मथुरा में 3 नाबालिग लड़कियों के सुसाइड में नया मोड़ आ गया है। तीनों लड़कियां बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली थी। इसमें एक लड़की माही भक्ति में डूबी थी। सत्संग सुनतीं, कहतीं थी शरीर नश्वर है। उसकी मां की मौत हो चुकी थी। रिश्तेदारों का दावा है कि वह मां की आत्मा से बात करने का दावा करती थी। 13 मई को माही अपनी दो सहेलियों गौरी और माया के साथ घर से ट्रेन से भागकर मथुरा पहुंच गई। घर में माही का एक लेटर मिला है, जिसमें लिखा है- हिमालय में बाबा ने बुलाया है कष्ट दूर हो जाएंगे। चलिए, अब आपको सिलसिलेवार तरीके से पूरा मामला बताते हैं… मुजफ्फरपुर की 3 नाबालिग लड़कियों का शव 24 मई को मथुरा में रेलवे ट्रैक पर मिला। वहां लोगों ने बताया- तीनों लड़कियां एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर ट्रैक पर खड़ी हो गईं। सामने से आ रही मालगाड़ी की चपेट आ गई। मौके पर तीनों की मौत हो गई। एक लड़की के कपड़े पर मुजफ्फरपुर के टेलर का टैग लगा था। मथुरा पुलिस जांच पड़ताल करने मुजफ्फरपुर पहुंची। बिहार पुलिस से संपर्क किया। पता चला कि मुजफ्फरपुर शहर के योगियामठ की गौरी (14), माया (13) और अखाड़ाघाट की माही एक साथ 13 मई से लापता थीं। पुलिस ने संपर्क किया तो तीनों सहेलियों की शिनाख्त हुई। मंगलवार को परिजन मथुरा पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शवों को लेकर मुजफ्फरपुर लौट गए। अब आपको बताते हैं मां की मौत के बाद कैसे भक्ति में डूब गई माही
माही 10वीं क्लास में पढ़ती थी। वह बहुत छोटी थी, जब उसकी मां ने दुनिया छोड़ दी। मां की मौत के बाद माही के जीवन में भटकाव आने लगा। रिश्तेदारों ने बताया कि भक्ति में डूबी माही के दिमाग में यह बैठ गया कि शरीर नश्वर है। वह मां की मौत के बाद भी बात करने का दावा करने लगी। कहती थी शरीर कभी मरता नहीं। अमरत्व प्राप्त करता है। यही बात माही के साथ उसकी कोचिंग में पढ़ रही योगियामठ इलाके की गौरी और माया के दिमाग में भी बैठ गई। माही के घर में मिला लेटर
माही के घर से एक लेटर भी मिला, जिसमें लिखा है, जीवन में कुछ परेशानियां चल रही हैं। बाबा ने बुलाया है। इसके बाद सब ठीक हो जाएगा। तीन महीने तक हम लोगों की खोजबीन नहीं कीजिएगा। हम आध्यात्म की खोज में जा रहे हैं। 28 मई काे तीनों छात्राओं के परिजनों के साथ मुजफ्फरपुर पुलिस ने मथुरा पहुंचकर डेड बॉडी की पहचान कराई। पहचान हाेने के बावजूद पुलिस ने डीएनए टेस्ट कराने का फैसला लिया है। तीनों एक साथ हाथ पकड़ कर मालगाड़ी के सामने आ गई। इसका प्रमाण भी मथुरा पुलिस ने मुजफ्फरपुर पुलिस काे मालगाड़ी के ड्राइवर से हुर्ई बातचीत का ऑडियो देकर किया है। मंगलवार काे मुजफ्फरपुर के एएसपी भानू प्रताप सिंह,साइबर डीएसपी सीमा देवी और इंस्पेक्टर विजय कुमार ने मामले की छानबीन की। तीनाें लड़कियों के कॉपी, किताब और माेबाइल की जांच की गई। जनवरी से तीनाें ने मांस-मछली खाना छोड़ दिया था। शरीर नश्वर है। मृत्यु अमरत्व काे प्राप्त करता है। यही सब यूट्यूब पर देखती रहती थीं। कानपुर में हुआ मोबाइल फोन स्विच ऑफ
पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे माही के पिता मनोज कुमार ने बताया कि उनकी बेटी 13 मई को घर से निकली थी सूचना वहां पुलिस को दी। जिसके बाद लोकेशन तलाशी तो फोन कानपुर में आकर स्विच ऑफ हो गया। तीनों मथुरा कैसे पहुंचीं क्यों उन्होंने आत्महत्या की कुछ समझ नहीं आ रहा। मालगाड़ी के ड्राइवर के ऑडियो क्लिप से तीनों की आत्महत्या करने का खुलासा
ऑडियो में मालगाड़ी ट्रेन के चालक कह रहा है कि तीनों लड़कियाें ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ रखा था। वे मथुरा जंक्शन की ओर से रेल ट्रैक पर आ रही थीं। ट्रेन करीब 60 किमी की रफ्तार से चल रही थी। तीनों लड़कियां बगल वाले ट्रैक पर चल रही थीं। 80-90 मीटर पहले तीनों लड़कियां अचानक मालगाड़ी वाले ट्रैक पर पहुंच गई। इस दाैरान ब्रेकलगाना मुश्किल हाे रहा था। चंद सेकेंड बाद तीनों लड़कियां ट्रेन से कट गईं। बहन से कहा था- 2-3 घंटे में आ जाएंगे
गौरी की छोटी बहन पीहू कुमारी (09) का बयान सामने आया है। 13 मई को मंदिर जाने के समय गौरी की छोटी बहन पीहू भी साथ में मंदिर गई हुई थी। उसने बताया कि हम चारों साथ में गरीब नाथ मंदिर गए। वहां से पूजा करने के बाद सीधे रेलवे स्टेशन गए। उसके बाद मेरी दीदी गौरी ने टिकट काउंटर से तीन टिकट लिया। इसके बाद वो तीनों चलती ट्रेन में बैठने के बाद मुझे बोली कि घर जाओ हम दो-तीन घंटे में आएंगे। इसके दो दिन बाद मैने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी, क्योंकि वह काफी डर गई थी। प्रेमानंद बाबा का सत्संग सुना करती थी
गौरी के चाचा अमित कुमार रजक ने बताया कि गौरी इधर कुछ महीने से पूजा-पाठ ज्यादा करने लगी। नॉनवेज भी खाना बंद कर दिया था। हम लोगों को भी खाने से मना करती थी। काफी समय से प्रेमानंद बाबा का सत्संग सुना करती थी। उसके पास कोई मोबाइल फोन नहीं था। उसकी सहेली माही घर के मोबाइल फोन पर कॉल करती थी। हम लोग उससे बात करवा दिया करते थे। बच्चियों ने 4-5 इंस्टाग्राम ID बनाया था। इस पर पूजा-पाठ और सत्संग का वीडियो देखा करती थी। फिलहाल पुलिस मोबाइल फोन, गौरी और माया की बहन से घटना की जानकारी जुटा रही है। 26 मई को मथुरा पुलिस ने मुजफ्फरपुर पुलिस को फोन किया
गौरी के चाचा ने कहा, यूपी की मथुरा पुलिस मदद करना चाहती थी। पर एफआईआर की मांग की जा रही थी। जबकि, मुजफ्फरपुर के नगर थाने में पुलिस FIR दर्ज नहीं कर रही थी। जिस वजह से वहां पुलिस हमारी मदद नहीं कर रही थी। 22 मई को नगर थाने की पुलिस ने केस दर्ज किया। 26 मई को मुजफ्फरपुर पुलिस को मथुरा पुलिस का कॉल आया। इसमें रेलवे लाइन किनारे तीन डेड बॉडी मिलने की जानकारी दी गई। पुलिस ने हमें सूचना दी। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक छानबीन में तीनों डेड बॉडी इन्हीं तीनों लड़कियों की है। परिजन के साथ वहां पहुंच कर आगे की छानबीन कर डेड बॉडी शहर लाई जाएगी। देरी से FIR करने के आरोप की होगी जांच
मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया-तीन किशोरियों के गायब हाेने के बाद FIR करने में देरी के आरोप की जांच हाेगी। जांच में दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की जाएगी। तीनों की हत्या नहीं हुई है। यह मामला सुसाइड का है। ट्रेन के चालक और गार्ड से पुलिस की बात हुई है। तीनों के शव का डीएनए टेस्ट होगा। मथुरा में 3 नाबालिग लड़कियों के सुसाइड में नया मोड़ आ गया है। तीनों लड़कियां बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली थी। इसमें एक लड़की माही भक्ति में डूबी थी। सत्संग सुनतीं, कहतीं थी शरीर नश्वर है। उसकी मां की मौत हो चुकी थी। रिश्तेदारों का दावा है कि वह मां की आत्मा से बात करने का दावा करती थी। 13 मई को माही अपनी दो सहेलियों गौरी और माया के साथ घर से ट्रेन से भागकर मथुरा पहुंच गई। घर में माही का एक लेटर मिला है, जिसमें लिखा है- हिमालय में बाबा ने बुलाया है कष्ट दूर हो जाएंगे। चलिए, अब आपको सिलसिलेवार तरीके से पूरा मामला बताते हैं… मुजफ्फरपुर की 3 नाबालिग लड़कियों का शव 24 मई को मथुरा में रेलवे ट्रैक पर मिला। वहां लोगों ने बताया- तीनों लड़कियां एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर ट्रैक पर खड़ी हो गईं। सामने से आ रही मालगाड़ी की चपेट आ गई। मौके पर तीनों की मौत हो गई। एक लड़की के कपड़े पर मुजफ्फरपुर के टेलर का टैग लगा था। मथुरा पुलिस जांच पड़ताल करने मुजफ्फरपुर पहुंची। बिहार पुलिस से संपर्क किया। पता चला कि मुजफ्फरपुर शहर के योगियामठ की गौरी (14), माया (13) और अखाड़ाघाट की माही एक साथ 13 मई से लापता थीं। पुलिस ने संपर्क किया तो तीनों सहेलियों की शिनाख्त हुई। मंगलवार को परिजन मथुरा पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शवों को लेकर मुजफ्फरपुर लौट गए। अब आपको बताते हैं मां की मौत के बाद कैसे भक्ति में डूब गई माही
माही 10वीं क्लास में पढ़ती थी। वह बहुत छोटी थी, जब उसकी मां ने दुनिया छोड़ दी। मां की मौत के बाद माही के जीवन में भटकाव आने लगा। रिश्तेदारों ने बताया कि भक्ति में डूबी माही के दिमाग में यह बैठ गया कि शरीर नश्वर है। वह मां की मौत के बाद भी बात करने का दावा करने लगी। कहती थी शरीर कभी मरता नहीं। अमरत्व प्राप्त करता है। यही बात माही के साथ उसकी कोचिंग में पढ़ रही योगियामठ इलाके की गौरी और माया के दिमाग में भी बैठ गई। माही के घर में मिला लेटर
माही के घर से एक लेटर भी मिला, जिसमें लिखा है, जीवन में कुछ परेशानियां चल रही हैं। बाबा ने बुलाया है। इसके बाद सब ठीक हो जाएगा। तीन महीने तक हम लोगों की खोजबीन नहीं कीजिएगा। हम आध्यात्म की खोज में जा रहे हैं। 28 मई काे तीनों छात्राओं के परिजनों के साथ मुजफ्फरपुर पुलिस ने मथुरा पहुंचकर डेड बॉडी की पहचान कराई। पहचान हाेने के बावजूद पुलिस ने डीएनए टेस्ट कराने का फैसला लिया है। तीनों एक साथ हाथ पकड़ कर मालगाड़ी के सामने आ गई। इसका प्रमाण भी मथुरा पुलिस ने मुजफ्फरपुर पुलिस काे मालगाड़ी के ड्राइवर से हुर्ई बातचीत का ऑडियो देकर किया है। मंगलवार काे मुजफ्फरपुर के एएसपी भानू प्रताप सिंह,साइबर डीएसपी सीमा देवी और इंस्पेक्टर विजय कुमार ने मामले की छानबीन की। तीनाें लड़कियों के कॉपी, किताब और माेबाइल की जांच की गई। जनवरी से तीनाें ने मांस-मछली खाना छोड़ दिया था। शरीर नश्वर है। मृत्यु अमरत्व काे प्राप्त करता है। यही सब यूट्यूब पर देखती रहती थीं। कानपुर में हुआ मोबाइल फोन स्विच ऑफ
पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे माही के पिता मनोज कुमार ने बताया कि उनकी बेटी 13 मई को घर से निकली थी सूचना वहां पुलिस को दी। जिसके बाद लोकेशन तलाशी तो फोन कानपुर में आकर स्विच ऑफ हो गया। तीनों मथुरा कैसे पहुंचीं क्यों उन्होंने आत्महत्या की कुछ समझ नहीं आ रहा। मालगाड़ी के ड्राइवर के ऑडियो क्लिप से तीनों की आत्महत्या करने का खुलासा
ऑडियो में मालगाड़ी ट्रेन के चालक कह रहा है कि तीनों लड़कियाें ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ रखा था। वे मथुरा जंक्शन की ओर से रेल ट्रैक पर आ रही थीं। ट्रेन करीब 60 किमी की रफ्तार से चल रही थी। तीनों लड़कियां बगल वाले ट्रैक पर चल रही थीं। 80-90 मीटर पहले तीनों लड़कियां अचानक मालगाड़ी वाले ट्रैक पर पहुंच गई। इस दाैरान ब्रेकलगाना मुश्किल हाे रहा था। चंद सेकेंड बाद तीनों लड़कियां ट्रेन से कट गईं। बहन से कहा था- 2-3 घंटे में आ जाएंगे
गौरी की छोटी बहन पीहू कुमारी (09) का बयान सामने आया है। 13 मई को मंदिर जाने के समय गौरी की छोटी बहन पीहू भी साथ में मंदिर गई हुई थी। उसने बताया कि हम चारों साथ में गरीब नाथ मंदिर गए। वहां से पूजा करने के बाद सीधे रेलवे स्टेशन गए। उसके बाद मेरी दीदी गौरी ने टिकट काउंटर से तीन टिकट लिया। इसके बाद वो तीनों चलती ट्रेन में बैठने के बाद मुझे बोली कि घर जाओ हम दो-तीन घंटे में आएंगे। इसके दो दिन बाद मैने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी, क्योंकि वह काफी डर गई थी। प्रेमानंद बाबा का सत्संग सुना करती थी
गौरी के चाचा अमित कुमार रजक ने बताया कि गौरी इधर कुछ महीने से पूजा-पाठ ज्यादा करने लगी। नॉनवेज भी खाना बंद कर दिया था। हम लोगों को भी खाने से मना करती थी। काफी समय से प्रेमानंद बाबा का सत्संग सुना करती थी। उसके पास कोई मोबाइल फोन नहीं था। उसकी सहेली माही घर के मोबाइल फोन पर कॉल करती थी। हम लोग उससे बात करवा दिया करते थे। बच्चियों ने 4-5 इंस्टाग्राम ID बनाया था। इस पर पूजा-पाठ और सत्संग का वीडियो देखा करती थी। फिलहाल पुलिस मोबाइल फोन, गौरी और माया की बहन से घटना की जानकारी जुटा रही है। 26 मई को मथुरा पुलिस ने मुजफ्फरपुर पुलिस को फोन किया
गौरी के चाचा ने कहा, यूपी की मथुरा पुलिस मदद करना चाहती थी। पर एफआईआर की मांग की जा रही थी। जबकि, मुजफ्फरपुर के नगर थाने में पुलिस FIR दर्ज नहीं कर रही थी। जिस वजह से वहां पुलिस हमारी मदद नहीं कर रही थी। 22 मई को नगर थाने की पुलिस ने केस दर्ज किया। 26 मई को मुजफ्फरपुर पुलिस को मथुरा पुलिस का कॉल आया। इसमें रेलवे लाइन किनारे तीन डेड बॉडी मिलने की जानकारी दी गई। पुलिस ने हमें सूचना दी। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक छानबीन में तीनों डेड बॉडी इन्हीं तीनों लड़कियों की है। परिजन के साथ वहां पहुंच कर आगे की छानबीन कर डेड बॉडी शहर लाई जाएगी। देरी से FIR करने के आरोप की होगी जांच
मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया-तीन किशोरियों के गायब हाेने के बाद FIR करने में देरी के आरोप की जांच हाेगी। जांच में दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की जाएगी। तीनों की हत्या नहीं हुई है। यह मामला सुसाइड का है। ट्रेन के चालक और गार्ड से पुलिस की बात हुई है। तीनों के शव का डीएनए टेस्ट होगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर