<p style=”text-align: justify;”><strong>Gujarat MGNREGA Scam News:</strong> गुजरात के पंचायत और कृषि राज्यमंत्री बच्चूभाई खाबड़ के बेटे, किरण खाबड़ को गुरुवार (29 मई) रात एक नई FIR में दाहोद पुलिस ने दोबारा गिरफ्तार कर लिया. यह गिरफ्तारी उन्हें पहले मामले में जमानत मिलने के कुछ ही समय बाद हुई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>किरण खाबड़ पर MGNREGA (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) योजना के तहत 71 करोड़ रुपये के घोटाले में संलिप्त होने का आरोप है. पीटीआई के अनुसार, दाहोद जिले में पिछले महीने इस घोटाले का खुलासा जिला ग्रामीण विकास एजेंसी (DRDA) ने किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2 हफ्ते पहले ही हुई थी गिरफ्तारी</strong><br />इससे पहले किरण को उनके भाई बलवंत खाबड़ के साथ दो हफ्ते पहले गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि 2021 से 2024 के बीच इन दोनों ने देवगढ़ बारिया और धनपुर तालुकों में सरकारी परियोजनाओं के नाम पर फर्जी दस्तावेज और काम की झूठी प्रमाणिकताएं जमा कर सरकार से भुगतान प्राप्त किया. इन पर धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक विश्वासघात जैसी धाराओं में मामला दर्ज हुआ था. प्रारंभिक पूछताछ के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया और गुरुवार को स्थानीय अदालत से उन्हें जमानत मिल गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जमानत मिलते ही फिर गिरफ्तार</strong><br />लेकिन, जमानत के कुछ ही घंटों बाद दाहोद ‘बी’ डिविजन पुलिस द्वारा दर्ज एक नई FIR में किरण को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. इस ताजा मामले में आरोप है कि लवारिया गांव में मनरेगा के अंतर्गत अधूरे कार्यों के बावजूद करीब 18.41 लाख रुपये की सरकारी राशि का भुगतान एजेंसियों को कर दिया गया. इस नई FIR में सरकारी अधिकारियों के साथ-साथ एजेंसी मालिकों को भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस के अनुसार, किरण की एजेंसी ने कार्य पूरे किए बिना ही भुगतान प्राप्त कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दाहोद के डिप्टी एसपी जगदीशसिंह भंडारी ने पुष्टि की कि इस नए मामले की भी विस्तृत जांच की जा रही है और अन्य दोषियों की पहचान की जा रही है. उन्होंने बताया कि कुछ एजेंसियों ने सरकारी सहयोग से बिना काम किए ही मोटी रकम वसूली है, जो गंभीर आर्थिक अपराध है. मंत्री के बेटे की दोबारा गिरफ्तारी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और विपक्ष ने सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. अब निगाहें पुलिस की आगे की कार्रवाई और अदालत की सुनवाई पर टिकी हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Gujarat MGNREGA Scam News:</strong> गुजरात के पंचायत और कृषि राज्यमंत्री बच्चूभाई खाबड़ के बेटे, किरण खाबड़ को गुरुवार (29 मई) रात एक नई FIR में दाहोद पुलिस ने दोबारा गिरफ्तार कर लिया. यह गिरफ्तारी उन्हें पहले मामले में जमानत मिलने के कुछ ही समय बाद हुई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>किरण खाबड़ पर MGNREGA (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) योजना के तहत 71 करोड़ रुपये के घोटाले में संलिप्त होने का आरोप है. पीटीआई के अनुसार, दाहोद जिले में पिछले महीने इस घोटाले का खुलासा जिला ग्रामीण विकास एजेंसी (DRDA) ने किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2 हफ्ते पहले ही हुई थी गिरफ्तारी</strong><br />इससे पहले किरण को उनके भाई बलवंत खाबड़ के साथ दो हफ्ते पहले गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि 2021 से 2024 के बीच इन दोनों ने देवगढ़ बारिया और धनपुर तालुकों में सरकारी परियोजनाओं के नाम पर फर्जी दस्तावेज और काम की झूठी प्रमाणिकताएं जमा कर सरकार से भुगतान प्राप्त किया. इन पर धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक विश्वासघात जैसी धाराओं में मामला दर्ज हुआ था. प्रारंभिक पूछताछ के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया और गुरुवार को स्थानीय अदालत से उन्हें जमानत मिल गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जमानत मिलते ही फिर गिरफ्तार</strong><br />लेकिन, जमानत के कुछ ही घंटों बाद दाहोद ‘बी’ डिविजन पुलिस द्वारा दर्ज एक नई FIR में किरण को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. इस ताजा मामले में आरोप है कि लवारिया गांव में मनरेगा के अंतर्गत अधूरे कार्यों के बावजूद करीब 18.41 लाख रुपये की सरकारी राशि का भुगतान एजेंसियों को कर दिया गया. इस नई FIR में सरकारी अधिकारियों के साथ-साथ एजेंसी मालिकों को भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस के अनुसार, किरण की एजेंसी ने कार्य पूरे किए बिना ही भुगतान प्राप्त कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दाहोद के डिप्टी एसपी जगदीशसिंह भंडारी ने पुष्टि की कि इस नए मामले की भी विस्तृत जांच की जा रही है और अन्य दोषियों की पहचान की जा रही है. उन्होंने बताया कि कुछ एजेंसियों ने सरकारी सहयोग से बिना काम किए ही मोटी रकम वसूली है, जो गंभीर आर्थिक अपराध है. मंत्री के बेटे की दोबारा गिरफ्तारी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और विपक्ष ने सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. अब निगाहें पुलिस की आगे की कार्रवाई और अदालत की सुनवाई पर टिकी हैं.</p> गुजरात PM के बिहार दौरे से राज्य को क्या मिला? विपक्ष के सवाल का सम्राट चौधरी ने दिया ये जवाब
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