मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के घर के गेट पर यूपी कांग्रेस के महासचिव अनिल यादव ने काले पेंट से चोर-बेईमान लिख दिया। नेम प्लेट पर भी कालिख पोत दी। सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें रोका तो झड़प हो गई। जाते-जाते अनिल यादव धमकी देकर गए। उन्होंने कहा, ‘दिनेश प्रताप ने प्रियंका गांधी पर जो अभद्र टिप्पणी की है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी नेता के खिलाफ कोई कुछ भी बोल देगा, स्वीकार नहीं करेंगे। अगर दिनेश प्रताप मिल जाते तो उनके चेहरे पर भी कालिख पोत देता।’ 2 फोटो देखिए… प्रियंका गांधी से माफी मांगें, वरना यूपी में रह नहीं पाएंगे
योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह का सरकारी आवास गौतमपल्ली थाना क्षेत्र में है। बुधवार दोपहर कांग्रेस नेता अनिल यादव मंत्री के आवास पर पहुंचे। उनके साथ ठाकुर नितांत सिंह, विजय पांडेय, सुरेंद्र कुशवाहा भी थे। अनिल ने जेब से स्प्रे करने वाला काले रंग का पेंट निकाला और गेट पर चोर-बेईमान लिख दिया। अनिल ने अपने साथियों के साथ दिनेश प्रताप सिंह के खिलाफ नारेबाजी की। अनिल ने कहा कि हमारी नेता के खिलाफ गली का कोई टुच्चा आदमी कुछ भी बोल देगा, हम स्वीकार नहीं करेंगे। प्रियंका गांधी के खिलाफ बोलकर क्या दिनेश सिंह उत्तर प्रदेश में रह पाएंगे? कांग्रेसी नेता ने कहा कि प्रियंका गांधी के कारण आज हम राजनीति में हैं। हमारी नेता प्रियंका गांधी ने सम्मान की लड़ाई लड़ी। प्रदेश के दलितों और पिछड़ों के सम्मान की लड़ाई लड़ी। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में संघर्ष करके किसानों और आम आदमी की लड़ाई लड़ी। अनिल यादव ने कहा- दिनेश प्रताप सिंह चोर हैं। अगर उनमें हिम्मत होगी तो सड़क पर उतरकर जवाब देंगे। महिलाओं के खिलाफ ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम लगातार इनका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि दिनेश प्रताप सिंह को मंत्रिमंडल से बाहर किया जाए। प्रियंका गांधी करोड़ों लोगों की प्रेरणा स्रोत हैं। इस बयान से सभी लोगों में गुस्सा है। हमारी मांग है कि दिनेश प्रताप सिंह चौराहे पर आकर प्रियंका गांधी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। इस घटना के बाद दिनेश सिंह ने X पर दो पोस्ट किए। पहले पोस्ट में लिखा- राजनैतिक व्यक्ति अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत अपने घर से करता है। जबकि गांधी परिवार का कोई भी व्यक्ति अपनी राजनीति अपने घर से नहीं कर पाया। हम सब जानते हैं कि ये नकली गांधी परिवार के लोग दिल्ली में अपनी पीढ़ियां बिता चुके हैं। लेकिन किसी ने अपनी मुहब्बत की दुकान दिल्ली में नहीं खोली, इसलिए कि वह दुकान दिल्ली में नहीं चल सकती। देश जानता है कि यह पलायन वादी लोग हैं। इटली छोड़ा भारत आए, रायबरेली छोड़ा राजस्थान गए और एक बार फिर रायबरेली, अमेठी छोड़कर वायनाड गईं। परजीवी लोग हैं, जहां किसी और के सहारे से काम बना तो बना लिया, नहीं तो भाग निकले। सोनिया गांधी, राहुल गांधी के चुनाव के स्कोर से दूसरे दलों का वोट निकाल दिया जाए तो आज भी हारे हुए हैं। सब कोई जानता है कि वायनाड भागने का कारण क्या है..। दूसरे पोस्ट में वीडियो शेयर किया- अब जानिए विवाद किस बात पर है?
केरल की वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को टिकट दिया है। यह प्रियंका गांधी का पहला लोकसभा चुनाव होगा। प्रियंका को टिकट मिलने के बाद मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने X पर लिखा- अंतत: लड़की लड़ नहीं पाई और भाग ही गई, वहां जहां लड़ना न पड़े। बूढ़ी जो हो गई है। खबर आगे पढ़ें, उससे पहले भास्कर पोल में हिस्सा ले सकते हैं… दिनेश ने प्रियंका गांधी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका तंज सीधे तौर पर उन्हीं पर ही था। क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी यूपी प्रभारी थीं। उन्होंने लड़की हूं लड़ सकती हूं…नारा दिया था। चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर की दोपहर 13 राज्यों की 47 विधानसभा और लोकसभा की 2 सीटों पर उप चुनाव की घोषणा की थी। इनमें केरल की वायनाड और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट शामिल हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी ने वायनाड और यूपी की रायबरेली लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। उन्होंने गांधी परिवार की पारंपरिक रायबरेली सीट को चुना था और वायनाड छोड़ी थी। सोनिया गांधी और राहुल के खिलाफ लड़ा था चुनाव
उद्यान विभाग के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह कुशीनगर के प्रभारी मंत्री हैं। दिनेश कांग्रेस से 2010 में पहली बार और 2016 में दूसरी बार विधान परिषद सदस्य बने थे। 2018 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें रायबरेली से सोनिया गांधी के खिलाफ मैदान में उतारा था। दिनेश ने पूरी ताकत से चुनाव लड़ा था। उनकी उम्मीदवारी की वजह से सोनिया गांधी के वोटों का ग्राफ काफी नीचे आ गया था। 2022 में वह भाजपा के टिकट पर रिकॉर्ड मतों से जीतकर तीसरी बार एमएलसी बने। दिनेश प्रताप सिंह का परिवार रायबरेली में पंचवटी नाम के आवास में रहता है। पिछले करीब एक दशक से उनका परिवार रायबरेली की राजनीति के केंद्र में है। 2024 लोकसभा चुनाव में दिनेश ने रायबरेली से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। इसमें वह 3 लाख 90 हजार वोटों से हार गए थे। इसके बाद उनका गुस्सा फूटा था। उन्होंने कहा था- अब जनता दर्शन कार्यक्रम को रोक कर अपने परिवार की जिम्मेदारियां पूरी करूंगा। मेरी तरह राहुल गांधी भी हर शनिवार और रविवार को जनता दर्शन करें। रायबरेली की जनता के सुख-सुख और शादी-ब्याह में शामिल हों। यह भी पढ़ें:- अयोध्या के मिल्कीपुर में बीजेपी के बाबा गोरखनाथ पहली पसंद:उपचुनाव की 10 सीटों पर भाजपा से जनता किसे चाहती है प्रत्याशी, भास्कर सर्वे के नतीजे… उत्तर प्रदेश में अगले महीने 10 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा होने वाली है। पार्टियां अपने प्रत्याशी घोषित करें, इससे पहले दैनिक भास्कर ने सर्वे में लोगों से उनकी पसंद पूछी। 10 सीटों पर BJP से किसे कितना पसंद किया, इसके नतीजे आज बताए जा रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर… मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के घर के गेट पर यूपी कांग्रेस के महासचिव अनिल यादव ने काले पेंट से चोर-बेईमान लिख दिया। नेम प्लेट पर भी कालिख पोत दी। सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें रोका तो झड़प हो गई। जाते-जाते अनिल यादव धमकी देकर गए। उन्होंने कहा, ‘दिनेश प्रताप ने प्रियंका गांधी पर जो अभद्र टिप्पणी की है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी नेता के खिलाफ कोई कुछ भी बोल देगा, स्वीकार नहीं करेंगे। अगर दिनेश प्रताप मिल जाते तो उनके चेहरे पर भी कालिख पोत देता।’ 2 फोटो देखिए… प्रियंका गांधी से माफी मांगें, वरना यूपी में रह नहीं पाएंगे
योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह का सरकारी आवास गौतमपल्ली थाना क्षेत्र में है। बुधवार दोपहर कांग्रेस नेता अनिल यादव मंत्री के आवास पर पहुंचे। उनके साथ ठाकुर नितांत सिंह, विजय पांडेय, सुरेंद्र कुशवाहा भी थे। अनिल ने जेब से स्प्रे करने वाला काले रंग का पेंट निकाला और गेट पर चोर-बेईमान लिख दिया। अनिल ने अपने साथियों के साथ दिनेश प्रताप सिंह के खिलाफ नारेबाजी की। अनिल ने कहा कि हमारी नेता के खिलाफ गली का कोई टुच्चा आदमी कुछ भी बोल देगा, हम स्वीकार नहीं करेंगे। प्रियंका गांधी के खिलाफ बोलकर क्या दिनेश सिंह उत्तर प्रदेश में रह पाएंगे? कांग्रेसी नेता ने कहा कि प्रियंका गांधी के कारण आज हम राजनीति में हैं। हमारी नेता प्रियंका गांधी ने सम्मान की लड़ाई लड़ी। प्रदेश के दलितों और पिछड़ों के सम्मान की लड़ाई लड़ी। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में संघर्ष करके किसानों और आम आदमी की लड़ाई लड़ी। अनिल यादव ने कहा- दिनेश प्रताप सिंह चोर हैं। अगर उनमें हिम्मत होगी तो सड़क पर उतरकर जवाब देंगे। महिलाओं के खिलाफ ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम लगातार इनका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि दिनेश प्रताप सिंह को मंत्रिमंडल से बाहर किया जाए। प्रियंका गांधी करोड़ों लोगों की प्रेरणा स्रोत हैं। इस बयान से सभी लोगों में गुस्सा है। हमारी मांग है कि दिनेश प्रताप सिंह चौराहे पर आकर प्रियंका गांधी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। इस घटना के बाद दिनेश सिंह ने X पर दो पोस्ट किए। पहले पोस्ट में लिखा- राजनैतिक व्यक्ति अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत अपने घर से करता है। जबकि गांधी परिवार का कोई भी व्यक्ति अपनी राजनीति अपने घर से नहीं कर पाया। हम सब जानते हैं कि ये नकली गांधी परिवार के लोग दिल्ली में अपनी पीढ़ियां बिता चुके हैं। लेकिन किसी ने अपनी मुहब्बत की दुकान दिल्ली में नहीं खोली, इसलिए कि वह दुकान दिल्ली में नहीं चल सकती। देश जानता है कि यह पलायन वादी लोग हैं। इटली छोड़ा भारत आए, रायबरेली छोड़ा राजस्थान गए और एक बार फिर रायबरेली, अमेठी छोड़कर वायनाड गईं। परजीवी लोग हैं, जहां किसी और के सहारे से काम बना तो बना लिया, नहीं तो भाग निकले। सोनिया गांधी, राहुल गांधी के चुनाव के स्कोर से दूसरे दलों का वोट निकाल दिया जाए तो आज भी हारे हुए हैं। सब कोई जानता है कि वायनाड भागने का कारण क्या है..। दूसरे पोस्ट में वीडियो शेयर किया- अब जानिए विवाद किस बात पर है?
केरल की वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को टिकट दिया है। यह प्रियंका गांधी का पहला लोकसभा चुनाव होगा। प्रियंका को टिकट मिलने के बाद मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने X पर लिखा- अंतत: लड़की लड़ नहीं पाई और भाग ही गई, वहां जहां लड़ना न पड़े। बूढ़ी जो हो गई है। खबर आगे पढ़ें, उससे पहले भास्कर पोल में हिस्सा ले सकते हैं… दिनेश ने प्रियंका गांधी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका तंज सीधे तौर पर उन्हीं पर ही था। क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी यूपी प्रभारी थीं। उन्होंने लड़की हूं लड़ सकती हूं…नारा दिया था। चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर की दोपहर 13 राज्यों की 47 विधानसभा और लोकसभा की 2 सीटों पर उप चुनाव की घोषणा की थी। इनमें केरल की वायनाड और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट शामिल हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी ने वायनाड और यूपी की रायबरेली लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। उन्होंने गांधी परिवार की पारंपरिक रायबरेली सीट को चुना था और वायनाड छोड़ी थी। सोनिया गांधी और राहुल के खिलाफ लड़ा था चुनाव
उद्यान विभाग के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह कुशीनगर के प्रभारी मंत्री हैं। दिनेश कांग्रेस से 2010 में पहली बार और 2016 में दूसरी बार विधान परिषद सदस्य बने थे। 2018 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें रायबरेली से सोनिया गांधी के खिलाफ मैदान में उतारा था। दिनेश ने पूरी ताकत से चुनाव लड़ा था। उनकी उम्मीदवारी की वजह से सोनिया गांधी के वोटों का ग्राफ काफी नीचे आ गया था। 2022 में वह भाजपा के टिकट पर रिकॉर्ड मतों से जीतकर तीसरी बार एमएलसी बने। दिनेश प्रताप सिंह का परिवार रायबरेली में पंचवटी नाम के आवास में रहता है। पिछले करीब एक दशक से उनका परिवार रायबरेली की राजनीति के केंद्र में है। 2024 लोकसभा चुनाव में दिनेश ने रायबरेली से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। इसमें वह 3 लाख 90 हजार वोटों से हार गए थे। इसके बाद उनका गुस्सा फूटा था। उन्होंने कहा था- अब जनता दर्शन कार्यक्रम को रोक कर अपने परिवार की जिम्मेदारियां पूरी करूंगा। मेरी तरह राहुल गांधी भी हर शनिवार और रविवार को जनता दर्शन करें। रायबरेली की जनता के सुख-सुख और शादी-ब्याह में शामिल हों। यह भी पढ़ें:- अयोध्या के मिल्कीपुर में बीजेपी के बाबा गोरखनाथ पहली पसंद:उपचुनाव की 10 सीटों पर भाजपा से जनता किसे चाहती है प्रत्याशी, भास्कर सर्वे के नतीजे… उत्तर प्रदेश में अगले महीने 10 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा होने वाली है। पार्टियां अपने प्रत्याशी घोषित करें, इससे पहले दैनिक भास्कर ने सर्वे में लोगों से उनकी पसंद पूछी। 10 सीटों पर BJP से किसे कितना पसंद किया, इसके नतीजे आज बताए जा रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर