<p style=”text-align: justify;”><strong>Chhagan Bhujbal News:</strong> महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल में जगह नहीं दिए जाने पर एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. नासिक में भुजबल समर्थकों ने एनसीपी ऑफिस के बाहर टायर जलाया. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhagan Bhujbal News:</strong> महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल में जगह नहीं दिए जाने पर एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. नासिक में भुजबल समर्थकों ने एनसीपी ऑफिस के बाहर टायर जलाया. </p> महाराष्ट्र 70th BPSC Examination: BPSC परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों के हंगामे के बाद आयोग के तेवर सख्त, जांच रिपोर्ट आने के बाद लिया ये बड़ा फैसला
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Gujarat Exit Poll Result 2024: गुजरात में क्या BJP को लगेगा झटका? एबीपी एग्जिट पोल में आया हैरान करने वाला आंकड़ा
Gujarat Exit Poll Result 2024: गुजरात में क्या BJP को लगेगा झटका? एबीपी एग्जिट पोल में आया हैरान करने वाला आंकड़ा <p style=”text-align: justify;”><strong>Gujarat Exit Poll Result 2024 ABP Cvoter: </strong>देश में लोकसभा के सभी चरणों के चुनाव संपन्न हो गए हैं. चुनाव संपन्न होने के बाद एग्जिट पोल (Exit Poll) के सर्वे आने शुरू हो गए हैं. एबीपी के लिए सी-वोटर ने सर्वे किया है जिसमें गुजरात की 25 सीटों में जनता का क्या रुख है, यह हम आपके लिए लेकर आए हैं. गुजरात बीजेपी का गढ़ है और पिछले चुनाव में बीजेपी ने यहां की सभी सीटें जीत ली थी और कांग्रेस खाता नहीं खोल पाई थी. इस बार कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है. आइए जानते हैं कि बीजेपी ने अपनी जीत को फिर दोहराया है या फिर यहां इंडिया गठबंधन को सीट हासिल हुई है?</p>
<p style=”text-align: justify;”>गुजरात <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के एग्जिट पोल हैरान करने वाले रहे हैं. सर्वे के मुताबिक सत्तारूढ़ बीजेपी को 25 से 26 और इंडिया गठबंधन को 0 से 1 सीट मिलती दिख रही है. गुजरात में यूं तो 26 सीटें हैं, लेकिन सूरत में विपक्षी कांग्रेस के प्रत्याशी के चुनाव से हट जाने पर बीजेपी के मुकेश भाई चंद्रकांत निर्विरोध चुनाव जीत गए हैं. यह एग्जिट पोल केवल 25 सीटों के लिए है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गुजरात में वोट शेयरिंग</strong><br />लोकसभा सीटों के संख्या बल के कारण गुजरात केंद्र में किसी भी पार्टी की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाता है. 2019 के चुनाव में यहां 64.51 फीसदी वोट पड़े थे. बीजेपी को सबसे अधिक 62.21 प्रतिशत वोट मिले थे जब कांग्रेस इससे लगभग आधे वोट मिले थे, कांग्रेस को 32.11 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट दिया था. पोल के मुताबिक इंडिया गठबंधन को 34.9 वोट मिले हैं जबकि बीजेपी को 62 प्रतिशत मतदाताओं का साथ मिलता दिख रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गुजरात की लोकसभा सीट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कच्छ, बनासकांठा, पाटण, महेसाणा, साबरकांठा, गांधीनगर, अहमदबादा पूर्व, अहमदाबाद पश्चिम, सुरेंद्रनगर, राजकोट, पोरबंदर, जामनगर, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, आणंद, खेड़ा, पंचमहल, दाहोद, वडोदरा, छोटा उदयपुर, भरूच, बारडोली, नवसारी, वलसाड सीट पर चुनाव कराए गए जबकि सूरत में बीजेपी नेता के निर्विरोध जीतने पर मतदान नहीं हुआ. इन सभी सीटों में केंद्रीय गृह मंत्री <a title=”अमित शाह” href=”https://www.abplive.com/topic/amit-shah” data-type=”interlinkingkeywords”>अमित शाह</a> की गांधीनगर और केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया की पोरबंदर की सीट हॉट सीट है तो वहीं बीजेपी के पुरुषोत्तम रूपाला और कांग्रेस के चैतर वसावा की सीट के नतीजों पर भी सबकी निगाहें हैं.</p>
जीतन सहनी हत्याकांड: लाल बक्से में बंद है खूनी खेल का ‘राज’? जानिए DIG बाबू राम ने क्या कहा
जीतन सहनी हत्याकांड: लाल बक्से में बंद है खूनी खेल का ‘राज’? जानिए DIG बाबू राम ने क्या कहा <p style=”text-align: justify;”><strong>Mukesh Sahani Father Murder:</strong> वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है. दरभंगा एसएसपी जगुनाथ रेड्डी के मुताबिक जीतन सहनी के हाथ और पेट में गहरे जख्म के निशान हैं. इसके अलावा कुछ अन्य चीजें भी घटनास्थल से बरामद हुई हैं. ऐसे में जांच की जा रही है कि इसमें कहीं हत्या के राज तो नहीं छुपे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तालाब से लाल बक्सा… टेबल पर तीन ग्लास</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीआईजी दरभंगा बाबू राम ने बताया है कि एफएसएल की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है. जांच में अहम साक्ष्य मिले हैं. उन्होंने बताया कि जीतन सहनी के घर के पीछे तालाब में एक लाल रंग का बक्सा फेंका हुआ मिला है. इसमें कुछ कागजात हैं. इसकी जांच की जा रही है. इसके अलावा जहां पर शव पड़ा था उस कमरे के अंदर टेबल पर तीन खाली ग्लास भी मिले हैं. इससे कई सुराग मिल सकते हैं. ऐसा लगता है कि बक्से में रखे कागजात को लेकर ही हत्या को अंजाम दिया गया है, क्योंकि सहनी के पिता सूद पर पैसे देने का काम करते थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पहले मछली का कारोबार करते थे जीतन सहनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के मुताबिक जीतन सहनी पहले मछली का कारोबार करते थे. हालांकि अब वो ये काम छोड़ चुके थे. मुकेश सहनी के पिता अपने मकान में अकेले ही रहते थे. मकान भी ऐसा है कि कोई कहीं से भी घुस सकता है. हालांकि बेटे मुकेश सहनी का आलिशान मकान ठीक पिता के मकान के सामने है, लेकिन वो अपने पुराने मकान में ही रहना पसंद करते थे. जिस समय ये हत्या हुई घर पर उनके साथ कोई मौजूद नहीं था. अकेलेपन का फायदा उठाकर बदमाशों ने घटना को आसानी से अंजाम दे दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डीआईजी बाबू राम ने कहा- हम हत्या के सुराग के बिल्कुल पास</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर इस घटना के बाद मुकेश सहनी को गहरा सदमा लगा है. सहनी ने कहा है कि वह इस घटना से स्तब्ध हैं. उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है. हालांकि उन्होंने सीएम नीतीश से घटना की उचित जांच की अपील की है. दरभंगा डीआईजी बाबू राम का दावा है कि हम हत्या के सुराग के बिल्कुल पास हैं. जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा. शव को देखने से ऐसा प्रतित होता है कि रंजिश कोई गहरी थी. इसी वजह से इस तरीके से निर्मम हत्या की गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/vip-mukesh-sahani-was-going-to-be-murdered-congress-leader-prem-chandra-mishra-big-statement-2738596″>Mukesh Sahani Father Killed: ‘मुकेश सहनी की तो नहीं होने वाली थी हत्या?’, कांग्रेस नेता का बड़ा बयान</a></strong></p>
Farmers Protest: ‘अगर किसान रास्ता रोकेंगे तो…’, शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश पर गुरनाम सिंह चढूनी का बड़ा बयान
Farmers Protest: ‘अगर किसान रास्ता रोकेंगे तो…’, शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश पर गुरनाम सिंह चढूनी का बड़ा बयान <p style=”text-align: justify;”><strong>Farmers Protest Latest News:</strong> पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने एक हफ्ते के भीतर शंभू बॉर्डर खोलने को लेकर हरियाणा सरकार को आदेश दिया है. इसको लेकर सियासत गरमा गई है. किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि सरकार को आदेश मानना चाहिए और अब मानना पड़ेगा. मैने पहले भी राय दी थी कि आंदोलनकारियों से बात करो. रास्ता इलाके की जरूरत भी है, अब बॉर्डर को खोलना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘किसान रास्ता रोकेंगे तो वो दोषी होंगे’</strong><br />गुरनाम सिंह चढूनी ने आगे कहा कि हरियाणा सरकार ने दीवार खड़ी की है. सरकार अब दीवार हटाएगी और उसके बाद किसान रास्ता रोकेंगे तो वो दोषी होंगे. किसान दोषी तब होंगे, जब वो कानून तोड़ेंगे, अभी तो सरकार ने कानून तोड़ा है. कोर्ट ने आदेश दिया है कि सड़क खाली करवाओ. अगर सरकार की तरफ से दीवार हटाने के बाद किसान बाधा बनते हैं तो किसानों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>किसान नेता ने कहा कि अगर हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी किसान बैठे रहेंगे, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. आम पब्लिक को इससे काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा कि जो आंदोलनकारी हैं, वो हमारा साथ नहीं लेना चाहते. वो चाहते हैं कि हम राजनीति न करें, चुनाव न लड़ें, इसलिए वो हमारा समर्थन नहीं लेना चाहते. हमने साफ कह दिया है कि हम राजनीति करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘मुझे नहीं लगता वो दिल्ली जा पाएंगे’</strong><br />आंदोलनकारियों के दिल्ली जाने वाले सवाल पर चढूनी ने कहा कि वो तब की बात है, जब वो आएंगे, मुझे नहीं लगता वो दिल्ली जा पाएंगे. सरकार के पास रोकने के और भी तरीके होंगे. चुनाव पर बोलते हुए चढूनी ने कहा कि संयुक्त संघर्ष पार्टी से हम चुनाव लड़ेंगे और पार्टी को आगे बढ़ाएंगे, मौजूदा राजनीति गंदी हो चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जब उनसे पूछा गया कि क्या आप अभय चौटाला के साथ जाएंगे तो उन्होंने कहा कि इस पर बात नहीं हुई है. मैं चुनाव लडूंगा और पेहवा से चुनाव लडूंगा, वहां पर दौरे शुरू कर दिए हैं, दफ्तर के लिए जगह देख रहे हैं. <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने वादा किया था कि वो कुरुक्षेत्र की सीट किसान यूनियन को देंगे पर बाद में वो मुकर गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”Amritpal Singh: अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह का छलका दर्द, कहा- ‘सरकार ने मेरे बेटे के…’” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/amritpal-singh-father-tarsem-singh-expressed-pain-raised-demand-for-release-from-jail-to-government-2734708″ target=”_blank” rel=”noopener”>Amritpal Singh: अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह का छलका दर्द, कहा- ‘सरकार ने मेरे बेटे के…’</a></strong></p>