए दिए। फर्म ने इस ट्रेनिग सेंटर में स्वयं कुछ भी खर्च नहीं किया। यह खाता प्राइवेट निजी खाता है। प्रिंसिपल को 6 लाख दिए, 4 लाख लौटाए जांच रिपोर्ट के अनुसार एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा के विवादित खाता में से 25 लाख 65 हजार रुपए पूर्व प्राचार्या सुरेश बूरा के संदर्भ में जारी किए गए। इस खाता से निकासी का अधिकार तत्कालीन जनरल सेक्रेटरी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा को ही था। पूर्व प्राचार्या सुरेश बूरा के निजी खाते में 6 लाख रुपए लिपिकीय त्रुटी से डाले जाने बताए गए। बैंक से प्राप्त डिटेल अनुसार चेक नंबर 189841 से 2 लाख रुपए व चेक नंबर 189842 से 2 लाख रुपए HDFC बैंक के उपरोक्त खाता में वापस आने पाए गए। सुरेश बूरा द्वारा 6 लाख रुपए में से 4 लाख रुपए चेक के द्वारा वापस किए गए। इसके अतिरिक्त विवादित खाता से 8,80,000 रुपए कन्या महाविद्यालय के खाता में, एक लाख रुपए एजुकेशन सोसाइटी के खाता में, 1,48,000 रुपए SB फर्म को दिए गए हैं। जो एफिलेशन फीस के दिए जाने बताए गए। कई बिलों पर डेट नहीं, कुछ करो बताया मिसप्लेस खाते का हिसाब पूरा करने के लिए करीब 12 लाख 53 हजार रुपए के बिल दिये गए हैं। इनमें कई बिलों पर डेट ही दर्ज नही है। करीब 6,20,000 रुपए का प्रबंधन कमेटी का पास कोई रिकार्ड नही है। जांच टीम को इस बारे कहा गया कि कुछ बिल मिसपलेस हो गए। यह मामला 6/7 साल पुराना है। कुछ पैसा बिना बिल भी खर्च किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार जिन 938 लड़कियों को ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दी गई। उनकी हाज़री से संबधित रिकार्ड कि इतनी लड़की कोर्स में आई, ट्रेनिंग ली या केवल एग्जाम दिलवाए गए। इस बात की पुष्टि के लिए एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज फर्म के डायरेक्टर अंकित गर्ग, प्रबंधन कमेटी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा द्वारा कोई भी रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया है। जांच रिपोर्ट में 32 लाख का गबन बताया जांच उपरान्त पाया गया कि एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज रोहतक, जिसके डायरेक्टर अकिंत गर्ग है, को वर्ष 2016-17 में PMKVY स्कीम का प्रोजेक्ट प्राप्त हुआ। यह स्कीम पूर्ण रूप से केन्द्र सरकार की स्कीम है। अंकित गर्ग के माध्यम से एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा कन्या महाविद्यालय में PMKVY का ट्रेनिंग सैन्टर बना। इस ट्रेनिंग सेंटर में अलग-अलग 5 कोर्स में 938 लड़कियों को ट्रेनिंग दिलवाई गई। किन्तु इस PMKVY स्कीम में करीब 300 से ज्यादा लडकियां इसमें योग्य नहीं थी। अयोग्य लड़के व लड़कियों को ट्रेनिंग दिलवाकर गलत तरीके से केन्द्र सरकार की PMKVY स्कीम का पैसा प्राप्त किया गया है। कॉलेज में पढ़ने वाले करीब 300 बच्चो को ट्रेनिंग दिया जाना दर्शाकर आपराधिक षडयंत्र के तहत आपसी मिलीभगत करके सरकार से प्राप्त 32 लाख 41 हजार 337 रुपए की राशि का गबन किया गया है। इन 4 के खिलाफ केस दर्ज जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने खरखौदा थाना में अंकित गर्ग निवासी जनता कालोनी रोहतक, वसुन्धरा किला रोड रोहतक, डा. सुरेश बूरा पूर्व प्राचार्य कन्या महाविद्यालय खरखौदा व धर्मपाल महासचिव एजुकेशन सोसायटी खरखौदा के खिलाफ धारा 316,318,338,336,340,61(i) भारतीय न्याय संहिता के तहत केस दर्ज किया गया है।
हरियाणा भाजपा पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह से करेगी किनारा:कटेगी विधानसभा टिकट; अभी पिहोवा से विधायक, खट्टर ने नहीं लिया था इस्तीफा
हरियाणा भाजपा पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह से करेगी किनारा:कटेगी विधानसभा टिकट; अभी पिहोवा से विधायक, खट्टर ने नहीं लिया था इस्तीफा केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में खेल मंत्री रह चुके संदीप सिंह से भाजपा किनारा करेगी। जूनियर महिला कोच सेक्सुअल हैरेसमेंट केस में उनके खिलाफ आरोप तय होने के बाद भाजपा नेतृत्व ऐसा करेगा। संदीप सिंह अभी पिहोवा विधानसभा से विधायक हैं, उन्होंने पहली बार भाजपा की टिकट से यहां से जीत दर्ज की थी। हालांकि जब उन पर कोच द्वारा आरोप लगाए गए थे] तब पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने उनका बचाव किया था( विपक्षी दलों के विरोध-प्रदर्शन के बाद भी उनसे इस्तीफा नहीं लिया था। हालांकि बाद में उन्होंने खेल विभाग अपने पास रख लिया था, लेकिन मंत्री पद पर संदीप सिंह बने रहे थे। CM सैनी पहले ही कर चुके किनारा पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के हटने के बाद जब नायब सैनी मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने संदीप सिंह को अपने मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी। इससे पहले हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके ओपी धनखड़ ने भी संगठन की बैठकों में संदीप सिंह के शामिल होने पर रोक लगा दी थी। अभी भी संदीप सिंह भाजपा में अलग-थलग पड़े हुए हैं। वह पार्टी के कार्यक्रमों में दिखाई नहीं दे रहे हैं, हालांकि वह अपने विधानसभा क्षेत्र पिहोवा में लोगों के बीच जाकर यह संदेश दे रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में भाजपा उन्हें ही उम्मीदवार बनाएगी। पिहोवा में पहली बार खिलाया था कमल हॉकी के खेल में अपने प्रदर्शन के बल पर संदीप सिंह काफी सुर्खियां बटोर चुके हैं। इसी के बल पर भाजपा ने उन्हें पिहोवा विधानसभा से उतारा था। संदीप सिंह ने भी पहली बार पिहोवा में कमल खिलाया। इससे पहले इस क्षेत्र से कभी भी भाजपा ने जीत दर्ज नहीं की थी। संदीप सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार मंदीप सिंह चट्ठा को 5314 वोटों से हराया था। उन्हें करीब 34 फीसदी वोट हासिल हुए थे। पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पूर्व सीएम मनोहर लाल ने उन्हें अपने कैबिनेट में शामिल किया और खेल विभाग दिया। अब यहां पढ़िए संदीप सिंह से क्यों किनारा करेगी भाजपा… विधानसभा चुनाव में विपक्ष इसे मुद्दा न बना पाए प्रदेश में दो-ढाई महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में संदीप सिंह को लेकर विपक्षी दल खासकर कांग्रेस इसे मुद्दा न बना पाए, इसलिए भाजपा संदीप सिंह से किनारा करेगी। महिला कोच के आरोपों के दौरान भी विपक्षी दलों ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की सरकार पर जमकर हमला बोला था, यहां तक कि विधानसभा सत्र के दौरान भी विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया था, कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की मांग को लेका वॉक आउट तक कर दिया था। इसके बाद अब भाजपा संदीप सिंह को लेकर कोई भी मुद्दा चुनाव में नहीं बनाएगी। पार्टी महिलाओं में खराब मैसेज देने से बचना चाहेगी हरियाणा में महिलाओं की करीब 1.20 करोड़ की आबादी है। पुरुषों के मुकाबले यह आधी आबादी है। चुनाव में भी महिलाएं बढ़ चढ़कर प्रतिभाग करती हैं। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पुरुषों का मतदान प्रतिशत 70.25 फीसदी था, जबकि महिलाओं का 69.55 फीसदी। दोनों में सिर्फ 0.72 फीसदी का अंतर था। ऐसे में भाजपा महिलाओं में संदीप सिंह को टिकट देकर आधी आबादी को गलत मैसेज देना नहीं चाहेगी।