मंडी में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां शुरू:27 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा मेला, विदेशी कलाकार देंगे प्रस्तुति

मंडी में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां शुरू:27 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा मेला, विदेशी कलाकार देंगे प्रस्तुति

हिमाचल प्रदेश के मंडी में आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। विधायक चंद्रशेखर की अध्यक्षता में हुई आम सभा में महोत्सव की रूपरेखा तय की गई। महोत्सव 27 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा। जिसमें तीन प्रमुख जलेब पहली 27 फरवरी को, मध्य जलेब 2 मार्च को और अंतिम जलेब 5 मार्च को निकाली जाएगी। पटियाला सांस्कृतिक दल करेगा शिरकत इस वर्ष महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप दिया जा रहा है, जिसमें विदेशी कलाकारों को कुल्लू दशहरा की तर्ज पर आमंत्रित किया गया है। सेरी मंच पर 27 फरवरी से 4 मार्च तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक दल पटियाला भी इस महोत्सव में शिरकत करेगा। मेले में खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें इस बार क्रिकेट को भी शामिल किया गया है। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता बनाने की योजना क्रिकेट प्रतियोगिता पड्डल मैदान में मेले की शुरुआत से पहले आयोजित की जाएगी, जिसे भविष्य में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता बनाने की योजना है। पिछले वर्ष मेला समिति को विभिन्न स्रोतों से 5.34 करोड़ रुपए की आय हुई थी। जिसमें से 4.70 करोड़ रुपए विभिन्न आयोजनों पर खर्च किए गए और 76 लाख रुपए जीएसटी के रूप में जमा किए गए। ऐतिहासिक भवनों की विशेष सजावट महोत्सव के दौरान शहर के सभी देवालयों और ऐतिहासिक भवनों की विशेष सजावट की जाएगी। शहर में तोरण द्वार लगाए जाएंगे और रोशनी से जगमगाएंगे। विधायक चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया कि देवी-देवताओं के आदर-सत्कार और जन भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाएगा, क्योंकि देवी-देवता ही मेले की आत्मा हैं। हिमाचल प्रदेश के मंडी में आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। विधायक चंद्रशेखर की अध्यक्षता में हुई आम सभा में महोत्सव की रूपरेखा तय की गई। महोत्सव 27 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा। जिसमें तीन प्रमुख जलेब पहली 27 फरवरी को, मध्य जलेब 2 मार्च को और अंतिम जलेब 5 मार्च को निकाली जाएगी। पटियाला सांस्कृतिक दल करेगा शिरकत इस वर्ष महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप दिया जा रहा है, जिसमें विदेशी कलाकारों को कुल्लू दशहरा की तर्ज पर आमंत्रित किया गया है। सेरी मंच पर 27 फरवरी से 4 मार्च तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक दल पटियाला भी इस महोत्सव में शिरकत करेगा। मेले में खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें इस बार क्रिकेट को भी शामिल किया गया है। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता बनाने की योजना क्रिकेट प्रतियोगिता पड्डल मैदान में मेले की शुरुआत से पहले आयोजित की जाएगी, जिसे भविष्य में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता बनाने की योजना है। पिछले वर्ष मेला समिति को विभिन्न स्रोतों से 5.34 करोड़ रुपए की आय हुई थी। जिसमें से 4.70 करोड़ रुपए विभिन्न आयोजनों पर खर्च किए गए और 76 लाख रुपए जीएसटी के रूप में जमा किए गए। ऐतिहासिक भवनों की विशेष सजावट महोत्सव के दौरान शहर के सभी देवालयों और ऐतिहासिक भवनों की विशेष सजावट की जाएगी। शहर में तोरण द्वार लगाए जाएंगे और रोशनी से जगमगाएंगे। विधायक चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया कि देवी-देवताओं के आदर-सत्कार और जन भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाएगा, क्योंकि देवी-देवता ही मेले की आत्मा हैं।   हिमाचल | दैनिक भास्कर