हिमाचल प्रदेश की छोटी काशी मंडी में माता का गुर बनकर एक व्यक्ति द्वारा ठगी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने मंगलवार को SP मंडी साक्षी वर्मा से मामले की शिकायत की। उन्होंने इस मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। पीड़ित प्रदीप कुमार ने पुलिस को बताया कि इंद्र नामक व्यक्ति ने अलग-अलग बहाने बनाकर लोगों से लाखों रुपए इकट्ठे किए। अब वापस करने से मना कर रहा है। प्रदीप कुमार ने बताया कि आरोपी ने उनसे भी 1.10 लाख रुपए लिए, जिसमें से केवल 40 हजार रुपए लौटाए हैं। शेष 70 हजार की राशि वापस करने को टाल मटोल कर रहा है। इन लोगों से लिए पैसे पीड़ित ने बताया कि, नेला में डाबे राम से पूजा-पाठ के नाम पर 40 हजार रुपए ठगे। इसी तरह मजवाड़ के राम सिंह से सस्ते सरिये का झांसा देकर 56 हजार रुपए और कोमल चंद से नौकरी दिलाने के नाम पर 10 हजार रुपए हड़प लिए। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों से पूजा-पाठ के नाम पर पैसे लिए गए हैं। बीते साल भी एसपी से शिकायत कर चुके पीड़ितों का कहना है कि वे पिछले साल 23 अक्टूबर को भी एसपी के पास शिकायत कर चुके हैं। उस समय आरोपी ने दो लोगों के पैसे लौटा दिए थे, लेकिन बाकी पीड़ितों के पैसे अभी तक नहीं लौटाए। एसपी साक्षी वर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में माता का गुर बनकर की जा रही इस धोखाधड़ी की शिकायत उनके संज्ञान में है और पुलिस कार्रवाई कर रही है। हिमाचल प्रदेश की छोटी काशी मंडी में माता का गुर बनकर एक व्यक्ति द्वारा ठगी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने मंगलवार को SP मंडी साक्षी वर्मा से मामले की शिकायत की। उन्होंने इस मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। पीड़ित प्रदीप कुमार ने पुलिस को बताया कि इंद्र नामक व्यक्ति ने अलग-अलग बहाने बनाकर लोगों से लाखों रुपए इकट्ठे किए। अब वापस करने से मना कर रहा है। प्रदीप कुमार ने बताया कि आरोपी ने उनसे भी 1.10 लाख रुपए लिए, जिसमें से केवल 40 हजार रुपए लौटाए हैं। शेष 70 हजार की राशि वापस करने को टाल मटोल कर रहा है। इन लोगों से लिए पैसे पीड़ित ने बताया कि, नेला में डाबे राम से पूजा-पाठ के नाम पर 40 हजार रुपए ठगे। इसी तरह मजवाड़ के राम सिंह से सस्ते सरिये का झांसा देकर 56 हजार रुपए और कोमल चंद से नौकरी दिलाने के नाम पर 10 हजार रुपए हड़प लिए। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों से पूजा-पाठ के नाम पर पैसे लिए गए हैं। बीते साल भी एसपी से शिकायत कर चुके पीड़ितों का कहना है कि वे पिछले साल 23 अक्टूबर को भी एसपी के पास शिकायत कर चुके हैं। उस समय आरोपी ने दो लोगों के पैसे लौटा दिए थे, लेकिन बाकी पीड़ितों के पैसे अभी तक नहीं लौटाए। एसपी साक्षी वर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में माता का गुर बनकर की जा रही इस धोखाधड़ी की शिकायत उनके संज्ञान में है और पुलिस कार्रवाई कर रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में एनसीसी छात्र की खड्ड में डूबने से मौत:सुन्नी में कैंप के बाद नहाने गया; खड्ड में पांव फिसला, सिर पर लगी चोट
हिमाचल में एनसीसी छात्र की खड्ड में डूबने से मौत:सुन्नी में कैंप के बाद नहाने गया; खड्ड में पांव फिसला, सिर पर लगी चोट हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के सुन्नी में कल शाम एक राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के छात्र की पानी में डूबने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पानी में डूबने से पहले छात्र का पैर फिसल गया और उसके सिर पर गहरी चोट लग गई और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शिमला जिले के सुन्नी थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक छात्र की पहचान अर्की के हरथू गांव निवासी कुश ठाकुर के रूप में हुई है, जो शिमला के कोटशेरा कॉलेज में बीए अंतिम वर्ष का छात्र था। वह कोटशेरा कॉलेज के अन्य छात्रों के साथ कैंप के लिए सुन्नी एनसीसी गया था। पुलिस के अनुसार 15 जुलाई को सीनियर सेकेंडरी स्कूल सुन्नी में एनसीसी कैंप चल रहा था। इसमें 500 से अधिक छात्र भाग ले रहे थे। 24 जुलाई को कैंप बंद हो गया। कल बच्चे अपने घर जाने लगे। पुलिस के अनुसार इस दौरान बच्चे नहाने और कपड़े धोने की जिद करने लगे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होगी मौत की वजह इसके बाद कोटशेरा कॉलेज के छात्र शारीरिक शिक्षा शिक्षक के साथ सुन्नी के चाबा के नौटीखड्ड में नहाने गए थे। इस दौरान कुश ठाकुर को पहले सिर में चोट लगी और फिर वह पानी में डूब गया। मौत की असली वजह सिर में चोट है या पानी में डूबने से मौत हुई, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट होगा। सुन्नी में पोस्टमार्टम आज कल शाम को पुलिस को इसकी सूचना दी गई और कुश को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आज पोस्टमार्टम करने के बाद उसका शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि कुश अपने माता-पिता की इकलौती संतान था।
हमीरपुर नगर निगम शामिल होंगे 84 रिवेन्यू गांव:22 वार्ड बनेंगे, 5 साल तक कोई टैक्स नहीं, नई प्रपोजल में 28 विलेज बाहर
हमीरपुर नगर निगम शामिल होंगे 84 रिवेन्यू गांव:22 वार्ड बनेंगे, 5 साल तक कोई टैक्स नहीं, नई प्रपोजल में 28 विलेज बाहर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के नगर निगम बनने पर यहां करीब 40 हजार 278 आबादी होगी। आबादी के नए मसौदे में तैयार प्रपोजल में अब 108 की जगह 84 रेवेन्यू गांव शामिल होंगे। पहले की प्रपोजल से 28 गांव बाहर किए गए हैं। हमीरपुर नगर परिषद में अभी 11 वार्ड हैं, लेकिन नगर निगम में इनकी संख्या 22 हो सकती है। नगर निगम की कंप्लीट फाइल तैयार हो चुकी है। उसी के आधार पर कैबिनेट ने इसे मंजूरी दी है। यानी अब कुछ दिनों में ही नगर निगम हमीरपुर की अधिसूचना जारी हो जाएगी। प्रपोजल के 108 गांवों में से 28 गांव हटाए ग्राम पंचायत धरोग का कैहडरु, वोहणी के गुदवीं और मलवाना, दड़ूही का वरनवाड़, अमरोह के छनवाण और छवोट ब्राह्मणा। जबकि शासन ग्राम पंचायत के पांच गांव बाहर किए गए हैं। जिनमें जटेहड़ी, दरबैली,पंथेड़ी, वलह वल्वाणा, वलह डलवाता, स्वाहल के स्वाहल और सेर शामिल हैं। नेरी पंचायत के चार गांव बाहर किए गए हैं। इनमें ऊपरला महल नेरी हर्बल, नेरी, खिल, खगल खुर्द। कसूता पंचायत के 6 गांव शामिल हैं, इनमें कंगरू, कराडा, गसोता, लगवान ब्राह्मणा, लगवान जुलाहां और घुमारवीं। इसके साथ ही बलह ग्राम पंचायत के दो गांव मनियाणा और भटेर छिवियां भी शामिल हैं। बस्सी झनियारा ग्राम पंचायत के दुगनेहड़ा, घरटाहड और मोहान बाहर किए गए हैं। 5 साल तक कोई टैक्स नहीं नगर परिषद के अध्यक्ष मनोज मिन्हास ने कहा कि नगर निगम बनाने की अधिसूचना जब जारी होगी, उसके बाद 5 साल तक नए जोड़े जाने वाले क्षेत्रों के लोगों से किसी भी तरह का कोई हाउस टैक्स और अन्य कर नहीं बसूला जाएगा। यानी इसकी छूट रहेगी, ताकि विकासात्मक गतिविधियों के लगभग मुकम्मल होने के बाद लोग इसकी जरूरत महसूस करें। कहां-कहां तक फैलेगा बोहणी, कलंझड़ी, अमरोह चौक, झनियारा, कल्लर, बजूरी और मसयाणा दा घाट तक में नगर निगम का क्षेत्र शामिल होगा। इसमें पहले की प्रपोज में 108 रिवेन्यू विलेज शामिल थे। लेकिन अब 28 गांव बाहर कर दिए गए हैं और अब यह आंकड़ा 84 रेवेन्यू गांव का तैयार हुआ है। 31.52 स्क्वायर किलोमीटर एरिया
नगर निगम का जो नया ढांचा रिवेन्यू विलेज के हिसाब से तैयार किया गया। उसमें 31.52 स्क्वायर किलोमीटर का क्षेत्रफल आएगा। यही नए नगर निगम का ढांचा होगा। इसकी सारी परिधि में जितने 84 गांव आएंगे। उनमें विकास, उससे जुड़ी हुई मूलभूत सुविधाएं सभी नगर निगम ही करवाएगा। सबसे अहम इलाके
