मथुरा में संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत और सीएम योगी की ढाई घंटे तक बंद कमरे में चर्चा हुई। लोकसभा चुनाव के बाद यह पहला मौका है, जब मोहन भागवत और CM योगी ने एक साथ मंथन किया। यूपी में 9 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के बीच यह मुलाकात काफी मायने रखती है। सूत्रों के मुताबिक, उपचुनाव के साथ 2027 के विधानसभा चुनाव के भी सियासी समीकरणों को लेकर भी चर्चा हुई। भागवत ने हिंदुत्व के एजेंडे के साथ डेवलपमेंट को भी मुख्य मुद्दा बनाने की सलाह दी है। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे के बाद कहा गया था कि संघ BJP के शीर्ष नेतृत्व से नाराज है। ऐसे में यह बैठक बहुत अहम है। पहले सीएम योगी की 3 तस्वीरें उपचुनाव के पहले महत्वपूर्ण है मुलाकात
यह मुलाकात ऐसे वक्त में हुई, जब बीते लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। राज्य में सपा और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन ने 80 में से 43 सीटों पर गठबंधन ने जीत दर्ज की। वहीं, बीते एक दशक में यूपी में यह भाजपा की सबसे बड़ी हार है। इस हार के बाद अब उपचुनाव हो रहे हैं। इसमें भाजपा का एक बार फिर से मुकाबला उसी इंडी गठबंधन से है। सपा ने 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। वहीं, भाजपा ने अभी प्रत्याशियों के नाम घोषित नहीं किए हैं। पार्टी चुनाव जीतने के लिए मजबूत रणनीति बना रही है। ऐसा माना जा रहा है कि आरएसएस भाजपा के लिए ग्राउंड जीरो पर प्रचार में जुटेगा और मतदाताओं के पास जाएगा। इस दौरान डोर-टू-डोर अभियान और कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। बोर्ड बैठक में CM ने 123 करोड़ की योजनाओं पर मुहर लगाई
CM योगी आदित्यनाथ मंगलवार शाम 4 बजे मथुरा पहुंचे। उन्होंने उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद कार्यालय में 16वीं बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने जिले में विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। साथ ही 123 करोड़ के प्रस्तावों पर मुहर लगाई। इसमें राया इंटरचेंज पर भगवान श्रीकृष्ण की विशाल प्रतिमा सहित अन्य विकास परियोजनाएं शामिल हैं। बैठक में कई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। CM ने यहां करीब 1 घंटे परिषद का अध्यक्ष होने के नाते बोर्ड की बैठक ली। अब 2 बड़ी शख्सियत एक साथ बंद कमरे में मौजूद
बैठक के बाद CM योगी परखम स्थित दीनदयाल गो विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र गऊ पहुंचे। जहां मोहन भागवत प्रवास ठहरे हैं। योगी और भागवत ने बंद कमरे में मुलाकात की। इस दौरान कमरे के बाहर संगठन और RSS की अलग-अलग विंग के पदाधिकारी मौजूद रहे। मोहन भागवत 28 अक्टूबर तक मथुरा में करेंगे। संघ प्रमुख 25 और 26 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की होने वाली अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक भी यहां लेंगे। यहां संघ की कार्ययोजना के साथ ही विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर मंथन होगा। सरसंघचालक की सुरक्षा में 70 दरोगा, 12 इंस्पेक्टर, 7 सीओ, 2 एसपी, 500 से ज्यादा कॉन्स्टेबल सहित PAC की बटालियन और RAF के जवान तैनात हैं। लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार हुई भागवत-योगी की मुलाकात
करीब 4 महीने पहले गोरखपुर में संघ प्रमुख मोहन भागवत और सीएम योगी सिर्फ 12 किमी की दूरी 26 घंटे तक मौजूद रहे। लेकिन, दोनों के बीच मुलाकात नहीं हुई थी। ऐसे में सवाल उठा था कि एक ही शहर में होकर भी भागवत और योगी की मुलाकात क्यों नहीं हुई? तब कहा गया था कि संघ भाजपा से नाराज है। ————————- यह भी पढ़ें : बाहुबली को जेल भिजवाने वाली गैंगरेप पीड़िता की पिटाई, वाराणसी में बोली- पुलिस ने हाथ मरोड़ कर मोबाइल छीना; मुकदमे की धमकी दी बाहुबली पूर्व विधायक विजय मिश्रा को जेल भिजवाने वाली गैंगरेप पीड़िता ने वाराणसी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मंगलवार को पीड़िता ने कहा, आरोपियों ने उसका घर फूंक दिया। शिकायत की तो पुलिसवाले पहुंचे। उन लोगों ने पिटाई कर दी। ADCP ने हाथ पकड़कर मरोड़ दिया। मोबाइल छीना। पिता और भाई को झूठे रेप केस में जेल भिजवाने की धमकी दी है। पढ़िए पूरी खबर… मथुरा में संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत और सीएम योगी की ढाई घंटे तक बंद कमरे में चर्चा हुई। लोकसभा चुनाव के बाद यह पहला मौका है, जब मोहन भागवत और CM योगी ने एक साथ मंथन किया। यूपी में 9 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के बीच यह मुलाकात काफी मायने रखती है। सूत्रों के मुताबिक, उपचुनाव के साथ 2027 के विधानसभा चुनाव के भी सियासी समीकरणों को लेकर भी चर्चा हुई। भागवत ने हिंदुत्व के एजेंडे के साथ डेवलपमेंट को भी मुख्य मुद्दा बनाने की सलाह दी है। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे के बाद कहा गया था कि संघ BJP के शीर्ष नेतृत्व से नाराज है। ऐसे में यह बैठक बहुत अहम है। पहले सीएम योगी की 3 तस्वीरें उपचुनाव के पहले महत्वपूर्ण है मुलाकात
यह मुलाकात ऐसे वक्त में हुई, जब बीते लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। राज्य में सपा और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन ने 80 में से 43 सीटों पर गठबंधन ने जीत दर्ज की। वहीं, बीते एक दशक में यूपी में यह भाजपा की सबसे बड़ी हार है। इस हार के बाद अब उपचुनाव हो रहे हैं। इसमें भाजपा का एक बार फिर से मुकाबला उसी इंडी गठबंधन से है। सपा ने 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। वहीं, भाजपा ने अभी प्रत्याशियों के नाम घोषित नहीं किए हैं। पार्टी चुनाव जीतने के लिए मजबूत रणनीति बना रही है। ऐसा माना जा रहा है कि आरएसएस भाजपा के लिए ग्राउंड जीरो पर प्रचार में जुटेगा और मतदाताओं के पास जाएगा। इस दौरान डोर-टू-डोर अभियान और कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। बोर्ड बैठक में CM ने 123 करोड़ की योजनाओं पर मुहर लगाई
CM योगी आदित्यनाथ मंगलवार शाम 4 बजे मथुरा पहुंचे। उन्होंने उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद कार्यालय में 16वीं बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने जिले में विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। साथ ही 123 करोड़ के प्रस्तावों पर मुहर लगाई। इसमें राया इंटरचेंज पर भगवान श्रीकृष्ण की विशाल प्रतिमा सहित अन्य विकास परियोजनाएं शामिल हैं। बैठक में कई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। CM ने यहां करीब 1 घंटे परिषद का अध्यक्ष होने के नाते बोर्ड की बैठक ली। अब 2 बड़ी शख्सियत एक साथ बंद कमरे में मौजूद
बैठक के बाद CM योगी परखम स्थित दीनदयाल गो विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र गऊ पहुंचे। जहां मोहन भागवत प्रवास ठहरे हैं। योगी और भागवत ने बंद कमरे में मुलाकात की। इस दौरान कमरे के बाहर संगठन और RSS की अलग-अलग विंग के पदाधिकारी मौजूद रहे। मोहन भागवत 28 अक्टूबर तक मथुरा में करेंगे। संघ प्रमुख 25 और 26 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की होने वाली अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक भी यहां लेंगे। यहां संघ की कार्ययोजना के साथ ही विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर मंथन होगा। सरसंघचालक की सुरक्षा में 70 दरोगा, 12 इंस्पेक्टर, 7 सीओ, 2 एसपी, 500 से ज्यादा कॉन्स्टेबल सहित PAC की बटालियन और RAF के जवान तैनात हैं। लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार हुई भागवत-योगी की मुलाकात
करीब 4 महीने पहले गोरखपुर में संघ प्रमुख मोहन भागवत और सीएम योगी सिर्फ 12 किमी की दूरी 26 घंटे तक मौजूद रहे। लेकिन, दोनों के बीच मुलाकात नहीं हुई थी। ऐसे में सवाल उठा था कि एक ही शहर में होकर भी भागवत और योगी की मुलाकात क्यों नहीं हुई? तब कहा गया था कि संघ भाजपा से नाराज है। ————————- यह भी पढ़ें : बाहुबली को जेल भिजवाने वाली गैंगरेप पीड़िता की पिटाई, वाराणसी में बोली- पुलिस ने हाथ मरोड़ कर मोबाइल छीना; मुकदमे की धमकी दी बाहुबली पूर्व विधायक विजय मिश्रा को जेल भिजवाने वाली गैंगरेप पीड़िता ने वाराणसी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मंगलवार को पीड़िता ने कहा, आरोपियों ने उसका घर फूंक दिया। शिकायत की तो पुलिसवाले पहुंचे। उन लोगों ने पिटाई कर दी। ADCP ने हाथ पकड़कर मरोड़ दिया। मोबाइल छीना। पिता और भाई को झूठे रेप केस में जेल भिजवाने की धमकी दी है। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर