मथुरा में पत्नी-बेटी के साथ रस्सी लेकर पहुंचा अफसर:अपने खिलाफ धरना दे रहे भाकियू कार्यकर्ताओं से कहा- हम सबको फांसी दे दो

मथुरा में पत्नी-बेटी के साथ रस्सी लेकर पहुंचा अफसर:अपने खिलाफ धरना दे रहे भाकियू कार्यकर्ताओं से कहा- हम सबको फांसी दे दो

‘3 घंटे में मुझे 46 बार वॉट्सऐप कॉल करके जान से मारने की धमकी दी गई। मैं मरने के लिए तैयार हूं। मुझे कहीं भी भेज दो। मैं पत्नी और दो बच्चे के साथ फंदा लेकर आया हूं। आप लोग (भाकियू पदाधिकारी ) हमें गले में फंदा डालकर मार दीजिए।’ यह बात मथुरा के प्रधान डाकघर के प्रवर डाक अधीक्षक विजेंद्र सिंह ने कही। गुरुवार को उन्होंने भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के पदाधिकारियों और किसानों से कहा- मैं इतना बुजदिल नहीं हूं, मैं खुद नहीं मरूंगा। आपकी रस्सी से मर जाऊंगा। ये रस्सी लीजिए और मुझे मार दीजिए। दरअसल, डाक विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधान डाकघर में भाकियू पदाधिकारी तीन दिन से धरना दे रहे थे। गुरुवार दोपहर धरनास्थल पर प्रवर डाक अधीक्षक विजेंद्र सिंह पत्नी, बेटे और बेटी के साथ हाथ में सुतली से बना फंदा लेकर पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा- मुझे परिवार समेत फांसी दे दो। इसके बाद भाकियू ने धरना समाप्त कर दिया। 46 बार कॉल कर धमकी दी गई प्रवर डाक अधीक्षक विजेंद्र सिंह ने कहा- डाक कार्यालय जुगसना में तैनात प्रमोद कुमार धरने को फंडिंग कर रहा। अभी कुछ दिन पहले ही प्रमोद का यहां से ट्रांसफर किया गया। इससे खफा होकर उसने यह षड्यंत्र रच। उसके इशारे पर धरना दिया जा रहा। मुझे टॉर्चर किया जा रहा। प्रमोद कुमार ने दो दिन पहले मेरे घर आकर धमकी दी थी, जिसकी शिकायत मैंने पुलिस से की थी। प्रमोद ने बुधवार रात 11:30 बजे तक वॉट्सऐप पर 46 बार कॉल किया। धमकियां दीं, फिर मैंने पुलिस को जानकारी दी। मैं मरने के लिए तैयार हूं। मुझे कहीं भी भेज दो विजेंद्र सिंह ने कहा- मैं डाकघर में ही तीसरी मंजिल पर रहता हूं। यूनियन के पदाधिकारी मुझे नीचे बुलाने के लिए टॉर्चर कर रहे थे। कहा जा रहा था कि नीचे आना पड़ेगा और नाक रगड़नी पड़ेगी। अब मैं आ गया हूं। नाक रगड़वा लो, कहां रगड़नी है। मुझसे पहले भी यहां से तीन एससी ऑफिसरों को डरा धमका कर भगा दिया गया। जितेंद्र सिंह को जम्मू भेजा गया, भूमिराज सिंह को भगा दिया गया। तीसरे अधिकारी वह हैं, अब उनका नंबर है। मैं मरने के लिए तैयार हूं। मुझे कहीं भी भेज दो। मैं अपनी पत्नी दो बच्चे के साथ फंदा लेकर आया हूं। आप लोग हमें फंदा गले में डालकर मार दीजिए। भाकियू पदाधिकारियों ने कहा- एक माह बाद फिर से धरना देंगे प्रवर डाक अधीक्षक ने फंदा किसानों को पकड़ा दिया। थाना सदर पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया। किसानों ने समस्याओं के समाधान के लिए एक माह का समय देते हुए धरना समाप्त कर दिया। भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान, जिलाध्यक्ष संजय पाराशर ने कहा- उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो एक माह बाद डाक विभाग के आगरा स्थित कार्यालय पर धरना दिया जाएगा। ………………. ये खबर भी पढ़िए- नगीना सांसद पर आरोप लगाने वाली रोहिणी कौन?:चंद्रशेखर से मिले दर्द के बीच पूरी की पीएचडी, सुसाइड तक की नौबत थी पीएचडी की थीसिस लिखने के दौरान मैं काफी डिप्रेशन में थी। 2023 में तो सुसाइड करने तक की नौबत आ गई थी। लेकिन, माता-पिता के संघर्ष और भाई-बहनों के प्यार ने हौसला दिया। करियर महत्वपूर्ण था, प्यार में धोखा खाने के बाद करियर बनाने पर ध्यान दिया, तो आज यहां तक पहुंची हूं। यह कहना है, नगीना से आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद पर आरोप लगाने वाली रोहिणी घावरी का। पढ़ें पूरी खबर ‘3 घंटे में मुझे 46 बार वॉट्सऐप कॉल करके जान से मारने की धमकी दी गई। मैं मरने के लिए तैयार हूं। मुझे कहीं भी भेज दो। मैं पत्नी और दो बच्चे के साथ फंदा लेकर आया हूं। आप लोग (भाकियू पदाधिकारी ) हमें गले में फंदा डालकर मार दीजिए।’ यह बात मथुरा के प्रधान डाकघर के प्रवर डाक अधीक्षक विजेंद्र सिंह ने कही। गुरुवार को उन्होंने भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के पदाधिकारियों और किसानों से कहा- मैं इतना बुजदिल नहीं हूं, मैं खुद नहीं मरूंगा। आपकी रस्सी से मर जाऊंगा। ये रस्सी लीजिए और मुझे मार दीजिए। दरअसल, डाक विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधान डाकघर में भाकियू पदाधिकारी तीन दिन से धरना दे रहे थे। गुरुवार दोपहर धरनास्थल पर प्रवर डाक अधीक्षक विजेंद्र सिंह पत्नी, बेटे और बेटी के साथ हाथ में सुतली से बना फंदा लेकर पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा- मुझे परिवार समेत फांसी दे दो। इसके बाद भाकियू ने धरना समाप्त कर दिया। 46 बार कॉल कर धमकी दी गई प्रवर डाक अधीक्षक विजेंद्र सिंह ने कहा- डाक कार्यालय जुगसना में तैनात प्रमोद कुमार धरने को फंडिंग कर रहा। अभी कुछ दिन पहले ही प्रमोद का यहां से ट्रांसफर किया गया। इससे खफा होकर उसने यह षड्यंत्र रच। उसके इशारे पर धरना दिया जा रहा। मुझे टॉर्चर किया जा रहा। प्रमोद कुमार ने दो दिन पहले मेरे घर आकर धमकी दी थी, जिसकी शिकायत मैंने पुलिस से की थी। प्रमोद ने बुधवार रात 11:30 बजे तक वॉट्सऐप पर 46 बार कॉल किया। धमकियां दीं, फिर मैंने पुलिस को जानकारी दी। मैं मरने के लिए तैयार हूं। मुझे कहीं भी भेज दो विजेंद्र सिंह ने कहा- मैं डाकघर में ही तीसरी मंजिल पर रहता हूं। यूनियन के पदाधिकारी मुझे नीचे बुलाने के लिए टॉर्चर कर रहे थे। कहा जा रहा था कि नीचे आना पड़ेगा और नाक रगड़नी पड़ेगी। अब मैं आ गया हूं। नाक रगड़वा लो, कहां रगड़नी है। मुझसे पहले भी यहां से तीन एससी ऑफिसरों को डरा धमका कर भगा दिया गया। जितेंद्र सिंह को जम्मू भेजा गया, भूमिराज सिंह को भगा दिया गया। तीसरे अधिकारी वह हैं, अब उनका नंबर है। मैं मरने के लिए तैयार हूं। मुझे कहीं भी भेज दो। मैं अपनी पत्नी दो बच्चे के साथ फंदा लेकर आया हूं। आप लोग हमें फंदा गले में डालकर मार दीजिए। भाकियू पदाधिकारियों ने कहा- एक माह बाद फिर से धरना देंगे प्रवर डाक अधीक्षक ने फंदा किसानों को पकड़ा दिया। थाना सदर पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया। किसानों ने समस्याओं के समाधान के लिए एक माह का समय देते हुए धरना समाप्त कर दिया। भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान, जिलाध्यक्ष संजय पाराशर ने कहा- उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो एक माह बाद डाक विभाग के आगरा स्थित कार्यालय पर धरना दिया जाएगा। ………………. ये खबर भी पढ़िए- नगीना सांसद पर आरोप लगाने वाली रोहिणी कौन?:चंद्रशेखर से मिले दर्द के बीच पूरी की पीएचडी, सुसाइड तक की नौबत थी पीएचडी की थीसिस लिखने के दौरान मैं काफी डिप्रेशन में थी। 2023 में तो सुसाइड करने तक की नौबत आ गई थी। लेकिन, माता-पिता के संघर्ष और भाई-बहनों के प्यार ने हौसला दिया। करियर महत्वपूर्ण था, प्यार में धोखा खाने के बाद करियर बनाने पर ध्यान दिया, तो आज यहां तक पहुंची हूं। यह कहना है, नगीना से आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद पर आरोप लगाने वाली रोहिणी घावरी का। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर