<p style=”text-align: justify;”><strong>Manmohan Singh Died:</strong> पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से देशभर में शोक है. हिंदू कॉलेज अमृतसर में उनके क्लासमेट रहे रिटायर प्रोफेसर हंसराज चौधरी (Hans Raj Chaudhary) ने उन्हें याद करते हुए दुख जताया है. उन्होंने कहा कि वे और डॉ. मनमोहन सिंह क्लास के सबसे होशियार छात्रों में थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने पूर्व PM के साथ बिताए पलों को याद करते हुए कहा, ”काफी साल के बाद पूर्व पीएम मनमोहन सिंह उन्हें चंडीगढ़ में मिले थे और एकदम से उन्हें पहचान लिया था. वो बिल्कुल विनम्र स्वभाव के थे.” हंस राज चौधरी चंडीगढ़ में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>92 साल की उम्र में मनमोहन सिंह का निधन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>देश के पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का दिल्ली के एम्स में गुरुवार (26 दिसंबर) को निधन हो गया. वह 92 वर्ष के थे. पूर्व पीएम पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे. एम्स दिल्ली ने मनमोहन सिंह के निधन की घोषणा की. उन्हें गंभीर हालत में रात करीब साढ़े आठ बजे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक एम्स ने एक बुलेटिन में कहा, ”26 दिसंबर को रात आठ बजकर छह मिनट पर उन्हें दिल्ली एम्स लाया गया. तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें होश में नहीं लाया जा सका और रात 9.51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.” केंद्र सरकार ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मनमोहन सिंह ने देश के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में साल 2004 से 2014 तक 10 वर्षों तक देश का नेतृत्व किया. उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां हैं. दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक राष्ट्र के प्रधानमंत्री रहे सिंह को दुनिया भर में उनकी आर्थिक विद्वता और कार्यों के लिए सम्मान मिला. उन्हें आर्थिक सुधारों का जनक माना जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”पाकिस्तान से आकर अमृतसर की इस गली में रहे थे मनमोहन सिंह, 80 साल पहले यहां था घर, अब ऐसा दिखता है” href=”https://www.abplive.com/news/world/manmohan-singh-death-news-pakistan-fawad-chaudhry-first-reaction-know-what-he-said-2850787/gl?utm_source=izooto&utm_medium=on_site_interactions&utm_campaign=Exit_Intent_Recommendations” target=”_self”>पाकिस्तान से आकर अमृतसर की इस गली में रहे थे मनमोहन सिंह, 80 साल पहले यहां था घर, अब ऐसा दिखता है</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Manmohan Singh Died:</strong> पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से देशभर में शोक है. हिंदू कॉलेज अमृतसर में उनके क्लासमेट रहे रिटायर प्रोफेसर हंसराज चौधरी (Hans Raj Chaudhary) ने उन्हें याद करते हुए दुख जताया है. उन्होंने कहा कि वे और डॉ. मनमोहन सिंह क्लास के सबसे होशियार छात्रों में थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने पूर्व PM के साथ बिताए पलों को याद करते हुए कहा, ”काफी साल के बाद पूर्व पीएम मनमोहन सिंह उन्हें चंडीगढ़ में मिले थे और एकदम से उन्हें पहचान लिया था. वो बिल्कुल विनम्र स्वभाव के थे.” हंस राज चौधरी चंडीगढ़ में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>92 साल की उम्र में मनमोहन सिंह का निधन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>देश के पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का दिल्ली के एम्स में गुरुवार (26 दिसंबर) को निधन हो गया. वह 92 वर्ष के थे. पूर्व पीएम पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे. एम्स दिल्ली ने मनमोहन सिंह के निधन की घोषणा की. उन्हें गंभीर हालत में रात करीब साढ़े आठ बजे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक एम्स ने एक बुलेटिन में कहा, ”26 दिसंबर को रात आठ बजकर छह मिनट पर उन्हें दिल्ली एम्स लाया गया. तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें होश में नहीं लाया जा सका और रात 9.51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.” केंद्र सरकार ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मनमोहन सिंह ने देश के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में साल 2004 से 2014 तक 10 वर्षों तक देश का नेतृत्व किया. उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां हैं. दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक राष्ट्र के प्रधानमंत्री रहे सिंह को दुनिया भर में उनकी आर्थिक विद्वता और कार्यों के लिए सम्मान मिला. उन्हें आर्थिक सुधारों का जनक माना जाता है.</p>
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