हरियाणा के भिवानी की संजीव कॉलोनी व ग्वार फैक्ट्री क्षेत्र के लोगों ने सोमवार को अपने क्षेत्र में मोबाइल फोन टावर लगाने के विरोध में प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर रिहायशी क्षेत्र में टावर लगाए जाने पर रोक लगाए जाने की मांग की। भिवानी की संजीव कालोनी व ग्वार फैक्ट्री क्षेत्र के लोग सोमवार दोपहर बाद डीसी कार्यालय पहुंचे। कॉलोनी वासियों का कहना था कि टावर की रेडिएशन से कॉलोनी वासियों के सेहत पर दुष्प्रभाव पड़ेगा। टावर केवल खाली वन क्षेत्र में लगाए जाए। कॉलोनी वासियों ने कहा कि उनके क्षेत्र में पहले ही हृदयपात, कैंसर, सिरदर्द, याददाश्त खोने के मरीज बढ़ रहे हैं। टावर लगने से दुष्प्रभाव और बढ़ जाएगा। कॉलोनीवासी के लोग ने टावर स्थापित करवाने वाले प्लॉट मालिक पर भी धमकी देने का आरोप लगाया है। टावर का विरोध करने पर उनको धमकी दे रहा है। उन्होंने बताया कि एक निजी कंपनी के कर्मचारी टावर लगाने आए थे। उनका विरोध कर परमिशन के कागजात मांगे तो वह भड़क पड़े और प्लांट मालिक आकर डराने धमकाने लगा। कालोनी के लोगों ने टावर लगाने पर रोक लगाने की मांग की है। हरियाणा के भिवानी की संजीव कॉलोनी व ग्वार फैक्ट्री क्षेत्र के लोगों ने सोमवार को अपने क्षेत्र में मोबाइल फोन टावर लगाने के विरोध में प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर रिहायशी क्षेत्र में टावर लगाए जाने पर रोक लगाए जाने की मांग की। भिवानी की संजीव कालोनी व ग्वार फैक्ट्री क्षेत्र के लोग सोमवार दोपहर बाद डीसी कार्यालय पहुंचे। कॉलोनी वासियों का कहना था कि टावर की रेडिएशन से कॉलोनी वासियों के सेहत पर दुष्प्रभाव पड़ेगा। टावर केवल खाली वन क्षेत्र में लगाए जाए। कॉलोनी वासियों ने कहा कि उनके क्षेत्र में पहले ही हृदयपात, कैंसर, सिरदर्द, याददाश्त खोने के मरीज बढ़ रहे हैं। टावर लगने से दुष्प्रभाव और बढ़ जाएगा। कॉलोनीवासी के लोग ने टावर स्थापित करवाने वाले प्लॉट मालिक पर भी धमकी देने का आरोप लगाया है। टावर का विरोध करने पर उनको धमकी दे रहा है। उन्होंने बताया कि एक निजी कंपनी के कर्मचारी टावर लगाने आए थे। उनका विरोध कर परमिशन के कागजात मांगे तो वह भड़क पड़े और प्लांट मालिक आकर डराने धमकाने लगा। कालोनी के लोगों ने टावर लगाने पर रोक लगाने की मांग की है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के 5 जिलों में BJP का खाता नहीं खुला:यहां की सभी 19 सीटों पर हारी; 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था
हरियाणा के 5 जिलों में BJP का खाता नहीं खुला:यहां की सभी 19 सीटों पर हारी; 48 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने भले ही बंपर जीत हासिल की हो, लेकिन वह हरियाणा के 5 जिलों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई। इन जिलों में नूंह, सिरसा, झज्जर, रोहतक और फतेहाबाद शामिल हैं। अगर बेल्ट के हिसाब से देखें तो ये जिले बागड़, देसवाल और नूंह बेल्ट में आते हैं। इन जिलों में कुल 19 विधानसभा सीटें हैं। वहीं, कांग्रेस ने जाट लैंड और बागड़ बेल्ट को जीता। बागड़ ऐसी बेल्ट है, जहां कांग्रेस का प्रदर्शन पिछली बार से बेहतर रहा है। पार्टी को बागड़ बेल्ट से अतिरिक्त 6 सीटों का फायदा हुआ है। इस बेल्ट में जाट मतदाता सबसे ज्यादा हैं। वहीं, इस बेल्ट में भाजपा का प्रदर्शन पिछली बार जैसा ही रहा। इस बार बागड़ बेल्ट में भाजपा ने 8, कांग्रेस ने 10, इनेलो ने 2 और निर्दलीय ने 1 सीट जीती। वहीं, 2019 में भाजपा ने 8, कांग्रेस ने 4, JJP ने 5, इनेलो ने 1 और निर्दलीय ने 2 सीटें यहां से जीती थीं। इन 5 जिलों में क्यों हारी बीजेपी…
सिरसा और फतेहाबाद में किसान आंदोलन का असर
सिरसा और फतेहाबाद की सभी 8 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर इन जिलों में देखने को मिला। यहां नशाखोरी का मुद्दा भी चुनाव में छाया रहा। नशाखोरी रोकने के लिए भाजपा सरकार द्वारा किए गए इंतजाम नाकाफी नजर आए। इन सीटों पर जाटों के साथ-साथ जाट सिख मतदाताओं की नाराजगी भी देखने को मिली। दोनों जिलों की पंजाबी बेल्ट में भाजपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। रोहतक-झज्जर में हुड्डा मैजिक चला
रोहतक लोकसभा के अंतर्गत आने वाली सीटों पर हुड्डा फैक्टर अभी भी काम कर रहा है। दोनों जिलों की 8 में से 7 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। यहां भाजपा दूसरे या तीसरे स्थान पर रही। इसकी वजह यह रही कि लोगों में यह संदेश गया कि कांग्रेस की सरकार आ रही है और हुड्डा सीएम बन रहे हैं। इस वजह से यहां भाजपा का खाता भी नहीं खुला। मेवात में मुसलमानों ने भाजपा को नकारा
मेवात की तीनों सीटों पर भाजपा कोई कमाल नहीं कर पाई। यहां नूंह दंगों का असर देखने को मिला। यहां के लोगों में बीजेपी के खिलाफ नाराजगी है। लोगों ने बीजेपी सरकार पर क्षेत्र में विकास न होने और भेदभाव का आरोप लगाया था। बीजेपी इन मुस्लिम बहुल इलाकों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई। विधायकों-मंत्रियों की कार्यशैली
सिरसा और फतेहाबाद में भाजपा विधायकों और नेताओं की कार्यशैली को लेकर भी लोगों में नाराजगी रही। सिरसा में भाजपा ने गोपाल कांडा पर भरोसा जताया। फतेहाबाद में लोग दुड़ाराम की कार्यशैली से नाखुश थे। टोहाना में बराला-बबली की टिकट से नाखुश थे और ऐलनाबाद, रानियां व डबवाली में कमजोर उम्मीदवार उतारे गए थे। सत्ता विरोधी लहर
सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के खिलाफ लोगों में जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर थी। लोकसभा चुनाव के नतीजों का असर यहां भी देखने मिला। जनता कई जगहों पर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर करती रही, लेकिन प्रदेश इकाई के नेता आंखें मूंदे रहे। ऐसे में जैसे ही मौका मिला, जनता ने वोट के जरिए अपनी बात रखी। तीन लालों की धरती है बागड़ बेल्ट
बागड़ बेल्ट पर चौधरी ओमप्रकाश चौटाला, चौधरी बंसीलाल और भजनलाल परिवार का दबदबा रहा है। वर्तमान में भजनलाल परिवार से कुलदीप बिश्नोई, बंसीलाल परिवार से किरण चौधरी और चौटाला परिवार से अजय और अभय चौटाला राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। राजनीतिक रूप से यह बेल्ट प्रदेश में सबसे मजबूत रही है और इस धरती ने ताऊ देवीलाल समेत 4 मुख्यमंत्री दिए हैं। राजस्थान और पंजाब से सटे होने के कारण यहां बागड़ी और पंजाबी दोनों भाषाएं बोली जाती हैं। बागड़ बेल्ट में चरखी दादरी, भिवानी, सिरसा, हिसार और फतेहाबाद जिलों के 21 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
हरियाणा BJP अध्यक्ष गैंगरेप केस:शिकायत से पहले होटल गई पीड़िता; CCTV फुटेज की रिकॉर्डिंग, गेस्ट एंट्री रजिस्टर की कॉपी मांगी थी
हरियाणा BJP अध्यक्ष गैंगरेप केस:शिकायत से पहले होटल गई पीड़िता; CCTV फुटेज की रिकॉर्डिंग, गेस्ट एंट्री रजिस्टर की कॉपी मांगी थी हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल पर गैंगरेप FIR दर्ज कराने वाली महिला को लेकर नया खुलासा हुआ है। केस दर्ज कराने से पहले वह कसौली में उसी रोज कॉमन होटल पहुंची थी, जिसके कमरे में उसने गैंगरेप के आरोप लगाए। दैनिक भास्कर को पुलिस सोर्सेज से पता चला कि होटल जाकर महिला ने 3 जुलाई 2023 की CCTV फुटेज मांगी। इसके अलावा उसने वहां आने वाले मेहमानों के गेस्ट एंट्री रजिस्टर भी दिखाने को कहा। हालांकि होटल पॉलिसी की बात कहकर स्टाफ ने उसे यह सब देने से इनकार कर दिया। इसके बाद 13 दिसंबर 2024 को उसने कसौली थाने में शिकायत कर दी। महिला पहले होटल क्यों गई, 2 थ्योरी पर पुलिस की जांच 1. शिकायत को मजबूत करने सबूत जुटाने थे