शहर के अगल-बगल में अणु कलां, बजूरी, डुगघा और झनियारा प्रमुख पंचायतें हैं, जो बिल्कुल नगर परिषद की परिधि के साथ जुड़ी हुई हैं। इनमें बेतरतीब विकास हो रहा है। इनके लोग काफी समय से सीवरेज, स्ट्रीट लाइट और अन्य सुविधाओं को लेकर सरकार से मांग भी कर रहे थे। कईयों को यह सुविधाएं मिलना भी शुरू हो गई हैं। दिसंबर 2025 में होंगे चुनाव
अब दिसंबर 2025 में पंचायती राज व्यवस्था के चुनाव होंगे। उसमें नए जुड़े क्षेत्रों में नगर निगम के वार्ड बनेंगे और चुनाव उसी आधार पर होंगे। इसीलिए अभी से चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग भी गुणा-भाग के जरिए राजनीतिक समीकरणों को भुनाने में जुट गए हैं। नगर निगम की रिपोर्ट भेज दी है- ईओ
नगर परिषद के EO अजमेर ठाकुर का कहना है कि वे इन दोनों छुट्टी पर हैं, लेकिन नगर निगम का सारा ब्लू प्रिंट रेवेन्यू विलेज के हिसाब से सरकार को काफी समय पहले भेजा जा चुका है।
उनका कहना है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने खुद हमीरपुर को नगर परिषद के स्थान पर नगर निगम बनाने की ख़्वाहिश सरकार बनने के तुरंत बाद जताई थी।
शिमला से ठंडी हुई सोलन-ऊना की रातें:बर्फबारी नहीं होने तक मैदानी इलाकों में बढ़ी ठंड; 56 दिन का ड्राइ-स्पेल टूटने के आसार नहीं
शिमला से ठंडी हुई सोलन-ऊना की रातें:बर्फबारी नहीं होने तक मैदानी इलाकों में बढ़ी ठंड; 56 दिन का ड्राइ-स्पेल टूटने के आसार नहीं हिमाचल के मैदानी इलाकों में शिमला से ज्यादा ठंड हो गई है। पहाड़ों पर बारिश-बर्फबारी नहीं होने की वजह से निचले इलाकों में सुबह शाम कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। इससे शिमला में रात को भी न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस है। जबकि प्रदेश के गर्म शहरों में शुमार सोलन का न्यूनतम पारा 2.9 डिग्री और ऊना का 6.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। प्रदेश के दूसरे मैदानी इलाकों में भी शिमला से काफी नीचे तापमान लुढ़क चुका है। मंडी के सुंदरनगर का न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री, पालमपुर का 7 डिग्री, मनाली का 2.9 डिग्री, कांगड़ा का 7.2 डिग्री, मंडी का 6.5 डिग्री, बिलासपुर का 7.5 डिग्री, हमीरपुर का 7 डिग्री और चंबा का न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री तक गिर गया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, जब तक बर्फबारी नहीं होगी, तब तक पहाड़ों से ज्यादा ठंड मैदानी इलाकों में लोगों को परेशान करती रहेगी। इस बीच मौसम विभाग ने मंडी और बिलासपुर में अगले 4 दिनों तक घनी धुंध छाने का येलो अलर्ट जारी किया है। इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिरेगी। ऐसे में वाहन चालकों को सावधानी से गाड़ी चलाने की सलाह दी गई है। 30 को ऊंचे पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी IMD की माने तो प्रदेश में अगले 3 सप्ताह तक अच्छी बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं है। हालांकि 30 नवंबर को कांगड़ा, चंबा, लाहौल स्पीति और कुल्लू के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी का पूर्वानुमान जरूर है। मगर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में 56 दिन का ड्राइ स्पेल टूटने के आसार नहीं है। पोस्ट मानसून सीजन में नॉर्मल से 98% कम बादल बरसे प्रदेश में मानसून के बाद पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इससे सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। प्रदेशवासी बारिश-बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं। मगर अभी इसके आसार न के बराबर है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। 37% जमीन पर गेंहू की बुवाई कर पाए किसान कृषि विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इस बार मुश्किल से 37 प्रतिशत जमीन पर गेंहू की बुवाई हो गई है। वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में गेंहू की बुवाई का उचित समय 1 नवंबर और मैदानी इलाकों में 15 नवंबर को बीत गया है। जाहिर है कि इससे गेंहू के उत्पादन में कमी आएगी।