मंडी जिले के कुकलाह के पास बगलामुखी कार बेकाबू होकर ब्यास नदी में गिर गई। हादसा में मां की मौत हो गई है। जबकि बाप-बेटी समेत 3 लोग घायल हैं। घायलों को उपचार के लिए जोनल अस्पताल मंडी में भर्ती कराया गया है। मृतक महिला की पहचान 68 वर्षीय मथरा देवी के मौर पर हुई। जबकि घायलों में 42 वर्षीय डोला राम, 39 वर्षीय निर्मला देवी और 16 वर्षीय वैशाली का नाम शामिल हैं। इनमें तीन लोग एक ही परिवार के हैं। बांदल गांव निवासी दामोदर दास ने बताया कि उनकी बहन मथरा देवी शनिवार शाम अपने पति डोला राम, बेटी वैशाली के साथ उनके घर मेहमान बनकर आई थीं। रविवार सुबह वे वापस अपने घर पंडोह जा रहे थे, जब यह हादसा हुआ। अनियंत्रित होकर ब्यास नदी में गिर कार दामोदर दास के मुताबिक, कुकलाह के समीप कार अनियंत्रित होकर ब्यास नदी में गिर गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और राहगीरों लोगों की मदद से घायलों को 108 एम्बुलेंस के माध्यम से मंडी अस्पताल पहुंचाया। मामले की जांच कर रही पुलिस एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि हादसे में एक महिला की मौत हो गई है, जबकि अन्य सभी घायलों का उपचार जोनल अस्पताल मंडी में चला है। पुलिस घटना की जांच कर रही है। मंडी जिले के कुकलाह के पास बगलामुखी कार बेकाबू होकर ब्यास नदी में गिर गई। हादसा में मां की मौत हो गई है। जबकि बाप-बेटी समेत 3 लोग घायल हैं। घायलों को उपचार के लिए जोनल अस्पताल मंडी में भर्ती कराया गया है। मृतक महिला की पहचान 68 वर्षीय मथरा देवी के मौर पर हुई। जबकि घायलों में 42 वर्षीय डोला राम, 39 वर्षीय निर्मला देवी और 16 वर्षीय वैशाली का नाम शामिल हैं। इनमें तीन लोग एक ही परिवार के हैं। बांदल गांव निवासी दामोदर दास ने बताया कि उनकी बहन मथरा देवी शनिवार शाम अपने पति डोला राम, बेटी वैशाली के साथ उनके घर मेहमान बनकर आई थीं। रविवार सुबह वे वापस अपने घर पंडोह जा रहे थे, जब यह हादसा हुआ। अनियंत्रित होकर ब्यास नदी में गिर कार दामोदर दास के मुताबिक, कुकलाह के समीप कार अनियंत्रित होकर ब्यास नदी में गिर गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और राहगीरों लोगों की मदद से घायलों को 108 एम्बुलेंस के माध्यम से मंडी अस्पताल पहुंचाया। मामले की जांच कर रही पुलिस एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि हादसे में एक महिला की मौत हो गई है, जबकि अन्य सभी घायलों का उपचार जोनल अस्पताल मंडी में चला है। पुलिस घटना की जांच कर रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के 2 उद्योगों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई:सिंबोइसिस फॉर्मा को 42 लाख की पैनल्टी; साई-टेक की बिजली काटने के निर्देश प्रदेश के इंडस्ट्रियल एरिया काला अंब में हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HPPCB) ने दो उद्योगों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। HPPCB ने सिंबोइसिस फॉर्मा पर 42 लाख रुपए की पैनल्टी लगाई है, जबकि साई टेक दवा उद्योग की बिजली काटने के निर्देश दिए गए हैं। HPPCB के एन्वायर्नमेंट इंजीनियर अतुल परमार ने बताया कि सिंबोइसिस फॉर्मा के ढाई-तीन साल से लगातार सैंपल फेल हो रहे थे। इसे देखते हुए फैक्ट्री प्रबंधन को बार बार नोटिस दिए गए। मगर उद्योग प्रबंधन ने एक बार भी जवाब नहीं दिया। एक्सपाइरी दवाईयों का ट्रैक्टर नदी में डालते हुए पकड़ा अतुल परमार ने बताया कि सिंबोइसिस फॉर्मा को HPPCB के सहायक अभियंता ने एक्सपायरी डेट की दवाइयों का ट्रैक्टर नदी में डालते हुए पकड़ा थी। SDO की रिपोर्ट के आधार पर और नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेशों के हिसाब से 42 लाख की पैनल्टी लगाई गई है। बोर्ड की कार्रवाई से उद्योग प्रबंधन में हड़कंप अतुल परमार ने बताया कि साई टेक कंपनी के भी तीन सैंपल फेल हुए है। इसे देखते हुए बिजली बोर्ड को साई टेक की बिजली काटने के निर्देश दिए गए। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की इस कार्रवाई से उद्योग प्रबंधन में हड़कंप मच गया है। दोनों दवा उद्योग एक ही व्यक्ति के बताए जा रहे हैं। NGT के आदेशों पर कार्रवाई बता दें कि औद्योगिक क्षेत्रों की नदियों व खड्डों के सैंपल बार बार फेल हो रहे हैं। इससे कई नदियों का पानी पीने लायक तो दूर खेतीबाड़ी में प्रयोग करने लायक भी नहीं बचा। इसे लेकर NGT कई बार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भी फटकार लगा चुका है। NGT के आदेशों पर प्रदेश की सभी नदियों व खड्डों में पानी की गुणवत्ता में सुधार के लिए HPPCB ने एक्शन प्लान बना रखे है और इस पर कार्रवाई जारी है। दवा उद्योगों पर की गई कार्रवाई भी इसी का हिस्सा है।
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हिमाचल CM सुक्खू आज डोडराक्वार जाएंगे:महिलाओं को 1500-1500 रुपए देंगे; ऑन स्पॉट लोगों की शिकायतों का करेंगे निवारण हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज सचिवालय छोड़कर गांव में जाकर जनता की समस्याएं सुनेंगे। मुख्यमंत्री शिमला जिला के रोहड़ू में दुर्गम क्षेत्र डोडराक्वार जाएंगे। यहां से CM ‘सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम’ की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस दौरान ‘इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना’ के तहत क्षेत्र की महिलाओं को 1500-1500 रुपए रुपए की राशि प्रदान करेंगे। डोडराक्वार के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री क्षेत्र की जनता की समस्याओं को सुनेंगे और मौके पर उनका समाधान निकालेंगे। मुख्यमंत्री सुक्खू ‘सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम’ के दौरान जनता से सीधा संवाद करेंगे और प्रदेश सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों के कार्यान्वयन का धरातल पर स्वयं आकलन करेंगे। मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों को मौजूद रहने के दिए निर्देश मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम को देखते हुए मुख्य सचिव ने सभी विभागीय अधिकारियों को मौके पर मौजूद रहने के निर्देश दे दिए गए, ताकि मौके पर ही लोगों की समस्या का समाधान निकाला जा सके। मुख्यमंत्री सुक्खू शाम को आज डोडराक्वार में एक समर्थक के घर पर रुकेंगे। कैबिनेट मंत्री-विधायक भी करेंगे ऐसे कार्यक्रम सीएम सुक्खू आज खुद इस पहल की शुरुआत करने जा रहा है। इसके बाद कैबिनेट मंत्री भी अलग अलग क्षेत्रों में जाकर जनता की समस्याएं सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे। उन्होंने मंत्रियों के साथ साथ विधायकों को भी जनता की समस्याएं सुनने के निर्देश दिए है। गांव का रुख कर रही सरकार:CM मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन से आत्मनिर्भरता की ओर सरकार के इस अभियान में अब गांव का रुख किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नई पहल कर रही है, जिसके तहत सरकार दूर दराज तथा पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों का रुख करेगी। सीएम पहली बार गांव में लोगों की समस्याएं सुनेंगे दावा किया जा रहा है मुख्यमंत्री पहली बार इस कार्यक्रम के तहत गांव में जाएंगे और लोगों की समस्याओं का समाधान करेंगे। हालांकि पूर्व सरकार में भी कैबिनेट मंत्री अलग अलग जिलों में जाकर समस्याएं सुनते थे, लेकिन मौजूदा सरकार में मुख्यमंत्री खुद गांव में जाकर समस्याएं सुनेंगे। आज डोडराक्वार में जाएंगे और शाम को क्वार में ही अपने मित्र के घर पर रुकेंगे।
हिमाचल BJP ने सरकार अस्थिर करने को लिखी स्क्रिप्ट:सत्तारूढ़ दल जवाबी कार्रवाई को तैयार; कांग्रेस-BJP के 9-9 विधायकों पर कार्रवाई की तलवार
हिमाचल BJP ने सरकार अस्थिर करने को लिखी स्क्रिप्ट:सत्तारूढ़ दल जवाबी कार्रवाई को तैयार; कांग्रेस-BJP के 9-9 विधायकों पर कार्रवाई की तलवार हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर फिर सियासी संकट मंडरा सकता है। भारतीय जनता पार्टी ने इसकी स्क्रिप्ट लिख दी है। बीजेपी कभी भी कांग्रेस के 9 विधायकों (6 पूर्व CPS और 3 कैबिनेट रेंक MLA) को अनसीट करने की मांग को लेकर राजभवन पहुंच सकती है। ऐसा हुआ तो सत्तारूढ़ कांग्रेस भी पलटवार को तैयार बैठी है। कांग्रेस सरकार के पास इस बार BJP के 9 विधायकों के खिलाफ बड़ा हथियार है। दरअसल, BJP विधायकों पर विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन के भीतर दुर्व्यवहार करने के आरोप है। बीजेपी विधायकों पर आरोप है कि सत्र में इन्होंने विधानसभा के बीचोंबीच बैठने वाले सरकारी रिपोर्टरों से फाइलें छीनकर स्पीकर चेयर की ओर फेंकी। BJP विधायकों पर दुर्व्यवहार के आरोप यही नहीं कुछ विधायकों ने मार्शलों के साथ भी धक्का-मुक्की की। विधानसभा सचिवालय प्रशासन के पास इसके बाकायदा वीडियो मौजूद है। भाजपा विधायकों के इस व्यवहार को लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें नोटिस दे रखे है। बाकायदा इनके जवाब आ गए है। अब कार्रवाई होनी शेष है। जाहिर है कि बीजेपी यदि कांग्रेस के 9 विधायकों को अनसीट करने की मांग करती है तो सत्तारूढ़ कांग्रेस भी विधानसभा के शीत कालीन सत्र में बीजेपी के 9 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। इससे मुकाबला कांग्रेस के 9 विधायक बनाम बीजेपी के 9 MLA होगा। कांग्रेस के 9 MLA की सदस्यता गई तो भी बहुमत मौजूद कांग्रेस सरकार के लिए राहत की बात यह है कि यदि ऑफिस ऑफ प्रॉफिट के तहत कांग्रेस के 9 विधायकों की सदस्यता जाती है तो भी कांग्रेस के पास बहुमत है। इससे 9 सीटों पर उप चुनाव होंगे। कांग्रेस को बहुमत के लिए 9 में से 4 सीटें जीतनी होगी। बीजेपी को सत्ता हथियाने के लिए 7 सीटें जीतनी होगी यदि कांग्रेस के विधायकों की सदस्यता गई तो बीजेपी को सत्ता के लिए कम से कम 7 विधायक जीतने जरूरी होंगे। विधानसभा स्पीकर यदि बीजेपी के 9 विधायकों को अयोग्य घोषित करते हैं तो बीजेपी को सरकार बनाने के लिए 16 सीटें जीतनी होगी। BJP के इन विधायकों पर कार्रवाई की तलवार BJP के जिन विधायकों को नोटिस दिए गए हैं, उनमें ऊना से विधायक सत्तपाल सत्ती, नाचन से विनोद सुल्तानपुरी, चुराह से हंसराज, बंजार से सुरेंद्र शौरी, सुलह से विपिन सिंह परमार, बिलासपुर से त्रिलोक जम्वाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी, आनी से लोकेंद्र कुमार और करसोग से दीपराज शामिल है। राज्यपाल अभी प्रदेश से बाहर बता दें कि हिमाचल के गवर्नर अभी 19 नवंबर तक प्रदेश से बाहर है। जाहिर है कि 19 नवंबर के बाद राज्यपाल के लौटने पर ही बीजेपी अगला कदम उठाएगी। भाजपा के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने कहा कि राज्यपाल से मिलकर कांग्रेस के 9 विधायकों को अनसीट करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा, सीपीएस लाभ का पद है। कांग्रेस के इन विधायकों पर तलवार सीपीएस के अलावा सीएम सुक्खू ने फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया को स्टेट प्लानिंग बोर्ड का कैबिनेट रेंक के साथ डिप्टी चेयरमैन, नगरोटा बगवा से विधायक आरएस बाली कैबिनेट रेंक के साथ हिमाचल पर्यटन विकास निगम का वाइस-चेयरमैन और रामपुर से विधायक नंद लाल को सातवें वित्त आयोग का अध्यक्ष लगा रखा है। इन तीन विधायकों के अलावा विपक्ष पूर्व सीपीएस किशोरी लाल, आशीष बुटेल, एमएल ब्राक्टा, सुंदर सिंह ठाकुर, संजय अवस्थी और दून से राम कुमार चौधरी को भी अनसीट करने की मांग करेगी।