पुलिस अनुमान लगा रही है कि गैंगरेप की शिकायत देने से पहले महिला होटल जाकर पुख्ता सबूत जुटाना चाहती थी। वह चाहती थी कि उस दिन की CCTV फुटेज भी पुलिस को शिकायत के साथ दे, जिसमें वह, उसकी सहेली और मोहन बड़ौली व रॉकी मित्तल नजर आ रहे हैं। इसके अलावा गेस्ट एंट्री रजिस्टर के जरिए वह इस बात को पुख्ता करना चाहती थी कि बड़ौली और रॉकी उस दिन उसी होटल में ठहरे थे। 2. वहां कोई सबूत नहीं, यह कन्फर्म करने गई थी
पुलिस यह भी शक जता रही है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि महिला यह कन्फर्म करने गई थी कि होटल में इसको लेकर कोई ऐसा सबूत न हो, जो उसकी शिकायत के खिलाफ जाए। जैसे, वह यह जानना चाहती थी कि होटल में इतनी पुरानी सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग रहती है या नहीं। वह कौन सा कमरा था, जिसमें वह रुके और रेप वाला कौन सा कमरा था, ताकि जब पुलिस जांच करे तो वह सब सटीक बताए। इसके अलावा गेस्ट एंट्री से बड़ौली–रॉकी के बारे में भी पुख्ता जानकारी रख सके। गैंगरेप वाला कमरा उसी के नाम पर बुक, पहचान नहीं पाई
कसौली पुलिस से जुड़े टॉप सोर्सेज के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला कि महिला ने होटल के जिस कमरे में गैंगरेप के आरोप लगाए, वह उसी के नाम पर बुक था। यही नहीं, FIR के 10 दिन बाद जब पुलिस 2 बार उसे होटल लेकर गई और गैंगरेप वाला कमरा दिखाने को कहा तो वह कभी किसी को तो कभी किसी कमरे में रेप और शराब पिलाने का दावा करती रही। चूंकि मामला ही डेढ़ साल से ज्यादा वक्त बाद दर्ज हुआ तो ऐसे में पुलिस यह भी मान रही है कि उसे याद न हो, इसलिए पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस बोली– 60 दिन में चालान पेश कर देंगे
सोलन पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस तरह के मामले में पुलिस को 60 दिन के भीतर कोर्ट में चालान पेश करना होता है। पुलिस एविडेंस जुटा रही है। जिनके आधार पर कोर्ट में चालान पेश किया जा सके। सरकारी होटल में गैंगरेप और उसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पर आरोप की वजह से अब कोई भी अधिकारी खुलकर कुछ नहीं कह रहे। सहेली का दावा– कोई गैंगरेप नहीं हुआ, वह अपने बॉस से मिली हुई इस मामले में गैंगरेप पीड़िता की सहेली ने कल(15 जनवरी) को पंचकूला में कॉन्फ्रेंस की। उसने कहा कि वह कसौली के होटल में सिर्फ सिंगर रॉकी मित्तल से मिली थी। वह न तो मोहन बड़ौली को जानती है और न ही उसने उन्हें वहां देखा। उसे तो केस दर्ज होने के बाद पता चला कि मुझे गवाह बनाया है। इनका (रेप पीड़िता और उसके बॉस) कुछ इश्यू है। इन्होंने कहा कि इन्हें पैसे मिलेंगे और एक यह फ्रेंड के बॉस(अमित बिंदल) को टिकट मिलेगी, चेयरमैनशिप की। अगर इतने बड़े होटल में गैंगरेप होता तो क्या वह चिल्लाती नहीं। आसपास के लोगों को पता नहीं चलता। यह पूरा मामला झूठा है। इस पूरे मामले में उसकी फ्रेंड और उसका बॉस मिला हुआ है (पढ़ें पूरी खबर..) ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा BJP अध्यक्ष-सिंगर रॉकी मित्तल पर गैंगरेप की FIR, महिला बोली- कसौली में होटल के कमरे में जबरन शराब पिलाई हरियाणा BJP के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली (61) और सिंगर रॉकी मित्तल के खिलाफ गैंगरेप की FIR दर्ज हुई है। ये केस हिमाचल के कसौली पुलिस थाने में 13 दिसंबर 2024 को दर्ज हुआ था, जिसकी जानकारी अब सार्वजनिक हुई है। पूरी खबर पढ़ें… रॉकी ने मोदी के लिए गाया, खट्टर के कारण BJP छोड़ी, 2024 में कांग्रेस में गया हिमाचल में गैंगरेप केस में नामजद हरियाणवी सिंगर रॉकी मित्तल कभी कट्टर मोदीभक्त रहा है। उसने साल 2014 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए कई गीत गए। भाजपा के लिए 200 से ज्यादा गीत गाकर वह नेताओं का करीबी बन गया। पूरी खबर पढ़ें…
फरीदाबाद में मंदिर पुजारी पर अटैक के बाद तोड़फोड़:समुदाय विशेष के घर में घुसी भीड़; नूंह हिंसा आरोपी बिट्टू बजरंगी पर केस
फरीदाबाद में मंदिर पुजारी पर अटैक के बाद तोड़फोड़:समुदाय विशेष के घर में घुसी भीड़; नूंह हिंसा आरोपी बिट्टू बजरंगी पर केस हरियाणा के फरीदाबाद में दो समुदायों के बीच माहौल गर्मा गया है। 28 जून की रात को मंदिर पुजारी व भाजपा वर्कर रवि भगत पर चाकू से हमला हुआ। आरोप है कि ये हमला समुदाय विशेष के लोगों ने किया ओर जाते हुए यहां धार्मिक नारे भी लगाए। रवि की हालत गंभीर है। इस बीच हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने मुस्लिम समुदाय के एक आरोपी के घर में घुस कर तोड़ फोड़ की। पुलिस ने बिट्टू बजरंगी व अन्य तीन के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने व अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। यहां से शुरू हुआ विवाद फरीदाबाद की जनता कॉलोनी में मंदिर का पुजारी रवि भगत 28 जून की रात को अपने घर के बाहर सो रहा था। इसी बीच कुछ लोगों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। शरीर में कई जगह चाकू से वार किए गए। उनकी पत्नी घर के बाहर आयी और उसने शोर मचा दिया। इसके बाद हमलावर भाग गए। एक प्रत्यक्ष दर्शी के हवाले से दावा किया जा रहा है कि हमला समुदाय विशेष के लोगों ने किया। रवि भगत को चाकू से गोदते वक्त हमलावर नारा ए तकबीर और ‘सर तन से जुदा’ के मजहबी नारे लगा रहे थे। हालांकि पुलिस ने वारदात के बाद जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है, उनमें समुदाय विशेष के अलावा एक दूसरे समुदाय के युवक का नाम भी आया है। इसमें सारन थाना पुलिस ने मेहताब, गोलू, इकबाल, साजिद व गोलू वाधवा के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 323, 324, 452 व 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया है। रवि भगत का एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। हरियाणा के मंत्री मूलचंद शर्मा रविवार को उनका हाल जानने अस्पताल पहुंचे। भीड़ ने घर में की तोड़फोड़ फरीदाबाद में मंदिर के पुजारी रवि भगत को चाकू से गोदने की खबर के बाद लोग गुस्सा उठे। लोगों की भीड़ ने आरोपी मेहताब के घर में घुस गई। भीड़ ने घर में घुसकर तोड़फोड़ की व हंगामा किया। पुलिस ने घर में तोड़फोड़ करने के मामले में निखिल, राहुल, काजल के खिलाफ धारा 147, 149 ,452 ,427 ,295 A के तहत मुकदमा दर्ज किया है। बिट्टू बजरंगी ने डाली भड़काऊ पोस्ट, केस दर्ज फरीदाबाद में हुए इस झगड़े में नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी की भी एंट्री हुई है। उन्होंने घटना को लेकर सोशल मीडिया पर एक मैसेज डाला। आरोप है कि उन्होंने इस झगड़े के बाद धार्मिक भावना को भड़काने का प्रयास किया है। पुलिस ने बिट्टू बजरंगी के खिलाफ भी धारा 295, 153A के तहत मुकदमा दर्ज किया है। फरीदाबाद पुलिस ने चेतावनी है कि जो भी कोई व्यक्ति धार्मिक भावनाओं को भड़काने या ठेस पहुंचाने का काम करेगा,पुलिस उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी।